Maharashtra GBS Case: महाराष्ट्र में जीबीएस बीमारी ने बढ़ाई चिंता, अब तक 158 मामले दर्ज, 5 लोगों की मौत

Maharashtra GBS Case: महाराष्ट्र में जीबीएस बीमारी ने बढ़ाई चिंता, अब तक 158 मामले दर्ज, 5 लोगों की मौत

<p style=”text-align: justify;”><strong>Maharashtra Guillain-Barre Syndrome:</strong> महाराष्ट्र में गुइलेन-बैरे सिंड्रोम (GBS) की संख्या में लगातार बढ़ोत्तरी देखी जा रही है. इस संदिग्ध बीमारी के बढ़ने से लोगों में डर और चिंता का माहौल बना हुआ है. रविवार (2 फरवरी 2025) को स्वास्थ्य विभाग ने एक रिपोर्ट जारी कर बताया कि महाराष्ट्र में अब तक 158 संदिग्ध मरीज सामने आ चुके हैं. इनमें से 127 मामलों की पुष्टि हो चुकी है, जबकि 5 संदिग्ध मौतें दर्ज की गई हैं. वहीं 38 मरीजों को अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है, लेकिन 48 मरीज ICU में भर्ती हैं और 21 मरीज वेंटिलेटर पर हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>किन इलाकों में सबसे ज्यादा मामले?</strong><br />पुणे से अब तक गुइलेन बैरे सिंड्रोम के 83 मामले सामने आए हैं. इनमें पुणे नगर निगम क्षेत्र से 31 मामले, पिंपरी-चिंचवड से 18 मामले और पुणे ग्रामीण इलाकों से 18 मामले शामिल हैं. इसके अलावा, दुसरे जिलों से भी 8 मामलों की पुष्टि हुई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सीएम देवेंद्र फडणवीस ने दिए सख्त निर्देश</strong><br />मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने हालात की गंभीरता को देखते हुए 29 जनवरी को ही प्रशासन को सरकारी अस्पतालों में GBS के इलाज के लिए विशेष व्यवस्था करने के निर्देश दिए थे. एक कैबिनेट बैठक में जनस्वास्थ्य विभाग द्वारा पेश की गई रिपोर्ट की समीक्षा के बाद, मुख्यमंत्री ने यह सुनिश्चित करने को कहा कि मरीजों को सही और मुफ्त इलाज मिले.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>किस योजना में शामिल हैं गुइलेन बैरे सिंड्रोम का इलाज?</strong><br />GBS का इलाज महाराष्ट्र की महात्मा ज्योतिबा फुले जन आरोग्य योजना में शामिल किया गया है. अगर इलाज के लिए दुसरे प्रक्रिया की जरूरत होगी तो जनस्वास्थ्य विभाग इसकी व्यवस्था करेगा ताकि मरीजों को समय पर सही इलाज मिल सके.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>इलाज और अब तक की स्थिति</strong><br />अब तक 38 मरीजों को अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है, जबकि 21 मरीज वेंटिलेटर पर हैं. इस बीमारी से अब तक 5 लोगों की मौत हो चुकी है. स्वास्थ्य विभाग लोगों से साफ पानी पीने और हाइजीन का ध्यान रखने की अपील कर रहा है, ताकि इस बीमारी को फैलने से रोका जा सके.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें- <a title=”गुलेन बैरी सिंड्रोम से बचने का ये है सबसे सही तरीका, इन चीजों का रखना होगा खयाल” href=”https://www.abplive.com/lifestyle/health/guillain-barre-syndrome-this-is-how-you-can-keep-yourself-safe-follow-these-tips-2875872″ target=”_self”>गुलेन बैरी सिंड्रोम से बचने का ये है सबसे सही तरीका, इन चीजों का रखना होगा खयाल</a>&nbsp;</strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Maharashtra Guillain-Barre Syndrome:</strong> महाराष्ट्र में गुइलेन-बैरे सिंड्रोम (GBS) की संख्या में लगातार बढ़ोत्तरी देखी जा रही है. इस संदिग्ध बीमारी के बढ़ने से लोगों में डर और चिंता का माहौल बना हुआ है. रविवार (2 फरवरी 2025) को स्वास्थ्य विभाग ने एक रिपोर्ट जारी कर बताया कि महाराष्ट्र में अब तक 158 संदिग्ध मरीज सामने आ चुके हैं. इनमें से 127 मामलों की पुष्टि हो चुकी है, जबकि 5 संदिग्ध मौतें दर्ज की गई हैं. वहीं 38 मरीजों को अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है, लेकिन 48 मरीज ICU में भर्ती हैं और 21 मरीज वेंटिलेटर पर हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>किन इलाकों में सबसे ज्यादा मामले?</strong><br />पुणे से अब तक गुइलेन बैरे सिंड्रोम के 83 मामले सामने आए हैं. इनमें पुणे नगर निगम क्षेत्र से 31 मामले, पिंपरी-चिंचवड से 18 मामले और पुणे ग्रामीण इलाकों से 18 मामले शामिल हैं. इसके अलावा, दुसरे जिलों से भी 8 मामलों की पुष्टि हुई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सीएम देवेंद्र फडणवीस ने दिए सख्त निर्देश</strong><br />मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने हालात की गंभीरता को देखते हुए 29 जनवरी को ही प्रशासन को सरकारी अस्पतालों में GBS के इलाज के लिए विशेष व्यवस्था करने के निर्देश दिए थे. एक कैबिनेट बैठक में जनस्वास्थ्य विभाग द्वारा पेश की गई रिपोर्ट की समीक्षा के बाद, मुख्यमंत्री ने यह सुनिश्चित करने को कहा कि मरीजों को सही और मुफ्त इलाज मिले.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>किस योजना में शामिल हैं गुइलेन बैरे सिंड्रोम का इलाज?</strong><br />GBS का इलाज महाराष्ट्र की महात्मा ज्योतिबा फुले जन आरोग्य योजना में शामिल किया गया है. अगर इलाज के लिए दुसरे प्रक्रिया की जरूरत होगी तो जनस्वास्थ्य विभाग इसकी व्यवस्था करेगा ताकि मरीजों को समय पर सही इलाज मिल सके.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>इलाज और अब तक की स्थिति</strong><br />अब तक 38 मरीजों को अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है, जबकि 21 मरीज वेंटिलेटर पर हैं. इस बीमारी से अब तक 5 लोगों की मौत हो चुकी है. स्वास्थ्य विभाग लोगों से साफ पानी पीने और हाइजीन का ध्यान रखने की अपील कर रहा है, ताकि इस बीमारी को फैलने से रोका जा सके.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें- <a title=”गुलेन बैरी सिंड्रोम से बचने का ये है सबसे सही तरीका, इन चीजों का रखना होगा खयाल” href=”https://www.abplive.com/lifestyle/health/guillain-barre-syndrome-this-is-how-you-can-keep-yourself-safe-follow-these-tips-2875872″ target=”_self”>गुलेन बैरी सिंड्रोम से बचने का ये है सबसे सही तरीका, इन चीजों का रखना होगा खयाल</a>&nbsp;</strong></p>  महाराष्ट्र Ayodhya में कैमरों के सामने रोने लगे सांसद अवधेश प्रसाद, BJP बोली- हो सकता है कोई सपाई ही आरोपी हो…