केंद्रीय जेल पटियाला में लगातार मोबाइल फोन रिकवरी के बाद जेल प्रशासन ने सर्च अभियान चलाते हुए 11 मोबाइल फोन रिकवर किए हैं। इस सर्च अभियान के दौरान किसी भी कैदी को मोबाइल फोन इस्तेमाल करते हुए नहीं पकड़ा जा सका, लेकिन जेल के अंदर अलग-अलग जगह पर छुपाए हुए फोन रिकवर हुए हैं। इनमें से कुछ मोबाइल फोन के साथ सिम कार्ड मिले हैं जिसके आधार पर त्रिपड़ी थाना पुलिस मामले की जांच कर रही है। यहां पर मोबाइल फोन रिकवर हुए केंद्रीय जेल सहायक सुपरिंटेंडेंट करनैल सिंह ने पुलिस को बताया कि जेल में चेकिंग दौरान बैरक नंबर 4 से एक मोबाइल फोन बैटरी सहित बरामद हुआ। बैरक नंबर 6 के बाथरूम से एक मोबाइल फोन बैटरी सिम कार्ड सहित, बैरक नंबर 5 के बाथरूम से तीन मोबाइल फोन, बैरक नंबर 2 के पीछे की जमीन से एक मोबाइल फोन, बैरक नंबर 9/1 की एलसीडी के पीछे छुपाकर रखे हुए 2 मोबाइल, खिड़की से 1 मोबाइल फोन और बैरक नंबर 4 से 1 मोबाइल फोन सिम कार्ड सहित बरामद हुआ है। बैरक नंबर 1 के पीछे से जमीन में दबाकर रखा हुआ एक मोबाइल फोन बैटरी सहित बरामद हुआ है। केंद्रीय जेल पटियाला में लगातार मोबाइल फोन रिकवरी के बाद जेल प्रशासन ने सर्च अभियान चलाते हुए 11 मोबाइल फोन रिकवर किए हैं। इस सर्च अभियान के दौरान किसी भी कैदी को मोबाइल फोन इस्तेमाल करते हुए नहीं पकड़ा जा सका, लेकिन जेल के अंदर अलग-अलग जगह पर छुपाए हुए फोन रिकवर हुए हैं। इनमें से कुछ मोबाइल फोन के साथ सिम कार्ड मिले हैं जिसके आधार पर त्रिपड़ी थाना पुलिस मामले की जांच कर रही है। यहां पर मोबाइल फोन रिकवर हुए केंद्रीय जेल सहायक सुपरिंटेंडेंट करनैल सिंह ने पुलिस को बताया कि जेल में चेकिंग दौरान बैरक नंबर 4 से एक मोबाइल फोन बैटरी सहित बरामद हुआ। बैरक नंबर 6 के बाथरूम से एक मोबाइल फोन बैटरी सिम कार्ड सहित, बैरक नंबर 5 के बाथरूम से तीन मोबाइल फोन, बैरक नंबर 2 के पीछे की जमीन से एक मोबाइल फोन, बैरक नंबर 9/1 की एलसीडी के पीछे छुपाकर रखे हुए 2 मोबाइल, खिड़की से 1 मोबाइल फोन और बैरक नंबर 4 से 1 मोबाइल फोन सिम कार्ड सहित बरामद हुआ है। बैरक नंबर 1 के पीछे से जमीन में दबाकर रखा हुआ एक मोबाइल फोन बैटरी सहित बरामद हुआ है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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फतेहगढ़ साहिब में मार्केट कमेटी कार्यालय बंद:धान खरीद न होने से किसानों ने किया प्रदर्शन, पूर्व विधायक नागरा बोले- सरकार विफल फतेहगढ़ साहिब की सरहिंद अनाज मंडी में किसानों ने बुधवार रात धरना लगाया। मार्केट कमेटी दफ्तर को बंद कर दिया गया। पूर्व विधायक कुलजीत सिंह नागरा भी धरने में पहुंचे। अनाज मंडी में धान की खरीद न करने पर रोष जताया गया। सरकार और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की गई। वहीं मौके पर मौजूद किसानों ने कहा कि वे पिछले एक सप्ताह से मंडी में बैठे हैं। उनकी फसल की खरीद नहीं हो रही। सरकार फसल की खरीद में नाकाम पूर्व विधायक कुलजीत सिंह नागरा ने कहा कि हर फ्रंट पर फेल साबित हो चुकी पंजाब की सरकार धान की खरीद में भी नाकाम रही है। 24 घंटे में खरीद के दावे खोखले साबित हो रहे हैं। किसान मंडियों में परेशान हैं। इनका हल निकालने की बजाय कभी आढ़तियों, कभी मजदूरों और कभी ट्रांसपोर्टरों से हड़ताल करवाकर सरकार समय निकाल रही है। आज भी आढ़तियों के एक ग्रुप से हड़ताल का ऐलान करवा दिया गया। यह साजिश है। नागरा ने कहा कि मंडियों से फसल उठाई नहीं जा रही। बारदाने की भी कमी है। आढ़तियों की हड़ताल का हवाला धरने के बाद सिविल प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे। फतेहगढ़ साहिब के तहसीलदार भी आए। प्रदर्शनकारियों को काफी समय समझाया गया। मार्केट कमेटी के सचिव हरिंदर सिंह ने आढ़तियों की हड़ताल का हवाला दिया तो पूर्व विधायक नागरा ने कहा कि यह सरकार की ही साजिश है। अंत में 17 अक्तूबर दोपहर तक बोली शुरू करवाने के भरोसे पर धरना समाप्त किया गया। किसानों ने चेतावनी दी कि अगर उनकी फसल न खरीदी गई तो फिर वे सड़कों पर आएंगे।
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लुधियाना में स्कूली बच्चों का आरोप- मैडम पर प्रेत साया:शिक्षिका के पीटने पर परिजनों का हंगामा, सड़क जाम; डीओ एलिमेंट्री बोले- मेडिकल जांच होगी पंजाब के लुधियाना में जमालपुर इलाके के सरकारी प्राइमरी स्मार्ट स्कूल में हंगामा हो गया। छात्रों के अभिभावकों ने स्कूल टीचर पर बच्चों की पिटाई का आरोप लगाया। गुस्साए परिजनों ने पुलिस कॉलोनी के पास चंडीगढ़ रोड पर जाम भी लगा दिया। मौके पर पहुंची जमालपुर थाने की पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे बच्चों और उनके परिजनों को सड़क से हटाया। छात्रों ने बताया कि गुरूवार को मैडम पर किसी बुरी आत्मा (भूत) का साया हो जाता है। इस कारण वह बिना सोचे-समझे बच्चों की पिटाई कर देती हैं। जानकारी देते हुए छात्र आयुष ने बताया कि हम किताब लेकर पढ़ाई कर रहे थे। अचानक मैडम ने हमें डंडों से पीटना शुरू कर दिया। छात्रों ने बताया कि गुरूवार को मैडम पर किसी बुरी आत्मा का साया हो जाता है। इस कारण पिटाई कैसे होती है, मुझे नहीं पता। आयुष ने बताया कि टीचर ने पूरी क्लास के बच्चों की पिटाई की। छात्र अनमोलप्रीत सिंह ने बताया कि हम क्लास के बाहर खड़े थे। इसी दौरान मैडम कमलजीत ने आकाशदीप और मुझे डंडों से पीटा। टीचर ने बिना किसी कारण के बच्चों को गालियां देनी शुरू कर दीं। स्कूल की हेड मैडम ने आकर बच्चों को बचाया। डीओ एलिमेंट्री बोले- हो सकता है मानसिक रूप से बीमार हो शिक्षा विभाग से डीओ एलिमेंट्री रविंदर कौर ने इस मामले में बच्चों से बात की। उन्होंने कहा कि बच्चों को पीटना गलत है। आज के दौर में भूत-प्रेत की बात करना बेबुनियाद है। शिक्षिका की मेडिकल जांच करवाने के लिए विभाग को पत्र लिखा जाएगा। हो सकता है कि वह मानसिक रूप से बीमार हो। मामले की जांच कर शिक्षिका के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी। वहीं इस मामले में शिक्षिका कमलजीत कौर ने कहा कि वह कक्षा में पर्यावरण विषय पढ़ा रही थीं। एक शब्द था जिसे बच्चे गाली के तौर पर इस्तेमाल कर रहे थे। इसी के चलते उन्हें डांटा गया था। कमलजीत ने कहा कि मुझ पर किसी तरह की ऊपरी हवा नहीं है। बच्चे झूठ बोल रहे हैं।
पंजाब में BJP-अकाली दल को गठबंधन तोड़ना महंगा पड़ा:साथ चुनाव लड़ते तो 5 सीटें जीतते; अभी SAD को 1 सीट, भाजपा का सूपड़ा साफ हुआ
पंजाब में BJP-अकाली दल को गठबंधन तोड़ना महंगा पड़ा:साथ चुनाव लड़ते तो 5 सीटें जीतते; अभी SAD को 1 सीट, भाजपा का सूपड़ा साफ हुआ पंजाब में शिरोमणि अकाली दल (बादल) और BJP को गठबंधन तोड़ना महंगा पड़ा। दोनों ने इस बार पंजाब की 13 लोकसभा सीटों पर अकेले चुनाव लड़ा। हालांकि अगर ये दोनों इकट्ठा होकर चुनाव लड़ते तो फिर 5 सीटें आसानी से जीत सकते थे। इनमें गुरदासपुर, अमृतसर, लुधियाना, फिरोजपुर व पटियाला सीट शामिल हैं। इन सारी सीटों पर कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार जीते हैं। इन पांचों सीटों पर भाजपा और अकाली दल के वोट मिलाकर जीतने वाले उम्मीदवार से ज्यादा हैं। इसके अलावा बठिंडा सीट से भी अगर गठबंधन रहता तो अकाली दल प्रधान सुखबीर बादल की पत्नी हरसिमरत कौर बड़े अंतर से चुनाव जीत जाती। सिलसिलेवार ढंग से पढ़िए 6 सीटों पर हार-जीत का गणित…. 1. गुरदासपुर में 2,639 वोटों से जीत जाती भाजपा
गुरदासपुर सीट पर पर जीते कांग्रेस उम्मीदवार सुखजिंदर सिंह रंधावा को 3 लाख 64 हजार 43 मत मिले हैं। भाजपा उम्मीदवार दिनेश बब्बू यहां पर 2 लाख 81 हजार 182 वोटों के साथ दूसरे नंबर पर रहे हैं। शिरोमणि अकाली दल के उम्मीदवार डॉ. दलजीत सिंह चीमा को 85 हजार 500 वोट मिले हैं। अगर इस सीट पर भाजपा व शिअद मिलकर लड़ रहे होते तो इन दोनों के कुल वोट 3 लाख 66 हजार 682 हो जाते। ऐसे में इस सीट पर भाजपा उम्मीदवार को 2,639 वोटों से जीत मिल जाती। हालांकि इस परिणाम में भाजपा को 82 हजार 861 वोटों से हारना पड़ा। 2. अमृतसर में बड़े अंतर से नतीजे बदल जाते
अमृतसर सीट पर कांग्रेस के गुरजीत सिंह औजला 2 लाख 55 हजार 181 वोट लेकर जीते है। इस सीट पर भाजपा को 2 लाख 7 हजार 205 वोट मिले। अकाली दल के अनिल जोशी को 1 लाख 62 हजार 896 वोट मिले। अकाली दल व भाजपा के वोटों को जोड़ दिया जाए तो यह 3 लाख 70 हजार 101 हाे जाते हैं। ऐसे में भाजपा यह सीट 1 लाख 14 हजार 920 वोटों से सीट जीत सकती थी। 3. लुधियाना सीट भी भाजपा के खाते में आती
लुधियाना सीट पर कांग्रेस के उम्मीदवार अमरिंदर राजा वडिंग को 3 लाख 22 हजार 224 वोट मिले हैं। भाजपा के रवनीत सिंह बिट्टू को यहां 3 लाख 1 हजार 282 वोट मिले हैं। दोनों में जीत-हार का अंतर 20 हजार का है। इस सीट पर अकाली दल 90 हजार 220 मत मिले हैं। यदि शिअद और भाजपा इकट्ठे होते हो तो दोनों के वोट की संख्या 3 लाख 91 हजार 502 हो जाती है। ऐसे में यह सीट 69 हजार 278 मतों से भाजपा जीत सकती थी। फिरोजपुर में करीब ढ़ाई लाख से सीट जीत जाते
फिरोजपुर सीट पर कांग्रेस के शेर सिंह घुबाया 2 लाख 66 हजार 626 वोट लेकर जीते हैं। वहीं BJP के गुरमीत सिंह सोढ़ी को 2 लाख 55 हजार 97 वोट मिले हैं। शिअद को 2 लाख 53 हजार 645 वोट मिले हैं। भाजपा और अकाली दल के वोट मिला दें तो यह 5 लाख 8 हजार 742 हो जाएंगे। जिससे यह सीट वे 2 लाख 42 हजार 116 वोटों के रिकॉर्ड अंतर से जीत जाते। परनीत कौर भाजपा की सांसद बन जाती
पटियाला सीट कांग्रेस के डॉ. धर्मवीर गांधी ने 3 लाख 5 हजार 616 वोट लेकर जीती है। यहां पर भाजपा उम्मीदवार परनीत कौर को 2 लाख 88 हजार 998 और शिरोमणि अकाली दल के एनके शर्मा को 1 लाख 53 हजार 978 वोट मिले हैं। अगर इन दोनों के वोट जोड़ दिए जाए तो यह 4 लाख 42 हजार 976 हो जाते हैं। ऐसे में अकाली-भाजपा गठबंधन की सूरत में यह सीट 1 लाख 37 हजार 360 वोटों से जीत जाती। बठिंडा में जीत का अंतर बढ़ जाता
बठिंडा सीट पर शिरोमणि अकाली दल की जीत हुई है। इस पर शिरोमणि अकाली दल की नेता हरसिमरत कौर बादल को 3 लाख 76 हजार 558 वोट मिले हैं। जबकि दूसरे नंबर पर आम आदमी पार्टी के मंत्री गुरमीत सिंह खुडि्डयां 3 लाख 26 हजार 902 वोट मिले हैं। दोनों में जीत-हार का अंतर 49 हजार 656 है। यहां से भाजपा की उम्मीदवार पूर्व IAS अफसर परमपाल कौर सिद्धू को 1 लाख 10 हजार 762 वोट मिले हैं। अगर साथ होते तो यहां जीत का अंतर बढ़ जाता।