महाकुंभ संगम का जल पहुंचा गोंडा जेल, कैदियों ने सामूहिक स्नान कर लगाए जयकारे

महाकुंभ संगम का जल पहुंचा गोंडा जेल, कैदियों ने सामूहिक स्नान कर लगाए जयकारे

<p style=”text-align: justify;”><strong>Gonda News Today:</strong> गोंडा मंडलीय कारागार में निरुद्ध बंदियों ने गंगा मां और भगवान शिव के जयकारों के साथ प्रयागराज महाकुंभ से लाए गए पवित्र गंगाजल से सामूहिक स्नान कर पुण्य अर्जित किया. शासन के निर्देश पर जेल प्रशासन ने करीब 20 लीटर गंगाजल की व्यवस्था कराई, जिससे 700-800 बंदियों ने स्नान किया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>पवित्र स्नान के बाद कैदियों ने कहा कि हम लोग खुद महाकुंभ नहीं जा सकते, लेकिन जेल में प्रयागराज महाकुंभ से लाए गए गंगाजल से स्नान कर उन्हें काफी खुशी मिली. सामूहिक स्नान के बाद जेल प्रशासन ने कैदियों का शुक्रिया अदा किया.<br />&nbsp;<br />जेलर शिव प्रताप मिश्रा ने बताया कि यह आयोजन शासन के निर्देश पर किया गया. इसका उद्देश्य बंदियों को आध्यात्मिक शांति का अनुभव कराना था. उन्होंने कहा, “महाकुंभ स्नान का विशेष महत्व होता है और यह मोक्ष की कामना से जुड़ा है. स्नान के दौरान धार्मिक मर्यादाओं का पूरा पालन किया गया. बंदियों ने गंगाजल से पूजा-अर्चना भी की.</p>
<p><iframe title=”YouTube video player” src=”https://www.youtube.com/embed/EDdJJ3V6ibQ?si=g2s3ZWo7mbBbiRIZ” width=”560″ height=”315″ frameborder=”0″ allowfullscreen=”allowfullscreen”></iframe></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>स्नान के बाद कैदियों ने क्या कहा?</strong><br />बंदियों ने कहा कि उन्हें ऐसा महसूस हुआ जैसे वे प्रयागराज के संगम में स्नान कर रहे हों. इस आयोजन से जेल में सकारात्मक ऊर्जा का संचार हुआ. जेल प्रशासन का मानना है कि धार्मिक और आध्यात्मिक आयोजनों से बंदियों में सकारात्मक बदलाव आता है. इससे उन्हें मानसिक शांति मिलती है और आत्मिक शुद्धि की प्रेरणा मिलती है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>पवित्र गंगाजल से स्नान के बाद जेल में बंदी कैदी राघवेंद्र प्रताप मिश्रा ने बताया कि महाकुंभ को लेकर जेल प्रशासन के अधिकारियों ने भव्य कार्यक्रम किया. त्रिवेणी संगम का पवित्र गंगा जल लाकर घड़े से अधिकारियों द्वारा डाला गया है. राघवेंद्र प्रताप ने बताया कि जेल में सभी बंदियों ने सामूहिक स्नान किया है. सभी बंदियों ने गंगा माता के जयकारे लगाए. हम सभी लोग धन्य हो गए, क्योंकि जेल में रहते हुए हम लोगों को गंगाजल मिला है. इसके लिए जेल प्रशासन का धन्यवाद.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>महिला पुरुष कैदियों ने किया स्नान</strong><br />जिला कारागार के जेलर शिव प्रताप मिश्र ने बताया कि शासन के मंशा के अनुसार बंदी रक्षकों को भेजकर प्रयागराज के संगम से पवित्र जल लाया गया और आज निर्धारित तिथि पूर्व से बनवाई गई टंकी में कुंभ का जल डाला गया. उसके बाद जेल में बंद सभी बंदियों को बुलाकर स्नान कराया गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>जेलर शिव प्रताप मिश्र ने बताया कि <a title=”महाकुंभ” href=”https://www.abplive.com/mahakumbh-mela” data-type=”interlinkingkeywords”>महाकुंभ</a> प्रयागराज से 20 लीटर के गैलन में पवित्र जल को लाया गया था. सर्कल के अनुसार बनी टंकियों में गंगाजल डाला गया. उसके बाद सभी बंदियों ने सामूहिक स्नान किया.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने बताया कि महिला बंदियों को एक टब में गंगाजल को डाल कर महिला बैरक में भेजा गया. जहां पर महिला बंदियों ने स्नान किया. सभी बंदियों ने हर्षेल्लास के साथ पुण्य कमाया है. हर हर महादेव के नारे भी लगाए.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”मोक्षदायिनी गंगा और युमना के पानी पर रोगदायिनी का ठप्पा? संगम के जल को लेकर सियासी बवाल” href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/prayagraj-ganga-yamuna-water-polluted-cpcb-submit-report-ngt-akhilesh-yadav-rise-questions-2889683″ target=”_blank” rel=”noopener”>मोक्षदायिनी गंगा और युमना के पानी पर रोगदायिनी का ठप्पा? संगम के जल को लेकर सियासी बवाल</a></strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Gonda News Today:</strong> गोंडा मंडलीय कारागार में निरुद्ध बंदियों ने गंगा मां और भगवान शिव के जयकारों के साथ प्रयागराज महाकुंभ से लाए गए पवित्र गंगाजल से सामूहिक स्नान कर पुण्य अर्जित किया. शासन के निर्देश पर जेल प्रशासन ने करीब 20 लीटर गंगाजल की व्यवस्था कराई, जिससे 700-800 बंदियों ने स्नान किया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>पवित्र स्नान के बाद कैदियों ने कहा कि हम लोग खुद महाकुंभ नहीं जा सकते, लेकिन जेल में प्रयागराज महाकुंभ से लाए गए गंगाजल से स्नान कर उन्हें काफी खुशी मिली. सामूहिक स्नान के बाद जेल प्रशासन ने कैदियों का शुक्रिया अदा किया.<br />&nbsp;<br />जेलर शिव प्रताप मिश्रा ने बताया कि यह आयोजन शासन के निर्देश पर किया गया. इसका उद्देश्य बंदियों को आध्यात्मिक शांति का अनुभव कराना था. उन्होंने कहा, “महाकुंभ स्नान का विशेष महत्व होता है और यह मोक्ष की कामना से जुड़ा है. स्नान के दौरान धार्मिक मर्यादाओं का पूरा पालन किया गया. बंदियों ने गंगाजल से पूजा-अर्चना भी की.</p>
<p><iframe title=”YouTube video player” src=”https://www.youtube.com/embed/EDdJJ3V6ibQ?si=g2s3ZWo7mbBbiRIZ” width=”560″ height=”315″ frameborder=”0″ allowfullscreen=”allowfullscreen”></iframe></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>स्नान के बाद कैदियों ने क्या कहा?</strong><br />बंदियों ने कहा कि उन्हें ऐसा महसूस हुआ जैसे वे प्रयागराज के संगम में स्नान कर रहे हों. इस आयोजन से जेल में सकारात्मक ऊर्जा का संचार हुआ. जेल प्रशासन का मानना है कि धार्मिक और आध्यात्मिक आयोजनों से बंदियों में सकारात्मक बदलाव आता है. इससे उन्हें मानसिक शांति मिलती है और आत्मिक शुद्धि की प्रेरणा मिलती है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>पवित्र गंगाजल से स्नान के बाद जेल में बंदी कैदी राघवेंद्र प्रताप मिश्रा ने बताया कि महाकुंभ को लेकर जेल प्रशासन के अधिकारियों ने भव्य कार्यक्रम किया. त्रिवेणी संगम का पवित्र गंगा जल लाकर घड़े से अधिकारियों द्वारा डाला गया है. राघवेंद्र प्रताप ने बताया कि जेल में सभी बंदियों ने सामूहिक स्नान किया है. सभी बंदियों ने गंगा माता के जयकारे लगाए. हम सभी लोग धन्य हो गए, क्योंकि जेल में रहते हुए हम लोगों को गंगाजल मिला है. इसके लिए जेल प्रशासन का धन्यवाद.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>महिला पुरुष कैदियों ने किया स्नान</strong><br />जिला कारागार के जेलर शिव प्रताप मिश्र ने बताया कि शासन के मंशा के अनुसार बंदी रक्षकों को भेजकर प्रयागराज के संगम से पवित्र जल लाया गया और आज निर्धारित तिथि पूर्व से बनवाई गई टंकी में कुंभ का जल डाला गया. उसके बाद जेल में बंद सभी बंदियों को बुलाकर स्नान कराया गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>जेलर शिव प्रताप मिश्र ने बताया कि <a title=”महाकुंभ” href=”https://www.abplive.com/mahakumbh-mela” data-type=”interlinkingkeywords”>महाकुंभ</a> प्रयागराज से 20 लीटर के गैलन में पवित्र जल को लाया गया था. सर्कल के अनुसार बनी टंकियों में गंगाजल डाला गया. उसके बाद सभी बंदियों ने सामूहिक स्नान किया.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने बताया कि महिला बंदियों को एक टब में गंगाजल को डाल कर महिला बैरक में भेजा गया. जहां पर महिला बंदियों ने स्नान किया. सभी बंदियों ने हर्षेल्लास के साथ पुण्य कमाया है. हर हर महादेव के नारे भी लगाए.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”मोक्षदायिनी गंगा और युमना के पानी पर रोगदायिनी का ठप्पा? संगम के जल को लेकर सियासी बवाल” href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/prayagraj-ganga-yamuna-water-polluted-cpcb-submit-report-ngt-akhilesh-yadav-rise-questions-2889683″ target=”_blank” rel=”noopener”>मोक्षदायिनी गंगा और युमना के पानी पर रोगदायिनी का ठप्पा? संगम के जल को लेकर सियासी बवाल</a></strong></p>  उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड Rajasthan Assembly: रात में विधानसभा में ही धरना देंगे कांग्रेस के विधायक, बिस्तर और खाना पहुंचा