<p style=”text-align: justify;”><strong>MP News:</strong> मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह 3 मार्च 2025 को राघौगढ़ विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत पीपलखेड़ी में महान आदिवासी क्रांतिकारी टंट्या मामा की मूर्ति का अनावरण करने वाले थे, लेकिन 1 मार्च की रात पुलिस ने उस क्षेत्र में बैरिकेडिंग लगाकर मूर्ति की स्थापना को गैरकानूनी घोषित कर दिया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>दिग्विजय सिंह ने फेसबुक पर वीडियो जारी कर बताया बताया कि इस संबंध में उन्होंने तत्काल जिला कलेक्टर गुना और राघौगढ़ के SDM से बात की, जिन्होंने मूर्ति स्थापना को सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट के आदेशों का उल्लंघन बताया. इस पर पूर्व सीएम ने अधिकारियों से पूछा कि क्या प्रदेश शासन से स्वीकृति लेने की कोई प्रक्रिया है? यदि हां, तो उसे उन्हें क्यों नहीं भेजा गया? साथ ही, सुप्रीम कोर्ट व हाई कोर्ट का कोई आदेश हो तो उन्हें दिखाया जाए.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इसके बाद अधिकारियों ने कोर्ट के दो आदेशों की कॉपी भेजी, जिसे पढ़ने के बाद उन्होंने बताया कि दोनों ही आदेश शहरों में सड़क व चौराहों पर ट्रैफिक अवरुद्ध न हो, इसे लेकर दिए गए हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ऊपर से आदेश का बनाया जाता है बहाना- दिग्विजय सिंह</strong><br />दिग्विजय सिंह ने कहा कि पीपलखेड़ी एक ग्राम पंचायत है और उसने मूर्ति लगाने की इजाजत दी है. प्रशासन से जब पूछा गया कि ट्रैफिक अवरुद्ध होने की शिकायत किसने की, तो कोई जवाब नहीं मिला. लेकिन, आयोजकों को प्रशासन ने ‘ऊपर’ से आदेश होने का संकेत दिया. उन्होंने कहा कि प्रशासन आजकल यदि कोई अवैधानिक निर्णय लेना चाहता है, तो उसे ‘ऊपर’ से आदेश होने का बहाना बनाकर टाल देता है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्या टंट्या मामा की मूर्ति स्थापना अपराध है- दिग्विजय सिंह</strong><br />उन्होंने पूरे मामले पर बड़ा सवाल उठाया कि क्या भारत भारतीय संविधान के नियम-कानूनों से चलेगा या बीजेपी नेताओं के ‘ऊपर’ से दिए गए आदेशों पर? उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री एवं मुख्य सचिव से सवाल किया कि यदि मूर्ति स्थापना के संबंध में कोई कानून है, तो उसका पालन समान रूप से क्यों नहीं किया जाता? क्या स्वतंत्रता संग्राम सेनानी टंट्या मामा की मूर्ति स्थापित करना अपराध है? उन्होंने सवाल उठाया कि यदि सुठालिया में रानी अवंती बाई की प्रतिमा स्थापना सही थी, तो पीपलखेड़ी में टंट्या मामा की मूर्ति गैरकानूनी कैसे हो सकती है?</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>धूमधाम से होगा मूर्ति का अनावरण</strong><br />पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने आयोजकों से अनुरोध किया कि वे एक सप्ताह इंतजार करें. उन्होंने कहा कि आदिवासी समुदाय के लोगों ने चंदा इकट्ठा कर इस मूर्ति का निर्माण कराया है और इसे किसी गैरकानूनी विवाद में नहीं डालेंगे. उन्होंने विश्वास दिलाया कि टंट्या मामा की मूर्ति का अनावरण और अधिक धूमधाम से किया जाएगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”>साथ ही, उन्होंने कहा कि कोर्ट की गाइडलाइंस को समझकर यह सुनिश्चित किया जाएगा कि आदेशों का पालन हो और मूर्ति का अनावरण विधिवत तरीके से हो. पूर्व सीएम ने कहा कि आदिवासी क्रांतिवीर टंट्या मामा में उनकी आस्था है, और यदि उनकी प्रतिमा स्थापना के लिए आंदोलन करना पड़े, तो वे उससे पीछे नहीं हटेंगे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><iframe title=”YouTube video player” src=”https://www.youtube.com/embed/YgTKsgvEcdE?si=XeunFP7AO8TZ18DU” width=”560″ height=”315″ frameborder=”0″ allowfullscreen=”allowfullscreen”></iframe></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें – <a title=”‘कमलनाथ टीआई से हमेशा खफा क्यों रहते हैं’, BJP के बिल्ला वाले बयान पर CM मोहन यादव का तंज” href=”https://www.abplive.com/states/madhya-pradesh/cm-mohan-yadav-attack-kamal-nath-statement-for-warning-ti-in-chhindwara-ann-2895608″ target=”_self”>’कमलनाथ टीआई से हमेशा खफा क्यों रहते हैं’, BJP के बिल्ला वाले बयान पर CM मोहन यादव का तंज</a></strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>MP News:</strong> मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह 3 मार्च 2025 को राघौगढ़ विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत पीपलखेड़ी में महान आदिवासी क्रांतिकारी टंट्या मामा की मूर्ति का अनावरण करने वाले थे, लेकिन 1 मार्च की रात पुलिस ने उस क्षेत्र में बैरिकेडिंग लगाकर मूर्ति की स्थापना को गैरकानूनी घोषित कर दिया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>दिग्विजय सिंह ने फेसबुक पर वीडियो जारी कर बताया बताया कि इस संबंध में उन्होंने तत्काल जिला कलेक्टर गुना और राघौगढ़ के SDM से बात की, जिन्होंने मूर्ति स्थापना को सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट के आदेशों का उल्लंघन बताया. इस पर पूर्व सीएम ने अधिकारियों से पूछा कि क्या प्रदेश शासन से स्वीकृति लेने की कोई प्रक्रिया है? यदि हां, तो उसे उन्हें क्यों नहीं भेजा गया? साथ ही, सुप्रीम कोर्ट व हाई कोर्ट का कोई आदेश हो तो उन्हें दिखाया जाए.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इसके बाद अधिकारियों ने कोर्ट के दो आदेशों की कॉपी भेजी, जिसे पढ़ने के बाद उन्होंने बताया कि दोनों ही आदेश शहरों में सड़क व चौराहों पर ट्रैफिक अवरुद्ध न हो, इसे लेकर दिए गए हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ऊपर से आदेश का बनाया जाता है बहाना- दिग्विजय सिंह</strong><br />दिग्विजय सिंह ने कहा कि पीपलखेड़ी एक ग्राम पंचायत है और उसने मूर्ति लगाने की इजाजत दी है. प्रशासन से जब पूछा गया कि ट्रैफिक अवरुद्ध होने की शिकायत किसने की, तो कोई जवाब नहीं मिला. लेकिन, आयोजकों को प्रशासन ने ‘ऊपर’ से आदेश होने का संकेत दिया. उन्होंने कहा कि प्रशासन आजकल यदि कोई अवैधानिक निर्णय लेना चाहता है, तो उसे ‘ऊपर’ से आदेश होने का बहाना बनाकर टाल देता है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्या टंट्या मामा की मूर्ति स्थापना अपराध है- दिग्विजय सिंह</strong><br />उन्होंने पूरे मामले पर बड़ा सवाल उठाया कि क्या भारत भारतीय संविधान के नियम-कानूनों से चलेगा या बीजेपी नेताओं के ‘ऊपर’ से दिए गए आदेशों पर? उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री एवं मुख्य सचिव से सवाल किया कि यदि मूर्ति स्थापना के संबंध में कोई कानून है, तो उसका पालन समान रूप से क्यों नहीं किया जाता? क्या स्वतंत्रता संग्राम सेनानी टंट्या मामा की मूर्ति स्थापित करना अपराध है? उन्होंने सवाल उठाया कि यदि सुठालिया में रानी अवंती बाई की प्रतिमा स्थापना सही थी, तो पीपलखेड़ी में टंट्या मामा की मूर्ति गैरकानूनी कैसे हो सकती है?</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>धूमधाम से होगा मूर्ति का अनावरण</strong><br />पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने आयोजकों से अनुरोध किया कि वे एक सप्ताह इंतजार करें. उन्होंने कहा कि आदिवासी समुदाय के लोगों ने चंदा इकट्ठा कर इस मूर्ति का निर्माण कराया है और इसे किसी गैरकानूनी विवाद में नहीं डालेंगे. उन्होंने विश्वास दिलाया कि टंट्या मामा की मूर्ति का अनावरण और अधिक धूमधाम से किया जाएगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”>साथ ही, उन्होंने कहा कि कोर्ट की गाइडलाइंस को समझकर यह सुनिश्चित किया जाएगा कि आदेशों का पालन हो और मूर्ति का अनावरण विधिवत तरीके से हो. पूर्व सीएम ने कहा कि आदिवासी क्रांतिवीर टंट्या मामा में उनकी आस्था है, और यदि उनकी प्रतिमा स्थापना के लिए आंदोलन करना पड़े, तो वे उससे पीछे नहीं हटेंगे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><iframe title=”YouTube video player” src=”https://www.youtube.com/embed/YgTKsgvEcdE?si=XeunFP7AO8TZ18DU” width=”560″ height=”315″ frameborder=”0″ allowfullscreen=”allowfullscreen”></iframe></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें – <a title=”‘कमलनाथ टीआई से हमेशा खफा क्यों रहते हैं’, BJP के बिल्ला वाले बयान पर CM मोहन यादव का तंज” href=”https://www.abplive.com/states/madhya-pradesh/cm-mohan-yadav-attack-kamal-nath-statement-for-warning-ti-in-chhindwara-ann-2895608″ target=”_self”>’कमलनाथ टीआई से हमेशा खफा क्यों रहते हैं’, BJP के बिल्ला वाले बयान पर CM मोहन यादव का तंज</a></strong></p> मध्य प्रदेश UP Paper Leak: व्हाट्सएप ग्रुप में शेयर कर लीक किया 10वीं के गणित का पेपर, एटा केंद्र की व्यवस्थापिका पर FIR दर्ज
MP: टंट्या मामा की प्रतिमा स्थापना पर प्रशासन की रोक, दिग्विजय सिंह बोले- ‘हम पीछे नहीं हटेंगे’
