किसानों के परिजनों को नौकरी दे रही मान सरकार

किसानों के परिजनों को नौकरी दे रही मान सरकार

<p style=”text-align: justify;”>मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार कृषि जगत का कायाकल्प कर रही है. यही वजह है कि आज पंजाब में किसानों की स्थिति बदली है और कृषि क्षेत्र प्रगति के नए आयाम छू रहा है. इसके अलावा मान सरकार किसानों की चिंताओं को दूर करने के लिए भी ठोस प्रयास कर रही है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>पंजाब सरकार कृषि विकास को बढ़ावा देने और किसान समुदाय के जीवन स्तर को ऊंचा उठाने वाली नीतियों को लागू कर रही है. इसके लिए मान सरकार ने केंद्रीय कृषि कानून विरोधी प्रदर्शन के दौरान मारे गए किसानों के परिजनों को सरकारी नौकरियां दी हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>597 परिजनों को मिली सरकारी नौकरी</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन के दौरान अपनी जान गंवाने वाले किसानों के 597 परिजनों को सरकारी नौकरी प्रदान की है. पंजाब के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री गुरमीत सिंह खुदियां ने हाल ही में मृतक किसानों के परिवारों के तीन व्यक्तियों को नियुक्ति पत्र सौंपे, जिन्हें कृषि विभाग के सांख्यिकी विंग में कंप्यूटर (सांख्यिकी) के पद पर नियुक्त किया गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>इन पदों पर हुई तैनाती</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>मृतक किसानों के परिजनों को कृषि और किसान कल्याण विभाग में क्लर्क और सेवादार के रूप में नियुक्त किया गया है. इसके अलावा पशुपालन विभाग में वेटरनरी इंस्पेक्टर और क्लर्क, डेयरी विकास विभाग में भी तैनाती मिली है. ये सभी उम्मीदवार ऐसे किसानों के परिजन हैं जिनकी मौत कृषि कानून विरोधी प्रदर्शन के दौरान हुई थी. इसी के साथ मान सरकार ने जान गंवाने वाले किसानों के परिजनों को नौकरी उपलब्ध कराकर एक नई मिसाल कायम कर दी है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>डिस्क्लेमर: ये फीचर आर्टिकल है. एबीपी नेटवर्क प्राइवेट लिमिटेड और/या एबीपी लाइव किसी भी तरह से इस लेख की सामग्री और/या इसमें व्यक्त विचारों का समर्थन नहीं करता है. हम किसी भी तरह से इस लेख में कही गई सभी बातों और/या इसमें बताए गए/प्रदर्शित विचारों, राय, घोषणाओं आदि की पुष्टि नहीं करते. एबीपी न्यूज़ इसके लिए जिम्मेदार और/या उत्तरदायी नहीं होगा. दर्शकों को सलाह दी जाती है कि वह अपने विवेक का इस्तेमाल करते हुए फैसला लें</p> <p style=”text-align: justify;”>मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार कृषि जगत का कायाकल्प कर रही है. यही वजह है कि आज पंजाब में किसानों की स्थिति बदली है और कृषि क्षेत्र प्रगति के नए आयाम छू रहा है. इसके अलावा मान सरकार किसानों की चिंताओं को दूर करने के लिए भी ठोस प्रयास कर रही है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>पंजाब सरकार कृषि विकास को बढ़ावा देने और किसान समुदाय के जीवन स्तर को ऊंचा उठाने वाली नीतियों को लागू कर रही है. इसके लिए मान सरकार ने केंद्रीय कृषि कानून विरोधी प्रदर्शन के दौरान मारे गए किसानों के परिजनों को सरकारी नौकरियां दी हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>597 परिजनों को मिली सरकारी नौकरी</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन के दौरान अपनी जान गंवाने वाले किसानों के 597 परिजनों को सरकारी नौकरी प्रदान की है. पंजाब के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री गुरमीत सिंह खुदियां ने हाल ही में मृतक किसानों के परिवारों के तीन व्यक्तियों को नियुक्ति पत्र सौंपे, जिन्हें कृषि विभाग के सांख्यिकी विंग में कंप्यूटर (सांख्यिकी) के पद पर नियुक्त किया गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>इन पदों पर हुई तैनाती</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>मृतक किसानों के परिजनों को कृषि और किसान कल्याण विभाग में क्लर्क और सेवादार के रूप में नियुक्त किया गया है. इसके अलावा पशुपालन विभाग में वेटरनरी इंस्पेक्टर और क्लर्क, डेयरी विकास विभाग में भी तैनाती मिली है. ये सभी उम्मीदवार ऐसे किसानों के परिजन हैं जिनकी मौत कृषि कानून विरोधी प्रदर्शन के दौरान हुई थी. इसी के साथ मान सरकार ने जान गंवाने वाले किसानों के परिजनों को नौकरी उपलब्ध कराकर एक नई मिसाल कायम कर दी है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>डिस्क्लेमर: ये फीचर आर्टिकल है. एबीपी नेटवर्क प्राइवेट लिमिटेड और/या एबीपी लाइव किसी भी तरह से इस लेख की सामग्री और/या इसमें व्यक्त विचारों का समर्थन नहीं करता है. हम किसी भी तरह से इस लेख में कही गई सभी बातों और/या इसमें बताए गए/प्रदर्शित विचारों, राय, घोषणाओं आदि की पुष्टि नहीं करते. एबीपी न्यूज़ इसके लिए जिम्मेदार और/या उत्तरदायी नहीं होगा. दर्शकों को सलाह दी जाती है कि वह अपने विवेक का इस्तेमाल करते हुए फैसला लें</p>  पंजाब पंजाब के प्रिंसिपल और टीचर्स को विदेश में मिल रहा प्रशिक्षण