अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने एक बार फिर शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) के प्रधान हरजिंदर सिंह धामी को इस्तीफा वापस लेने के लिए कहा है। उन्होंने स्पष्ट किया कि अध्यक्ष धामी से उनकी मुलाकात हुई थी, लेकिन इस दौरान इस्तीफे को लेकर कोई चर्चा नहीं हुई। उन्होंने कहा कि धामी को शिरोमणि कमेटी की सख्त जरूरत है और उनसे अपने फैसले पर पुनर्विचार करने का अनुरोध किया गया है। इसके साथ ही उन्होंने अपने इस्तीफे पर सवाल पूछे जाने पर कहा कि यदि उन्हें जत्थेदार पद से हटाया जाता है, तो वह इसके लिए पहले से तैयार हैं। अगर हटाया जाता है तो कपड़े पैक हैं और गुरुओं के आदेश का पालन करूंगा। ज्ञानी रघबीर सिंह ने कहा कि शिरोमणि कमेटी के अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी से उनकी मुलाकात हुई थी। ये पारिवारिक मुलाकात थी। लेकिन इस दौरान इस्तीफे को लेकर कोई चर्चा नहीं हुई। उन्होंने कहा कि धामी को शिरोमणि कमेटी की सख्त जरूरत है और उनसे अपने फैसले पर पुनर्विचार करने का अनुरोध किया गया है। सात सदस्यीय समिति में बदलाव संभव शिरोमणि अकाली दल की भर्ती के लिए बनी सात सदस्यीय समिति को लेकर अब तक सिर्फ धामी का इस्तीफा प्राप्त हुआ है, जबकि बडूंगर का इस्तीफा अभी तक नहीं मिला है। उन्होंने कहा कि यदि ये दोनों इस समिति का हिस्सा नहीं रहते हैं, तो अकाल तख्त के जत्थेदार और अन्य सिख संतों के साथ मिलकर एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित कर कोई नया समन्वयक (कोऑर्डिनेटर) नियुक्त किया जाएगा। हरप्रीत सिंह और अकाली दल के बीच बढ़ता टकराव शिरोमणि अकाली दल, शिरोमणि कमेटी और पूर्व जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह के बीच लगातार टकराव देखा जा रहा है। ज्ञानी हरप्रीत सिंह लगातार शिरोमणि कमेटी और अकाली दल के खिलाफ तीखे बयान दे रहे हैं, जबकि अकाली दल भी उनकी आलोचना कर रहा है। इस विवाद में नया मोड़ तब आया जब शिरोमणि कमेटी के अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी ने अपना इस्तीफा दे दिया था और सात सदस्यीय समिति से भी हटने का फैसला किया था। अब ज्ञानी रघबीर सिंह ने भी संकेत दिया है कि यदि उन्हें पद से हटाया जाता है, तो वे बिना किसी विरोध के निर्णय को स्वीकार करेंगे। जल्द होगी सिंह साहिबानों की बैठक ज्ञानी रघबीर सिंह ने कहा कि आने वाले दिनों में पांच सिंह साहिबानों की एक महत्वपूर्ण बैठक होगी, जिसमें कई बड़े फैसले लिए जा सकते हैं। धामी को मनाने के प्रयास किए जा रहे हैं और उनसे इस्तीफा वापस लेने के लिए कहा गया है। लेकिन अब तक इस पर कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है। अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने एक बार फिर शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) के प्रधान हरजिंदर सिंह धामी को इस्तीफा वापस लेने के लिए कहा है। उन्होंने स्पष्ट किया कि अध्यक्ष धामी से उनकी मुलाकात हुई थी, लेकिन इस दौरान इस्तीफे को लेकर कोई चर्चा नहीं हुई। उन्होंने कहा कि धामी को शिरोमणि कमेटी की सख्त जरूरत है और उनसे अपने फैसले पर पुनर्विचार करने का अनुरोध किया गया है। इसके साथ ही उन्होंने अपने इस्तीफे पर सवाल पूछे जाने पर कहा कि यदि उन्हें जत्थेदार पद से हटाया जाता है, तो वह इसके लिए पहले से तैयार हैं। अगर हटाया जाता है तो कपड़े पैक हैं और गुरुओं के आदेश का पालन करूंगा। ज्ञानी रघबीर सिंह ने कहा कि शिरोमणि कमेटी के अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी से उनकी मुलाकात हुई थी। ये पारिवारिक मुलाकात थी। लेकिन इस दौरान इस्तीफे को लेकर कोई चर्चा नहीं हुई। उन्होंने कहा कि धामी को शिरोमणि कमेटी की सख्त जरूरत है और उनसे अपने फैसले पर पुनर्विचार करने का अनुरोध किया गया है। सात सदस्यीय समिति में बदलाव संभव शिरोमणि अकाली दल की भर्ती के लिए बनी सात सदस्यीय समिति को लेकर अब तक सिर्फ धामी का इस्तीफा प्राप्त हुआ है, जबकि बडूंगर का इस्तीफा अभी तक नहीं मिला है। उन्होंने कहा कि यदि ये दोनों इस समिति का हिस्सा नहीं रहते हैं, तो अकाल तख्त के जत्थेदार और अन्य सिख संतों के साथ मिलकर एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित कर कोई नया समन्वयक (कोऑर्डिनेटर) नियुक्त किया जाएगा। हरप्रीत सिंह और अकाली दल के बीच बढ़ता टकराव शिरोमणि अकाली दल, शिरोमणि कमेटी और पूर्व जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह के बीच लगातार टकराव देखा जा रहा है। ज्ञानी हरप्रीत सिंह लगातार शिरोमणि कमेटी और अकाली दल के खिलाफ तीखे बयान दे रहे हैं, जबकि अकाली दल भी उनकी आलोचना कर रहा है। इस विवाद में नया मोड़ तब आया जब शिरोमणि कमेटी के अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी ने अपना इस्तीफा दे दिया था और सात सदस्यीय समिति से भी हटने का फैसला किया था। अब ज्ञानी रघबीर सिंह ने भी संकेत दिया है कि यदि उन्हें पद से हटाया जाता है, तो वे बिना किसी विरोध के निर्णय को स्वीकार करेंगे। जल्द होगी सिंह साहिबानों की बैठक ज्ञानी रघबीर सिंह ने कहा कि आने वाले दिनों में पांच सिंह साहिबानों की एक महत्वपूर्ण बैठक होगी, जिसमें कई बड़े फैसले लिए जा सकते हैं। धामी को मनाने के प्रयास किए जा रहे हैं और उनसे इस्तीफा वापस लेने के लिए कहा गया है। लेकिन अब तक इस पर कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है। पंजाब | दैनिक भास्कर
