पिछड़ा वर्ग आयोग के सदस्य ने सरकार को दी चुनौती:साहू समाज ने 47 सीटों की भागीदारी न मिलने पर हराने का ऐलान किया

पिछड़ा वर्ग आयोग के सदस्य ने सरकार को दी चुनौती:साहू समाज ने 47 सीटों की भागीदारी न मिलने पर हराने का ऐलान किया

अखिल भारतीय तैलिक साहू राठौर महासभा से पिछड़ा वर्ग आयोग के सदस्य रमाशंकर साहू ने अपनी ही भाजपा सरकार को चुनौती दे डाली। उन्होंने ऐलान किया कि यदि आगामी विधानसभा में 47 सीटें नहीं मिलीं तो साहू समाज भाजपा को हराने का काम करेगा। सिद्धार्थनगर में एक चौपाल को संबोधित करते हुए रमाशंकर साहू ने समाज में शिक्षा, राजनीतिक हिस्सेदारी और सामाजिक उत्थान की मांग की। रमाशंकर साहू ने कहा कि “शिक्षित समाज ही सशक्त समाज होता है।” उन्होंने साहू समाज के लोगों को उच्च शिक्षा प्राप्त कर डीएम, एसपी, पत्रकार, वकील, सांसद और विधायक बनने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 40 विश्वविद्यालय हैं लेकिन कोई साहू समाज से कुलपति नहीं बन पाया। इसके पीछे कारण यह है कि हमारी उपेक्षा की जा रही है। विधानसभा में 47 सीटों की भागीदारी मिले रमाशंकर साहू ने कहा कि प्रदेश के 47 विधानसभा क्षेत्रों में 50,000 से अधिक और 208 विधानसभा क्षेत्रों में 25,000 से अधिक साहू समाज के मतदाता हैं। ऐसे में विधान सभा में कम से कम 47 विधायक और लोकसभा में 7 सांसद होने चाहिए। राजनीतिक हिस्सेदारी के बिना नहीं होगा उत्थान रमाशंकर साहू ने साफ शब्दों में कहा कि “भागीदारी दो, नहीं तो हराकर भेजेंगे।” उन्होंने समाज को संगठित होने की अपील करते हुए कहा कि “हमने हमेशा सबका सहयोग किया है। अब अपने समाज के अधिकारों के लिए लड़ना जरूरी है।” उन्होंने यह भी कहा कि “हमारा समाज मुख्यमंत्री से लेकर नगर पालिका अध्यक्ष तक की सीटों पर हिस्सेदारी चाहता है।” उन्होंने जनपद की शोहरतगढ़ विधानसभा सीट से साहू समाज को टिकट दिए जाने की मांग की। रील नहीं, अपने समाज को देखो कार्यक्रम में महिलाओं को भी जागरूक करते हुए कहा कि “रील न देखो, दिल से अपने समाज को देखो और उसे आगे बढ़ाने के लिए काम करो।” महिला प्रदेश प्रभारी डॉ. सुमन साहू ने समाज की महिलाओं से शिक्षा, राजनीतिक और आर्थिक उत्थान के लिए संकल्प लेने को कहा। अंतरराष्ट्रीय पर्वतारोही को दिया गया सहयोग अंतरराष्ट्रीय पर्वतारोही रजनी साहू को साहू समाज की ओर से 26,200 रुपए की सहयोग राशि दी गई। उन्होंने समाज को एकजुट होकर आगे बढ़ने की प्रेरणा दी और कहा कि “1 और 1 दो नहीं, बल्कि 11 होते हैं।” शिक्षा ही सबसे बड़ा हथियार शम्भूनाथ साहू ने कहा कि “शिक्षा ही समाज को आगे बढ़ाने का सबसे बड़ा माध्यम है। मजदूरी करनी पड़े, लेकिन बच्चों को अच्छी शिक्षा जरूर दिलाएं।”अन्य वक्ताओं ने कहा कि शिक्षा और राजनीतिक संरक्षण के बिना समाज का विकास संभव नहीं है। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में समाज के लोग रहे मौजूद इस अवसर पर अर्चना साहू, बब्लू गुप्ता, लालजी गुप्ता, राम करना, हरिश्चंद्र गुप्ता, शुभम गुप्ता, सत्यभामा, इंद्रजीत गुप्ता, राकेश गुप्ता, शोभनाथ साहू, हरि गोविंद साहू, ओमप्रकाश लोधी, तौलन गुप्ता, सुमन, चांदनी, शशिकला, निर्मला, सरोज, लक्ष्मण गुप्ता, मनोज कुमार, गणेश, राम नरेश सहित सैकड़ों लोग उपस्थित रहे। अखिल भारतीय तैलिक साहू राठौर महासभा से पिछड़ा वर्ग आयोग के सदस्य रमाशंकर साहू ने अपनी ही भाजपा सरकार को चुनौती दे डाली। उन्होंने ऐलान किया कि यदि आगामी विधानसभा में 47 सीटें नहीं मिलीं तो साहू समाज भाजपा को हराने का काम करेगा। सिद्धार्थनगर में एक चौपाल को संबोधित करते हुए रमाशंकर साहू ने समाज में शिक्षा, राजनीतिक हिस्सेदारी और सामाजिक उत्थान की मांग की। रमाशंकर साहू ने कहा कि “शिक्षित समाज ही सशक्त समाज होता है।” उन्होंने साहू समाज के लोगों को उच्च शिक्षा प्राप्त कर डीएम, एसपी, पत्रकार, वकील, सांसद और विधायक बनने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 40 विश्वविद्यालय हैं लेकिन कोई साहू समाज से कुलपति नहीं बन पाया। इसके पीछे कारण यह है कि हमारी उपेक्षा की जा रही है। विधानसभा में 47 सीटों की भागीदारी मिले रमाशंकर साहू ने कहा कि प्रदेश के 47 विधानसभा क्षेत्रों में 50,000 से अधिक और 208 विधानसभा क्षेत्रों में 25,000 से अधिक साहू समाज के मतदाता हैं। ऐसे में विधान सभा में कम से कम 47 विधायक और लोकसभा में 7 सांसद होने चाहिए। राजनीतिक हिस्सेदारी के बिना नहीं होगा उत्थान रमाशंकर साहू ने साफ शब्दों में कहा कि “भागीदारी दो, नहीं तो हराकर भेजेंगे।” उन्होंने समाज को संगठित होने की अपील करते हुए कहा कि “हमने हमेशा सबका सहयोग किया है। अब अपने समाज के अधिकारों के लिए लड़ना जरूरी है।” उन्होंने यह भी कहा कि “हमारा समाज मुख्यमंत्री से लेकर नगर पालिका अध्यक्ष तक की सीटों पर हिस्सेदारी चाहता है।” उन्होंने जनपद की शोहरतगढ़ विधानसभा सीट से साहू समाज को टिकट दिए जाने की मांग की। रील नहीं, अपने समाज को देखो कार्यक्रम में महिलाओं को भी जागरूक करते हुए कहा कि “रील न देखो, दिल से अपने समाज को देखो और उसे आगे बढ़ाने के लिए काम करो।” महिला प्रदेश प्रभारी डॉ. सुमन साहू ने समाज की महिलाओं से शिक्षा, राजनीतिक और आर्थिक उत्थान के लिए संकल्प लेने को कहा। अंतरराष्ट्रीय पर्वतारोही को दिया गया सहयोग अंतरराष्ट्रीय पर्वतारोही रजनी साहू को साहू समाज की ओर से 26,200 रुपए की सहयोग राशि दी गई। उन्होंने समाज को एकजुट होकर आगे बढ़ने की प्रेरणा दी और कहा कि “1 और 1 दो नहीं, बल्कि 11 होते हैं।” शिक्षा ही सबसे बड़ा हथियार शम्भूनाथ साहू ने कहा कि “शिक्षा ही समाज को आगे बढ़ाने का सबसे बड़ा माध्यम है। मजदूरी करनी पड़े, लेकिन बच्चों को अच्छी शिक्षा जरूर दिलाएं।”अन्य वक्ताओं ने कहा कि शिक्षा और राजनीतिक संरक्षण के बिना समाज का विकास संभव नहीं है। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में समाज के लोग रहे मौजूद इस अवसर पर अर्चना साहू, बब्लू गुप्ता, लालजी गुप्ता, राम करना, हरिश्चंद्र गुप्ता, शुभम गुप्ता, सत्यभामा, इंद्रजीत गुप्ता, राकेश गुप्ता, शोभनाथ साहू, हरि गोविंद साहू, ओमप्रकाश लोधी, तौलन गुप्ता, सुमन, चांदनी, शशिकला, निर्मला, सरोज, लक्ष्मण गुप्ता, मनोज कुमार, गणेश, राम नरेश सहित सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर