महाकुंभ नगर में एक ऐसा बैंक है, जहां राम नाम धन जमा किया जाता है। महाकुंभ में 2 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने इस बैंक में अपना अकाउंट खुलवाया है। इस बैंक के मैनेजर-कैशियर और कर्मचारियों को तनख्वाह में राम नाम धन मिलता है। बैंक के नियम-कानून आम बैंक की तरह ही हैं। बस यहां की करेंसी अलग है। राम नाम बैंक की ब्रांच सेक्टर-6 में स्थित है। यहां अकाउंट खुलवाने के लिए श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। खाता खुलवाने के लिए न्यूनतम 108 राम नाम धन जमा करना होता है। इसके लिए बैंक से बाकायदा फॉर्म मिलता है। श्रद्धालु स्वयं राम नाम लिखना होता है। अकाउंट खुलवाने के बाद वह कभी भी बैंक में राम नाम धन जमा कर सकते हैं। बैंक से श्रद्धालु गंगाजल, संगम रज के साथ लाल वस्त्र रूपी श्रद्धा की पोटली में लिपटे राम के नाम की लिखित कॉपियां अपने घर प्रसाद के रूप में ले जाते है। महाकुंभ में राम नाम बैंक ने 1.44 करोड़ लोगों का राम नाम धन जमा किया है। संचालक आशुतोष वार्ष्णेय के मुताबिक, उनकी 5वीं पीढ़ी है, जो राम नाम बैंक के संचालन को आगे बढ़ा रही है। देश-विदेश में बैंक की ब्रांच है। प्रयागराज के कीडगंज के कुछ कारोबारियों के सहयोग से इसकी नींव रखी गई। शुरुआती दौर मे भोजपत्र पर राम नाम लिखकर जमा करने की परंपरा थी। अब बैंक डिजिटल भी हो गया है। बैंक की अध्यक्ष गुंजन वार्ष्णेय बताती हैं- अब बैंक डिजिटल हो गया है। यूजर ऑनलाइन अपना खाता खुलवा सकते हैं। ई-बैंकिंग में सिर्फ राम नाम धन जमा किया जाता है। देखें वीडियो… महाकुंभ नगर में एक ऐसा बैंक है, जहां राम नाम धन जमा किया जाता है। महाकुंभ में 2 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने इस बैंक में अपना अकाउंट खुलवाया है। इस बैंक के मैनेजर-कैशियर और कर्मचारियों को तनख्वाह में राम नाम धन मिलता है। बैंक के नियम-कानून आम बैंक की तरह ही हैं। बस यहां की करेंसी अलग है। राम नाम बैंक की ब्रांच सेक्टर-6 में स्थित है। यहां अकाउंट खुलवाने के लिए श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। खाता खुलवाने के लिए न्यूनतम 108 राम नाम धन जमा करना होता है। इसके लिए बैंक से बाकायदा फॉर्म मिलता है। श्रद्धालु स्वयं राम नाम लिखना होता है। अकाउंट खुलवाने के बाद वह कभी भी बैंक में राम नाम धन जमा कर सकते हैं। बैंक से श्रद्धालु गंगाजल, संगम रज के साथ लाल वस्त्र रूपी श्रद्धा की पोटली में लिपटे राम के नाम की लिखित कॉपियां अपने घर प्रसाद के रूप में ले जाते है। महाकुंभ में राम नाम बैंक ने 1.44 करोड़ लोगों का राम नाम धन जमा किया है। संचालक आशुतोष वार्ष्णेय के मुताबिक, उनकी 5वीं पीढ़ी है, जो राम नाम बैंक के संचालन को आगे बढ़ा रही है। देश-विदेश में बैंक की ब्रांच है। प्रयागराज के कीडगंज के कुछ कारोबारियों के सहयोग से इसकी नींव रखी गई। शुरुआती दौर मे भोजपत्र पर राम नाम लिखकर जमा करने की परंपरा थी। अब बैंक डिजिटल भी हो गया है। बैंक की अध्यक्ष गुंजन वार्ष्णेय बताती हैं- अब बैंक डिजिटल हो गया है। यूजर ऑनलाइन अपना खाता खुलवा सकते हैं। ई-बैंकिंग में सिर्फ राम नाम धन जमा किया जाता है। देखें वीडियो… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
यहां तनख्वाह में मिलती है राम नाम करेंसी:महाकुंभ में 1.44 करोड़ ने राम नाम धन जमा किया; प्रसाद में मिलती हैं कॉपियां
