रोहतक जिले में बार एसोसिएशन का चुनाव सुबह 8 बजे शुरू होना था, लेकिन चुनाव शुरू होने से पहले ही मतदान स्थगित कर दिया गया। आरओ एडवोकेट प्रदीप मलिक की ओर से संदेश भेजा गया कि हम चुनाव कराने में सक्षम नहीं हैं। अब चुनाव को लेकर बार एसोसिएशन हाउस की बैठक बुलाई गई है। बता दें कि प्रधान अरविंद श्योराण व अन्य वकीलों ने मिलकर हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी, जिस पर सुनवाई करते हुए डबल बेंच ने याचिका खारिज कर दी थी। इसके बाद प्रधान की ओर से हटाए गए मतदाताओं के नाम जोड़ने के लिए याचिका दायर की गई, जिस पर कोर्ट ने आदेश दिया कि मतदाताओं के नाम जोड़े जाएं। अब मतदान से पहले मतदाताओं के नाम जोड़े जाने थे, लेकिन आरओ ने चुनाव कराने में असमर्थता जताते हुए चुनाव कराने से इनकार कर दिया। 3536 मतदाताओं की सूची बार काउंसिल को भेजी गई थी जिला बार एसोसिएशन की ओर से 3536 मतदाताओं की सूची बार काउंसिल को भेजी गई थी, जिसके बाद आरओ एडवोकेट प्रदीप मलिक ने नामों की छंटनी कर 1217 नाम हटा दिए थे। इसको लेकर वकीलों ने आपत्ति दर्ज कराई थी और कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। हाउस की मीटिंग में लेंगे निर्णय बार एसोसिएशन के प्रधान अरविंद श्योराण ने बताया कि बार एसोसिएशन के चुनाव को लेकर आरओ प्रदीप मलिक की तरफ से एक मैसेज डाला गया कि हम चुनाव करवाने में सक्षम नहीं है। ऐसे में हाउस की मीटिंग बुलाई गई है। मीटिंग के दौरान जो भी निर्णय होगा, उसी के अनुसार आगे की कार्रवाई करवाई जाएगी। आरओ बोले- हम चुनाव करवाने में नहीं सक्षम आरओ प्रदीप मलिक ने बताया कि कुछ लाेग चुनाव में बाधा डाल रहे है। कभी हाई कोर्ट तो कभी कहीं जा रहे है। मतदान से पहले तक वोट जोड़ने के ऑर्डर ले आए। चुनाव को निष्पक्ष नहीं करवाने दे रहे। ऐसे में उनकी टीम निष्पक्ष चुनाव करवाने में सक्षम नहीं है, जिसके कारण चुनाव स्थगित किए गए है। अब नई तारीख पर नए निर्वाचन अधिकारी की तरफ से चुनाव करवाए जाएंगे। रोहतक जिले में बार एसोसिएशन का चुनाव सुबह 8 बजे शुरू होना था, लेकिन चुनाव शुरू होने से पहले ही मतदान स्थगित कर दिया गया। आरओ एडवोकेट प्रदीप मलिक की ओर से संदेश भेजा गया कि हम चुनाव कराने में सक्षम नहीं हैं। अब चुनाव को लेकर बार एसोसिएशन हाउस की बैठक बुलाई गई है। बता दें कि प्रधान अरविंद श्योराण व अन्य वकीलों ने मिलकर हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी, जिस पर सुनवाई करते हुए डबल बेंच ने याचिका खारिज कर दी थी। इसके बाद प्रधान की ओर से हटाए गए मतदाताओं के नाम जोड़ने के लिए याचिका दायर की गई, जिस पर कोर्ट ने आदेश दिया कि मतदाताओं के नाम जोड़े जाएं। अब मतदान से पहले मतदाताओं के नाम जोड़े जाने थे, लेकिन आरओ ने चुनाव कराने में असमर्थता जताते हुए चुनाव कराने से इनकार कर दिया। 3536 मतदाताओं की सूची बार काउंसिल को भेजी गई थी जिला बार एसोसिएशन की ओर से 3536 मतदाताओं की सूची बार काउंसिल को भेजी गई थी, जिसके बाद आरओ एडवोकेट प्रदीप मलिक ने नामों की छंटनी कर 1217 नाम हटा दिए थे। इसको लेकर वकीलों ने आपत्ति दर्ज कराई थी और कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। हाउस की मीटिंग में लेंगे निर्णय बार एसोसिएशन के प्रधान अरविंद श्योराण ने बताया कि बार एसोसिएशन के चुनाव को लेकर आरओ प्रदीप मलिक की तरफ से एक मैसेज डाला गया कि हम चुनाव करवाने में सक्षम नहीं है। ऐसे में हाउस की मीटिंग बुलाई गई है। मीटिंग के दौरान जो भी निर्णय होगा, उसी के अनुसार आगे की कार्रवाई करवाई जाएगी। आरओ बोले- हम चुनाव करवाने में नहीं सक्षम आरओ प्रदीप मलिक ने बताया कि कुछ लाेग चुनाव में बाधा डाल रहे है। कभी हाई कोर्ट तो कभी कहीं जा रहे है। मतदान से पहले तक वोट जोड़ने के ऑर्डर ले आए। चुनाव को निष्पक्ष नहीं करवाने दे रहे। ऐसे में उनकी टीम निष्पक्ष चुनाव करवाने में सक्षम नहीं है, जिसके कारण चुनाव स्थगित किए गए है। अब नई तारीख पर नए निर्वाचन अधिकारी की तरफ से चुनाव करवाए जाएंगे। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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