HCS मीनाक्षी के खिलाफ ACB की FIR में बड़े खुलासे:पर्ची पर सेवादार का नाम लिखा; 1 महीनें तक रिश्वत का वेट किया, 45 दिनों की CCL पर चल रहीं

HCS मीनाक्षी के खिलाफ ACB की FIR में बड़े खुलासे:पर्ची पर सेवादार का नाम लिखा; 1 महीनें तक रिश्वत का वेट किया, 45 दिनों की CCL पर चल रहीं

हरियाणा के मत्स्य विभाग में ज्वाइंट सेक्रेटरी मीनाक्षी दहिया के खिलाफ दर्ज एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) की एफआईआर में बड़े खुलासे सामने आए हैं। हालांकि रिश्ववत केस में फरार चल रही मीनाक्षी दहिया ने एक पर्ची में अपने सेवादार सत्येंद्र का नाम लिखकर दिया था। उन्होंने शिकायतकर्ता को ये भी कहा था कि मुझे फोन करने के बाद पर्ची पर लिखे नाम वाले व्यक्ति को रिश्वत के एक लाख रुपए दे देना।इसके बाद शिकायतकर्ता ने इसकी जानकारी एसीबी को दी और तय समय के तहत रिश्वत की राशि सेवादार सत्येंद्र व स्टेनोग्राफर जोगेंद्र को देते हुए ACB ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया। मीनाक्षी अप्रैल के आखिरी सप्ताह से करीब डेढ़ महीने की चाइल्ड केयर लीव (CCL) पर हैं। मीनाक्षी को सिर्फ ऑर्डर जारी करने थे रिश्वत के आरोपों में फंसी हरियाणा की HCS ऑफिसर मत्स्य विभाग की ज्वाइंट सेक्रेटरी मीनाक्षी दहिया ने चाइल्ड केयर लीव (CCL) पर रहने के बावजूद भी पैसे कमाने का मोह नहीं छोड़ा। यही वजह रही कि जिस चार्जशीट को ठीक करने के बदले में वह एक लाख रुपए की रिश्वत मांग रही थी उसे विभागीय मंत्री और ACS की ओर से पहले ही ठीक किया जा चुका था। दहिया को तो सिर्फ आफिस आर्डर जारी करने थे, लेकिन उन्होंने शिकायतकर्ता यानी पंचकूला के जिला मत्स्य अधिकारी राजन खोड़ा से रिश्वत की मांग करनी शुरू कर दी थी। यहां पढ़िए FIR में क्या है… प्रमोशन रोकने का चल रहा था खेल ACB की ओर से दर्ज की गई FIR में जिला मत्स्य अधिकारी राजन खोड़ा ने आरोप लगाया है कि 2 वर्ष पहले 29 मई 2022 को विभाग की ओर से उन पर झूठे आरोप लगाकर चार्जशीट किया गया था ताकि मेरे जूनियर कश्मीर सिंह को उप निदेशक के पद पर पदोन्नत किया जा सके, लेकिन मेरे जूनियर की प्रमोशन होने से पहले मत्स्य पालन मंत्री ने मेरी चार्जशीट ड्राप कर दी थी, जिसके कारण उसकी प्रमोशन रूक गई। राजन ने बताया कि जांच अधिकारी द्वारा जांच में मुझे निर्दोष करार दिया गया और मंत्री ने फाइल एसीएस के पास भेज दी। जिनके द्वारा जांच रिपोर्ट स्वीकृति करते हुए मंत्री को अनुमोदन के लिए भेजी गई। मंत्री ने अनुमोदन देते हुए एसीएस को चार्जशीट ड्राप करने के आदेश जारी किए। खुद फोन कर मांगी रिश्वत FIR में आरोप हैं कि 17 अप्रैल को एसीएस से फाइल वापस आने के बाद विभाग की ज्वाइंटर सेक्रेटरी मीनाक्षी दहिया ने पहले तो अपने सीनियर स्केल स्टेनोग्राफर जोगेंद्र सिंह के जरिए रिश्वत के पैसे मांगे। इसके बाद आर्डर जारी करने की एवज में शिकायतकर्ता से चंडीगढ़ स्थित कार्यालय में बुलाकर एक लाख रुपए की मांग की गई। राजन का कहना है कि चंडीगढ़ से मेरे पंचकूला आने के बाद जोगेंद्र सिंह ने मुझे मैडम का फोन नंबर व्हाटसप पर भेजते हुए कहा कि मैडम से मेरी बात हो गई है, आप उनसे व्हाटसप कॉल पर सीधी बात कर लो आपका काम हो जाएगा, मैडम ने हां कर दी है। इसके बाद मैने मैडम के मोबाइल नंबर पर अपने मोबाइल नंबर से व्हाटसप कॉल किया जिन्होंने कहा कि मेरी जोगेंद्र से बात हो गई है। आज ही आपके आर्डर जारी कर दिए जाएंगे। उसी दिन आर्डर जारी हो भी गए। विजिलेंस शिकायत की मिल गई थी मीनाक्षी को जानकारी एफआईआर में शिकायतकर्ता राजन खोड़ा ने बताया कि करीब एक महीने बाद 22 मई को पंचकूला के सेक्टर 5 स्थित एक होटल की कार पार्किंग में मैडम से मुलाकात हुई। पार्किंग में मुझसे मैडम ने कहा कि किसी के शिकायत करने पर मेरा और आपका नाम विजिलेंस में चला गया है इस कारण मैने यह पेमेंट अभी तक होल्ड पर रखी हुई थी। मैडम ने मुझसे पार्किंग में कहा कि अब मैं पर्ची में एक व्यक्ति का मोबाइल नंबर और नाम लिखकर दे रही हूं। आप एक लाख रुपए की राशि उसको बुलाकर उसे देना। लेकिन उसको बुलाने से पहले आप मुझे व्हाटसप कॉल करके बता देना कि आप उस व्यक्ति को मेरे पास भेज दो और उसके बाद मैं उस व्यक्ति को बोल दूंगी कि आप फोन करके उसे जहां भी बुलाओ वह आ जाएगा। इसके बाद मैडम की दी पर्ची के अनुसार व्यक्ति का नाम सत्येंद्र था और उसका मोबाइल नंबर है। मैडम की तलाश कर रही एसीबी रिश्वत के इस खेल में एसीबी की टीम ने गत दिनों मत्स्य विभाग के सीनियर स्केल स्टेनोग्राफर जोगिंदर सिंह तथा सेवादार सत्येंद्र सिंह को एक लाख रुपए की राशि के साथ गिरफ्तार किया था। एसीबी को पूछताछ में मालूम हुआ है कि सेवादार सत्येंद्र सिंह और जोगिंदर सिंह के माध्यम से 1 लाख रुपए की रिश्वत की रकम संयुक्त सचिव मीनाक्षी दहिया के कहने पर ली थी। इतना ही नहीं व्हाटसप कॉल पर बातचीत के दौरान शिकायतकर्ता के मोबाइल में खास डिवाइस भी लगाई गई थी जिससे पूरी कॉल रिकार्ड हो गई है। फिलहाल मीनाक्षी दहिया अभी तक फरार है और एसीबी की टीम उनकी गिरफ्तार के प्रयास में जुटी हुई है। हरियाणा के मत्स्य विभाग में ज्वाइंट सेक्रेटरी मीनाक्षी दहिया के खिलाफ दर्ज एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) की एफआईआर में बड़े खुलासे सामने आए हैं। हालांकि रिश्ववत केस में फरार चल रही मीनाक्षी दहिया ने एक पर्ची में अपने सेवादार सत्येंद्र का नाम लिखकर दिया था। उन्होंने शिकायतकर्ता को ये भी कहा था कि मुझे फोन करने के बाद पर्ची पर लिखे नाम वाले व्यक्ति को रिश्वत के एक लाख रुपए दे देना।इसके बाद शिकायतकर्ता ने इसकी जानकारी एसीबी को दी और तय समय के तहत रिश्वत की राशि सेवादार सत्येंद्र व स्टेनोग्राफर जोगेंद्र को देते हुए ACB ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया। मीनाक्षी अप्रैल के आखिरी सप्ताह से करीब डेढ़ महीने की चाइल्ड केयर लीव (CCL) पर हैं। मीनाक्षी को सिर्फ ऑर्डर जारी करने थे रिश्वत के आरोपों में फंसी हरियाणा की HCS ऑफिसर मत्स्य विभाग की ज्वाइंट सेक्रेटरी मीनाक्षी दहिया ने चाइल्ड केयर लीव (CCL) पर रहने के बावजूद भी पैसे कमाने का मोह नहीं छोड़ा। यही वजह रही कि जिस चार्जशीट को ठीक करने के बदले में वह एक लाख रुपए की रिश्वत मांग रही थी उसे विभागीय मंत्री और ACS की ओर से पहले ही ठीक किया जा चुका था। दहिया को तो सिर्फ आफिस आर्डर जारी करने थे, लेकिन उन्होंने शिकायतकर्ता यानी पंचकूला के जिला मत्स्य अधिकारी राजन खोड़ा से रिश्वत की मांग करनी शुरू कर दी थी। यहां पढ़िए FIR में क्या है… प्रमोशन रोकने का चल रहा था खेल ACB की ओर से दर्ज की गई FIR में जिला मत्स्य अधिकारी राजन खोड़ा ने आरोप लगाया है कि 2 वर्ष पहले 29 मई 2022 को विभाग की ओर से उन पर झूठे आरोप लगाकर चार्जशीट किया गया था ताकि मेरे जूनियर कश्मीर सिंह को उप निदेशक के पद पर पदोन्नत किया जा सके, लेकिन मेरे जूनियर की प्रमोशन होने से पहले मत्स्य पालन मंत्री ने मेरी चार्जशीट ड्राप कर दी थी, जिसके कारण उसकी प्रमोशन रूक गई। राजन ने बताया कि जांच अधिकारी द्वारा जांच में मुझे निर्दोष करार दिया गया और मंत्री ने फाइल एसीएस के पास भेज दी। जिनके द्वारा जांच रिपोर्ट स्वीकृति करते हुए मंत्री को अनुमोदन के लिए भेजी गई। मंत्री ने अनुमोदन देते हुए एसीएस को चार्जशीट ड्राप करने के आदेश जारी किए। खुद फोन कर मांगी रिश्वत FIR में आरोप हैं कि 17 अप्रैल को एसीएस से फाइल वापस आने के बाद विभाग की ज्वाइंटर सेक्रेटरी मीनाक्षी दहिया ने पहले तो अपने सीनियर स्केल स्टेनोग्राफर जोगेंद्र सिंह के जरिए रिश्वत के पैसे मांगे। इसके बाद आर्डर जारी करने की एवज में शिकायतकर्ता से चंडीगढ़ स्थित कार्यालय में बुलाकर एक लाख रुपए की मांग की गई। राजन का कहना है कि चंडीगढ़ से मेरे पंचकूला आने के बाद जोगेंद्र सिंह ने मुझे मैडम का फोन नंबर व्हाटसप पर भेजते हुए कहा कि मैडम से मेरी बात हो गई है, आप उनसे व्हाटसप कॉल पर सीधी बात कर लो आपका काम हो जाएगा, मैडम ने हां कर दी है। इसके बाद मैने मैडम के मोबाइल नंबर पर अपने मोबाइल नंबर से व्हाटसप कॉल किया जिन्होंने कहा कि मेरी जोगेंद्र से बात हो गई है। आज ही आपके आर्डर जारी कर दिए जाएंगे। उसी दिन आर्डर जारी हो भी गए। विजिलेंस शिकायत की मिल गई थी मीनाक्षी को जानकारी एफआईआर में शिकायतकर्ता राजन खोड़ा ने बताया कि करीब एक महीने बाद 22 मई को पंचकूला के सेक्टर 5 स्थित एक होटल की कार पार्किंग में मैडम से मुलाकात हुई। पार्किंग में मुझसे मैडम ने कहा कि किसी के शिकायत करने पर मेरा और आपका नाम विजिलेंस में चला गया है इस कारण मैने यह पेमेंट अभी तक होल्ड पर रखी हुई थी। मैडम ने मुझसे पार्किंग में कहा कि अब मैं पर्ची में एक व्यक्ति का मोबाइल नंबर और नाम लिखकर दे रही हूं। आप एक लाख रुपए की राशि उसको बुलाकर उसे देना। लेकिन उसको बुलाने से पहले आप मुझे व्हाटसप कॉल करके बता देना कि आप उस व्यक्ति को मेरे पास भेज दो और उसके बाद मैं उस व्यक्ति को बोल दूंगी कि आप फोन करके उसे जहां भी बुलाओ वह आ जाएगा। इसके बाद मैडम की दी पर्ची के अनुसार व्यक्ति का नाम सत्येंद्र था और उसका मोबाइल नंबर है। मैडम की तलाश कर रही एसीबी रिश्वत के इस खेल में एसीबी की टीम ने गत दिनों मत्स्य विभाग के सीनियर स्केल स्टेनोग्राफर जोगिंदर सिंह तथा सेवादार सत्येंद्र सिंह को एक लाख रुपए की राशि के साथ गिरफ्तार किया था। एसीबी को पूछताछ में मालूम हुआ है कि सेवादार सत्येंद्र सिंह और जोगिंदर सिंह के माध्यम से 1 लाख रुपए की रिश्वत की रकम संयुक्त सचिव मीनाक्षी दहिया के कहने पर ली थी। इतना ही नहीं व्हाटसप कॉल पर बातचीत के दौरान शिकायतकर्ता के मोबाइल में खास डिवाइस भी लगाई गई थी जिससे पूरी कॉल रिकार्ड हो गई है। फिलहाल मीनाक्षी दहिया अभी तक फरार है और एसीबी की टीम उनकी गिरफ्तार के प्रयास में जुटी हुई है।   हरियाणा | दैनिक भास्कर