पंजाब में मिशन इन्वेस्टमेंट के तहत 88.14 करोड़ रुपए का निवेश हुआ। कई नामी कंपनियों ने पंजाब में निवेश की दिलचस्पी दिखाई है। यह दावा पंजाब के उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री तरुनप्रीत सिंह सौंद ने किया है। उन्होंने बताया कि बहुत से बड़े उद्योग राज्य में अपनी इकाई स्थापित कर रहें हैं और कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय उद्योगपति यहां निवेश करने में रुचि दिखा रहे हैं। 2022 से अब तक 5574 निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं, जिससे 88014 करोड़ रुपए का निवेश होगा। इससे तकरीबन 401217 लोगों को रोजगार मिलेगा। इन कंपनियों ने पंजाब में किया निवेश पंजाब में टाटा स्टील लिमिटेड ने (2600 करोड़ रुपए), सनाथन पॉलीकोट प्राइवेट लिमिटेड ( 1600 करोड़ रुपए), अंबुजा सीमेंटस प्राइवेट लिमिटेड (1400 करोड़ रुपए), रुचिरा पेपर्स प्राइवेट लिमिटेड (1137 करोड़ रुपए), टोपन स्पैशलिटी फिल्मस प्राइवेट लिमिटेड (787 करोड़ रुपए), नैसले इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ( 583 करोड़ रुपए), हैप्पी फोर्जिंग्स प्राइवेट लिमिटेड (438 करोड़ रुपए), फरूडेनबर्ग ग्रुप ( 339 करोड़ रुपए), ओएकेमेटकोरप लिमिटेड ( 309 करोड़ रुपए) और कारगिल इंडिया प्राईवेट लिमिटेड ने (160 करोड़ रुपए) निवेश किया है। 58 हजार उद्योगों ने किया रजिस्ट्रेशन सीएम भगवंत मान ने कहा कि राज्य सरकार की नीतियां उद्योग समर्थकीय है और छोटे एवं मध्यवर्गीय उद्योगपति अपना कारोबार आज ही एक हल्फिया बयान देकर शुरू कर सकते हैं और जरूरी दस्तावेजी प्रक्रिया 3 सालों के अंदर पूरी की जा सकती है। सौंद ने बताया कि राज्य का “इनवेस्ट पंजाब” पोर्टल अपनी कारगुजारी से 28 राज्यों में से पहला स्थान रखता है और इस पर 58 हजार के करीब छोटे और मध्यवर्गीय नए उद्योगों ने रजिस्ट्रेशन करवाई है, जो कि अपने आप में एक रिकार्ड है। इससे पहले सीएम ने जर्मनी का दौरा किया था पंजाब सरकार की ओर से निवेशकों को राज्य में लाने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में सीएम ने वर्ष 2022 में जर्मनी का दौरा किया था। इसके बाद कई कंपनियों ने निवेश में रुचि दिखाई। राजपुरा समेत कई कंपनियों ने निवेश किया है। वहीं, टाटा कंपनी लुधियाना में अपना प्लांट लगा रही है। पंजाब में मिशन इन्वेस्टमेंट के तहत 88.14 करोड़ रुपए का निवेश हुआ। कई नामी कंपनियों ने पंजाब में निवेश की दिलचस्पी दिखाई है। यह दावा पंजाब के उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री तरुनप्रीत सिंह सौंद ने किया है। उन्होंने बताया कि बहुत से बड़े उद्योग राज्य में अपनी इकाई स्थापित कर रहें हैं और कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय उद्योगपति यहां निवेश करने में रुचि दिखा रहे हैं। 2022 से अब तक 5574 निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं, जिससे 88014 करोड़ रुपए का निवेश होगा। इससे तकरीबन 401217 लोगों को रोजगार मिलेगा। इन कंपनियों ने पंजाब में किया निवेश पंजाब में टाटा स्टील लिमिटेड ने (2600 करोड़ रुपए), सनाथन पॉलीकोट प्राइवेट लिमिटेड ( 1600 करोड़ रुपए), अंबुजा सीमेंटस प्राइवेट लिमिटेड (1400 करोड़ रुपए), रुचिरा पेपर्स प्राइवेट लिमिटेड (1137 करोड़ रुपए), टोपन स्पैशलिटी फिल्मस प्राइवेट लिमिटेड (787 करोड़ रुपए), नैसले इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ( 583 करोड़ रुपए), हैप्पी फोर्जिंग्स प्राइवेट लिमिटेड (438 करोड़ रुपए), फरूडेनबर्ग ग्रुप ( 339 करोड़ रुपए), ओएकेमेटकोरप लिमिटेड ( 309 करोड़ रुपए) और कारगिल इंडिया प्राईवेट लिमिटेड ने (160 करोड़ रुपए) निवेश किया है। 58 हजार उद्योगों ने किया रजिस्ट्रेशन सीएम भगवंत मान ने कहा कि राज्य सरकार की नीतियां उद्योग समर्थकीय है और छोटे एवं मध्यवर्गीय उद्योगपति अपना कारोबार आज ही एक हल्फिया बयान देकर शुरू कर सकते हैं और जरूरी दस्तावेजी प्रक्रिया 3 सालों के अंदर पूरी की जा सकती है। सौंद ने बताया कि राज्य का “इनवेस्ट पंजाब” पोर्टल अपनी कारगुजारी से 28 राज्यों में से पहला स्थान रखता है और इस पर 58 हजार के करीब छोटे और मध्यवर्गीय नए उद्योगों ने रजिस्ट्रेशन करवाई है, जो कि अपने आप में एक रिकार्ड है। इससे पहले सीएम ने जर्मनी का दौरा किया था पंजाब सरकार की ओर से निवेशकों को राज्य में लाने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में सीएम ने वर्ष 2022 में जर्मनी का दौरा किया था। इसके बाद कई कंपनियों ने निवेश में रुचि दिखाई। राजपुरा समेत कई कंपनियों ने निवेश किया है। वहीं, टाटा कंपनी लुधियाना में अपना प्लांट लगा रही है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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बठिंडा बस हादसे के मृतकों के परिजनों को 3-3 लाख:सीएम मान ने की घोषणा; केंद्र सरकार ने 2-2 लाख देने का किया ऐलान
बठिंडा बस हादसे के मृतकों के परिजनों को 3-3 लाख:सीएम मान ने की घोषणा; केंद्र सरकार ने 2-2 लाख देने का किया ऐलान पंजाब के बठिंडा जिले के तलवंडी साबो में शुक्रवार को प्राइवेट कंपनी की बस (PB 11 DB- 6631) बेकाबू होकर नाले में गिर गई थी। जिसमें ड्राइवर समेत 8 लोगों की मौत हो गई। जबकि 24 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। मरने वालों में 2 साल की बच्ची और उसकी मां भी शामिल थी। अब पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मृतकों के परिवारों को 3-3 लाख देने की घोषणा कर दी है। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने सोशल मीडिया पर इसकी जानकारी सांझा करते हुए कहा कि, बीते दिनों बठिंडा के तलवंडी साबो रोड पर स्थित लसाड़ा ड्रेन में एक निजी बस दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। हादसे के दौरान अपनी जान गंवा चुके यात्रियों के परिवारों को पंजाब सरकार द्वारा 3-3 लाख रुपए सहायता राशि दी जाएगी और ज़ख्मी हुए यात्रियों का पूरा इलाज मुफ्त करवाया जाएगा। हमारी सरकार राज्य के लोगों के हर सुख-दुख में उनके साथ खड़ी है। बीते दिन प्रधानमंत्री ने किया था ऐलान घटना के बाद बीते दिन ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से आर्थिक सहायता का ऐलान किया गया था। घोषणा के अनुसार प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से मृतक के परिजनों को 2 लाख और घायलों को 50 हजार रुपए की आर्थिक मदद दी जानी है। तेज स्पीड से बस चला रहा था ड्राइवर बठिंडा के DC शौकत अहमद पर्रे ने बताया कि बस में सवार यात्रियों ने बताया कि ड्राइवर बस को तेज स्पीड से चला रहा था। तभी सामने से एक बड़ा ट्राला आ गया। उससे बचने के लिए बस टर्न की गई, जिसकी वजह से यह हादसा हो गया। हादसा जीवन सिंह वाला गांव के पास हुआ था। बस सरदूलगढ़ से बठिंडा की तरफ जा रही थी। बस में करीब 50 लोग सवार थे। गांव के लोगों ने बचाए थे बस सवार पुलिस के मुताबिक न्यू गुरु काशी ट्रांसपोर्ट की बस सवारियों को लेकर बठिंडा की तरफ जा रही थी। जीवन सिंह वाला गांव के पास बस अचानक बेकाबू होकर नाले में पलट गई। इसके बाद बस में सवार लोगों में चीख पुकार मच गई। सूचना मिलते ही आसपास के लोग मौके पर पहुंचे थे और सीढ़ियां लगा बस से सवारियों को निकाला। आसपास के लोगों ने ही पुलिस को भी इसकी सूचना दी थी।
कनाडा मंदिर हमला केस- गिरफ्तारी के बाद छोड़ा आरोपी:खालिस्तान समर्थक की रिहाई से बढ़ा विवाद, हिंदुओं ने जताया रोष
कनाडा मंदिर हमला केस- गिरफ्तारी के बाद छोड़ा आरोपी:खालिस्तान समर्थक की रिहाई से बढ़ा विवाद, हिंदुओं ने जताया रोष कनाडा के ब्रैम्पटन में हिंदू मंदिर में किए गए उपद्रव के मामले में कनाडा की पील पुलिस ने एक और आरोपी को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपी खालिस्तान समर्थक इंद्रजीत गोसाल के रूप में हुई है। आरोपी को पील पुलिस ने शुक्रवार को गिरफ्तार किया। जिसके बाद उसे जमानत पर छोड़ दिया गया। इसे लेकर हिंदुओं में काफी रोष है और हिंदु इस बात का विरोध कर रहे हैं। अधिकारियों ने कहा- 21 डिवीजन आपराधिक जांच ब्यूरो और जांच दल (SIT) द्वारा ब्रैम्पटन मंदिर में हिंसक प्रदर्शन में शामिल एक अन्य व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। अधिकारी बोले- शर्तों के साथ किया रिहा गिरफ्तारी के बाद आरोपी गोसाल को रिहा कर दिया गया था। अधिकारियों ने कहा- उसे शर्तों के साथ रिहा किया गया है और उसे बाद में ब्रैम्पटन में ओंटारियो कोर्ट ऑफ जस्टिस में पेश होना है। 3 नवंबर 2024 को पील क्षेत्रीय पुलिस ने ब्रैम्पटन में गोर रोड पर एक मंदिर में प्रदर्शन के दौरान हुए विवाद पर कार्रवाई की। जैसे-जैसे विरोधी पक्षों के बीच तनाव बढ़ता गया, प्रदर्शन शारीरिक और हमलावर होते गए। पुलिस ने प्रदर्शन के दौरान हुई कई घटनाओं की जांच शुरू की, जिनमें से कई वीडियो में कैद हो गईं। जिसमें लोगों पर हमला करने के लिए झंडे और डंडों का इस्तेमाल करने वाले व्यक्ति भी शामिल हैं। जिसमें ब्रैम्पटन के 35 वर्षीय इंद्रजीत गोसल की भी पहचान की गई थी। आरोपी को गिरफ्तार कर उससे पूछताछ की गई। 3 और 4 नवंबर की घटनाओं के दौरान आपराधिक घटनाओं की जांच करने के लिए समर्पित एक रणनीतिक जांच दल का गठन किया गया है। कनाडा में पहले भी मंदिरों पर हो चुके हमले कनाडा के ब्रैम्पटन शहर में उच्चायोग ने हिंदू सभा मंदिर के बाहर कॉन्सुलर कैंप लगाया था। यह कैंप भारतीय नागरिकों की जरूरतों को पूरा करने के लिए लगा था। इसमें जीवन प्रमाण पत्र जारी किए जा रहे थे। रिपोर्ट्स के मुताबिक 1984 में हुए सिख विरोधी दंगों के 40 साल पूरे होने को लेकर प्रोटेस्ट कर रहे खालिस्तानी वहां पहुंचे और उन्होंने लोगों पर हमला कर दिया। कनाडा में पिछले कुछ समय से हिंदू मंदिरों और समुदाय के लोगों को निशाना बनाए जाने से भारतीय समुदाय चिंतित है। पिछले कुछ सालों में ग्रेटर टोरंटो एरिया, ब्रिटिश कोलंबिया और कनाडा में बाकी जगहों पर हिंदू मंदिरों को नुकसान पहुंचाया गया है। PM मोदी ने उक्त हमले का किया था विरोध प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कनाडा में हिंदू मंदिर पर हुए इस हमले की कड़ी निंदा की थी। उन्होंने कहा था कि हमें कनाडा सरकार से कार्रवाई की उम्मीद है। ऐसी घटनाएं हमें कमजोर नहीं कर सकती। पीएम मोदी ने लिखा था कि मैं कनाडा में हिंदू मंदिर पर जानबूझकर किए गए हमले की कड़ी निंदा करता हूं। हमारे डिप्लोमेट्स को डराने के कायरतापूर्ण प्रयास भी उतने ही निंदनीय हैं। ऐसे हिंसक कृत्य भारत के संकल्प को कभी कमजोर नहीं कर सकते। हमें उम्मीद है कि कनाडा सरकार न्याय सुनिश्चित करेगी और कानून के शासन को बनाए रखेगी। कनाडाई पीएम ने भी घटना की निंदा की थी इस बारे में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भी निंदा की थी। जिसमें उन्होंने ब्रैम्पटन में हिंदू सभा मंदिर में हुई हिंसा को स्वीकार नहीं किया जा सकता। हर कनाडाई को अपने धर्म का स्वतंत्र और सुरक्षित तरीके से पालन करने का अधिकार है। घटना के बाद से इलाके में तनाव है। भारी संख्या में पुलिस की तैनाती की गई है। पील रीजनल पुलिस चीफ निशान दुरईप्पा ने लोगों से संयम बरतने की अपील की है। भारत का आरोप- वोट बैंक के लिए भारत विरोधी राजनीति कर रहे PM ट्रूडो भारत और कनाडा के बीच संबंधों में एक साल से भी ज्यादा समय से गिरावट देखी गई है। इसकी शुरुआत जून 2020 में खालिस्तानी समर्थक नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद हुई। पिछले साल सितंबर में PM ट्रूडो ने संसद में आरोप लगाया कि निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंसी का हाथ है। इसके बाद ट्रूडो ने पिछले महीने 13 अक्टूबर निज्जर हत्याकांड में भारतीय राजनयिकों के शामिल होने का आरोप लगाया था। इसके बाद भारत ने संजय वर्मा समेत अपने 6 राजनयिकों को वापस बुला लिया। भारत का कहना है कि कनाडा सरकार के आरोप बेबुनियाद हैं। कनाडा ने भारत सरकार के साथ एक भी सबूत साझा नहीं किया है। वे बिना तथ्य के दावे कर रहे हैं। ट्रूडो सरकार राजनीतिक लाभ उठाने के लिए जानबूझकर भारत को बदनाम करने की कोशिश में जुटी है। भारत के विदेश मंत्रालय ने पिछले महीने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि PM ट्रूडो की भारत से दुश्मनी लंबे समय से जारी है। उनके मंत्रिमंडल में ऐसे लोग शामिल हैं जो खुले तौर पर चरमपंथी संगठनों से जुड़े हुए हैं।
पंजाब आएगी 16वें वित्त आयोग की टीम:सरकार प्लानिंग बनाने में जुटी, आज हाई लेवल मीटिंग, तैयार होगी प्रेजेंटेंशन
पंजाब आएगी 16वें वित्त आयोग की टीम:सरकार प्लानिंग बनाने में जुटी, आज हाई लेवल मीटिंग, तैयार होगी प्रेजेंटेंशन केंद्र सरकार से पंजाब को आने वाले समय में अच्छे फंड मिल पाए, साथ ही राज्य में चल रहे प्रोजेक्ट रफ्तार पकड़े। इसे लेकर पंजाब सरकार पूरी रणनीति से जुट गई है। 22 और 23 जुलाई को 16वें वित्त आयोग की टीम पंजाब आने वाली है। इस टीम के सामने प्रेजेंटेशन देने के लिए आज एक हाई लेवल मीटिंग होने जा रही है। मीटिंग में सीएम भगवंत मान, वित्तमंत्री हरपाल सिंह चीमा समेत कई अधिकारी हाजिर रहेंगे। मीटिंग के लिए हो रही है यह तैयारी आयोग के पंजाब दौरे को काफी अहम माना जा रहा है, क्योंकि गत समय में पंजाब के स्रोत कम होने का मुद्दा भी आयोग के साथ बैठक में उठेगा। जीएसटी लागू होने से आय के सभी स्रोत केंद्र के पास चले गए हैं। इससे भी सरकार को घाटा हो रहा है। ऐसा कोई सेक्टर नहीं है, जिससे सरकार की आय हो सके। इसके अलावा आरडीएफ के 6700 करोड़ रुपए, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन फंड के 650 करोड़ रुपए, विशेष पूंजी सहायता के 1600 करोड़ रुपए और पीएमश्री योजना के 515.55 करोड़ रुपए शामिल हैं। हालांकि कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार की सरकार के समय 15वें वित्त आयोग से 2500 करोड़ रुपए मिले थे। आयोग की फंड जारी करने में अहम भूमिका केंद्रीय वित्त आयोग देश का सबसे ताकतवर और प्रभावशाली आयोग माना जाता है। केंद्र से राज्य को कितना बजट मिलना है इसके अलावा केंद्र और राज्यों के बीच टैक्स का वितरण से लेकर अन्य सभी चीजों का निर्धारण आयोग करता है। आयोग का काम केंद्र और राज्यों की वित्तीय स्थितियों का मूल्यांकन करना, उनके बीच टैक्स के बंटवारे की सिफारिश करना और राज्यों के बीच टैक्स के वितरण की रूपरेखा तय करना है।