फरीदकोट के गांव चंदभान ने पानी निकासी को लेकर दो पक्षों के बीच पैदा हुए विवाद में जैतो से आम आदमी पार्टी के विधायक अमोलक सिंह विवादों में घिर गए हैं। दोनों ही पक्ष विधायक पर पक्षपात किए जाने के आरोप लगा रहे हैं। इस विवाद के बीच मजदूर पक्ष का धरना जबरन उठवाए जाने की प्रक्रिया के दौरान पुलिस के साथ टकराव मामले में मजदूरों की गिरफ्तारी किए जाने पर एक्शन कमेटी ने विधायक पर आरोप लगाए थे और अब पुलिस द्वारा एक्शन कमेटी की मांग पर केस दर्ज होने पर दूसरे पक्ष ने भी विधायक की भूमिका पर ही सवाल खड़े किए हैं। 39 मजदूरों की गिरफ्तारी हुई पुलिस के साथ टकराव के बाद मजदूरों से जुड़े पक्ष पर केस दर्ज हुआ, जिसमें 39 मजदूरों की गिरफ्तारी हुई, लेकिन एक्शन कमेटी की चेतावनी के बाद पुलिस प्रशासन ने सभी मजदूरों को रिहा कर दिया। एक्शन कमेटी की मांग के मुताबिक घटना वाले दिन फायरिंग करने वाले दूसरे पक्ष पर केस दर्ज करते हुए आगे की कार्रवाई शुरू कर दी। केस दर्ज होने पर मीडिया के सामने परिवार ने इस केस के पीछे विधायक अमोलक सिंह का हाथ होने के आरोप लगाए हैं। इससे पहले मजदूरों पर कार्रवाई हुई थी तो एक्शन कमेटी ने पूरे मामले के विधायक पर सवाल उठाए थे। इस मामले में मजदूर नेता मंगा सिंह वैरोके ने कहा कि यह बात किसी से छिपी नहीं कि गमदूर सिंह की विधायक अमोलक सिंह के साथ नजदीकी है जबकि दूसरे पक्ष की कमलजीत कौर ने कहा कि उनका परिवार कांग्रेस पार्टी से संबंधित है और उनका विधायक से कोई लेना-देना नहीं है। अपने क्षेत्र में हिंसा या तनाव नहीं चाहता – विधायक इस मामले में विधायक अमोलक सिंह ने कहा कि यह मामला इतना बड़ा नहीं था, जितना बड़ा विवाद खड़ा हो गया। उनका किसी भी पक्ष से संबंध नहीं है, बल्कि उन्होंने सिविल व पुलिस प्रशासन से आग्रह किया है कि इस मामले को जल्द से जल्द हल करवाया जाए और दोनों पक्षों में समझौता करवाकर आपसी भाईचारा, सद्भावना को कायम किया जाए। जन प्रतिनिधि होने के नाते वह नहीं चाहते कि उनके क्षेत्र में हिंसा या तनाव का माहौल पैदा हो। फरीदकोट के गांव चंदभान ने पानी निकासी को लेकर दो पक्षों के बीच पैदा हुए विवाद में जैतो से आम आदमी पार्टी के विधायक अमोलक सिंह विवादों में घिर गए हैं। दोनों ही पक्ष विधायक पर पक्षपात किए जाने के आरोप लगा रहे हैं। इस विवाद के बीच मजदूर पक्ष का धरना जबरन उठवाए जाने की प्रक्रिया के दौरान पुलिस के साथ टकराव मामले में मजदूरों की गिरफ्तारी किए जाने पर एक्शन कमेटी ने विधायक पर आरोप लगाए थे और अब पुलिस द्वारा एक्शन कमेटी की मांग पर केस दर्ज होने पर दूसरे पक्ष ने भी विधायक की भूमिका पर ही सवाल खड़े किए हैं। 39 मजदूरों की गिरफ्तारी हुई पुलिस के साथ टकराव के बाद मजदूरों से जुड़े पक्ष पर केस दर्ज हुआ, जिसमें 39 मजदूरों की गिरफ्तारी हुई, लेकिन एक्शन कमेटी की चेतावनी के बाद पुलिस प्रशासन ने सभी मजदूरों को रिहा कर दिया। एक्शन कमेटी की मांग के मुताबिक घटना वाले दिन फायरिंग करने वाले दूसरे पक्ष पर केस दर्ज करते हुए आगे की कार्रवाई शुरू कर दी। केस दर्ज होने पर मीडिया के सामने परिवार ने इस केस के पीछे विधायक अमोलक सिंह का हाथ होने के आरोप लगाए हैं। इससे पहले मजदूरों पर कार्रवाई हुई थी तो एक्शन कमेटी ने पूरे मामले के विधायक पर सवाल उठाए थे। इस मामले में मजदूर नेता मंगा सिंह वैरोके ने कहा कि यह बात किसी से छिपी नहीं कि गमदूर सिंह की विधायक अमोलक सिंह के साथ नजदीकी है जबकि दूसरे पक्ष की कमलजीत कौर ने कहा कि उनका परिवार कांग्रेस पार्टी से संबंधित है और उनका विधायक से कोई लेना-देना नहीं है। अपने क्षेत्र में हिंसा या तनाव नहीं चाहता – विधायक इस मामले में विधायक अमोलक सिंह ने कहा कि यह मामला इतना बड़ा नहीं था, जितना बड़ा विवाद खड़ा हो गया। उनका किसी भी पक्ष से संबंध नहीं है, बल्कि उन्होंने सिविल व पुलिस प्रशासन से आग्रह किया है कि इस मामले को जल्द से जल्द हल करवाया जाए और दोनों पक्षों में समझौता करवाकर आपसी भाईचारा, सद्भावना को कायम किया जाए। जन प्रतिनिधि होने के नाते वह नहीं चाहते कि उनके क्षेत्र में हिंसा या तनाव का माहौल पैदा हो। पंजाब | दैनिक भास्कर
