अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में घटना सामने आई, जहां जोड़ा घर में सेवा करते समय एक युवक सेवादार की हार्ट अटैक से मौत हो गई। मृतक की पहचान बलविंदर सिंह उर्फ प्रिंस पुत्र स्वर्गीय अनूप सिंह के रूप में हुई, जो तारा वाला पाल का रहने वाला था। प्रिंस एक फूड डिलीवरी कंपनी में कार्यरत था और रोजाना अपना काम खत्म करने के बाद गुरुद्वारा साहिब में माथा टेकने और सेवा करने जाता था। कल शाम भी वह अपनी दिनचर्या के अनुसार जोड़ा घर में सेवा कर रहा था, जब अचानक उसे दिल का दौरा पड़ा और मौके पर ही उसकी मृत्यु हो गई। प्रिंस अपनी मां का इकलौता सहारा था। वह गुरु घर के प्रति निष्ठावान श्रद्धालु था और नियमित रूप से सेवा में भाग लेता था। लोगों का मानना है कि उसकी गहरी श्रद्धा के कारण ही उसे गुरु के चरणों में अंतिम सांस लेने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में घटना सामने आई, जहां जोड़ा घर में सेवा करते समय एक युवक सेवादार की हार्ट अटैक से मौत हो गई। मृतक की पहचान बलविंदर सिंह उर्फ प्रिंस पुत्र स्वर्गीय अनूप सिंह के रूप में हुई, जो तारा वाला पाल का रहने वाला था। प्रिंस एक फूड डिलीवरी कंपनी में कार्यरत था और रोजाना अपना काम खत्म करने के बाद गुरुद्वारा साहिब में माथा टेकने और सेवा करने जाता था। कल शाम भी वह अपनी दिनचर्या के अनुसार जोड़ा घर में सेवा कर रहा था, जब अचानक उसे दिल का दौरा पड़ा और मौके पर ही उसकी मृत्यु हो गई। प्रिंस अपनी मां का इकलौता सहारा था। वह गुरु घर के प्रति निष्ठावान श्रद्धालु था और नियमित रूप से सेवा में भाग लेता था। लोगों का मानना है कि उसकी गहरी श्रद्धा के कारण ही उसे गुरु के चरणों में अंतिम सांस लेने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। पंजाब | दैनिक भास्कर
