कुरुक्षेत्र की जिला जेल में प्रशासनिक ब्लॉक की छत से मोबाइल बरामद हुआ है। यह मोबाइल पीले रंग की डिब्बी में रखा गया था। इस डिब्बी से मोबाइल के साथ-साथ नशे की गोलियां भी रखी हुई थी। जेल अधिकारियों ने डिब्बी, मोबाइल व नशे की गोलियों को पुलिस के हवाले कर दिया। राष्ट्रीय ध्वज उतारने के दौरान छत से यह डिब्बी बरामद हुई थी। 1 महीने के अंदर जेल से मोबाइल मिलने की दूसरी घटना है। जिला जेल के सुरक्षा DSP शिवेंद्र पाल के मुताबिक, 13 मार्च को शाम करीब साढे 6 बजे ड्योढ़ी मुंशी गार्ड रोजाना की तरह राष्ट्रीय ध्वज को उतारने के लिए प्रशासनिक ब्लॉक की छत पर गया था। इसी दौरान उसकी नजर छत पर पड़ी 1 पीले रंग की संदिग्ध डिब्बी पर पड़ी। शक होने पर उसने तुरंत इसकी सूचना दी। जांच करने पर इस डिब्बी से 1 मोबाइल और कुछ संदिग्ध नशा नुमा करीब 100 गोलियां बरामद हुई। मोबाइल में सिम नहीं मिली बरामद मोबाइल कचोड़ा कंपनी का है, जो बिना सिम के मिला है। हालांकि, जेल परिसर के अंदर इस तरह के प्रतिबंधित सामान का पाया जाना कई गंभीर सवाल खड़े करता है। आखिर ये डिब्बी वहां कैसे पहुंची? क्या इसे अंदर से किसी ने बाहर फेंका था, किसी ने बाहर से डिब्बी को किसी गिरोह तक पहुंचाने के लिए अंदर फेंका ? फिलहाल थाना सिटी पुलिस ने FIR दर्ज का जांच शुरू कर दी। जेल अधिकारी भी अपने स्तर पर मामले की जांच कर रहे हैं। पिछले महीने भी मिला था मोबाइल पिछले महीने 16 फरवरी को भी सुरक्षा वार्ड की छत से एक काली टेप से लिपटा पैकेट मिला था। इस पैकेट को खोलने पर पैकेट के अंदर से तंबाकू नुमा वस्तु व मोबाइल बरामद हुआ था। इस मोबाइल में बैटरी लगी हुई थी। हालांकि उसमें कोई सिम कार्ड नहीं लगा हुआ था, मगर मोबाइल के साथ चार्जिंग लीड बरामद हुई थी। बॉलिंग करके फेंका जेल के सुरक्षा DSP शिवेंद्र पाल ने बताया कि मोबाइल को पीले रंग की डिब्बी में जेल के अंदर फेंका गया था। मोबाइल को जेल के बाहर से बॉलिंग करके फेंका गया होगा। हालांकि जेल में गार्ड गश्त करते है और CCTV कैमरे भी लगे हैं, लेकिन जेल में होकर गए अपराधी इस तरह के काम करते हैं। इसलिए जेल में समय-समय पर सर्च अभियान चलाया जाता है। कुरुक्षेत्र की जिला जेल में प्रशासनिक ब्लॉक की छत से मोबाइल बरामद हुआ है। यह मोबाइल पीले रंग की डिब्बी में रखा गया था। इस डिब्बी से मोबाइल के साथ-साथ नशे की गोलियां भी रखी हुई थी। जेल अधिकारियों ने डिब्बी, मोबाइल व नशे की गोलियों को पुलिस के हवाले कर दिया। राष्ट्रीय ध्वज उतारने के दौरान छत से यह डिब्बी बरामद हुई थी। 1 महीने के अंदर जेल से मोबाइल मिलने की दूसरी घटना है। जिला जेल के सुरक्षा DSP शिवेंद्र पाल के मुताबिक, 13 मार्च को शाम करीब साढे 6 बजे ड्योढ़ी मुंशी गार्ड रोजाना की तरह राष्ट्रीय ध्वज को उतारने के लिए प्रशासनिक ब्लॉक की छत पर गया था। इसी दौरान उसकी नजर छत पर पड़ी 1 पीले रंग की संदिग्ध डिब्बी पर पड़ी। शक होने पर उसने तुरंत इसकी सूचना दी। जांच करने पर इस डिब्बी से 1 मोबाइल और कुछ संदिग्ध नशा नुमा करीब 100 गोलियां बरामद हुई। मोबाइल में सिम नहीं मिली बरामद मोबाइल कचोड़ा कंपनी का है, जो बिना सिम के मिला है। हालांकि, जेल परिसर के अंदर इस तरह के प्रतिबंधित सामान का पाया जाना कई गंभीर सवाल खड़े करता है। आखिर ये डिब्बी वहां कैसे पहुंची? क्या इसे अंदर से किसी ने बाहर फेंका था, किसी ने बाहर से डिब्बी को किसी गिरोह तक पहुंचाने के लिए अंदर फेंका ? फिलहाल थाना सिटी पुलिस ने FIR दर्ज का जांच शुरू कर दी। जेल अधिकारी भी अपने स्तर पर मामले की जांच कर रहे हैं। पिछले महीने भी मिला था मोबाइल पिछले महीने 16 फरवरी को भी सुरक्षा वार्ड की छत से एक काली टेप से लिपटा पैकेट मिला था। इस पैकेट को खोलने पर पैकेट के अंदर से तंबाकू नुमा वस्तु व मोबाइल बरामद हुआ था। इस मोबाइल में बैटरी लगी हुई थी। हालांकि उसमें कोई सिम कार्ड नहीं लगा हुआ था, मगर मोबाइल के साथ चार्जिंग लीड बरामद हुई थी। बॉलिंग करके फेंका जेल के सुरक्षा DSP शिवेंद्र पाल ने बताया कि मोबाइल को पीले रंग की डिब्बी में जेल के अंदर फेंका गया था। मोबाइल को जेल के बाहर से बॉलिंग करके फेंका गया होगा। हालांकि जेल में गार्ड गश्त करते है और CCTV कैमरे भी लगे हैं, लेकिन जेल में होकर गए अपराधी इस तरह के काम करते हैं। इसलिए जेल में समय-समय पर सर्च अभियान चलाया जाता है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
