<p style=”text-align: justify;”><strong>2020 Delhi Riots Case:</strong> साल 2020 में दिल्ली दंगो में कथित भूमिका को लेकर तत्कालीन SHO, बीजेपी नेता कपिल मिश्रा समेत कई अन्य के खिलाफ FIR दर्ज करने की मांग के मामले में राउज एवेन्यू कोर्ट में अहम सुनवाई हुई. अदालत में दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार (28 फरवरी) को BJP नेता कपिल मिश्रा के खिलाफ केस दर्ज करने की याचिका का विरोध किया. साथ ही कहा कि दिल्ली पुलिस की जांच से पता चला है कि कपिल मिश्रा को गलत तरीके से फंसाने की साजिश रची गई थी. </p>
<p style=”text-align: justify;”>दिल्ली पुलिस ने कोर्ट में ये भी कहा कि कपिल मिश्रा को हिंसा भड़काने वाली भीड़ का नेतृत्व करने वाले के तौर पर दिखाने को लेकर भूमिका बनाई गई थी. कपिल मिश्रा के अलावा तीन बीजेपी नेताओं में मुस्तफाबाद विधायक मोहन सिंह बिष्ट, पूर्व विधायक जगदीश प्रधान और सतपाल सांसद सहित पांच अन्य के खिलाफ FIR दर्ज करने की मांग की गई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>राउज एवेन्यू कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रखा</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>दिल्ली पुलिस ने कहा कि दंगों के पीछे की बड़ी साजिश के सिलसिले में कपिल मिश्रा की भूमिका की पहले ही जांच की जा चुकी है. इस मामले में UAPA के तहत आरोप शामिल हैं. जिसमें जेएनयू के पूर्व छात्र नेता उमर खालिद और अन्य छात्र कार्यकर्ताओं के नाम शामिल हैं. राउज एवेन्यू कोर्ट ने दोनों पक्ष की दलीलों को सुनने के बाद अपना फैसला सुरक्षित रखा. 24 मार्च को अदालत फैसला सुनाएगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मोहम्मद इलियास ने दाखिल की थी याचिका</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>दिल्ली के यमुना विहार निवासी मोहम्मद इलियास ने अगस्त 2024 में राउज एवेन्यू कोर्ट में याचिका दाखिल कर FIR दर्ज करने की मांग की थी. इसमें आरोप लगाया कि 23 फरवरी, 2020 को उन्होंने कपिल मिश्रा और उनके साथियों को कर्दमपुरी में एक सड़क को ब्लॉक करते और रेहड़ी-पटरी वालों की गाड़ियों को तोड़ते हुए देखा. </p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने आरोप लगाते हुए आगे कहा कि तत्कालीन डिप्टी पुलिस कमिश्नर (उत्तर-पूर्व) और दिल्ली पुलिस के अन्य अधिकारी कपिल मिश्रा के बगल में खड़े थे और प्रदर्शनकारियों को जगह खाली करने या परिणाम भुगतने की चेतावनी दे रहे थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>दिल्ली पुलिस की तरफ से पेश वकील ने क्या दलील दी?</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>दिल्ली पुलिस की तरफ से पेश वकील ने दलील देते हुए कहा, ”दिल्ली प्रोटेस्ट सपोर्ट ग्रुप (DPSG) की चैट से जांच में यह पता चलता है कि चक्का जाम की योजना पहले से ही बनाई जा रही थी. मामले की पुलिस जांच से पता चलता है कि कपिल मिश्रा पर हिंसा शुरू करने वाली भीड़ का नेतृत्व करने का आरोप लगाने की योजना बनाई गई थी. तमाम लोगों की यह कोशिश थी कि योजना बनाकर कपिल मिश्रा पर हिंसा शुरू करने वाली भीड़ का नेतृत्व करने का आरोप लगाया जाए.” </p>
<p style=”text-align: justify;”>दिल्ली पुलिस ने ये भी कहा कि कपिल मिश्रा की दंगों में कथित संलिप्तता की पुलिस की स्पेशल सेल द्वारा गंभीरता से जांच की गई और पाया गया कि यह आरोप निराधार है. वहीं कोर्ट में दिल्ली पुलिस की तरफ से इस मामले में उस रिपोर्ट का भी हवाला दिया गया जिसमें पुलिस ने कहा कि प्रस्तावित आरोपी नंबर 2, कपिल मिश्रा के मामले में गंभीरता से जांच की गई और पाया गया कि कथित घटनाओं में उनकी कोई भूमिका नहीं थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें:</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a title=”Delhi News: अनुराग मर्डर केस में नाबालिग आरोपी गिरफ्तार, 5 महीने से चल रहा था फरार” href=”https://www.abplive.com/states/delhi-ncr/delhi-crime-murder-case-police-arrested-minor-accused-dcp-prashant-gautam-reaction-ann-2894439″ target=”_self”>Delhi News: अनुराग मर्डर केस में नाबालिग आरोपी गिरफ्तार, 5 महीने से चल रहा था फरार</a></strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>2020 Delhi Riots Case:</strong> साल 2020 में दिल्ली दंगो में कथित भूमिका को लेकर तत्कालीन SHO, बीजेपी नेता कपिल मिश्रा समेत कई अन्य के खिलाफ FIR दर्ज करने की मांग के मामले में राउज एवेन्यू कोर्ट में अहम सुनवाई हुई. अदालत में दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार (28 फरवरी) को BJP नेता कपिल मिश्रा के खिलाफ केस दर्ज करने की याचिका का विरोध किया. साथ ही कहा कि दिल्ली पुलिस की जांच से पता चला है कि कपिल मिश्रा को गलत तरीके से फंसाने की साजिश रची गई थी. </p>
<p style=”text-align: justify;”>दिल्ली पुलिस ने कोर्ट में ये भी कहा कि कपिल मिश्रा को हिंसा भड़काने वाली भीड़ का नेतृत्व करने वाले के तौर पर दिखाने को लेकर भूमिका बनाई गई थी. कपिल मिश्रा के अलावा तीन बीजेपी नेताओं में मुस्तफाबाद विधायक मोहन सिंह बिष्ट, पूर्व विधायक जगदीश प्रधान और सतपाल सांसद सहित पांच अन्य के खिलाफ FIR दर्ज करने की मांग की गई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>राउज एवेन्यू कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रखा</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>दिल्ली पुलिस ने कहा कि दंगों के पीछे की बड़ी साजिश के सिलसिले में कपिल मिश्रा की भूमिका की पहले ही जांच की जा चुकी है. इस मामले में UAPA के तहत आरोप शामिल हैं. जिसमें जेएनयू के पूर्व छात्र नेता उमर खालिद और अन्य छात्र कार्यकर्ताओं के नाम शामिल हैं. राउज एवेन्यू कोर्ट ने दोनों पक्ष की दलीलों को सुनने के बाद अपना फैसला सुरक्षित रखा. 24 मार्च को अदालत फैसला सुनाएगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मोहम्मद इलियास ने दाखिल की थी याचिका</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>दिल्ली के यमुना विहार निवासी मोहम्मद इलियास ने अगस्त 2024 में राउज एवेन्यू कोर्ट में याचिका दाखिल कर FIR दर्ज करने की मांग की थी. इसमें आरोप लगाया कि 23 फरवरी, 2020 को उन्होंने कपिल मिश्रा और उनके साथियों को कर्दमपुरी में एक सड़क को ब्लॉक करते और रेहड़ी-पटरी वालों की गाड़ियों को तोड़ते हुए देखा. </p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने आरोप लगाते हुए आगे कहा कि तत्कालीन डिप्टी पुलिस कमिश्नर (उत्तर-पूर्व) और दिल्ली पुलिस के अन्य अधिकारी कपिल मिश्रा के बगल में खड़े थे और प्रदर्शनकारियों को जगह खाली करने या परिणाम भुगतने की चेतावनी दे रहे थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>दिल्ली पुलिस की तरफ से पेश वकील ने क्या दलील दी?</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>दिल्ली पुलिस की तरफ से पेश वकील ने दलील देते हुए कहा, ”दिल्ली प्रोटेस्ट सपोर्ट ग्रुप (DPSG) की चैट से जांच में यह पता चलता है कि चक्का जाम की योजना पहले से ही बनाई जा रही थी. मामले की पुलिस जांच से पता चलता है कि कपिल मिश्रा पर हिंसा शुरू करने वाली भीड़ का नेतृत्व करने का आरोप लगाने की योजना बनाई गई थी. तमाम लोगों की यह कोशिश थी कि योजना बनाकर कपिल मिश्रा पर हिंसा शुरू करने वाली भीड़ का नेतृत्व करने का आरोप लगाया जाए.” </p>
<p style=”text-align: justify;”>दिल्ली पुलिस ने ये भी कहा कि कपिल मिश्रा की दंगों में कथित संलिप्तता की पुलिस की स्पेशल सेल द्वारा गंभीरता से जांच की गई और पाया गया कि यह आरोप निराधार है. वहीं कोर्ट में दिल्ली पुलिस की तरफ से इस मामले में उस रिपोर्ट का भी हवाला दिया गया जिसमें पुलिस ने कहा कि प्रस्तावित आरोपी नंबर 2, कपिल मिश्रा के मामले में गंभीरता से जांच की गई और पाया गया कि कथित घटनाओं में उनकी कोई भूमिका नहीं थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें:</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a title=”Delhi News: अनुराग मर्डर केस में नाबालिग आरोपी गिरफ्तार, 5 महीने से चल रहा था फरार” href=”https://www.abplive.com/states/delhi-ncr/delhi-crime-murder-case-police-arrested-minor-accused-dcp-prashant-gautam-reaction-ann-2894439″ target=”_self”>Delhi News: अनुराग मर्डर केस में नाबालिग आरोपी गिरफ्तार, 5 महीने से चल रहा था फरार</a></strong></p> दिल्ली NCR Delhi News: अनुराग मर्डर केस में नाबालिग आरोपी गिरफ्तार, 5 महीने से चल रहा था फरार
2020 दिल्ली दंगा मामले में कपिल मिश्रा को लेकर पुलिस का बड़ा दावा, कोर्ट में साफ की तस्वीर
