मैं आपकी बात मान लूंगा,अगर आपने गुटखा खाना छोड़ दिया तो। आपको देखकर 100 लोग और छोड़ देंगे। शहर की सबसे बड़ी समस्याओं में से एक है गुटखा। पान मसाला का सेवन कैंसर जैसी गंभीर बीमारी का कारण बन सकता है। ये बातें कानपुर के DM ने ई-रिक्शा वेलफेयर एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष से कही। बता दें गुरुवार को ई-रिक्शा वेलफेयर के एसोसिएशन के महामंत्री कपिल देव और जिलाध्यक्ष विनोद बाजपेई अपने संगठन के सदस्यों के साथ ज्ञापन देने कलेक्ट्रेट पहुंचे थे। पहले जानिए पूरा मामला
ई-रिक्शा वेलफेयर एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष विनोद बाजपेई कलेक्ट्रेट पहुंचे और अपनी समस्याओं को लेकर डीएम को ज्ञापन सौंपने लगे। जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने उनकी ओर देखा तो वो गुटखा खा रहे थे। इस DM ने कहा- मैं आपकी बात मान लूंगा, बस गुटखा खाना छोड़ दो। आपको देखकर 100 लोग और पान मसाला छोड़ेंगे। उन्होंने- जिलाध्यक्ष को समझाया कि पान मसाला का सेवन कैंसर जैसी गंभीर बीमारी का कारण बन सकता है। जिलाधिकारी ने न केवल उन्हें इस आदत को छोड़ने की सलाह दी, बल्कि अपने साथियों को भी इससे दूर रहने के लिए प्रेरित करने को कहा। जिलाध्यक्ष बोले- अब नहीं खाऊंगा
डीएम के कहने पर ई-रिक्शा वेलफेयर के एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष गुटखा नहीं खाने का वादा किया। इस दौरान जिलाधिकारी ने एसोसिएशन के सदस्यों की समस्याएं भी सुनीं और उनके समाधान का आश्वासन दिया। इससे पहले DM ने ऑटो ड्राइवर को बनाया था चीफ गेस्ट, पढ़िए… कॉन्स्टेबल ने पीटा तो ऑटो ड्राइवर ने मांगी इच्छा मृत्यु, DM ने बनाया चीफ गेस्ट 30 दिसंबर को ऑटो ड्राइवर ने कॉन्स्टेबल को पीट दिया था। इससे परेशान होकर राकेश ने DM से इच्छा मृत्यु मांगी थी। इसके बाद डीएम ने ऑटो ड्राइवर को गणतंत्र दिवस पर बतौर चीफ गेस्ट इनवाइट किया। मैं कभी सपने में भी नहीं सोचा था
राकेश सोनी ने कहा था- 30 दिसंबर को मैं ऑटो लेकर नौबस्ता से बारादेवी की तरफ जा रहा था। चौराहे के पास मेरे ऑटो में कुछ सवारियां बैठ रही थीं। इसी बीच, पीछे से एक ट्रैफिक पुलिसकर्मी ने मेरे ऑटो पर डंडा मारा, फिर ऑटो का पर्दा फाड़ने लगा। मैंने हाथ जोड़कर कहा कि साहब…गरीब आदमी हूं। कॉन्स्टेबल की हरकत से परेशान हो गया था
आप डेढ़ से दो हजार का नुकसान कर दे रहे हैं। कहां से भर पाऊंगा। इसके बाद वह और ज्यादा गुस्सा हो गए। प्लास्टिक का डंडा मेरे मुंह में घुसाने लगा। कहा- तुम्हें एक मिनट में सीधा कर दूंगा। उनकी इस हरकत से मैं बहुत परेशान हो गया। 31 दिसंबर को मैं शिकायत लेकर पुलिस के पास गया। प्रार्थना पत्र दिया, लेकिन जांच नहीं हुई। इसके बाद ट्रैफिक कॉन्स्टेबल ने दोबारा मुझे धमकाया कि अब देखता हूं कि तुम ऑटो कैसे चलाते हो। मेरी गाड़ी की फोटो खीचीं। पुलिस में सुनवाई नहीं होने पर मैंने डीएम साहब से शिकायत की थी। जिनको पहले शिकायत की थी, उनका ट्रांसफर हो गया। नए डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह आए। जब मुझे पता चला कि वह गरीब बच्चों की स्कूल फीस अपनी जेब से भर रहे हैं। तब मुझे लगा कि ये गरीब लोगों की मदद करेंगे। मैंने एक बार फिर उनसे मिलकर शिकायत की। पढ़िए जब डीएम ने बच्चों के स्कूलों की भरी फीस… कानपुर में डीएम जितेंद्र सिंह जनता दर्शन कर रहे थे। घाटमपुर के रहने वाले दिव्यांग मुन्ना सिंह अपनी बेटी पूनम के साथ पहुंचे थे। पूनम ने डीएम को बताया कि उनके माता-पिता दोनों दिव्यांग हैं और परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर है। उनके तीन भाई-बहन – कन्हैया लाल, कुंती देवी और शोभित बीआरडी इंटर कॉलेज, मूसानगर में पढ़ते हैं। एक साल से फीस जमा न होने के कारण स्कूल प्रबंधन ने उनका नाम काटने की धमकी दी थी। डीएम ने तुरंत स्कूल प्रबंधक विजय सोनी और प्रधानाचार्य वीरेश से संपर्क किया। जब पता चला कि तीनों बच्चों की एक साल की कुल फीस 36,100 रुपए है, तो स्कूल प्रबंधन ने सहानुभूतिपूर्वक आधी फीस माफ कर दी। डीएम ने शेष 18,000 रुपए तत्काल क्यूआर कोड के माध्यम से जमा करवा दिए। इससे बच्चों और उनके परिवार की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। बच्चों ने फोन कर डीएम को धन्यवाद दिया। ………………. ये खबर भी पढ़िए… योगी ने भ्रष्ट PCS अफसर को नौकरी से निकाला:100 करोड़ के जमीन घोटाले में 2 अफसरों को सस्पेंड भी किया सीएम योगी ने करप्शन के खिलाफ बड़ा एक्शन लिया है। उन्होंने PCS अफसर गणेश प्रसाद सिंह को बर्खास्त कर दिया है। इसके अलावा, 2 PCS अफसर आशीष कुमार और मदन कुमार को सस्पेंड कर दिया। पढ़िए पूरी खबर मैं आपकी बात मान लूंगा,अगर आपने गुटखा खाना छोड़ दिया तो। आपको देखकर 100 लोग और छोड़ देंगे। शहर की सबसे बड़ी समस्याओं में से एक है गुटखा। पान मसाला का सेवन कैंसर जैसी गंभीर बीमारी का कारण बन सकता है। ये बातें कानपुर के DM ने ई-रिक्शा वेलफेयर एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष से कही। बता दें गुरुवार को ई-रिक्शा वेलफेयर के एसोसिएशन के महामंत्री कपिल देव और जिलाध्यक्ष विनोद बाजपेई अपने संगठन के सदस्यों के साथ ज्ञापन देने कलेक्ट्रेट पहुंचे थे। पहले जानिए पूरा मामला
ई-रिक्शा वेलफेयर एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष विनोद बाजपेई कलेक्ट्रेट पहुंचे और अपनी समस्याओं को लेकर डीएम को ज्ञापन सौंपने लगे। जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने उनकी ओर देखा तो वो गुटखा खा रहे थे। इस DM ने कहा- मैं आपकी बात मान लूंगा, बस गुटखा खाना छोड़ दो। आपको देखकर 100 लोग और पान मसाला छोड़ेंगे। उन्होंने- जिलाध्यक्ष को समझाया कि पान मसाला का सेवन कैंसर जैसी गंभीर बीमारी का कारण बन सकता है। जिलाधिकारी ने न केवल उन्हें इस आदत को छोड़ने की सलाह दी, बल्कि अपने साथियों को भी इससे दूर रहने के लिए प्रेरित करने को कहा। जिलाध्यक्ष बोले- अब नहीं खाऊंगा
डीएम के कहने पर ई-रिक्शा वेलफेयर के एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष गुटखा नहीं खाने का वादा किया। इस दौरान जिलाधिकारी ने एसोसिएशन के सदस्यों की समस्याएं भी सुनीं और उनके समाधान का आश्वासन दिया। इससे पहले DM ने ऑटो ड्राइवर को बनाया था चीफ गेस्ट, पढ़िए… कॉन्स्टेबल ने पीटा तो ऑटो ड्राइवर ने मांगी इच्छा मृत्यु, DM ने बनाया चीफ गेस्ट 30 दिसंबर को ऑटो ड्राइवर ने कॉन्स्टेबल को पीट दिया था। इससे परेशान होकर राकेश ने DM से इच्छा मृत्यु मांगी थी। इसके बाद डीएम ने ऑटो ड्राइवर को गणतंत्र दिवस पर बतौर चीफ गेस्ट इनवाइट किया। मैं कभी सपने में भी नहीं सोचा था
राकेश सोनी ने कहा था- 30 दिसंबर को मैं ऑटो लेकर नौबस्ता से बारादेवी की तरफ जा रहा था। चौराहे के पास मेरे ऑटो में कुछ सवारियां बैठ रही थीं। इसी बीच, पीछे से एक ट्रैफिक पुलिसकर्मी ने मेरे ऑटो पर डंडा मारा, फिर ऑटो का पर्दा फाड़ने लगा। मैंने हाथ जोड़कर कहा कि साहब…गरीब आदमी हूं। कॉन्स्टेबल की हरकत से परेशान हो गया था
आप डेढ़ से दो हजार का नुकसान कर दे रहे हैं। कहां से भर पाऊंगा। इसके बाद वह और ज्यादा गुस्सा हो गए। प्लास्टिक का डंडा मेरे मुंह में घुसाने लगा। कहा- तुम्हें एक मिनट में सीधा कर दूंगा। उनकी इस हरकत से मैं बहुत परेशान हो गया। 31 दिसंबर को मैं शिकायत लेकर पुलिस के पास गया। प्रार्थना पत्र दिया, लेकिन जांच नहीं हुई। इसके बाद ट्रैफिक कॉन्स्टेबल ने दोबारा मुझे धमकाया कि अब देखता हूं कि तुम ऑटो कैसे चलाते हो। मेरी गाड़ी की फोटो खीचीं। पुलिस में सुनवाई नहीं होने पर मैंने डीएम साहब से शिकायत की थी। जिनको पहले शिकायत की थी, उनका ट्रांसफर हो गया। नए डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह आए। जब मुझे पता चला कि वह गरीब बच्चों की स्कूल फीस अपनी जेब से भर रहे हैं। तब मुझे लगा कि ये गरीब लोगों की मदद करेंगे। मैंने एक बार फिर उनसे मिलकर शिकायत की। पढ़िए जब डीएम ने बच्चों के स्कूलों की भरी फीस… कानपुर में डीएम जितेंद्र सिंह जनता दर्शन कर रहे थे। घाटमपुर के रहने वाले दिव्यांग मुन्ना सिंह अपनी बेटी पूनम के साथ पहुंचे थे। पूनम ने डीएम को बताया कि उनके माता-पिता दोनों दिव्यांग हैं और परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर है। उनके तीन भाई-बहन – कन्हैया लाल, कुंती देवी और शोभित बीआरडी इंटर कॉलेज, मूसानगर में पढ़ते हैं। एक साल से फीस जमा न होने के कारण स्कूल प्रबंधन ने उनका नाम काटने की धमकी दी थी। डीएम ने तुरंत स्कूल प्रबंधक विजय सोनी और प्रधानाचार्य वीरेश से संपर्क किया। जब पता चला कि तीनों बच्चों की एक साल की कुल फीस 36,100 रुपए है, तो स्कूल प्रबंधन ने सहानुभूतिपूर्वक आधी फीस माफ कर दी। डीएम ने शेष 18,000 रुपए तत्काल क्यूआर कोड के माध्यम से जमा करवा दिए। इससे बच्चों और उनके परिवार की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। बच्चों ने फोन कर डीएम को धन्यवाद दिया। ………………. ये खबर भी पढ़िए… योगी ने भ्रष्ट PCS अफसर को नौकरी से निकाला:100 करोड़ के जमीन घोटाले में 2 अफसरों को सस्पेंड भी किया सीएम योगी ने करप्शन के खिलाफ बड़ा एक्शन लिया है। उन्होंने PCS अफसर गणेश प्रसाद सिंह को बर्खास्त कर दिया है। इसके अलावा, 2 PCS अफसर आशीष कुमार और मदन कुमार को सस्पेंड कर दिया। पढ़िए पूरी खबर उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
कानपुर डीएम बोले-गुटखा खाना छोड़ दो, बात मान लूंगा:आपको देखकर 100 लोग और छोड़ेंगे, पान-मसाला सबसे बड़ी समस्या
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