<p><br />आप जो न्यू एजुकेशन पालिसी के खिलाफ प्रदर्शन करने आएं है इसमें हम आपका साथ देने आएं हैं। </p>
<p>लोकसभा में जो प्रधानमंत्री जी ने कहा था अगर हम उद्योगपतियों के साथ खड़े होंगे तो एक दिन यही उद्योगपति राजनीत और राजनीती करने वाले लोगों को नौकर बना देंगे, ये कहा था माननीय अटल जी ने।</p>
<p>हम न्यू एजुकेशन पालिसी का समर्थन कभी नहीं करेंगे। न्यू एजुकेशन पालिसी और बीजेपी के खिलाफ हूँ। </p> <p><br />आप जो न्यू एजुकेशन पालिसी के खिलाफ प्रदर्शन करने आएं है इसमें हम आपका साथ देने आएं हैं। </p>
<p>लोकसभा में जो प्रधानमंत्री जी ने कहा था अगर हम उद्योगपतियों के साथ खड़े होंगे तो एक दिन यही उद्योगपति राजनीत और राजनीती करने वाले लोगों को नौकर बना देंगे, ये कहा था माननीय अटल जी ने।</p>
<p>हम न्यू एजुकेशन पालिसी का समर्थन कभी नहीं करेंगे। न्यू एजुकेशन पालिसी और बीजेपी के खिलाफ हूँ। </p> उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड Delhi Exit Poll Result 2025: दिल्ली चुनाव के एग्जिट पोल पर संजय राउत का बड़ा बयान, ‘हमें पूरा भरोसा है कि BJP…’
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CBI पूछताछ के बाद डाककर्मी ट्रेन के आगे कूदा:सुसाइड नोट में लिखा-अफसरों ने फंसाया; बुलंदशहर की घटना
CBI पूछताछ के बाद डाककर्मी ट्रेन के आगे कूदा:सुसाइड नोट में लिखा-अफसरों ने फंसाया; बुलंदशहर की घटना बुलंदशहर में डाक कर्मी ने सुसाइड कर लिया। उप डाकपाल ढाई करोड़ के गबन के आरोप में सस्पेंड चल रहा था। शनिवार को CBI ने उनसे 6 घंटे पूछताछ की थी। रविवार सुबह ट्रेन के आगे कूद गया। 28 साल के राहुल कुमार ने मरने से पहले सुसाइड नोट भी लिखा। जिसे वॉट्सऐप स्टेट्स पर भी लगाया। नोट में डाककर्मी ने खुद को बेकसूर बताया है। सीनियर अफसरों पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। नोट में लिखा है कि सीनियर अफसरों के महिलाओं से संबंध थे, जिसका पता उसे चल गया था। मामला सिटी कोतवाली के गिरधारी नगर स्थित रेलवे लाइन का है। घटना से जुड़ी 3 तस्वीरें- घर से दूध लेने निकले, रेलवे क्रॉसिंग पर जाकर जान दी
CBI ने शनिवार को उप डाकपाल को बुलंदशहर से उठाया था। उसे गाजियाबाद लेकर गई थी। वहां लंबी पूछताछ की थी। इसके बाग उसे लखावटी कार्यालय लेकर आई। यहां पर उप डाकपाल तैनात था। ऑफिस में CBI ने उससे 6 घंटे पूछताछ की। इसके बाद उसे छोड़ दिया। घरवालों के मुताबिक, राहुल वहां से आने के बाद परेशान दिखाई पड़ रहे थे। रात खाना खाकर सो गए। सुबह दुध लेने गए। दुध वाले के घर डिब्बा रखा, फिर गिरधारी नगर के रेलवे क्रॉसिंग पर जाकर सुसाइड कर लिया। रेलकर्मी ने पुलिस को इसकी सूचना दी। उप डाकपाल से पहले डाकघर अधीक्षक ने किया था सुसाइड
इस मामले में यह दूसरा सुसाइड है। इससे पहले, इसी साल 21 जुलाई को बुलंदशहर प्रधान डाकघर के अधीक्षक टीपी सिंह ने सुसाइड कर लिया था। उन्होंने अलीगढ़ में अपने घर पर खुद को गोली मारी थी। CBI ने एक दिन पहले यानी 20 जुलाई को करप्शन के आरोप में डाकघर पर छापेमारी की थी। टीपी सिंह ने मरने से पहले SSP अलीगढ़ को सुसाइड नोट भेजा था। इसमें लिखा था- मैंने 16 दिसंबर, 2021 को डाकघर अधीक्षक बुलंदशहर का कार्यभार ग्रहण किया था। इसके बाद से मुझे प्रताड़ित किया जा रहा है। प्रताड़ित करने वालों में सुरेश कुमार निवासी सैदपुर बुलंदशहर, मनोज तत्कालीन उप डाकपाल (वर्तमान में उप डाकपाल नारहट, ललितपुर), योगेंद्र सिंह पूर्व मेल ओवरसियर, बनवारी लाल पूर्व मेल ओवरसियर और उनके तीन बेटे अरुण, वरुण और टेकचंद शामिल हैं। CBI गाजियाबाद की एंटी करप्शन यूनिट ने 20 जुलाई को बुलंदशहर नगर के प्रधान डाकघर पर छापा मारा था। करीब 10 घंटे तक डॉक्यूमेंट की जांच की थी। डाक विभाग के कर्मचारियों पर रिश्वत लेकर बिल पास करने के आरोप थे। इसी सिलसिले में एक शिकायत CBI के पास पहुंची थी। इसके बाद ये कार्रवाई हुई। इसके बाद से CBI पूरे मामले की जांच कर रही थी। खबर अपडेट की जा रही है।
अयोध्या गैंगरेप पीड़िता का KGMU में अबॉर्शन:DNA सैंपल भी लिए; डॉक्टरों ने कहा था- बच्ची का शरीर डिलीवरी लायक नहीं
अयोध्या गैंगरेप पीड़िता का KGMU में अबॉर्शन:DNA सैंपल भी लिए; डॉक्टरों ने कहा था- बच्ची का शरीर डिलीवरी लायक नहीं अयोध्या की गैंगरेप पीड़ित बच्ची का मंगलवार को लखनऊ के KGMU में अबॉर्शन कराया गया। उसे सोमवार को अयोध्या से लाकर KGMU के स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग (क्वीनमेरी) में भर्ती कराया गया था। पीड़िता की हालत स्थिर है। एक हफ्ते वह डॉक्टरों की निगरानी में रहेगी। उसका इलाज डॉक्टर सुजाता डे की अगुवाई में चल रहा है। सूत्रों के मुताबिक मंगलवार दोपहर 12 साल की पीड़िता का गर्भपात कराया गया। वह 3 हफ्ते की प्रेग्नेंट थी। परिवार ने अबॉर्शन की सहमति दी थी। इसकी रिपोर्ट बाल कल्याण समिति की तरफ से नियुक्त सहायक ने समिति के अध्यक्ष सर्वेश अवस्थी को सौंपी थी। इलाज करने वाले डॉक्टरों ने कहा था कि पीड़िता का शरीर डिलीवरी लायक नहीं है। डीएनए जांच के लिए सैंपल भी लिए गए। पुलिस ने आरोपियों की भी डीएनए जांच कराने का निर्णय लिया है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने डीएनए जांच कराए जाने की मांग की थी। KGMU ने गोपनीयता का दिया हवाला
पीड़िता के अबॉर्शन की पुष्टि केजीएमयू प्रशासन ने नहीं की है। प्रवक्ता डॉ. सुधीर सिंह की तरफ से जारी किए गए स्टेटमेंट में कहा गया कि अयोध्या से आई किशोरी की हालत फिलहाल स्थिर है। चिकित्सा विश्वविद्यालय अपने सभी रोगियों की गोपनीयता का सम्मान करता है। यही कारण है कि इलाज के दौरान की जाने वाली जांच और अन्य जानकारी साझा नहीं की जा सकती। क्या है अयोध्या गैंगरेप का पूरा मामला
अयोध्या के पूरा कलंदर थाना क्षेत्र में 12 साल की बच्ची से रेप की घटना हुई थी। आरोपियों ने बच्ची का अश्लील वीडियो बना लिया। फिर लंबे समय तक उसे ब्लैकमेल करके घिनौनी हरकत करते रहे। इस मामले का खुलासा 29 जुलाई को तब हुआ जब पीड़ित बच्ची ढाई महीने की गर्भवती हो गई। बच्ची की मां ने मोईद खान और उनके नौकर राजू के खिलाफ एप्लिकेशन दी। आरोप है कि पुलिस ने कोई एक्शन नहीं लिया गया। इसके बाद विहिप, बजरंग दल के साथ निषाद पार्टी के लोगों ने इस मामले पर आक्रोश जताया तो पुलिस ने मोईद खान और उसके नौकर को गिरफ्तार किया। 12 वर्षीय बच्ची 4 बहनों में सबसे छोटी है। पिता की 2 साल पहले ही मौत हो गई है। घर का गुजारा उसकी मां और बहनों की ओर मजदूरी से मिले पैसे से चलता है। आरोप है कि लगभग ढाई महीने पहले पीड़िता खेत से मजदूरी करके लौट रही थी। तभी रास्ते में उसे राजू नामक एक शख्स मिला जिसने कहा कि बेकरी मालिक मोईद खान उसे बुला रहा है। आरोप है कि मोईद ने उसके साथ बलात्कार किया और राजू ने इसका वीडियो बना लिया। फिर राजू ने भी बच्ची के साथ दुष्कर्म किया। लंबे समय तक दोनों वीडियो के आधार पर ब्लैकमेल करके उसके साथ गंदा काम करते रहे। गर्भवती होने पर घरवालों को पता चला
बच्ची जब गर्भवती हो गई तब मामला खुला। पीड़िता की मां ने बताया- जब हम शिकायत लेकर चौकी पर गए तो दरोगा ने हमसे कहा कि राजू का नाम रखिए, लेकिन दूसरा नाम हटा दीजिए। फिर एसपी के दखल के बाद हमारा मामला लिखा गया। मामले में तब तूल पकड़ने लगा, जब हिंदू संगठन सड़क पर उतर आए। 30 जुलाई को मोईद खान की गिरफ्तारी की गई। इसके बाद से लगातार उसके ऊपर कार्रवाई हो रही है। मामला विधानसभा में गूंजा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी सदन में इस मामले को लेकर समाजवादी पार्टी को घेरा। आरोपी सपा नेता अयोध्या सांसद अवधेश प्रसाद का करीबी बताया जा रहा है। लड़की को इलाज के लिए पहले अयोध्या जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। फिर वहां से लखनऊ के केजीएमयू के क्वीन मैरी अस्पताल में शिफ्ट कर दिया गया। बीकापुर से भाजपा विधायक अमित सिंह ने पीड़िता की मां को सीएम योगी से मिलवाया था। सरकार का एक प्रतिनिधि मंडल पीड़िता से मिलने अयोध्या गया था। भदरसा दंगे में आया था मोईद का नाम
दरअसल, भदरसा में 2012 में दंगा हुआ था, तत्कालीन नगर पंचायत चेयरमैन मोहम्मद अहमद दंगा भड़काने का मुख्य आरोपी थे। उन पर मिट्टी का तेल बंटवाकर दंगे को भड़काने का आरोप था। वर्तमान समय में चेयरमैन मोहम्मद अहमद पुत्र मो रासिद चेयरमैन हैं। इस केस में मोईद खान भी आरोपी रहा था। लोगों का कहना है कि सपा सरकार थी, इसलिए मोईद को फायदा मिला और केस रफा-दफा हो गया। अखिलेश ने कहा- भाजपा की नियत साफ नहीं, डीएनए टेस्ट कराया जाए
अयोध्या गैंगरेप पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने मंगलवार को कहा, बलात्कार पीड़िता के लिए सरकार अच्छे से अच्छा इलाज व्यवस्था कराए। बच्ची के जीवन की रक्षा की जिम्मेदारी सरकार की है। अदालत से आग्रह है कि स्वतः संज्ञान लेकर स्थिति की संवेदनशीलता और गंभीरता को देखते हुए अपने पर्यवेक्षण में पीड़िता की हर संभव सुरक्षा सुनिश्चित करवाएं। बदनीयत लोगों का इस तरह की घटनाओं का राजनीतिकरण करने का मंसूबा कभी कामयाब नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा, इस कुकृत्य के मामले में जिन पर भी आरोप लगा है, उनका डीएनए टेस्ट कराकर इंसाफ का रास्ता निकाला जाए, न कि केवल आरोप लगाकर सियासत की जाए। जो भी दोषी हो उसे कानून के हिसाब से पूरी सजा दी जाए, लेकिन अगर आरोप झूठे साबित हों तो सरकार के संलिप्त अधिकारियों को भी न बख्शा जाए। यही न्याय की मांग है। इस दुखद घटना पर भाजपा घटिया राजनीति करने से बाज आए। आखिर भाजपा की नियत साफ क्यों नहीं रहती है? भाजपा पीड़ित को न्याय दिलाने की जगह षडयंत्र और साजिश के तहत समाजवादी पार्टी को बदनाम करने में लगी है। भाजपा की इसी कुत्सित मानसिकता के कारण राज्य की कानून व्यवस्था बिगड़ती जा रही है। परिणाम स्वरूप अपराध बढ़ते जा रहे हैं। भाजपा फैजाबाद (अयोध्या) लोकसभा की हार पचा नहीं पा रही है। भाजपा ने अयोध्या में पिछले सात सालों में जो भ्रष्टाचार व जमीनों की लूट की है, अयोध्या और प्रदेश की जनता ने उसे उसी की सजा दी है। लोकसभा चुनाव हारने के बाद भाजपा बौखलाई हुई है। घटना कहीं भी हो बिना जांच पड़ताल के समाजवादी पार्टी को बदनाम करने की नीयत से आरोप लगाना राजनीतिक द्वेष से प्रेरित है। यह भी पढ़ें:- अयोध्या गैंगरेप…क्या 12 साल की पीड़िता बच्चे को जन्म देगी?:मां से पूछती है- मेरे पेट में बच्चा है, डॉक्टर बोले- शरीर डिलीवरी लायक नहीं वह केवल 12 साल की है, गैंगरेप, प्रेग्नेंसी और अबॉर्शन जैसे शब्दों को नहीं जानती। गायनिक वार्ड में भर्ती गर्भवती महिलाओं को देखकर वह और सहम जाती है। कभी-कभी मां से पूछती है कि इनके पेट इतने बड़े कैसे हो गए? उन महिलाओं के हाव-भाव और दर्द देखकर उसके चेहरे पर तनाव दिखने लगता है। पढ़ें पूरी खबर
Deepawali 2024: दीपावली में मिट्टी के दीपक से रौशन होंगे घर, जानें कैसे तैयार होते हैं खास दीये?
Deepawali 2024: दीपावली में मिट्टी के दीपक से रौशन होंगे घर, जानें कैसे तैयार होते हैं खास दीये? <p style=”text-align: justify;”><strong>Uttar Pradesh News Today:</strong> दीपावली प्रकाश का पर्व है और इस त्योहार पर मिट्टी के दीपक का विशेष महत्व होता है. हर साल दीपावली पर घरों को सजाने के लिए मिट्टी के दीपक जलाए जाते हैं, जो न केवल घरों को रोशन करते हैं, बल्कि पूजा-पाठ के लिए भी जरुरी माने जाते हैं. </p>
<p style=”text-align: justify;”>मिट्टी के दीपक को खास तरीके से तैयार किया जाता है, जिसमें चिकनी मिट्टी का इस्तेमाल होता है. इसे महीनों पहले तैयार करने की प्रक्रिया शुरू हो जाती है. इस बार भी कारीगरों के चाक लगातार घूम रहे हैं और रंग- बिरंगे दीपकों की भारी मांग बाजार में देखी जा रही है. आइये जानते हैं कैसे तैयार किए जाते हैं ये खास दीपक-</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>खास तरीके बनाए जाते हैं दीपक</strong><br />मिट्टी के दीपक तैयार करने के लिए सबसे पहले चिकनी मिट्टी को बारीक पीसकर और छानकर उसकी पिठ्ठी बनाई जाती है. जिसे चाक पर रखकर कारीगर अपने हुनर से अलग-अलग आकार और डिजाइन के दीपक बनाते हैं. यह दीपक पहले धूप में सुखाए जाते हैं और फिर उपलों की आग में पकाए जाते हैं, जिससे वे मजबूत और टिकाऊ हो जाते हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>दीपावली के आते ही मिट्टी के दीपकों की मांग बाजार में तेजी से बढ़ जाती है. प्राचीन काल से दीपावली पर हर घर में मिट्टी के दीपक जलाने की परंपरा रही है, इस परंपरा का आज भी लोग पूरी श्रद्धाभाव से पालन करते हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मिट्टी के दीपक के फायदे</strong><br />इस मौके पर लोग बड़ी संख्या में इन्हें खरीदने के लिए बाजारों का रुख कर रहे हैं. यह पर्व केवल रोशनी का ही नहीं बल्कि पर्यावरण के प्रति जागरूकता का भी प्रतीक है, क्योंकि मिट्टी के दीपक पर्यावरण को नुकसान नहीं पहुंचाते.</p>
<p style=”text-align: justify;”>कारीगर इस बार लाखों की संख्या में दीपक तैयार कर रहे हैं और बाजार में इनकी भारी मांग बनी हुई है. लोगों ने भी दीपावली से पहले ही अपने घरों को सजाने के लिए मिट्टी के दीपक खरीदने शुरू कर दिए हैं, जिससे उनका घर इस पावन पर्व पर रोशनी से जगमगा उठे. अभी से दीपावली की रौनक बाजारों में देखी जा रही है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”Varanasi : CBI बनकर साइबर ठगों ने बुजुर्ग महिला को 48 घंटे रखा डिजिटल अरेस्ट, खाते से उड़ाए 32.40 लाख” href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/varanasi-news-cyber-thugs-kept-woman-digital-arrest-48-hours-up-police-file-fir-ann-2810037″ target=”_blank” rel=”noopener”>Varanasi : CBI बनकर साइबर ठगों ने बुजुर्ग महिला को 48 घंटे रखा डिजिटल अरेस्ट, खाते से उड़ाए 32.40 लाख</a></strong></p>