दिल्ली चुनाव में मतदान को लेकर कैसी है तैयारी? वोटिंग से पहले तस्वीरों में देखिए झलक दिल्ली चुनाव में मतदान को लेकर कैसी है तैयारी? वोटिंग से पहले तस्वीरों में देखिए झलक दिल्ली NCR ‘झूठ बोल रहे हैं हिमाचल के CM सुक्खू’, सरकार पर बरसे बीजेपी विधायक रणधीर शर्मा
Related Posts
बंदी छोड़ दिवस के लिए अकाल तख्त साहिब से आदेश:कहा- सिख नरसंहार की याद में घी के दीये जलाएं; बिजली की सजावट से बचें
बंदी छोड़ दिवस के लिए अकाल तख्त साहिब से आदेश:कहा- सिख नरसंहार की याद में घी के दीये जलाएं; बिजली की सजावट से बचें पंजाब के अमृतसर में गोल्डन टेंपल स्थित श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने सिख समुदाय के लिए बंदी छोड़ दिवस के अवसर पर एक महत्वपूर्ण निर्देश जारी किया है। उन्होंने 1 नवंबर 2024 को गुरु हरगोबिंद साहिब जी की याद में केवल घी के दीये जलाने की सलाह दी है और किसी भी प्रकार की बिजली की सजावट न करने का अनुरोध किया है। यह निर्देश 1 नवंबर 1984 को हुए सिख नरसंहार की 40वीं बरसी के मद्देनजर दिया गया है। ज्ञानी रघबीर सिंह ने घोषणा की है कि इस साल केवल गोल्डन टेंपल और श्री अकाल तख्त साहिब पर ही बिजली की सजावट की जाएगी। दुनिया भर की सिख संगत को सलाह दी गई है कि वे अपने घरों और गुरुद्वारों में केवल घी के दीये जलाएं और बिजली की सजावट से परहेज करें। अकाल तख्त साहिब के सचिवालय द्वारा जारी एक लिखित बयान में उन्होंने 1984 के सिख नरसंहार को याद किया, जो कांग्रेस सरकार के शासन के दौरान हुआ था। 110 शहरों में हुआ था सिख नरसंहार ज्ञानी रघबीर सिंह ने कहा कि दिल्ली सहित देश के 110 शहरों में सिखों का नरसंहार किया गया और इसे एक “सिख नरसंहार” के रूप में स्वीकार किया जाना चाहिए। ज्ञानी रघबीर सिंह ने इस घटना को सिख समुदाय के लिए एक गहरे घाव के रूप में याद किया जो आने वाली पीढ़ियों तक उनके मन में रहेगा। उन्होंने कहा कि 1 नवंबर का दिन बंदी छोड़ दिवस के रूप में भी मनाया जाता है, जो श्री गुरु हरगोबिंद साहिब जी के ग्वालियर किले से रिहाई और श्री अमृतसर साहिब आगमन की याद में मनाया जाता है। दिल्ली में बिगड़े थे हालात 1984 का सिख नरसंहार भारत के इतिहास का एक ऐसा काला अध्याय है जो सिख समुदाय के लिए गहरे दर्द और त्रासदी के रूप में आज भी ताजा है। यह नरसंहार 31 अक्टूबर 1984 को तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की उनके दो सिख अंगरक्षकों द्वारा हत्या के बाद शुरू हुआ था। इंदिरा गांधी की हत्या की खबर फैलते ही दिल्ली और अन्य प्रमुख शहरों में सिख समुदाय के खिलाफ हिंसा की आग भड़क उठी। भीड़ ने घरों, गुरुद्वारों, दुकानों और संपत्तियों को निशाना बनाना शुरू किया, सिख पुरुषों, महिलाओं और बच्चों को मार डाला और संपत्तियों को जला दिया। कई जगहों पर ट्रेन के डिब्बों में सिखों को जलाया गया और उनके घरों को तबाह कर दिया गया। जान-माल का भारी नुकसान और भय का माहौल अधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली में लगभग 3000 से अधिक सिखों की हत्या कर दी गई थी, जबकि अन्य शहरों में भी हिंसा फैल गई। हालांकि, अनौपचारिक आंकड़े इससे कहीं अधिक हैं, क्योंकि हिंसा के बाद के कई वर्षों तक सटीक आंकड़ों का अभाव रहा। सिख समुदाय के घरों, गुरुद्वारों, दुकानों और अन्य संपत्तियों को भी बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचा।
लखनऊ में 6 सिलेंडर ब्लास्ट, 50 फीट ऊंची लपटें:एक-एक कर होते रहे लगातार धमाके; जूते-चप्पल की दुकान में होती थी अवैध रिफिलिंग
लखनऊ में 6 सिलेंडर ब्लास्ट, 50 फीट ऊंची लपटें:एक-एक कर होते रहे लगातार धमाके; जूते-चप्पल की दुकान में होती थी अवैध रिफिलिंग लखनऊ के हरदोईया बाजार में 6 सिलेंडर ब्लास्ट होने से दुकान में आग लग गई। दुकान पंकज (50) की है। वह मितौली गांव नगराम का रहना वाला है। हादसे में दुकान संचालक का बेटा घायल हुआ है। दुकान में गैस सिलेंडर रिफिलिंग के साथ-साथ जूते-चप्पल भी बेचे जाते थे। हादसा रात 9 बजे सुनील मेडिकल स्टोर के सामने हुआ। 6 सिलेंडरों में धमाका होने के बाद लोग डर गए। वह दुकान के नजदीक नहीं जा रहे थे। घायल ने बताया कि एक के बाद एक लगातार ब्लास्ट हो रहा था। आग की लपटें 50 फीट से अधिक ऊंची उठी थी। भीतर छोटे-बड़े कुल 11 सिलेंडर थे। गैस सिलेंडर की होती थी अवैध रिफिलिंग
धमाके के बाद इलाके में अफरा-तफरी मच गई। मौके पर पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम पहुंची। आस-पास के लोगों को सुरक्षित जगह पर ले जाया गया। बताया जा रहा है कि गैस सिलेंडर की अवैध रिफिलिंग की जाती थी। पुलिस का कहना है कि फिलहाल, स्थिति पर काबू पा लिया गया है। दुकान पर चल रहे कारोबार की जांच की जाएगी। कुछ दुकानें नई, कुछ पुरानी
दुकान जिस जगह पर है, वहां पूरी मार्केट है। इसमें दो तरह की दुकानें हैं। कई सालों से बनी पुरानी दुकानें और कुछ नई दुकानें। पंकज की दुकान पुरानी और जर्जर थी। इस वजह से दुकान में रखा पूरा सामान जलकर खाक हो गया है। दुकान संचालक के बेटे प्रभात (22) का हाथ और मुंह झुलस गया है। उसे नजदीकी अस्पताल से सिविल हॉस्पिटल रेफर किया गया। चाय बनाते समय लगी आग
जब घटना हुई तब दुकान पर पंकज का बेटा था। दुकान बंद करने से पहले उसने चाय बनाई। पास में प्लास्टिक की चप्पल रखी थी। पहले पॉलीथीन में आग लगी। प्रभात पहले खुद से आग पर काबू पाने का प्रयास किया। जब तक वह बुझा पाता इससे पहले एक सिलेंडर आग की चपेट में आ गया। सिलेंडर ब्लास्ट होते ही आस-पास के दुकानदार भागकर पहुंचे। प्रभात को दुकान से बाहर निकालने का प्रयास किया। तब तक दो-तीन ब्लास्ट हो गए। इस डर के कारण लोगों ने पुलिस और फायर ब्रिगेड को सूचना दी। तब तक कुछ लोग हिम्मत दिखाते हुए घायल प्रभात को दुकान से बाहर निकाल लिया। तस्वीरों में देखिए आग से दहशत तस्वीर- 1. आग की लपटें लगभग 20 फीट उंची थी। लोग काफी भयभीत थे। तुरंत पुलिस और फायर ब्रिगेड को जानकारी दी गई। तस्वीर- 2. घायल प्रभात को दुकान से बाहर निकाल कर अस्पताल पहुंचाया गया। तस्वीर- 3. मौके पर पहुंची फायर टीम ने आग पर काबू पाने का प्रयास किया। तस्वीर- 4. 6 सिलेंडरों में धमाका हुआ है। अंदर 11 और सिलेंडर होने की संभावना जताई जा रही है। यह खबर भी पढ़ें… लखनऊ के बजाज शोरूम में लगी भीषण आग:पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर, आग लगने के कारणों की जांच शुरू हरदोई रोड स्थित जेपीएस बजाज शोरूम ठाकुरगंज में भीषण आग लग गई। मौके पर स्थानीय पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम ने सतर्कता दिखाते हुए तुरंत आग पर काबू पा लिया। आग लगने का कारण अभी स्पष्ट नहीं हो सका है, लेकिन पुलिस और फायर ब्रिगेड की सतर्कता से कोई जनहानि नहीं हुई है। पूरी खबर पढ़ें…
शिमला में 70 मीटर गहरी खाई में गिरी पिकअप:एक की मौत, दूसरा घायल; एक बच्चे के सिर से उठा पिता का साया
शिमला में 70 मीटर गहरी खाई में गिरी पिकअप:एक की मौत, दूसरा घायल; एक बच्चे के सिर से उठा पिता का साया शिमला के रामपुर के पिकअप बेकाबू हो कर 70 मीटर गहरी खाई में जा रही। हादसे में एक व्यक्ति की मौत हो गई है। जबकि दूसरा गंभीर घायल है। पिकअप गाड़ी शोलो से खनोग की तरफ जा रही थी। जो मोड पर अचानक बेकाबू हो गई। मृतक का एक 5 साल का बच्चा है। हादसा बुधवार देर शाम को ननखड़ी के गड़ासू कैंची के पास हुआ है। मृतक की पहचान राकेश कुमार (37) निवासी गांव शोली जिला शिमला के रूप में हुई है। जबकि अमित कुमार घायल है, जिसे प्राथमिक उपचार के बाद रामपुर के खनेरी अस्पताल रेफर किया गया है। हादसे की जानकारी मिलते ही स्थानीय ग्रामीणों और पुलिस की टीम ने मौके पर पहुंच कर राहत कार्य शुरू किया। घायलों को उपचार के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बेलूपुल पहुंचाया गया। यहां पर डॉक्टरों ने राकेश कुमार को मृत घोषित कर दिया। डीएसपी रामपुर नरेश शर्मा ने कहा कि पुलिस ने मामला दर्ज कर हादसे के कारणों की छानबीन शुरू कर दी है। मृतक के शव का पोस्टमॉर्टम करवाया जा रहा है। उसके परिजनों को को सूचना दी गई है।