कैथल में सैशन जज रितु वाईके बहल ने हत्या के एक दोषी को उम्र कैद और 25 हजार रुपए जुर्माने की सजा सुनाई है। जुर्माना न देने पर 6 महीने की अतिरिक्त सजा काटनी होगी। अदालत ने जुर्माने की राशि मृतक के वारिसों को देने के आदेश भी दिए हैं। इस बारे में मृतक प्रदीप की पत्नी रीना निवासी गांव पबनावा ने 22 जून 2023 को थाना ढांड में धारा 302 आईपी के तहत एफआईआर नंबर 108 दर्ज करवाई थी। अभियोजन पक्ष की ओर से केस की पैरवी डीडीए जसवीर ढांडा ने की। केस के हवाले से डीडीए जसवीर ढांडा ने बताया कि शिकायतकर्ता रीना का पति प्रदीप 22 जून 2023 को सुबह करीब 8 बजे बाथरुम में था। इस बीच उसका देवर प्रतीश उर्फ मुकेश अपनी माता के साथ झगड़ा कर रहा था। प्रदीप जब बीच बचाव करवाने गया तो प्रतीश ने चाकू निकालकर उसकी छाती में मारा जो उसके दिल में लगा। इस पर प्रदीप जमीन पर गिर गया। रीना का कहना था कि उसका देवर प्रतीश उसके पति से पहले से ही रंजिश रखता था और आपस में इन दोनों भाईयों की बोल चाल भी नहीं थी। प्रतीश पहले भी कई बार प्रदीप को मारने की धमकी दे चुका था। चाकू लगने के बाद प्रदीप को सरकारी अस्पताल कुरुक्षेत्र ले जाया गया जहां डाक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना के बाद प्रतीश मौके से फरार हो गया। इसके बाद पुलिस ने केस दर्ज करके प्रतीश को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने चालान बनाकर अदालत के सुपुर्द कर दिया। शिकायत पक्ष की ओर से मामले में कुल 12 गवाह एग्जामिन करवाए गए। दोनोंं पक्षों को सुनने के बाद गवाहों और सबूतों की रोशनी में सैशन जज ने अपने 30 पेज के फैसले में प्रतीश को हत्या का दोषी करार देते हुए आजीवन कारावास और 25 हजार रुपए जुर्माने की जा सुनाई। कैथल में सैशन जज रितु वाईके बहल ने हत्या के एक दोषी को उम्र कैद और 25 हजार रुपए जुर्माने की सजा सुनाई है। जुर्माना न देने पर 6 महीने की अतिरिक्त सजा काटनी होगी। अदालत ने जुर्माने की राशि मृतक के वारिसों को देने के आदेश भी दिए हैं। इस बारे में मृतक प्रदीप की पत्नी रीना निवासी गांव पबनावा ने 22 जून 2023 को थाना ढांड में धारा 302 आईपी के तहत एफआईआर नंबर 108 दर्ज करवाई थी। अभियोजन पक्ष की ओर से केस की पैरवी डीडीए जसवीर ढांडा ने की। केस के हवाले से डीडीए जसवीर ढांडा ने बताया कि शिकायतकर्ता रीना का पति प्रदीप 22 जून 2023 को सुबह करीब 8 बजे बाथरुम में था। इस बीच उसका देवर प्रतीश उर्फ मुकेश अपनी माता के साथ झगड़ा कर रहा था। प्रदीप जब बीच बचाव करवाने गया तो प्रतीश ने चाकू निकालकर उसकी छाती में मारा जो उसके दिल में लगा। इस पर प्रदीप जमीन पर गिर गया। रीना का कहना था कि उसका देवर प्रतीश उसके पति से पहले से ही रंजिश रखता था और आपस में इन दोनों भाईयों की बोल चाल भी नहीं थी। प्रतीश पहले भी कई बार प्रदीप को मारने की धमकी दे चुका था। चाकू लगने के बाद प्रदीप को सरकारी अस्पताल कुरुक्षेत्र ले जाया गया जहां डाक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना के बाद प्रतीश मौके से फरार हो गया। इसके बाद पुलिस ने केस दर्ज करके प्रतीश को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने चालान बनाकर अदालत के सुपुर्द कर दिया। शिकायत पक्ष की ओर से मामले में कुल 12 गवाह एग्जामिन करवाए गए। दोनोंं पक्षों को सुनने के बाद गवाहों और सबूतों की रोशनी में सैशन जज ने अपने 30 पेज के फैसले में प्रतीश को हत्या का दोषी करार देते हुए आजीवन कारावास और 25 हजार रुपए जुर्माने की जा सुनाई। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में चेयरपर्सन, उनके गैंगस्टर पति पर अपहरण का आरोप:पार्षद प्रतिनिधि बोले-बेटे को गाड़ी में ले गए, अविश्वास प्रस्ताव को प्रभावित करना चाहते हैं
हरियाणा में चेयरपर्सन, उनके गैंगस्टर पति पर अपहरण का आरोप:पार्षद प्रतिनिधि बोले-बेटे को गाड़ी में ले गए, अविश्वास प्रस्ताव को प्रभावित करना चाहते हैं हरियाणा में रोहतक जिला परिषद की चेयरमैनी के विवाद में पार्षद ने बेटे के अपहरण का आरोप लगाया। पार्षद ने गढ़ी सांपला किलोई से पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के सामने विधानसभा चुनाव लड़ने वाली जिला परिषद की मौजूदा चेयरपर्सन मंजू हुड्डा एवं उनके गैंगस्टर पति पर आरोप लगाया है। 3 घंटे बाद पार्षद का बेटा मिला गया। पार्षद प्रतिनिधि का कहना है कि 23 अक्टूबर को जिला परिषद चेयरपर्सन के खिलाफ आने वाले अविश्वास प्रस्ताव को प्रभावित करने के लिए बेटे का अपहरण किया गया। इन आरोपों पर चेयरपर्सन मंजू हुड्डा का कहना है कि मेरी छवि को खराब करने के लिए ये सब किया जा रहा है। मेरा व मेरे परिवार का इससे कोई लेना देना नहीं है। पार्षद की तरफ से मामले की शिकायत सांपला थाना पुलिस को दी गई है। फिलहाल जांच जारी है। घूमने निकला था युवक, कार सवारों ने अपहरण किया इस्माईला गांव के रहने वाले जगबीर खत्री ने बताया कि उनकी पत्नी नीलम जिला परिषद की पार्षद है। उसका 15 वर्षीय बेटा धैर्य सोमवार सुबह घर से बाहर घूमने के लिए निकला था। इसी दौरान गाड़ी सवार लोगों ने धैर्य का जबरन हथियार के बल पर अपहरण कर लिया और अपनी गाड़ी में लेकर चले गए। कुछ टाइम बाद उनका बेटा दिल्ली रोड पर ढाबे पर सकुशल मिल गया। युवक बोला- बाइक को टक्कर मारी धैर्य ने बताया कि पहले उसकी बाइक को टक्कर मारी और फिर उसे गाड़ी में ले गए। कार सवार 5 लोग थे। पहले उसे मिलन ढाबे पर ले जाया गया। इसके बाद सुनारिया साइड ले गए। वहां उन्होंने गाड़ी एक्सचेंज की। कार सवार कह रहे थे कि अपने पापा को समझा ले, नहीं तो परसों इलेक्शन के बाद देख लेंगे। इसके बाद उसे मिलन ढाबे पर ही छोड़कर चले गए। चेयरपर्सन बोलीं- मेरा अपहरण से कुछ लेना-देना नहीं खुद पर लगे आरोपों पर चेयरपर्सन मंजू हुड्डा ने वीडियो जारी कर कहा- मेरे पास सुबह से कई फोन आए। हमारी पार्षद नीलम के बेटे का किसी ने अपहरण किया है। इसमें मेरे ऊपर आरोप लगाए गए, जिसमें मेरा कोई लेना-देना नहीं है। मैने अभी-अभी विधानसभा का चुनाव लड़ा है और चुनाव इतना शांतिपूर्वक ढंग से लड़ा है कि किसी से भी ऊंची आवाज में बात नहीं की। मैं इस सभी चीजों में विश्वास नहीं करती। मैं लोकतंत्र में विश्वास करती हूं। जो सरकार ने मेरी जिम्मेवारी लगा रही है, उसके तहत जनता की सेवा करना चाहती हूं। ये सारी बातें झूठी हैं। 14 में से 10 पार्षद हुड्डा के खिलाफ मंजू हुड्डा 27 दिसंबर 2022 को सर्वसम्मति से जिला परिषद की चेयरपर्सन चुनी गई थीं। अब 14 में से 10 पार्षदों ने मंजू हुड्डा के खिलाफ 7 सितंबर को DC अजय कुमार को ज्ञापन देकर अविश्वास प्रस्ताव लाने की बात कही। पार्षदों ने कहा कि मंजू हुड्डा करीब पौने 2 साल से जिला परिषद की चेयरपर्सन हैं, लेकिन 10 पार्षद उनकी कार्यप्रणाली से संतुष्ट नहीं हैं। इसलिए वे जिला परिषद की चेयरपर्सन पद से हटाना चाहते हैं। डीसी को ज्ञापन सौंपने से करीब 15 दिन पहले मंजू हुड्डा ने 5 पार्षदों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए उन्हें डिबार (मीटिंग में भाग लेने पर पाबंदी) कर दिया था। पार्षदों पर मीटिंग में हंगामा व बदतमीजी करने का आरोप था। डिबार होने वालों में जिला परिषद के उपाध्यक्ष अनिल हुड्डा, वार्ड नंबर 8 के पार्षद धीरज, वार्ड नंबर 1 के पार्षद अमित रांगी, वार्ड नंबर 14 के पार्षद सोनू व वार्ड 11 की पार्षद दीपिका शामिल थीं। पिता पुलिस अफसर और पति गैंगस्टर रहे मंजू हुड्डा पुलिस अफसर की बेटी हैं। दिवंगत प्रदीप यादव हरियाणा पुलिस में ASI के पद पर तैनात थे। उनकी SI पद पर पदोन्नति हो गई थी, लेकिन इससे पहले उनका देहांत हो गया। मंजू के पति राकेश सरकारी गैंगस्टर रहे हैं। दोनों की शादी 2020 में हुई थी। मंजू हुड्डा के पति गैंगस्टर राजेश सरकारी के खिलाफ हत्या, हत्या का प्रयास, अपहरण, लूट सहित अन्य धाराओं के तहत केस दर्ज हैं। राजेश सरकार करीब 13-14 साल की उम्र में हत्या के केस में जेल गया था। इसके बाद वह अपराध के दलदल में फंसा। हत्या सहित अन्य आपराधिक मामलों में उसका नाम आया। इस कारण करीब 20 साल तक वह जेल में रहा। पति के आपराधिक बैकग्राउंड पर मंजू हुड्डा का कहना है, ‘यह उनका (राजेश सरकारी) अतीत था। अब वह ऐसा कुछ नहीं करते। मुझे अपने पति से बहुत कुछ सीखने मिला है। गलत के खिलाफ आवाज उठाना मैंने उनसे ही सीखा है। जनता की बढ़-चढ़कर सेवा करना और मदद करना भी मैंने उनसे ही सीखा है।’
हरियाणा में SHO ने थाने में लोगों को धक्के मारे:झगड़े की शिकायत लेकर आए थे, VIDEO सामने आने के बाद लाइनहाजिर
हरियाणा में SHO ने थाने में लोगों को धक्के मारे:झगड़े की शिकायत लेकर आए थे, VIDEO सामने आने के बाद लाइनहाजिर हरियाणा के पानीपत के पुलिस थाने में तैनात SHO ने झगड़े की शिकायत लेकर आए लोगों को सरेआम धक्के मारे। उसने महिलाओं को भी नहीं छोड़ा और कोहनी से मारने की कोशिश की। इस दौरान लोगों ने इसकी वीडियो बना ली। जिसमें दिख रहा है कि 2 पक्षों में थाने के भीतर कोई विवाद होता है। एक पक्ष का आदमी अंदर जाता है। थोड़ी देर में SHO उसके साथ बाहर आता है। इसके बाद वहां खड़े लोगों को धक्के मारकर बाहर निकालना शुरू कर देता है। वीडियो सामने आने के बाद SP लोकेंद्र सिंह ने समालखा थाने के SHO कैलाश चंद्र को लाइनहाजिर कर दिया है। उसकी जगह अब सब इंस्पेक्टर विनोद कुमार को थाने का चार्ज दिया गया है। साथ ही वीडियो में दिख रहे दूसरे पुलिस कर्मचारियों के खिलाफ जांच की जा रही है। युवक ने बताया- मेरे बच्चों को घर में घुसकर पीटा, पुलिस नहीं आई
मछरौली गांव के संदीप ने बताया कि 2 जनवरी को मैं और मेरी पत्नी घर पर नहीं थे। मेरे बच्चों के साथ घर में घुसकर मारपीट की गई। बच्चों ने पुलिस को डायल–112 पर कॉल की लेकिन वह नहीं आए। 3 जनवरी को उन्होंने फिर मेरा लड़का खेल रहा था तो उसे भगा–भगाकर पीटा। थाने आए तो शिकायत नहीं ली
जब वे थाने में आए उनकी शिकायत नहीं ली गई। उलटा पुलिस वालों ने दुर्व्यवहार किया। मेरे बड़े भाई और भतीजे को धक्के मारकर थाने में अंदर कर दिया। उनके साथ मारपीट की गई। हमारी मांग है कि एसएचओ और थाने के पुलिस वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। इस मामले में हम SP के पास गए। अब डीएसपी के पास आए। सुनवाई न हुई तो आगे भी जाएंगे। महिला बोली- SHO ने जातिसूचक शब्द भी कहे
संदीप की पत्नी सुमन ने बताया कि 3 जनवरी को वह थाने में आए थे तो पुलिस ने कहा कि वे दूसरी पार्टी को बुला रहे हैं। उन्होंने आते ही विवाद शुरू कर दिया। थोड़ी देर में SHO आए। उन्होंने किसी की सुनवाई नहीं की और जेठ व उनके लड़के को अंदर डाल दिया। हमने एसएचओ के पैर भी पकड़े। एसएचओ ने जातिसूचक शब्द भी कहे। समिति अध्यक्ष ने बताया पूरा मामला
पहले 2 जनवरी को झगड़ा हुआ: संपूर्ण वाल्मिकी जीर्णोद्धार समिति के प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल ने कहा कि 2 जनवरी को मछरौली में पड़ोसियों का आपस में झगड़ा हुआ था। 2 जनवरी को इन्होंने थाने में शिकायत दी। पुलिस को बताया कि हमारे साथ झगड़ा किया है। 3 जनवरी को फिर मारपीट की, समझौता हुआ
3 जनवरी को फिर संदीप के बच्चों के मारपीट की गई। 3 जनवरी को ये लोग शिकायत देने आए। एक पंचायत मेंबर सुभाष वाल्मीकि भी दोनों पक्षों में समझौता कराने के लिए साथ आया था। वहां मौके पर पंचायती तौर पर समझौता हो गया था। SHO ने पंचायत मेंबर को भी बंद कर दिया
वहां एसएचओ समालखा ने किसी प्रेशर में आकर हमारे पंचायत मेंबर को भी धक्के मारकर हवालात में बंद कर दिया। उनके खिलाफ पर्चा दर्ज कर कार्रवाई भी कर दी। जब लड़की कहने लगी कि उन्हें छोड़ दो तो उसके ऊपर भी हाथ उठाने की कोशिश की। जिसे दूसरे कर्मचारी ने रोका। DSP ने जांच का भरोसा दिया
उन्होंने कहा कि हम DSP समालखा से मिले। उन्होंने हमारी बात सुनी और शिकायत देखी। उन्होंने जांच का भरोसा दिया है। हमारी मांग ये है कि इस मामले में भाईचारा भले ही समझौता कर ले लेकिन हम एसएचओ के दुर्व्यवहार को बर्दाश्त नहीं करेंगे। उसके खिलाफ आंदोलन कर कार्रवाई कराएंगे।
पानीपत में जच्चा-बच्चा की मौत:अस्पताल आते वक्त हो चुकी थी आधी डिलीवरी; बीपी अधिक डाउन होने से नहीं बची जान
पानीपत में जच्चा-बच्चा की मौत:अस्पताल आते वक्त हो चुकी थी आधी डिलीवरी; बीपी अधिक डाउन होने से नहीं बची जान हरियाणा के पानीपत जिले में एक प्रसूता की डिलीवरी के दौरान मौत हो गई। नवजात ने भी दम तोड़ दिया। प्राथमिक जांच में प्रसूता की मौत का कारण ब्लड प्रेशर कम होना माना जा रहा है। अस्पताल से इसकी सूचना मतलौडा थाना पुलिस को दी है। साथ ही शव का पंचनामा भरवाकर शवगृह में रखवा दिया गया है। महिला का मंगलवार को पोस्टमॉर्टम होगा। पोस्टमॉर्टम के दौरान महिला की बच्चादानी की भी जांच होगी। साथ ही मौत के असल कारण पता चलेंगे। पुलिस आगामी कार्रवाई कर रही है। महिला की चौथी डिलीवरी थी, पहले है तीन बेटे जानकारी देते हुए अर्जुन ने बताया कि वह कि वह मूल रूप से पश्चिम बंगाल के दलसिंहपारा का रहने वाला है। हाल में वह पानीपत के गांव कवी में रहता है। वह तीन बेटों अभय, आशीष और अखिल का पिता है। वह कवी गांव में मुर्गा फार्म पर काम करता और यहीं पर परिवार के साथ रहता है। उसकी पत्नी रंजिता (35) नौ माह की गर्भवती थी। सोमवार सुबह रंजिता को लेबर पेन हुआ था। दोपहर उनके पास आशा कार्यकर्ता आई। वह रंजिता को लेकर कवी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर गई। यहां से डॉक्टरों ने रंजिता को सिविल अस्पताल रेफर कर दिया। जब वह शाम बाद रंजिता को लेकर सिविल अस्पताल पहुंचे तो डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।