देशभर की निगाहें आज (बुधवार को) दिल्ली विधानसभा चुनाव पर रहेंगी, लेकिन यूपी में इससे ज्यादा मिल्कीपुर का चुनाव महत्वपूर्ण है। सीएम योगी और सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के लिए यह बड़ी लड़ाई है। भाजपा ने मिल्कीपुर का उपचुनाव जीतने के लिए बूथ मैनेजमेंट पर फोकस किया है। वहीं, सपा ने यादव और मुस्लिम वोटों को बचाने के लिए ताकत लगाई है। मिल्कीपुर उपचुनाव राजनीतिक दलों की अस्तित्व और प्रतिष्ठा के लिए चुनौती है। निश्चित तौर पर इस उपचुनाव के नतीजे 2027 के विधानसभा चुनाव को प्रभावित करेंगे। मिल्कीपुर सीट पर भाजपा के चंद्रभानु पासवान और सपा के अजीत प्रसाद के बीच सीधा मुकाबला है। 2022 में सपा के अवधेश प्रसाद ने भाजपा के बाबा गोरखनाथ को हराया था। 2024 लोकसभा चुनाव में अवधेश प्रसाद अयोध्या के सांसद चुने गए। मिल्कीपुर विधायक पद से उनके इस्तीफे के बाद यहां उपचुनाव हो रहा है। नवंबर, 2024 में 9 सीटों पर हुए उपचुनाव में भाजपा ने 7 सीटें जीती थी। पिछले उपचुनाव में जीत से उत्साहित भाजपा ने मिल्कीपुर सीट भी सपा से छीनने के लिए पूरी ताकत लगाई है। सोमवार शाम चुनाव प्रचार का समय समाप्त होने के बाद जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह और सहकारिता मंत्री जेपीएस राठौर बूथ मैनेजमेंट में जुट गए। भाजपा ने 2022 और 2024 चुनाव के आधार पर बूथों को ए, बी और सी श्रेणी में बांटा है। ए श्रेणी के बूथ वह हैं, जहां भाजपा को भारी जीत मिली थी। बी श्रेणी के बूथ वह हैं, जहां भाजपा को कम अंतर से जीत मिली थी। सी श्रेणी के बूथ वह हैं, जहां भाजपा हारी थी। पार्टी सूत्रों के मुताबिक ए और बी श्रेणी के बूथों पर अधिक से अधिक मतदान कराने की रणनीति है। वहीं सी श्रेणी के बूथों के मतदान पर नजर रखकर फर्जी मतदान रोकने, संदिग्ध मतदाताओं या लोगों पर नजर रखी जाएगी। ब्राह्मण वोट होंगे निर्णायक
मिल्कीपुर में एक लाख दलित वोटर्स का सपा और बसपा में बंटना तय है। ठाकुर मतदाता एकतरफा भाजपा के पक्ष में लामबंद है। वहीं, पिछड़ी जातियों के मतदाता भी दोनों दलों के साथ हैं। दलितों के बाद सबसे ज्यादा संख्या ब्राह्मण मतदाताओं की है। उपचुनाव में ब्राह्मण मतदाता निर्णायक भूमिका अदा करेंगे। ये जिसके साथ जाएंगे, उसका पलड़ा भारी होगा। यही वजह है, सरकार और भाजपा संगठन ने अयोध्या के ब्राह्मण नेता इंद्रप्रताप तिवारी उर्फ खब्बू तिवारी को कमान सौंपी है। राम मंदिर के मुद्दे पर हर बार हारी भाजपा
वरिष्ठ पत्रकार इंद्रभूषण पांडेय का कहना है- भाजपा ने मिल्कीपुर उपचुनाव में भी अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को मुद्दा बनाया है। भाजपा नेताओं ने कहा कि राम मंदिर निर्माण के बाद भी अयोध्या में भाजपा की हार से बदनामी हुई है। उस बदनामी को दूर करने के लिए मिल्कीपुर में जीत जरूरी है। पांडेय का कहना है कि 1992 में विवादित ढांचा ढहाने के बाद जब भी भाजपा ने राम मंदिर को चुनावी मुद्दा बनाया। भाजपा को हार का सामना करना पड़ा है। उन्होंने कहा कि 2019 में राम मंदिर के शिलान्यास के बाद 2022 में यूपी में भाजपा की सीटें घट गईं। वरिष्ठ पत्रकार आनंद राय का कहना है- मिल्कीपुर का चुनाव दो वजह से प्रतिष्ठा का सवाल है। पहली- रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद अयोध्या में भाजपा की हार हुई। भाजपा के सामने मिल्कीपुर जीतकर उस हार का बदला लेने की चुनौती है। दूसरी- अखिलेश यादव को साख बचानी है। अयोध्या जीत के बाद सपा को जो ऊर्जा मिली थी, उसे बरकरार रखना होगा। भाजपा ने परिवारवाद के सामने राष्ट्रवाद का नारा बुलंद किया है। इस राष्ट्रवाद में राम मंदिर भी शामिल है। पीएम मोदी प्रयागराज से मतदाताओं को साधेंगे
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को संगम में डुबकी लगाने आ रहे हैं। मोदी संगम में डुबकी लगाने के साथ ही दिल्ली विधानसभा चुनाव और मिल्कीपुर सहित अन्य सीटों के उपचुनाव में मतदाताओं को साधने का प्रयास करेंगे। जानकारों का मानना है कि मोदी प्रयागराज से ऐसा कोई संदेश देंगे जिसका असर लंबे समय तक रहेगा। मोदी करीब आधा दिन प्रयागराज में रहेंगे। यह वही समय होगा, जब दिल्ली और मिल्कीपुर में मतदान की गति बढ़ेगी। आयोग ने पुख्ता इंतजाम किए
भारत निर्वाचन आयोग ने मिल्कीपुर उपचुनाव में निष्पक्ष मतदान के लिए इंतजाम किए हैं। एक सामान्य प्रेक्षक, एक पुलिस प्रेक्षक और एक व्यय प्रेक्षक तैनात किया है। 41 सेक्टर मजिस्ट्रेट, 4 जोनल मजिस्ट्रेट और 71 माइक्रो पर्यवेक्षक नियुक्त किए हैं। मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने बताया कि पर्याप्त मात्रा में अर्द्धसैनिक बल तैनात किए हैं। स्ट्रॉन्ग रूम की सुरक्षा जिम्मेदारी भी अर्द्धसैनिक बलों को दी जाएगी। 210 मतदान स्थलों की लाइव वेबकास्टिंग की जाएगी। 25 मतदान केंद्रों पर वीडियोग्राफी की जाएगी। ————————– यह खबर भी पढ़ें अयोध्या सांसद बोले- हमारे नेता अरेस्ट किए जा रहे, मिल्कीपुर में भाजपा वोटरों को धमका रही; सपा ने कहा- रेड कार्ड थमाए जा रहे मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव की वोटिंग से ठीक पहले सपा सांसद अवधेश प्रसाद ने भाजपा पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा- भाजपा कार्यकर्ता मतदाताओं को डरा रहे हैं। भाजपा के पक्ष में वोटिंग करने को लेकर धमकी दे रहे हैं। सपा के स्थानीय नेताओं को गिरफ्तार किया जा रहा है। यहां पढ़ें पूरी खबर देशभर की निगाहें आज (बुधवार को) दिल्ली विधानसभा चुनाव पर रहेंगी, लेकिन यूपी में इससे ज्यादा मिल्कीपुर का चुनाव महत्वपूर्ण है। सीएम योगी और सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के लिए यह बड़ी लड़ाई है। भाजपा ने मिल्कीपुर का उपचुनाव जीतने के लिए बूथ मैनेजमेंट पर फोकस किया है। वहीं, सपा ने यादव और मुस्लिम वोटों को बचाने के लिए ताकत लगाई है। मिल्कीपुर उपचुनाव राजनीतिक दलों की अस्तित्व और प्रतिष्ठा के लिए चुनौती है। निश्चित तौर पर इस उपचुनाव के नतीजे 2027 के विधानसभा चुनाव को प्रभावित करेंगे। मिल्कीपुर सीट पर भाजपा के चंद्रभानु पासवान और सपा के अजीत प्रसाद के बीच सीधा मुकाबला है। 2022 में सपा के अवधेश प्रसाद ने भाजपा के बाबा गोरखनाथ को हराया था। 2024 लोकसभा चुनाव में अवधेश प्रसाद अयोध्या के सांसद चुने गए। मिल्कीपुर विधायक पद से उनके इस्तीफे के बाद यहां उपचुनाव हो रहा है। नवंबर, 2024 में 9 सीटों पर हुए उपचुनाव में भाजपा ने 7 सीटें जीती थी। पिछले उपचुनाव में जीत से उत्साहित भाजपा ने मिल्कीपुर सीट भी सपा से छीनने के लिए पूरी ताकत लगाई है। सोमवार शाम चुनाव प्रचार का समय समाप्त होने के बाद जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह और सहकारिता मंत्री जेपीएस राठौर बूथ मैनेजमेंट में जुट गए। भाजपा ने 2022 और 2024 चुनाव के आधार पर बूथों को ए, बी और सी श्रेणी में बांटा है। ए श्रेणी के बूथ वह हैं, जहां भाजपा को भारी जीत मिली थी। बी श्रेणी के बूथ वह हैं, जहां भाजपा को कम अंतर से जीत मिली थी। सी श्रेणी के बूथ वह हैं, जहां भाजपा हारी थी। पार्टी सूत्रों के मुताबिक ए और बी श्रेणी के बूथों पर अधिक से अधिक मतदान कराने की रणनीति है। वहीं सी श्रेणी के बूथों के मतदान पर नजर रखकर फर्जी मतदान रोकने, संदिग्ध मतदाताओं या लोगों पर नजर रखी जाएगी। ब्राह्मण वोट होंगे निर्णायक
मिल्कीपुर में एक लाख दलित वोटर्स का सपा और बसपा में बंटना तय है। ठाकुर मतदाता एकतरफा भाजपा के पक्ष में लामबंद है। वहीं, पिछड़ी जातियों के मतदाता भी दोनों दलों के साथ हैं। दलितों के बाद सबसे ज्यादा संख्या ब्राह्मण मतदाताओं की है। उपचुनाव में ब्राह्मण मतदाता निर्णायक भूमिका अदा करेंगे। ये जिसके साथ जाएंगे, उसका पलड़ा भारी होगा। यही वजह है, सरकार और भाजपा संगठन ने अयोध्या के ब्राह्मण नेता इंद्रप्रताप तिवारी उर्फ खब्बू तिवारी को कमान सौंपी है। राम मंदिर के मुद्दे पर हर बार हारी भाजपा
वरिष्ठ पत्रकार इंद्रभूषण पांडेय का कहना है- भाजपा ने मिल्कीपुर उपचुनाव में भी अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को मुद्दा बनाया है। भाजपा नेताओं ने कहा कि राम मंदिर निर्माण के बाद भी अयोध्या में भाजपा की हार से बदनामी हुई है। उस बदनामी को दूर करने के लिए मिल्कीपुर में जीत जरूरी है। पांडेय का कहना है कि 1992 में विवादित ढांचा ढहाने के बाद जब भी भाजपा ने राम मंदिर को चुनावी मुद्दा बनाया। भाजपा को हार का सामना करना पड़ा है। उन्होंने कहा कि 2019 में राम मंदिर के शिलान्यास के बाद 2022 में यूपी में भाजपा की सीटें घट गईं। वरिष्ठ पत्रकार आनंद राय का कहना है- मिल्कीपुर का चुनाव दो वजह से प्रतिष्ठा का सवाल है। पहली- रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद अयोध्या में भाजपा की हार हुई। भाजपा के सामने मिल्कीपुर जीतकर उस हार का बदला लेने की चुनौती है। दूसरी- अखिलेश यादव को साख बचानी है। अयोध्या जीत के बाद सपा को जो ऊर्जा मिली थी, उसे बरकरार रखना होगा। भाजपा ने परिवारवाद के सामने राष्ट्रवाद का नारा बुलंद किया है। इस राष्ट्रवाद में राम मंदिर भी शामिल है। पीएम मोदी प्रयागराज से मतदाताओं को साधेंगे
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को संगम में डुबकी लगाने आ रहे हैं। मोदी संगम में डुबकी लगाने के साथ ही दिल्ली विधानसभा चुनाव और मिल्कीपुर सहित अन्य सीटों के उपचुनाव में मतदाताओं को साधने का प्रयास करेंगे। जानकारों का मानना है कि मोदी प्रयागराज से ऐसा कोई संदेश देंगे जिसका असर लंबे समय तक रहेगा। मोदी करीब आधा दिन प्रयागराज में रहेंगे। यह वही समय होगा, जब दिल्ली और मिल्कीपुर में मतदान की गति बढ़ेगी। आयोग ने पुख्ता इंतजाम किए
भारत निर्वाचन आयोग ने मिल्कीपुर उपचुनाव में निष्पक्ष मतदान के लिए इंतजाम किए हैं। एक सामान्य प्रेक्षक, एक पुलिस प्रेक्षक और एक व्यय प्रेक्षक तैनात किया है। 41 सेक्टर मजिस्ट्रेट, 4 जोनल मजिस्ट्रेट और 71 माइक्रो पर्यवेक्षक नियुक्त किए हैं। मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने बताया कि पर्याप्त मात्रा में अर्द्धसैनिक बल तैनात किए हैं। स्ट्रॉन्ग रूम की सुरक्षा जिम्मेदारी भी अर्द्धसैनिक बलों को दी जाएगी। 210 मतदान स्थलों की लाइव वेबकास्टिंग की जाएगी। 25 मतदान केंद्रों पर वीडियोग्राफी की जाएगी। ————————– यह खबर भी पढ़ें अयोध्या सांसद बोले- हमारे नेता अरेस्ट किए जा रहे, मिल्कीपुर में भाजपा वोटरों को धमका रही; सपा ने कहा- रेड कार्ड थमाए जा रहे मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव की वोटिंग से ठीक पहले सपा सांसद अवधेश प्रसाद ने भाजपा पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा- भाजपा कार्यकर्ता मतदाताओं को डरा रहे हैं। भाजपा के पक्ष में वोटिंग करने को लेकर धमकी दे रहे हैं। सपा के स्थानीय नेताओं को गिरफ्तार किया जा रहा है। यहां पढ़ें पूरी खबर उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर