लखनऊ में 8 साल की बच्ची को एक पति-पत्नी ने सिर्फ इसलिए मार डाला कि उनकी मर्दाना ताकत बढ़ जाए। दोनों हमेशा जवान बने रहें। इसके लिए महिला ने पति से 8 साल की बच्ची को किडनैप करवाया। पूजा-पाठ किया और फिर कलावा से बच्ची का गला घोंट दिया। छात्रा की लाश 1 फरवरी को सड़ी-गली हालत में नाले में मिली थी। पुलिस ने गुरुवार को आरोपी महिला को गिरफ्तार कर लिया। उसके पति सोनू ने पहले ही पकड़े जाने के डर से फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया था। मामला दुबग्गा थाना क्षेत्र का है। DCP पश्चिम विश्वजीत श्रीवास्तव ने कहा- आरोपी सोनू ने तंत्र-मंत्र के चलते पत्नी जुगनू के साथ मिलकर बच्ची आराध्या की हत्या की। आराध्या कक्षा-3 में पढ़ती थी। पूछताछ में जुगनू ने बताया कि मुझे एक तांत्रिक ने बताया था कि अगर किसी बच्चे की बलि दे दोगे, तो हमेशा जवान बने रहोगे। इस पर पति सोनू ने पहले बच्ची का अपहरण किया। फिर पूजा करने के बाद उसकी कलावा से गला दबाकर हत्या कर दी थी। DCP ने बताया कि हत्या के बाद पति-पत्नी ने शव साइकिल से ले जाकर नाले में फेंक दिया था। पुलिस को घटना के बारे में पता चलने पर पति सोनू ने पहले पत्नी जुगनू का गला दबा दिया। उसके बेहोश होने पर मरा समझकर खुद भी फांसी लगा ली थी। चूड़ी का डिब्बा बांधने वाली रस्सी से खुला केस
DCP ने बताया- घटना से जुड़ी कई जानकारियां जांच टीम को मिली थीं। हत्या सोनू ने ही की है, इसका खुलासा चूड़ी का डिब्बा बांधने वाली रस्सी से हुआ। बच्ची को बांधने में जिस रस्सी का इस्तेमाल हुआ था, वैसी ही रस्सी सोनू की साइकिल में बंधी थी। यह सोनू के घर की तलाशी के दौरान पता चला। इससे पहले भी उसके घर के पास आराध्या सीसीटीवी में दिखी थी। घटनास्थल के पास सोनू साइकिल से जाते दिखा था। इन्हीं कड़ियों को जोड़ते हुए पुलिस टीम ने सोनू की पत्नी जुगनू को हिरासत में लिया। उसने हत्या की बात कबूल कर ली। उसकी निशानदेही पर शव को ठिकाने लगाने के लिए इस्तेमाल की गई साइकिल और अन्य चीजों को बरामद किया गया। अब पूरे मामले को समझिए, कब-क्या हुआ… पुलिस ने कराई शिनाख्त
1 फरवरी (शनिवार) की शाम करीब 5 बजे सैरपुर थाना पुलिस को स्थानीय लोगों ने सहारा सिटी होम्स के पीछे नाले में शव पड़े होने की सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव निकलवाया, तो 8 साल की बच्ची का निकला। परिवार ने गुमशुदगी दर्ज कराई थी, इसलिए पुलिस ने परिवार वालों को बुलाकर शिनाख्त कराई। महिला-पुरुष संदेह के घेरे में
पुलिस को पहले दिन से इलाके में रहने वाले दो लोगों पर शक था। पहला- इलाके में रहने वाले पति-पत्नी। दूसरा- इलाके में ही रहने वाले सोनू नाम के युवक पर। तीनों को पूछताछ के लिए थाने बुलाया गया। पुलिस ने पूछताछ के बाद तीनों को रात 9 बजे जाने दिया। लेकिन, सोनू का मोबाइल ले लिया। इससे डरकर सोनू जोशी (35) ने घर पहुंचने के बाद आत्महत्या कर ली। इसके बाद पुलिस को उस पर पूरा शक हो गया। पुलिस को मिले साक्ष्य में सोनू की पत्नी बच्ची से बात करते दिखी थी। सोनू भी बच्ची के पीछे जाते दिखा था। हालांकि एक मोड़ के बाद दिखाई नहीं दिया। सोनू राजस्थान का रहने वाला था। वह दुबग्गा इलाके में रहकर कॉस्मेटिक का काम करता था। अब उसके घर पर ताला लटका है। सोनू के आत्महत्या करने के बाद उसकी पत्नी जुगनू ने दुबग्गा पुलिस पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया था। उसका कहना था कि पुलिस थाने में टार्चर किया। जब ग्राम प्रधान ने हस्तक्षेप किया, तब रात में उसे छोड़ा गया। इसके बाद उसने घर आकर फांसी लगा ली। लाश पर पड़े माला और लाल कपड़े से तंत्र-मंत्र की तरफ मोड़ा केस
1 फरवरी को बच्ची का शव नाले में पन्नी में लिपटा मिला। लाश के ऊपर माला और लाल कपड़ा पड़ा था। यहीं से आशंका जताई गई कि बच्ची की हत्या तंत्र-मंत्र को लेकर की गई। पिता छोटे लाल लोधी आईआईएम रोड पर पावर हाउस के पास सब्जी बेचते हैं। 100 रुपए रोज की आरडी चलाती थी
आराध्या के पिता छोटे लाल कहते हैं- मेरे घर की आर्थिक स्थिति सही नहीं है। इसलिए आराध्या उम्र से ज्यादा बड़ी हो गई थी। वह खर्च में हाथ बंटाने के लिए पॉलीथिन के पैकेट बनाकर आसपास के इलाके में सब्जी बेचती थी। उसकी कमाई से 100 रुपए रोज हम लोग आरडी में जमा करते थे। बाकी के बचे पैसे से घर खर्च चलता था। बेटी की इन बातों का जिक्र करते हुए छोटे लाल रोने लगते हैं। कहते हैं- बेटी 23 जनवरी की शाम रोज की तरह घर से टोकरी में सब्जी लेकर निकली। उसके बाद वापस नहीं आई। रात 10 बजे तक खोजबीन की गई। कोई सुराग नहीं मिला, तो रात 11 बजे हम लोग थाने पहुंचे। पुलिस को सूचना दी। पुलिस मोहल्ले में सर्च अभियान चलाती तो बच सकती थी बेटी
पिता ने बताया- जब पुलिस को घटना की जानकारी दी गई, तभी से अगर तलाशी के लिए जुट जाती तो बेटी को बचाया जा सकता था। क्योंकि, उसको घर के 200 मीटर के दायरे में ही किडनैप किया गया था। वहीं, पुलिस का कहना है कि घर से घटनास्थल तक 300 सीसीटीवी खंगाले गए। बच्ची की हत्या कर शव फेंकने वाले नहीं दिखे। जानवर चराने वालों ने देखा था शव
बच्ची की लाश को सबसे पहले जानवर चराने वाले खाले पुरवा निवासी शिव विकास, पंकज राजपूत, शक्तिमान राजपूत ने देखा था। इसके बाद यह बात इलाके में फैल गई। शव मिलने की जानकारी पर भूड़ पुरवा में रहने वाली आराध्या की बुआ गुड़िया मौके पर पहुंची। उन्होंने शव की पहचान की। बाद में माता-पिता ने बच्ची के कपड़ों से उसकी शिनाख्त की। हत्यारों ने बेरहमी से मारा, लाल टी-शर्ट पहनाई
आराध्या की मां सीमा का कहती है- मेरी बेटी जो कपड़े पहनी थी, उसी कपड़े में मिली। सिर्फ ऊपर से लाल टी-शर्ट पहनाई गई थी। उसके हाथ-पैर रस्सी से बंधे थे। इससे साफ है कि उसको बंधक बनाकर रखा गया था। जब हत्यारों को लगा कि बेटी उनकी करतूत से बचने पर बता देगी तो उसे मार डाला। कुछ दिन पहले उसके कान छिदवाए थे। नई माला खरीदी थी। लाश पर वह माला और कान की बाली भी नहीं मिली। ……………………… यह खबर भी पढ़ें… लखनऊ में धर्मगुरु के खिलाफ कमेंट पर बवाल, मुस्लिम समुदाय के दो पक्ष भिडे़, आधी रात घर पर पथराव, दरवाजा तोड़ने का प्रयास लखनऊ में मुस्लिम समुदाय के दो पक्ष आपस में भिड़ गए। मंगलवार रात नारेबाजी करते हुए पथराव करने लगे। कुछ लोग एक मकान का गेट तोड़ने का भी प्रयास करने लगे। सूचना पर पहुंची पुलिस ने लोगों को समझाकर मामले को शांत कराया। घटना सआदतगंज की है। धर्मगुरु के खिलाफ सोशल मीडिया पर अभद्र कमेंट बाद लोग भड़क गए। पुलिस ने कमेंट करने वाले युवक को हिरासत में ले लिया है। लोगों से गलत अफवाह न फैलाने की अपील की है। पूरी खबर पढ़ें… लखनऊ में 8 साल की बच्ची को एक पति-पत्नी ने सिर्फ इसलिए मार डाला कि उनकी मर्दाना ताकत बढ़ जाए। दोनों हमेशा जवान बने रहें। इसके लिए महिला ने पति से 8 साल की बच्ची को किडनैप करवाया। पूजा-पाठ किया और फिर कलावा से बच्ची का गला घोंट दिया। छात्रा की लाश 1 फरवरी को सड़ी-गली हालत में नाले में मिली थी। पुलिस ने गुरुवार को आरोपी महिला को गिरफ्तार कर लिया। उसके पति सोनू ने पहले ही पकड़े जाने के डर से फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया था। मामला दुबग्गा थाना क्षेत्र का है। DCP पश्चिम विश्वजीत श्रीवास्तव ने कहा- आरोपी सोनू ने तंत्र-मंत्र के चलते पत्नी जुगनू के साथ मिलकर बच्ची आराध्या की हत्या की। आराध्या कक्षा-3 में पढ़ती थी। पूछताछ में जुगनू ने बताया कि मुझे एक तांत्रिक ने बताया था कि अगर किसी बच्चे की बलि दे दोगे, तो हमेशा जवान बने रहोगे। इस पर पति सोनू ने पहले बच्ची का अपहरण किया। फिर पूजा करने के बाद उसकी कलावा से गला दबाकर हत्या कर दी थी। DCP ने बताया कि हत्या के बाद पति-पत्नी ने शव साइकिल से ले जाकर नाले में फेंक दिया था। पुलिस को घटना के बारे में पता चलने पर पति सोनू ने पहले पत्नी जुगनू का गला दबा दिया। उसके बेहोश होने पर मरा समझकर खुद भी फांसी लगा ली थी। चूड़ी का डिब्बा बांधने वाली रस्सी से खुला केस
DCP ने बताया- घटना से जुड़ी कई जानकारियां जांच टीम को मिली थीं। हत्या सोनू ने ही की है, इसका खुलासा चूड़ी का डिब्बा बांधने वाली रस्सी से हुआ। बच्ची को बांधने में जिस रस्सी का इस्तेमाल हुआ था, वैसी ही रस्सी सोनू की साइकिल में बंधी थी। यह सोनू के घर की तलाशी के दौरान पता चला। इससे पहले भी उसके घर के पास आराध्या सीसीटीवी में दिखी थी। घटनास्थल के पास सोनू साइकिल से जाते दिखा था। इन्हीं कड़ियों को जोड़ते हुए पुलिस टीम ने सोनू की पत्नी जुगनू को हिरासत में लिया। उसने हत्या की बात कबूल कर ली। उसकी निशानदेही पर शव को ठिकाने लगाने के लिए इस्तेमाल की गई साइकिल और अन्य चीजों को बरामद किया गया। अब पूरे मामले को समझिए, कब-क्या हुआ… पुलिस ने कराई शिनाख्त
1 फरवरी (शनिवार) की शाम करीब 5 बजे सैरपुर थाना पुलिस को स्थानीय लोगों ने सहारा सिटी होम्स के पीछे नाले में शव पड़े होने की सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव निकलवाया, तो 8 साल की बच्ची का निकला। परिवार ने गुमशुदगी दर्ज कराई थी, इसलिए पुलिस ने परिवार वालों को बुलाकर शिनाख्त कराई। महिला-पुरुष संदेह के घेरे में
पुलिस को पहले दिन से इलाके में रहने वाले दो लोगों पर शक था। पहला- इलाके में रहने वाले पति-पत्नी। दूसरा- इलाके में ही रहने वाले सोनू नाम के युवक पर। तीनों को पूछताछ के लिए थाने बुलाया गया। पुलिस ने पूछताछ के बाद तीनों को रात 9 बजे जाने दिया। लेकिन, सोनू का मोबाइल ले लिया। इससे डरकर सोनू जोशी (35) ने घर पहुंचने के बाद आत्महत्या कर ली। इसके बाद पुलिस को उस पर पूरा शक हो गया। पुलिस को मिले साक्ष्य में सोनू की पत्नी बच्ची से बात करते दिखी थी। सोनू भी बच्ची के पीछे जाते दिखा था। हालांकि एक मोड़ के बाद दिखाई नहीं दिया। सोनू राजस्थान का रहने वाला था। वह दुबग्गा इलाके में रहकर कॉस्मेटिक का काम करता था। अब उसके घर पर ताला लटका है। सोनू के आत्महत्या करने के बाद उसकी पत्नी जुगनू ने दुबग्गा पुलिस पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया था। उसका कहना था कि पुलिस थाने में टार्चर किया। जब ग्राम प्रधान ने हस्तक्षेप किया, तब रात में उसे छोड़ा गया। इसके बाद उसने घर आकर फांसी लगा ली। लाश पर पड़े माला और लाल कपड़े से तंत्र-मंत्र की तरफ मोड़ा केस
1 फरवरी को बच्ची का शव नाले में पन्नी में लिपटा मिला। लाश के ऊपर माला और लाल कपड़ा पड़ा था। यहीं से आशंका जताई गई कि बच्ची की हत्या तंत्र-मंत्र को लेकर की गई। पिता छोटे लाल लोधी आईआईएम रोड पर पावर हाउस के पास सब्जी बेचते हैं। 100 रुपए रोज की आरडी चलाती थी
आराध्या के पिता छोटे लाल कहते हैं- मेरे घर की आर्थिक स्थिति सही नहीं है। इसलिए आराध्या उम्र से ज्यादा बड़ी हो गई थी। वह खर्च में हाथ बंटाने के लिए पॉलीथिन के पैकेट बनाकर आसपास के इलाके में सब्जी बेचती थी। उसकी कमाई से 100 रुपए रोज हम लोग आरडी में जमा करते थे। बाकी के बचे पैसे से घर खर्च चलता था। बेटी की इन बातों का जिक्र करते हुए छोटे लाल रोने लगते हैं। कहते हैं- बेटी 23 जनवरी की शाम रोज की तरह घर से टोकरी में सब्जी लेकर निकली। उसके बाद वापस नहीं आई। रात 10 बजे तक खोजबीन की गई। कोई सुराग नहीं मिला, तो रात 11 बजे हम लोग थाने पहुंचे। पुलिस को सूचना दी। पुलिस मोहल्ले में सर्च अभियान चलाती तो बच सकती थी बेटी
पिता ने बताया- जब पुलिस को घटना की जानकारी दी गई, तभी से अगर तलाशी के लिए जुट जाती तो बेटी को बचाया जा सकता था। क्योंकि, उसको घर के 200 मीटर के दायरे में ही किडनैप किया गया था। वहीं, पुलिस का कहना है कि घर से घटनास्थल तक 300 सीसीटीवी खंगाले गए। बच्ची की हत्या कर शव फेंकने वाले नहीं दिखे। जानवर चराने वालों ने देखा था शव
बच्ची की लाश को सबसे पहले जानवर चराने वाले खाले पुरवा निवासी शिव विकास, पंकज राजपूत, शक्तिमान राजपूत ने देखा था। इसके बाद यह बात इलाके में फैल गई। शव मिलने की जानकारी पर भूड़ पुरवा में रहने वाली आराध्या की बुआ गुड़िया मौके पर पहुंची। उन्होंने शव की पहचान की। बाद में माता-पिता ने बच्ची के कपड़ों से उसकी शिनाख्त की। हत्यारों ने बेरहमी से मारा, लाल टी-शर्ट पहनाई
आराध्या की मां सीमा का कहती है- मेरी बेटी जो कपड़े पहनी थी, उसी कपड़े में मिली। सिर्फ ऊपर से लाल टी-शर्ट पहनाई गई थी। उसके हाथ-पैर रस्सी से बंधे थे। इससे साफ है कि उसको बंधक बनाकर रखा गया था। जब हत्यारों को लगा कि बेटी उनकी करतूत से बचने पर बता देगी तो उसे मार डाला। कुछ दिन पहले उसके कान छिदवाए थे। नई माला खरीदी थी। लाश पर वह माला और कान की बाली भी नहीं मिली। ……………………… यह खबर भी पढ़ें… लखनऊ में धर्मगुरु के खिलाफ कमेंट पर बवाल, मुस्लिम समुदाय के दो पक्ष भिडे़, आधी रात घर पर पथराव, दरवाजा तोड़ने का प्रयास लखनऊ में मुस्लिम समुदाय के दो पक्ष आपस में भिड़ गए। मंगलवार रात नारेबाजी करते हुए पथराव करने लगे। कुछ लोग एक मकान का गेट तोड़ने का भी प्रयास करने लगे। सूचना पर पहुंची पुलिस ने लोगों को समझाकर मामले को शांत कराया। घटना सआदतगंज की है। धर्मगुरु के खिलाफ सोशल मीडिया पर अभद्र कमेंट बाद लोग भड़क गए। पुलिस ने कमेंट करने वाले युवक को हिरासत में ले लिया है। लोगों से गलत अफवाह न फैलाने की अपील की है। पूरी खबर पढ़ें… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर