मोतिहारी में डीसी पोर्ट एल्बेंडाजोल दवा खाने से 43 बच्चों की तबीयत बिगड़ी, HM और स्वास्थ्यकर्मियों को बनाया गया बंधक

मोतिहारी में डीसी पोर्ट एल्बेंडाजोल दवा खाने से 43 बच्चों की तबीयत बिगड़ी, HM और स्वास्थ्यकर्मियों को बनाया गया बंधक

<p style=”text-align: justify;”><strong>Motihari News:</strong> पूर्वी चंपारण जिले में जिला प्रशासन फाइलेरिया उन्मूलन अभियान चला रहा है. बच्चों को डीसी पोर्ट एल्बेंडाजोल दवा खिलाई जा रही है. इसी बीच जिले के मधुबन प्रखंड क्षेत्र के कोईलहरा मठ स्थित राजकीय मध्य विद्यालय हिंदी में सोमवार को डीसी फोर्ट एल्बेंडाजोल खिलाया गया, इसके बाद तीन दर्जन से ज्यादा बच्चे बीमार पड़ गए.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>दवा खाने के बाद वोमिटिंग करने लगे बच्चे</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>मधुबन पीएचसी अस्पताल से आठ सदस्यीय स्वास्थ्य कर्मी टीम स्कूल पहुंची और सभी बच्चे को डीसी फोर्ट एल्बेंडाजोल की खुराक खिलाई गई. एल्बेंडाजोल की दवा खाने के तुरंत बाद बच्चे वोमिटिंग करने लगे तो कुछ बच्चों को चक्कर आने लगा, जिसके बाद ग्रामीणों की भीड़ इकट्ठा हो गई और कोईलहरा मठ स्थित राजकीय मध्य विद्यालय हिंदी के प्रधानाध्यापक समेत मधुबन पीएचसी के आठ स्वास्थ्य कर्मियों को बंधक बना लिया. इस बीच लोगों ने हंगामा भी किया.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>छात्र-छात्राओं की तबीयत बिगड़ने की सूचना पर मधुबन पीएचसी से मेडिकल टीम स्कूल पहुंची. साथ ही एंबुलेंस से सभी 43 बच्चों को मधुबन पीएचसी अस्पताल लाया गया, जहां सभी का इलाज चला. बच्चों का इलाज मधुबन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थापित डॉक्टर इंद्रजीत कुमार व अविनाश कुमार के ने किया. हालांकि सभी बच्चे स्वस्थ हो गए और सभी को मधुबन सीएचसी अस्पताल के एंबुलेंस से घर पहुंचा दिया गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>तबीयत बिगड़ने वाले बच्चों में अंशु कुमारी, रंजन कुमार, आदित्य कुमारी, ज्योति कुमारी, साइन राजा, शाहिदा खातून, नबी हसन, अरबाज आलम, कुदुस आलम, लाडली प्रवीन, खुशबू खातून, प्रवीण संध्या, रानी समेत कुल 43 छात्र-छात्राएं शामिल थीं, जिनका इलाज किया गया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ग्रामीणों ने प्रधानाध्यापक और स्वास्थ्यकर्मियों को मुक्त किया&nbsp;</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>मधुबन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा प्रभारी पदाधिकारी डॉक्टर इंद्रजीत कुमार ने बताया कि सभी बच्चे स्वस्थ होकर घर चले गए हैं. साथ ही बताया कोईलहरा मठ स्थित राजकीय &nbsp;मध्य विद्यालय हिंदी में बच्चों को दवा खिलाने के बाद जब बच्चे की तबीयत बिगड़नी शुरू हुई. प्रधानाध्यापक समेत हमारे 8 सदस्यीय स्वास्थ्य कर्मी टीम को ग्रामीणों ने बंधक बना लिया. सभी बच्चों को जब अस्पताल लाया गया है तो ग्रामीणों ने उन्हें मुक्त कर दिया है.</p>
<p><strong>ये भी पढ़ेंः <a href=”https://www.abplive.com/states/bihar/pariksha-pe-charcha-2025-pm-modi-said-it-is-impossible-for-bihar-boy-not-to-talk-about-politics-ann-2881597″>’बिहार का लड़का राजनीति की बात न करे हो ही नहीं सकता’, पीएम मोदी ने ऐसा क्यों कहा?</a></strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Motihari News:</strong> पूर्वी चंपारण जिले में जिला प्रशासन फाइलेरिया उन्मूलन अभियान चला रहा है. बच्चों को डीसी पोर्ट एल्बेंडाजोल दवा खिलाई जा रही है. इसी बीच जिले के मधुबन प्रखंड क्षेत्र के कोईलहरा मठ स्थित राजकीय मध्य विद्यालय हिंदी में सोमवार को डीसी फोर्ट एल्बेंडाजोल खिलाया गया, इसके बाद तीन दर्जन से ज्यादा बच्चे बीमार पड़ गए.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>दवा खाने के बाद वोमिटिंग करने लगे बच्चे</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>मधुबन पीएचसी अस्पताल से आठ सदस्यीय स्वास्थ्य कर्मी टीम स्कूल पहुंची और सभी बच्चे को डीसी फोर्ट एल्बेंडाजोल की खुराक खिलाई गई. एल्बेंडाजोल की दवा खाने के तुरंत बाद बच्चे वोमिटिंग करने लगे तो कुछ बच्चों को चक्कर आने लगा, जिसके बाद ग्रामीणों की भीड़ इकट्ठा हो गई और कोईलहरा मठ स्थित राजकीय मध्य विद्यालय हिंदी के प्रधानाध्यापक समेत मधुबन पीएचसी के आठ स्वास्थ्य कर्मियों को बंधक बना लिया. इस बीच लोगों ने हंगामा भी किया.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>छात्र-छात्राओं की तबीयत बिगड़ने की सूचना पर मधुबन पीएचसी से मेडिकल टीम स्कूल पहुंची. साथ ही एंबुलेंस से सभी 43 बच्चों को मधुबन पीएचसी अस्पताल लाया गया, जहां सभी का इलाज चला. बच्चों का इलाज मधुबन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थापित डॉक्टर इंद्रजीत कुमार व अविनाश कुमार के ने किया. हालांकि सभी बच्चे स्वस्थ हो गए और सभी को मधुबन सीएचसी अस्पताल के एंबुलेंस से घर पहुंचा दिया गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>तबीयत बिगड़ने वाले बच्चों में अंशु कुमारी, रंजन कुमार, आदित्य कुमारी, ज्योति कुमारी, साइन राजा, शाहिदा खातून, नबी हसन, अरबाज आलम, कुदुस आलम, लाडली प्रवीन, खुशबू खातून, प्रवीण संध्या, रानी समेत कुल 43 छात्र-छात्राएं शामिल थीं, जिनका इलाज किया गया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ग्रामीणों ने प्रधानाध्यापक और स्वास्थ्यकर्मियों को मुक्त किया&nbsp;</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>मधुबन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा प्रभारी पदाधिकारी डॉक्टर इंद्रजीत कुमार ने बताया कि सभी बच्चे स्वस्थ होकर घर चले गए हैं. साथ ही बताया कोईलहरा मठ स्थित राजकीय &nbsp;मध्य विद्यालय हिंदी में बच्चों को दवा खिलाने के बाद जब बच्चे की तबीयत बिगड़नी शुरू हुई. प्रधानाध्यापक समेत हमारे 8 सदस्यीय स्वास्थ्य कर्मी टीम को ग्रामीणों ने बंधक बना लिया. सभी बच्चों को जब अस्पताल लाया गया है तो ग्रामीणों ने उन्हें मुक्त कर दिया है.</p>
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