जालंधर लोकसभा सीट से सांसद चरणजीत सिंह चन्नी हिरासत में लिए गए किसानों से मिलने देर रात चमकौर साहिब के घड़ूआं थाने पहुंचे। जहां उन्होंने किसान नेताओं से बातचीत कर उनका हालचाल जाना। उन्होंने थाना प्रभारी से भी फोन पर बात की। पूर्व सीएम चन्नी ने कहा- किसानों को उनका हक दिलाने की बजाय मुख्यमंत्री भगवंत मान उनके खिलाफ हिंसा और दमन का सहारा ले रहे हैं। जिसके तहत पूरे पंजाब में किसान नेताओं को उठाकर थानों और जेलों में बंद किया जा रहा है। चमकौर साहिब विधानसभा क्षेत्र के किसान नेताओं को भी पुलिस गिरफ्तार कर रही है। मैं पंजाब सरकार के इस तानाशाही व्यवहार की कड़ी निंदा करता हूं। चंडीगढ़ में पक्का मोर्चा लगाने के चलते SKM ने लिया था फैसला संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) आज (5 मार्च) से चंडीगढ़ में पक्का मोर्चा लगाने के लिए चंडीगढ़ की ओर कूच करेगा। इसके लिए किसान ट्रैक्टर-ट्रॉलियों सहित किसान चंडीगढ़ की ओर आगे बढ़ेंगे। किसान चंडीगढ़ के सेक्टर-34 में मोर्चा लगाने की तैयारी में हैं। मगर चंडीगढ़ प्रशासन उन्हें रोकने की पूरी तैयारी करके बैठा है। क्योंकि अब तक चंडीगढ़ प्रशासन ने अभी तक उक्त धरने की अनुमति नहीं दी है। उक्त चंडीगढ़ कूच से एक दिन पहले ही पंजाब सरकार ने राज्य के कई किसान नेताओं को अपने अपने जिलो की पुलिस भेज कर या घरों में नजरबंद कर दिया और या फिर उन्हें हिरासत में लेकर थाना लाया गया। जालंधर लोकसभा सीट से सांसद चरणजीत सिंह चन्नी हिरासत में लिए गए किसानों से मिलने देर रात चमकौर साहिब के घड़ूआं थाने पहुंचे। जहां उन्होंने किसान नेताओं से बातचीत कर उनका हालचाल जाना। उन्होंने थाना प्रभारी से भी फोन पर बात की। पूर्व सीएम चन्नी ने कहा- किसानों को उनका हक दिलाने की बजाय मुख्यमंत्री भगवंत मान उनके खिलाफ हिंसा और दमन का सहारा ले रहे हैं। जिसके तहत पूरे पंजाब में किसान नेताओं को उठाकर थानों और जेलों में बंद किया जा रहा है। चमकौर साहिब विधानसभा क्षेत्र के किसान नेताओं को भी पुलिस गिरफ्तार कर रही है। मैं पंजाब सरकार के इस तानाशाही व्यवहार की कड़ी निंदा करता हूं। चंडीगढ़ में पक्का मोर्चा लगाने के चलते SKM ने लिया था फैसला संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) आज (5 मार्च) से चंडीगढ़ में पक्का मोर्चा लगाने के लिए चंडीगढ़ की ओर कूच करेगा। इसके लिए किसान ट्रैक्टर-ट्रॉलियों सहित किसान चंडीगढ़ की ओर आगे बढ़ेंगे। किसान चंडीगढ़ के सेक्टर-34 में मोर्चा लगाने की तैयारी में हैं। मगर चंडीगढ़ प्रशासन उन्हें रोकने की पूरी तैयारी करके बैठा है। क्योंकि अब तक चंडीगढ़ प्रशासन ने अभी तक उक्त धरने की अनुमति नहीं दी है। उक्त चंडीगढ़ कूच से एक दिन पहले ही पंजाब सरकार ने राज्य के कई किसान नेताओं को अपने अपने जिलो की पुलिस भेज कर या घरों में नजरबंद कर दिया और या फिर उन्हें हिरासत में लेकर थाना लाया गया। पंजाब | दैनिक भास्कर
