गोरखपुर में JEE की तैयारी कर रही छात्रा अदिति सुसाइड से 5 मिनट पहले घर से बाहर आई थी। हॉस्टल में उसके कमरे के दरवाजे पर लगे CCTV की वीडियो सामने आई है। इसमें वह दरवाजा बंद करते हुए दिखी। उसके कुछ देर बाद ही उसकी रूम मेट वहां पहुंची और दरवाजा अंदर से बंद मिला। जब तोड़ा गया तो अदिती फंदे से लटकती मिली थी। वहीं अडाणी समूह के मुखिया गौतम अडाणी ने भी छात्रा की मौत पर दुख जताया है। उन्होंने X पर पोस्ट लिखा है- अपेक्षाओं के बोझ तले दबकर एक होनहार बेटी का यूं चले जाना हृदयविदारक है। जीवन किसी भी परीक्षा से बड़ा होता है- यह बात अभिभावकों को खुद भी समझनी होगी और बच्चों को भी समझानी होगी। मैं पढ़ाई में बहुत सामान्य था। पढ़ाई एवं जीवन में कई बार असफल भी हुआ, लेकिन हर बार जिंदगी ने नया रास्ता दिखाया। मेरी आप सभी से बस इतनी सी विनती है – असफलता को कभी आखिरी मंज़िल न समझें। क्योंकि ज़िंदगी हमेशा दूसरा मौका देती है…! अब पढ़िए पूरा मामला
12 फरवरी को सत्यदीप हॉस्टल में रहने वाली एमएलसी की भतीजी अदिति मिश्रा ने सुसाइड कर लिया था। हॉस्टल के कमरे में उसका शव फंदे से लटकता हुआ मिला। मंगलवार को जेईई मेन के पहले सेशन का रिजल्ट आया था। अदिति का परसेंटेज अच्छा नहीं आया था। सुसाइड की भी यही वजह बताई जा रही है। हालांकि पुलिस मामले की जांच कर रही है। सुसाइड से 5 मिनट पहले का सामने आया सीसीटीवी
अदिती सत्यदीप गर्ल्स हॉस्टल में रहती है। 12 फरवरी की दोपहर 12 बजकर 1 मिनट पर अदिती कमरे से बाहर निकलती दिखी है। एक मिनट बाद ही अपने हॉस्टल के रूम नंबर 86 में अंदर जाती दिखी। लगभग 12 बजकर 5 मिनट पर उसकी रूम मेट वहां पहुंची। दरवाजा खोलने के लिए पहले खटखटाया जब अंदर से कोई रिस्पांस नहीं आया। तब उसने हॉस्टल प्रबंधन को इसकी जानकारी दी। दरवाजा तोड़ा गया तो अदिति फंदे पर लटकी हुई थी। कमरे में मिला सुसाइड नोट, लिखा- मम्मी,पापा….तृप्ति का ख्याल रखिएगा
अदिति के कमरे में सुसाइड नोट भी मिला। इसमें लिखा था-मम्मी-पापा मुझे माफ कर दीजिएगा। 18 साल ही मेरी जिंदगी थी। माता रानी ने इतने ही दिन के लिए भेजा है। लेकिन यह समय मेरे लिए स्वर्ग था। मुझे आप लोगों के रूप में भगवान मिल गए थे। आप रोइएगा मत, मेरी आखिरी इच्छा यही है…आप लोगों के पास तृप्ति (छोटी बहन) है, उसका ख्याल रखिएगा। वह आपके सारे सपने पूरे करेगी। किसी एक के जाने से जिंदगी नहीं रुकेगी। संतकबीरनगर के मेंहदावल की रहने वाली थी अदिती
अदिती संतकबीरनगर के मेंहदावल थाना क्षेत्र के मिश्रौलिया गांव की रहने वाली थी। वह शिक्षक एमएलसी ध्रुव त्रिपाठी के भाई के साले अजयनाथ मिश्र की बेटी थी। उसके बड़े पापा गोरखपुर में संयुक्त निदेशक बचत के पद पर कार्यरत रहे हैं। गुरुवार को उसका अंतिम संस्कार किया गया। उसके बाबा ने मुखाग्नि दी। वह हादसे के दो दिन पहले ही घर से वापस आयी थी। इंटरमीडिएट की बोर्ड परीक्षा के लिए प्रवेश पत्र लेने की बात कहकर आयी थी। हॉस्टल में हर लड़की सहमी है
इस घटना के बाद हॉस्टल में हर लड़की सहमी है। लगभग 10 लड़कियां अपने घर चली गई हैं। जो छात्राएं वहां रह रही हैं, वे एक-दूसरे को सांत्वना देती रहीं। सभी की जुबान पर अदिती की ही चर्चा है। वह हॉस्टल की अन्य छात्राओं से बहुत कम घुली-मिली थी। JEE मेन का रिजल्ट आने के बाद मौसी से हुई थी बात
JEE मेन का रिजल्ट आने के बाद अदिती ने अपनी मौसी कल्पना से फोन पर बात की थी। उसने कहा था कि इस बार सफलता नहीं मिली तो क्या हुआ? आगे सिविल सर्विसेज की तैयारी करेगी। मेडिकल कालेज के पास रहने वाली उसकी मौसी सूचना मिलने पर तुरंत हॉस्टल पहुंच गई थीं। रोते हुए वह कह रही थीं कि यह करने की क्या जरूरत थी। जल्द ही गोरखपुर में निवेश करने जा रहे हैं अडानी गौतम अडाणी का गोरखपुर से जुड़ाव हो चुका है। वह यहां सीमेंट फैक्ट्री के रूप में लगभग 1 हजार करोड़ का निवेश करने जा रहे हैं। गोरखपुर के दक्षिणांचल में धुरियापार औद्योगिक टाउनशिप में उन्हें जमीन आवंटित की जा रही है। कंपनी के प्रतिनिधि कई बार गोरखपुर का दौरा कर चुके हैं और जमीन फाइनल भी हो चुकी है। धुरियापार औद्योगिक टाउनशिप का मास्टर प्लान तैयार हो चुका है। अडाणी को करीब 65 एकड़ जमीन दी जा रही है। ………………………… ये खबर भी पढ़ें… ‘इस कलंक को धोकर नई जिंदगी जीना चाहता हूं’:आगरा में 6 हत्या के मामले में बरी युवक बोला-भगवान पर भरोसा था, उसी ने बचाया मैं निर्दोष था, मुझे भगवान पर भरोसा था, भगवान ने न्याय किया है। अब बाहर आ गया हूं, अभी बस ऊपर वाला ही साथ है। जेल से बाहर आया तो मेरे पास 300 रुपए थे। जो बैरक में रहने वाले साथी बंदी राजवीर और विजय ने दिए थे। अब भगवान ही तय करेंगे कि मैं कहां जाऊंगा। ये कहना है 6 हत्या के मामले सुप्रीम कोर्ट से बरी हुए आगरा के गंभीर का। पढ़िए पूरी खबर गोरखपुर में JEE की तैयारी कर रही छात्रा अदिति सुसाइड से 5 मिनट पहले घर से बाहर आई थी। हॉस्टल में उसके कमरे के दरवाजे पर लगे CCTV की वीडियो सामने आई है। इसमें वह दरवाजा बंद करते हुए दिखी। उसके कुछ देर बाद ही उसकी रूम मेट वहां पहुंची और दरवाजा अंदर से बंद मिला। जब तोड़ा गया तो अदिती फंदे से लटकती मिली थी। वहीं अडाणी समूह के मुखिया गौतम अडाणी ने भी छात्रा की मौत पर दुख जताया है। उन्होंने X पर पोस्ट लिखा है- अपेक्षाओं के बोझ तले दबकर एक होनहार बेटी का यूं चले जाना हृदयविदारक है। जीवन किसी भी परीक्षा से बड़ा होता है- यह बात अभिभावकों को खुद भी समझनी होगी और बच्चों को भी समझानी होगी। मैं पढ़ाई में बहुत सामान्य था। पढ़ाई एवं जीवन में कई बार असफल भी हुआ, लेकिन हर बार जिंदगी ने नया रास्ता दिखाया। मेरी आप सभी से बस इतनी सी विनती है – असफलता को कभी आखिरी मंज़िल न समझें। क्योंकि ज़िंदगी हमेशा दूसरा मौका देती है…! अब पढ़िए पूरा मामला
12 फरवरी को सत्यदीप हॉस्टल में रहने वाली एमएलसी की भतीजी अदिति मिश्रा ने सुसाइड कर लिया था। हॉस्टल के कमरे में उसका शव फंदे से लटकता हुआ मिला। मंगलवार को जेईई मेन के पहले सेशन का रिजल्ट आया था। अदिति का परसेंटेज अच्छा नहीं आया था। सुसाइड की भी यही वजह बताई जा रही है। हालांकि पुलिस मामले की जांच कर रही है। सुसाइड से 5 मिनट पहले का सामने आया सीसीटीवी
अदिती सत्यदीप गर्ल्स हॉस्टल में रहती है। 12 फरवरी की दोपहर 12 बजकर 1 मिनट पर अदिती कमरे से बाहर निकलती दिखी है। एक मिनट बाद ही अपने हॉस्टल के रूम नंबर 86 में अंदर जाती दिखी। लगभग 12 बजकर 5 मिनट पर उसकी रूम मेट वहां पहुंची। दरवाजा खोलने के लिए पहले खटखटाया जब अंदर से कोई रिस्पांस नहीं आया। तब उसने हॉस्टल प्रबंधन को इसकी जानकारी दी। दरवाजा तोड़ा गया तो अदिति फंदे पर लटकी हुई थी। कमरे में मिला सुसाइड नोट, लिखा- मम्मी,पापा….तृप्ति का ख्याल रखिएगा
अदिति के कमरे में सुसाइड नोट भी मिला। इसमें लिखा था-मम्मी-पापा मुझे माफ कर दीजिएगा। 18 साल ही मेरी जिंदगी थी। माता रानी ने इतने ही दिन के लिए भेजा है। लेकिन यह समय मेरे लिए स्वर्ग था। मुझे आप लोगों के रूप में भगवान मिल गए थे। आप रोइएगा मत, मेरी आखिरी इच्छा यही है…आप लोगों के पास तृप्ति (छोटी बहन) है, उसका ख्याल रखिएगा। वह आपके सारे सपने पूरे करेगी। किसी एक के जाने से जिंदगी नहीं रुकेगी। संतकबीरनगर के मेंहदावल की रहने वाली थी अदिती
अदिती संतकबीरनगर के मेंहदावल थाना क्षेत्र के मिश्रौलिया गांव की रहने वाली थी। वह शिक्षक एमएलसी ध्रुव त्रिपाठी के भाई के साले अजयनाथ मिश्र की बेटी थी। उसके बड़े पापा गोरखपुर में संयुक्त निदेशक बचत के पद पर कार्यरत रहे हैं। गुरुवार को उसका अंतिम संस्कार किया गया। उसके बाबा ने मुखाग्नि दी। वह हादसे के दो दिन पहले ही घर से वापस आयी थी। इंटरमीडिएट की बोर्ड परीक्षा के लिए प्रवेश पत्र लेने की बात कहकर आयी थी। हॉस्टल में हर लड़की सहमी है
इस घटना के बाद हॉस्टल में हर लड़की सहमी है। लगभग 10 लड़कियां अपने घर चली गई हैं। जो छात्राएं वहां रह रही हैं, वे एक-दूसरे को सांत्वना देती रहीं। सभी की जुबान पर अदिती की ही चर्चा है। वह हॉस्टल की अन्य छात्राओं से बहुत कम घुली-मिली थी। JEE मेन का रिजल्ट आने के बाद मौसी से हुई थी बात
JEE मेन का रिजल्ट आने के बाद अदिती ने अपनी मौसी कल्पना से फोन पर बात की थी। उसने कहा था कि इस बार सफलता नहीं मिली तो क्या हुआ? आगे सिविल सर्विसेज की तैयारी करेगी। मेडिकल कालेज के पास रहने वाली उसकी मौसी सूचना मिलने पर तुरंत हॉस्टल पहुंच गई थीं। रोते हुए वह कह रही थीं कि यह करने की क्या जरूरत थी। जल्द ही गोरखपुर में निवेश करने जा रहे हैं अडानी गौतम अडाणी का गोरखपुर से जुड़ाव हो चुका है। वह यहां सीमेंट फैक्ट्री के रूप में लगभग 1 हजार करोड़ का निवेश करने जा रहे हैं। गोरखपुर के दक्षिणांचल में धुरियापार औद्योगिक टाउनशिप में उन्हें जमीन आवंटित की जा रही है। कंपनी के प्रतिनिधि कई बार गोरखपुर का दौरा कर चुके हैं और जमीन फाइनल भी हो चुकी है। धुरियापार औद्योगिक टाउनशिप का मास्टर प्लान तैयार हो चुका है। अडाणी को करीब 65 एकड़ जमीन दी जा रही है। ………………………… ये खबर भी पढ़ें… ‘इस कलंक को धोकर नई जिंदगी जीना चाहता हूं’:आगरा में 6 हत्या के मामले में बरी युवक बोला-भगवान पर भरोसा था, उसी ने बचाया मैं निर्दोष था, मुझे भगवान पर भरोसा था, भगवान ने न्याय किया है। अब बाहर आ गया हूं, अभी बस ऊपर वाला ही साथ है। जेल से बाहर आया तो मेरे पास 300 रुपए थे। जो बैरक में रहने वाले साथी बंदी राजवीर और विजय ने दिए थे। अब भगवान ही तय करेंगे कि मैं कहां जाऊंगा। ये कहना है 6 हत्या के मामले सुप्रीम कोर्ट से बरी हुए आगरा के गंभीर का। पढ़िए पूरी खबर उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
सुसाइड से पहले हॉस्टल के कमरे से निकली थी छात्रा:गौतम अडाणी ने X पर लिखा- जीवन किसी भी परीक्षा से बड़ा होता है
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