पंजाब के अमृतसर में पुलिस की CIA स्टाफ-3 टीम ने दो चोरी की कारों को बरामद किया। जिन्हें दिल्ली से चुराकर पंजाब सरकार, मानवाधिकार आयोग और एडवोकेट के फर्जी स्टिकर लगाकर प्रभावशाली दिखाने की कोशिश की जा रही थी। इस मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी मनजीत सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि उसकी बहन सिमरनजीत कौर की गिरफ्तारी अभी बाकी है। पुलिस को सूचना मिली थी कि मनजीत सिंह, जो इस समय गोइंदवाल साहिब जेल में बंद है, उसने एक ग्रे रंग की बलेनो कार (असली नंबर DL10CP-5186) चोरी की थी और उसे जाली नंबर प्लेट (CH01-CG-2575) लगाकर अपनी बहन सिमरनजीत कौर के घर पर रखा था। इसके अलावा, मनजीत सिंह ने एक और कार (किआ सेल्टोस, काले रंग की) भी दिल्ली से चोरी की थी। पुलिस ने जब तेजी से जांच की, तो ग्रे रंग की बलेनो कार को अंतरयामी कॉलोनी, अमृतसर से बरामद किया गया। जाली स्टिकर से पुलिस को गुमराह करने की कोशिश जांच में सामने आया कि सिमरनजीत कौर पेशे से वकील हैं और उन्हें पता था कि यह कार चोरी की है। लेकिन प्रभाव डालने के लिए उसने कार पर पंजाब सरकार, मानवाधिकार कमिशन और वकील के स्टिकर लगा दिए। पुलिस ने जब मनजीत सिंह से पूछताछ की, तो उसकी निशानदेही पर दूसरी चोरी की कार “किआ सेल्टोस” को प्रीतम एन्क्लेव, जीटी रोड बाईपास, अमृतसर से बरामद किया। इस कार पर भी एडवोकेट का स्टिकर चिपका हुआ था। आरोपियों का आपराधिक इतिहास पुलिस जांच में पता चला कि मनजीत सिंह के खिलाफ पहले से ही 9 मामले दर्ज हैं। ये मामले धोखाधड़ी, ट्रैवल एजेंट धोखाधड़ी, इमिग्रेशन फ्रॉड और वाहन चोरी से जुड़े हुए हैं। दिल्ली, अमृतसर शहर और अमृतसर ग्रामीण इलाकों में उस पर अलग-अलग मुकदमे दर्ज हैं। दिल्ली पुलिस ने अक्टूबर 2023 में चोरी की गई इन्हीं कारों को लेकर दो अलग-अलग मामले दर्ज किए थे। फिलहाल, पुलिस फरार आरोपी सिमरनजीत कौर की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है, और अन्य संभावित आरोपियों की तलाश जारी है। पंजाब के अमृतसर में पुलिस की CIA स्टाफ-3 टीम ने दो चोरी की कारों को बरामद किया। जिन्हें दिल्ली से चुराकर पंजाब सरकार, मानवाधिकार आयोग और एडवोकेट के फर्जी स्टिकर लगाकर प्रभावशाली दिखाने की कोशिश की जा रही थी। इस मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी मनजीत सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि उसकी बहन सिमरनजीत कौर की गिरफ्तारी अभी बाकी है। पुलिस को सूचना मिली थी कि मनजीत सिंह, जो इस समय गोइंदवाल साहिब जेल में बंद है, उसने एक ग्रे रंग की बलेनो कार (असली नंबर DL10CP-5186) चोरी की थी और उसे जाली नंबर प्लेट (CH01-CG-2575) लगाकर अपनी बहन सिमरनजीत कौर के घर पर रखा था। इसके अलावा, मनजीत सिंह ने एक और कार (किआ सेल्टोस, काले रंग की) भी दिल्ली से चोरी की थी। पुलिस ने जब तेजी से जांच की, तो ग्रे रंग की बलेनो कार को अंतरयामी कॉलोनी, अमृतसर से बरामद किया गया। जाली स्टिकर से पुलिस को गुमराह करने की कोशिश जांच में सामने आया कि सिमरनजीत कौर पेशे से वकील हैं और उन्हें पता था कि यह कार चोरी की है। लेकिन प्रभाव डालने के लिए उसने कार पर पंजाब सरकार, मानवाधिकार कमिशन और वकील के स्टिकर लगा दिए। पुलिस ने जब मनजीत सिंह से पूछताछ की, तो उसकी निशानदेही पर दूसरी चोरी की कार “किआ सेल्टोस” को प्रीतम एन्क्लेव, जीटी रोड बाईपास, अमृतसर से बरामद किया। इस कार पर भी एडवोकेट का स्टिकर चिपका हुआ था। आरोपियों का आपराधिक इतिहास पुलिस जांच में पता चला कि मनजीत सिंह के खिलाफ पहले से ही 9 मामले दर्ज हैं। ये मामले धोखाधड़ी, ट्रैवल एजेंट धोखाधड़ी, इमिग्रेशन फ्रॉड और वाहन चोरी से जुड़े हुए हैं। दिल्ली, अमृतसर शहर और अमृतसर ग्रामीण इलाकों में उस पर अलग-अलग मुकदमे दर्ज हैं। दिल्ली पुलिस ने अक्टूबर 2023 में चोरी की गई इन्हीं कारों को लेकर दो अलग-अलग मामले दर्ज किए थे। फिलहाल, पुलिस फरार आरोपी सिमरनजीत कौर की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है, और अन्य संभावित आरोपियों की तलाश जारी है। पंजाब | दैनिक भास्कर
