हरियाणा के फतेहाबाद में धुंध के कारण भाखड़ा नहर में क्रूजर गाड़ी गिर गई। अब तक 9 लोगों के शव मिल चुके हैं, 3 लोग अभी भी लापता हैं। उनकी तलाश की जा रही है। गाड़ी में 14 लोग सवार थे। गाड़ी में 7 अलग-अलग परिवारों के लोग मौजूद थे, जो आपस में रिश्तेदार थे। मृतकों में से 8 लोग फतेहाबाद के गांव महमड़ा के 5 परिवारों के सदस्य थे। सभी लोग पंजाब के फाजिल्का में शादी समारोह में जाने के लिए 28 जनवरी को महमड़ा में इकट्ठे हुए। यहां से वह शादी में गए। हादसे में केवल 2 लोग बचे हैं। इनमें महमड़ा निवासी जरनैल सिंह (45) और रियोंद गांव का 10 वर्षीय अरमान शामिल है। अरमान के पिता अभी लापता हैं, जबकि मां और बहन का शव मिल चुका है। अरमान को उसके रिश्तेदारों के पास भेज दिया गया है। इस हादसे ने फतेहाबाद और पंजाब के तीन गांवों में मातम का माहौल बना दिया है। सभी को शनिवार (1 फरवरी) को वापस लौटना था, लेकिन कार्यक्रम जल्दी निपटने के चलते वह रात को ही घर रवाना हो गए। रास्ते में हादसे का शिकार हो गए। पंजाब में शादी से वापस आते वक्त हादसा
31 जनवरी की शाम छिंद्रपाल उर्फ छिंदा की क्रूजर गाड़ी पंजाब के फाजिल्का से हरियाणा के फतेहाबाद के गांव महमड़ा आ रही थी। इसमें दो बच्चों समेत कुल 14 लोग सवार थे। सभी 28 जनवरी को महमड़ा से 65 वर्षीय झंडो बाई की बहन के बेटे मेजर सिंह की शादी में फाजिल्का के लाधुका मंडी गए थे। 1 फरवरी को वापस आना था, लेकिन शुक्रवार को पार्टी का कार्यक्रम समय पर निपट गया। रात करीब 10 बजे गांव सरदारेवाला पहुंचे तो गाड़ी धुंध के कारण भाखड़ा नहर में जा गिरी। हादसे में बचे जरनैल ने शोर मचाया। इसके बाद वहां लोग इकट्ठे हो गए। NDRF ने चलाया रेस्क्यू ऑपरेशन
इसके बाद लोगों ने पुलिस सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर NDRF को बुलाया। इसके बाद रात में ही मौके पर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू हुआ। इस दौरान NDRF ने करीब 2 घंटे की मशक्कत के बाद क्रेन की सहायता से क्रूजर गाड़ी को निकाल लिया। हालांकि, इसमें कोई व्यक्ति नहीं था। अलग-अलग जगह मिले शव
गाड़ी ड्राइवर छिंद्रपाल का शव हादसा स्थल के पास ही बरामद कर लिया गया था, जबकि झंडो बाई, बलबीर सिंह, जंगीरो बाई, सहजदीप कौर, रविंद्र कौर, संजना, कश्मीरो व कंतो का शव सिरसा के कालांवाली व रोड़ी क्षेत्र के बीच अलग-अलग जगहों से बरामद किए गए हैं। सहजदीप का शव नहर से बहकर माइनर से होते हुए एक किसान के खेत में पहुंच गया था, जिसे किसान द्वारा पुलिस को सौंपा गया। 2 परिवारों के 3-3 लोगों की मौत
हादसे में दो परिवारों के 3-3 लोगों की मौत हुई है। महमड़ा निवासी जंगीर सिंह ने बताया कि पत्नी जंगीरो बाई, पुत्रवधु लखबीर कौर, पोते सहजदीप व बहन कंतो बाई की मौत हो गई। बेटे की दो साल पहले शादी हुई थी। उसका एक साल का बेटा था। सास, बहू व ननद कार्यक्रम में गई थीं। गांव रियोंद के जसविंदर सिंह, उनकी पत्नी रविंद्र कौर, बेटी संजना की भी मौत हो गई। 10 साल का बेटा अरमान ही बचा है। साथ जाना चाहते थे, इसलिए सब महमड़ा ही आ गए थे
झंडो बाई की 7 बहनें और 3 भाई हैं। पंजाब में शादी में जाना था इसलिए उसकी बहन कंतो बाई भी साथ लगते पंजाब के गांव फतेहपुर और ससपाली से कश्मीरो बाई भी महमड़ा आ गई थी। कंतो बाई हादसे के समय अपने गांव न उतर कर उनके साथ ही गाड़ी में महमड़ा आ गई और सुबह उसे वापस अपने गांव जाना था, लेकिन उसे नहीं पता था कि आगे मौत उसका इंतजार कर रही है इस हालत में मिले शव… हरियाणा के फतेहाबाद में धुंध के कारण भाखड़ा नहर में क्रूजर गाड़ी गिर गई। अब तक 9 लोगों के शव मिल चुके हैं, 3 लोग अभी भी लापता हैं। उनकी तलाश की जा रही है। गाड़ी में 14 लोग सवार थे। गाड़ी में 7 अलग-अलग परिवारों के लोग मौजूद थे, जो आपस में रिश्तेदार थे। मृतकों में से 8 लोग फतेहाबाद के गांव महमड़ा के 5 परिवारों के सदस्य थे। सभी लोग पंजाब के फाजिल्का में शादी समारोह में जाने के लिए 28 जनवरी को महमड़ा में इकट्ठे हुए। यहां से वह शादी में गए। हादसे में केवल 2 लोग बचे हैं। इनमें महमड़ा निवासी जरनैल सिंह (45) और रियोंद गांव का 10 वर्षीय अरमान शामिल है। अरमान के पिता अभी लापता हैं, जबकि मां और बहन का शव मिल चुका है। अरमान को उसके रिश्तेदारों के पास भेज दिया गया है। इस हादसे ने फतेहाबाद और पंजाब के तीन गांवों में मातम का माहौल बना दिया है। सभी को शनिवार (1 फरवरी) को वापस लौटना था, लेकिन कार्यक्रम जल्दी निपटने के चलते वह रात को ही घर रवाना हो गए। रास्ते में हादसे का शिकार हो गए। पंजाब में शादी से वापस आते वक्त हादसा
31 जनवरी की शाम छिंद्रपाल उर्फ छिंदा की क्रूजर गाड़ी पंजाब के फाजिल्का से हरियाणा के फतेहाबाद के गांव महमड़ा आ रही थी। इसमें दो बच्चों समेत कुल 14 लोग सवार थे। सभी 28 जनवरी को महमड़ा से 65 वर्षीय झंडो बाई की बहन के बेटे मेजर सिंह की शादी में फाजिल्का के लाधुका मंडी गए थे। 1 फरवरी को वापस आना था, लेकिन शुक्रवार को पार्टी का कार्यक्रम समय पर निपट गया। रात करीब 10 बजे गांव सरदारेवाला पहुंचे तो गाड़ी धुंध के कारण भाखड़ा नहर में जा गिरी। हादसे में बचे जरनैल ने शोर मचाया। इसके बाद वहां लोग इकट्ठे हो गए। NDRF ने चलाया रेस्क्यू ऑपरेशन
इसके बाद लोगों ने पुलिस सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर NDRF को बुलाया। इसके बाद रात में ही मौके पर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू हुआ। इस दौरान NDRF ने करीब 2 घंटे की मशक्कत के बाद क्रेन की सहायता से क्रूजर गाड़ी को निकाल लिया। हालांकि, इसमें कोई व्यक्ति नहीं था। अलग-अलग जगह मिले शव
गाड़ी ड्राइवर छिंद्रपाल का शव हादसा स्थल के पास ही बरामद कर लिया गया था, जबकि झंडो बाई, बलबीर सिंह, जंगीरो बाई, सहजदीप कौर, रविंद्र कौर, संजना, कश्मीरो व कंतो का शव सिरसा के कालांवाली व रोड़ी क्षेत्र के बीच अलग-अलग जगहों से बरामद किए गए हैं। सहजदीप का शव नहर से बहकर माइनर से होते हुए एक किसान के खेत में पहुंच गया था, जिसे किसान द्वारा पुलिस को सौंपा गया। 2 परिवारों के 3-3 लोगों की मौत
हादसे में दो परिवारों के 3-3 लोगों की मौत हुई है। महमड़ा निवासी जंगीर सिंह ने बताया कि पत्नी जंगीरो बाई, पुत्रवधु लखबीर कौर, पोते सहजदीप व बहन कंतो बाई की मौत हो गई। बेटे की दो साल पहले शादी हुई थी। उसका एक साल का बेटा था। सास, बहू व ननद कार्यक्रम में गई थीं। गांव रियोंद के जसविंदर सिंह, उनकी पत्नी रविंद्र कौर, बेटी संजना की भी मौत हो गई। 10 साल का बेटा अरमान ही बचा है। साथ जाना चाहते थे, इसलिए सब महमड़ा ही आ गए थे
झंडो बाई की 7 बहनें और 3 भाई हैं। पंजाब में शादी में जाना था इसलिए उसकी बहन कंतो बाई भी साथ लगते पंजाब के गांव फतेहपुर और ससपाली से कश्मीरो बाई भी महमड़ा आ गई थी। कंतो बाई हादसे के समय अपने गांव न उतर कर उनके साथ ही गाड़ी में महमड़ा आ गई और सुबह उसे वापस अपने गांव जाना था, लेकिन उसे नहीं पता था कि आगे मौत उसका इंतजार कर रही है इस हालत में मिले शव… हरियाणा | दैनिक भास्कर