डेरा बाबा रुद्रानंद के अधिष्ठाता एवं वेदांताचार्य 1008 स्वामी श्री श्री सुग्रीवानंद महाराज का आज राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। उनके उत्तराधिकारी एवं शिष्य हेमानंद महाराज ने उन्हें मुखाग्नि दी। इससे पहले सुग्रीवानंद महाराज का शव आश्रम में अंतिम दर्शन के लिए रखा गया। हजारों लोग उन्हें अंतिम विदाई देने के लिए डेरा बाबा रुद्रानंद के नारी स्थित आश्रम पहुंचे और नम आंखों के साथ विदाई दी। डिप्टी सीएम भी रहे मौजूद हिमाचल के डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री भी इस मौके पर मौजूद रहे और उन्हें श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा, महाराज जी का जाना एक बहुत बड़ी क्षति है। मुझे ऐसा लग रहा है कि जैसे हमारा जिला अनाथ हो गया है। 1952 में बनाया था डेरा का उत्तराधिकारी बताया जा रहा है कि सुग्रीवानंद महाराज को उनके गुरु श्री श्री 1008 आत्मानंद महाराज ने 1952 में उत्तराधिकारी बनाया था। तब से सुग्रीवानंद महाराज डेरा बाबा रुद्रानंद के अधिष्ठाता रहे और 72 साल तक इन्होंने डेरा प्रमुख के तौर पर सेवाएं दी। PGI चंडीगढ़ में ली अंतिम सांस सुग्रीवानंद महाराज की बीते बुधवार को तबीयत बिगड़ गई थी। इसके बाद उन्हें PGI चंडीगढ़ ले जाया गया, जहां पर उन्होंने रविवार सुबह अंतिम सांस ली। बीती शाम को ही उनका शव अंतिम दर्शन के लिए डेरा बाबा आश्रम लाया गया। बताया जा रहा है कि उनके देश और विदेश में हजारों अनुयायी थी। इस मौके पर आज ऊना जिला में छुट्टी घोषित की गई। यहां देखे सुग्रीवानंद महाराज के अंतिम संस्कार की फोटो.. डेरा बाबा रुद्रानंद के अधिष्ठाता एवं वेदांताचार्य 1008 स्वामी श्री श्री सुग्रीवानंद महाराज का आज राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। उनके उत्तराधिकारी एवं शिष्य हेमानंद महाराज ने उन्हें मुखाग्नि दी। इससे पहले सुग्रीवानंद महाराज का शव आश्रम में अंतिम दर्शन के लिए रखा गया। हजारों लोग उन्हें अंतिम विदाई देने के लिए डेरा बाबा रुद्रानंद के नारी स्थित आश्रम पहुंचे और नम आंखों के साथ विदाई दी। डिप्टी सीएम भी रहे मौजूद हिमाचल के डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री भी इस मौके पर मौजूद रहे और उन्हें श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा, महाराज जी का जाना एक बहुत बड़ी क्षति है। मुझे ऐसा लग रहा है कि जैसे हमारा जिला अनाथ हो गया है। 1952 में बनाया था डेरा का उत्तराधिकारी बताया जा रहा है कि सुग्रीवानंद महाराज को उनके गुरु श्री श्री 1008 आत्मानंद महाराज ने 1952 में उत्तराधिकारी बनाया था। तब से सुग्रीवानंद महाराज डेरा बाबा रुद्रानंद के अधिष्ठाता रहे और 72 साल तक इन्होंने डेरा प्रमुख के तौर पर सेवाएं दी। PGI चंडीगढ़ में ली अंतिम सांस सुग्रीवानंद महाराज की बीते बुधवार को तबीयत बिगड़ गई थी। इसके बाद उन्हें PGI चंडीगढ़ ले जाया गया, जहां पर उन्होंने रविवार सुबह अंतिम सांस ली। बीती शाम को ही उनका शव अंतिम दर्शन के लिए डेरा बाबा आश्रम लाया गया। बताया जा रहा है कि उनके देश और विदेश में हजारों अनुयायी थी। इस मौके पर आज ऊना जिला में छुट्टी घोषित की गई। यहां देखे सुग्रीवानंद महाराज के अंतिम संस्कार की फोटो.. हिमाचल | दैनिक भास्कर
