हरियाणा के मत्स्य विभाग में ज्वाइंट सेक्रेटरी मीनाक्षी दहिया के खिलाफ दर्ज एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) की एफआईआर में बड़े खुलासे सामने आए हैं। हालांकि रिश्ववत केस में फरार चल रही मीनाक्षी दहिया ने एक पर्ची में अपने सेवादार सत्येंद्र का नाम लिखकर दिया था। उन्होंने शिकायतकर्ता को ये भी कहा था कि मुझे फोन करने के बाद पर्ची पर लिखे नाम वाले व्यक्ति को रिश्वत के एक लाख रुपए दे देना।इसके बाद शिकायतकर्ता ने इसकी जानकारी एसीबी को दी और तय समय के तहत रिश्वत की राशि सेवादार सत्येंद्र व स्टेनोग्राफर जोगेंद्र को देते हुए ACB ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया। मीनाक्षी अप्रैल के आखिरी सप्ताह से करीब डेढ़ महीने की चाइल्ड केयर लीव (CCL) पर हैं। मीनाक्षी को सिर्फ ऑर्डर जारी करने थे रिश्वत के आरोपों में फंसी हरियाणा की HCS ऑफिसर मत्स्य विभाग की ज्वाइंट सेक्रेटरी मीनाक्षी दहिया ने चाइल्ड केयर लीव (CCL) पर रहने के बावजूद भी पैसे कमाने का मोह नहीं छोड़ा। यही वजह रही कि जिस चार्जशीट को ठीक करने के बदले में वह एक लाख रुपए की रिश्वत मांग रही थी उसे विभागीय मंत्री और ACS की ओर से पहले ही ठीक किया जा चुका था। दहिया को तो सिर्फ आफिस आर्डर जारी करने थे, लेकिन उन्होंने शिकायतकर्ता यानी पंचकूला के जिला मत्स्य अधिकारी राजन खोड़ा से रिश्वत की मांग करनी शुरू कर दी थी। यहां पढ़िए FIR में क्या है… प्रमोशन रोकने का चल रहा था खेल ACB की ओर से दर्ज की गई FIR में जिला मत्स्य अधिकारी राजन खोड़ा ने आरोप लगाया है कि 2 वर्ष पहले 29 मई 2022 को विभाग की ओर से उन पर झूठे आरोप लगाकर चार्जशीट किया गया था ताकि मेरे जूनियर कश्मीर सिंह को उप निदेशक के पद पर पदोन्नत किया जा सके, लेकिन मेरे जूनियर की प्रमोशन होने से पहले मत्स्य पालन मंत्री ने मेरी चार्जशीट ड्राप कर दी थी, जिसके कारण उसकी प्रमोशन रूक गई। राजन ने बताया कि जांच अधिकारी द्वारा जांच में मुझे निर्दोष करार दिया गया और मंत्री ने फाइल एसीएस के पास भेज दी। जिनके द्वारा जांच रिपोर्ट स्वीकृति करते हुए मंत्री को अनुमोदन के लिए भेजी गई। मंत्री ने अनुमोदन देते हुए एसीएस को चार्जशीट ड्राप करने के आदेश जारी किए। खुद फोन कर मांगी रिश्वत FIR में आरोप हैं कि 17 अप्रैल को एसीएस से फाइल वापस आने के बाद विभाग की ज्वाइंटर सेक्रेटरी मीनाक्षी दहिया ने पहले तो अपने सीनियर स्केल स्टेनोग्राफर जोगेंद्र सिंह के जरिए रिश्वत के पैसे मांगे। इसके बाद आर्डर जारी करने की एवज में शिकायतकर्ता से चंडीगढ़ स्थित कार्यालय में बुलाकर एक लाख रुपए की मांग की गई। राजन का कहना है कि चंडीगढ़ से मेरे पंचकूला आने के बाद जोगेंद्र सिंह ने मुझे मैडम का फोन नंबर व्हाटसप पर भेजते हुए कहा कि मैडम से मेरी बात हो गई है, आप उनसे व्हाटसप कॉल पर सीधी बात कर लो आपका काम हो जाएगा, मैडम ने हां कर दी है। इसके बाद मैने मैडम के मोबाइल नंबर पर अपने मोबाइल नंबर से व्हाटसप कॉल किया जिन्होंने कहा कि मेरी जोगेंद्र से बात हो गई है। आज ही आपके आर्डर जारी कर दिए जाएंगे। उसी दिन आर्डर जारी हो भी गए। विजिलेंस शिकायत की मिल गई थी मीनाक्षी को जानकारी एफआईआर में शिकायतकर्ता राजन खोड़ा ने बताया कि करीब एक महीने बाद 22 मई को पंचकूला के सेक्टर 5 स्थित एक होटल की कार पार्किंग में मैडम से मुलाकात हुई। पार्किंग में मुझसे मैडम ने कहा कि किसी के शिकायत करने पर मेरा और आपका नाम विजिलेंस में चला गया है इस कारण मैने यह पेमेंट अभी तक होल्ड पर रखी हुई थी। मैडम ने मुझसे पार्किंग में कहा कि अब मैं पर्ची में एक व्यक्ति का मोबाइल नंबर और नाम लिखकर दे रही हूं। आप एक लाख रुपए की राशि उसको बुलाकर उसे देना। लेकिन उसको बुलाने से पहले आप मुझे व्हाटसप कॉल करके बता देना कि आप उस व्यक्ति को मेरे पास भेज दो और उसके बाद मैं उस व्यक्ति को बोल दूंगी कि आप फोन करके उसे जहां भी बुलाओ वह आ जाएगा। इसके बाद मैडम की दी पर्ची के अनुसार व्यक्ति का नाम सत्येंद्र था और उसका मोबाइल नंबर है। मैडम की तलाश कर रही एसीबी रिश्वत के इस खेल में एसीबी की टीम ने गत दिनों मत्स्य विभाग के सीनियर स्केल स्टेनोग्राफर जोगिंदर सिंह तथा सेवादार सत्येंद्र सिंह को एक लाख रुपए की राशि के साथ गिरफ्तार किया था। एसीबी को पूछताछ में मालूम हुआ है कि सेवादार सत्येंद्र सिंह और जोगिंदर सिंह के माध्यम से 1 लाख रुपए की रिश्वत की रकम संयुक्त सचिव मीनाक्षी दहिया के कहने पर ली थी। इतना ही नहीं व्हाटसप कॉल पर बातचीत के दौरान शिकायतकर्ता के मोबाइल में खास डिवाइस भी लगाई गई थी जिससे पूरी कॉल रिकार्ड हो गई है। फिलहाल मीनाक्षी दहिया अभी तक फरार है और एसीबी की टीम उनकी गिरफ्तार के प्रयास में जुटी हुई है। हरियाणा के मत्स्य विभाग में ज्वाइंट सेक्रेटरी मीनाक्षी दहिया के खिलाफ दर्ज एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) की एफआईआर में बड़े खुलासे सामने आए हैं। हालांकि रिश्ववत केस में फरार चल रही मीनाक्षी दहिया ने एक पर्ची में अपने सेवादार सत्येंद्र का नाम लिखकर दिया था। उन्होंने शिकायतकर्ता को ये भी कहा था कि मुझे फोन करने के बाद पर्ची पर लिखे नाम वाले व्यक्ति को रिश्वत के एक लाख रुपए दे देना।इसके बाद शिकायतकर्ता ने इसकी जानकारी एसीबी को दी और तय समय के तहत रिश्वत की राशि सेवादार सत्येंद्र व स्टेनोग्राफर जोगेंद्र को देते हुए ACB ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया। मीनाक्षी अप्रैल के आखिरी सप्ताह से करीब डेढ़ महीने की चाइल्ड केयर लीव (CCL) पर हैं। मीनाक्षी को सिर्फ ऑर्डर जारी करने थे रिश्वत के आरोपों में फंसी हरियाणा की HCS ऑफिसर मत्स्य विभाग की ज्वाइंट सेक्रेटरी मीनाक्षी दहिया ने चाइल्ड केयर लीव (CCL) पर रहने के बावजूद भी पैसे कमाने का मोह नहीं छोड़ा। यही वजह रही कि जिस चार्जशीट को ठीक करने के बदले में वह एक लाख रुपए की रिश्वत मांग रही थी उसे विभागीय मंत्री और ACS की ओर से पहले ही ठीक किया जा चुका था। दहिया को तो सिर्फ आफिस आर्डर जारी करने थे, लेकिन उन्होंने शिकायतकर्ता यानी पंचकूला के जिला मत्स्य अधिकारी राजन खोड़ा से रिश्वत की मांग करनी शुरू कर दी थी। यहां पढ़िए FIR में क्या है… प्रमोशन रोकने का चल रहा था खेल ACB की ओर से दर्ज की गई FIR में जिला मत्स्य अधिकारी राजन खोड़ा ने आरोप लगाया है कि 2 वर्ष पहले 29 मई 2022 को विभाग की ओर से उन पर झूठे आरोप लगाकर चार्जशीट किया गया था ताकि मेरे जूनियर कश्मीर सिंह को उप निदेशक के पद पर पदोन्नत किया जा सके, लेकिन मेरे जूनियर की प्रमोशन होने से पहले मत्स्य पालन मंत्री ने मेरी चार्जशीट ड्राप कर दी थी, जिसके कारण उसकी प्रमोशन रूक गई। राजन ने बताया कि जांच अधिकारी द्वारा जांच में मुझे निर्दोष करार दिया गया और मंत्री ने फाइल एसीएस के पास भेज दी। जिनके द्वारा जांच रिपोर्ट स्वीकृति करते हुए मंत्री को अनुमोदन के लिए भेजी गई। मंत्री ने अनुमोदन देते हुए एसीएस को चार्जशीट ड्राप करने के आदेश जारी किए। खुद फोन कर मांगी रिश्वत FIR में आरोप हैं कि 17 अप्रैल को एसीएस से फाइल वापस आने के बाद विभाग की ज्वाइंटर सेक्रेटरी मीनाक्षी दहिया ने पहले तो अपने सीनियर स्केल स्टेनोग्राफर जोगेंद्र सिंह के जरिए रिश्वत के पैसे मांगे। इसके बाद आर्डर जारी करने की एवज में शिकायतकर्ता से चंडीगढ़ स्थित कार्यालय में बुलाकर एक लाख रुपए की मांग की गई। राजन का कहना है कि चंडीगढ़ से मेरे पंचकूला आने के बाद जोगेंद्र सिंह ने मुझे मैडम का फोन नंबर व्हाटसप पर भेजते हुए कहा कि मैडम से मेरी बात हो गई है, आप उनसे व्हाटसप कॉल पर सीधी बात कर लो आपका काम हो जाएगा, मैडम ने हां कर दी है। इसके बाद मैने मैडम के मोबाइल नंबर पर अपने मोबाइल नंबर से व्हाटसप कॉल किया जिन्होंने कहा कि मेरी जोगेंद्र से बात हो गई है। आज ही आपके आर्डर जारी कर दिए जाएंगे। उसी दिन आर्डर जारी हो भी गए। विजिलेंस शिकायत की मिल गई थी मीनाक्षी को जानकारी एफआईआर में शिकायतकर्ता राजन खोड़ा ने बताया कि करीब एक महीने बाद 22 मई को पंचकूला के सेक्टर 5 स्थित एक होटल की कार पार्किंग में मैडम से मुलाकात हुई। पार्किंग में मुझसे मैडम ने कहा कि किसी के शिकायत करने पर मेरा और आपका नाम विजिलेंस में चला गया है इस कारण मैने यह पेमेंट अभी तक होल्ड पर रखी हुई थी। मैडम ने मुझसे पार्किंग में कहा कि अब मैं पर्ची में एक व्यक्ति का मोबाइल नंबर और नाम लिखकर दे रही हूं। आप एक लाख रुपए की राशि उसको बुलाकर उसे देना। लेकिन उसको बुलाने से पहले आप मुझे व्हाटसप कॉल करके बता देना कि आप उस व्यक्ति को मेरे पास भेज दो और उसके बाद मैं उस व्यक्ति को बोल दूंगी कि आप फोन करके उसे जहां भी बुलाओ वह आ जाएगा। इसके बाद मैडम की दी पर्ची के अनुसार व्यक्ति का नाम सत्येंद्र था और उसका मोबाइल नंबर है। मैडम की तलाश कर रही एसीबी रिश्वत के इस खेल में एसीबी की टीम ने गत दिनों मत्स्य विभाग के सीनियर स्केल स्टेनोग्राफर जोगिंदर सिंह तथा सेवादार सत्येंद्र सिंह को एक लाख रुपए की राशि के साथ गिरफ्तार किया था। एसीबी को पूछताछ में मालूम हुआ है कि सेवादार सत्येंद्र सिंह और जोगिंदर सिंह के माध्यम से 1 लाख रुपए की रिश्वत की रकम संयुक्त सचिव मीनाक्षी दहिया के कहने पर ली थी। इतना ही नहीं व्हाटसप कॉल पर बातचीत के दौरान शिकायतकर्ता के मोबाइल में खास डिवाइस भी लगाई गई थी जिससे पूरी कॉल रिकार्ड हो गई है। फिलहाल मीनाक्षी दहिया अभी तक फरार है और एसीबी की टीम उनकी गिरफ्तार के प्रयास में जुटी हुई है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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सैलजा की चुप्पी से हरियाणा कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ीं:टिकट वितरण और जातिगत टिप्पणी से नाराज; प्रचार में नहीं दिख रहीं, 21 सीटों पर प्रभाव हरियाणा में सिरसा से कांग्रेस की सांसद कुमारी सैलजा की चुप्पी से इन दिनों पार्टी की टेंशन बढ़ गई है। उनके समर्थकों को विधानसभा टिकट बंटवारे में तवज्जो न मिलने और लगातार हुड्डा गुट के समर्थकों की ओर की गईं टिप्पणियों से वह आहत हैं, और अपने आपको हरियाणा चुनाव से दूर रखे हुए हैं। सैलजा की साइलेंस से हुड्डा खेमे में खलबली मची हुई है, क्योंकि उनकी चुप्पी का कांग्रेस को नुकसान उठाना पड़ सकता है, और हुड्डा खेमे को सत्ता पाने की चाहत से दूर कर सकता है। बता दें कि कुमारी सैलजा अनुसूचित जाति से आती हैं। वह हरियाणा में कांग्रेस का बड़ा दलित चेहरा हैं। हरियाणा में 17 रिजर्व सीटे हैं। इसके अलावा सिरसा और फतेहाबाद की विधानसभा सीटों पर भी सैलजा का प्रभाव है। ऐसे में करीब 21 विधानसभा सीटें हैं, जहां कुमारी सैलजा प्रभाव रखती हैं। हरियाणा में 12 सितंबर को नामांकन के अंतिम दिन कांग्रेस ने उम्मीदवारों की अंतिम सूची जारी की थी। तब से ही कुमारी सैलजा चुप हैं, और उन्होंने चुनावी कैंपेन से दूरी बना ली है। सैलजा के नाराज होने की 3 वजहें… 1. टिकट वितरण में अनदेखी : कुमारी सैलजा के नाराज होने की वजह टिकट वितरण को माना जा रहा है। सैलजा ने हरियाणा में 30 से 35 सीटें अपने समर्थकों के लिए मांगी थीं, लेकिन कांग्रेस हाईकमान ने हुड्डा समर्थकों को तवज्जो देते हुए 90 में से 72 सीटों पर उनके समर्थकों को टिकट दी। वहीं, सैलजा खेमे के हाथ केवल 4 सीटें लगीं। कांग्रेस महासचिव एवं सांसद कुमारी सैलजा अपने बेहद करीबी डॉ. अजय चौधरी को नारनौंद विधानसभा सीट से टिकट दिलाने में भी कामयाब नहीं हो पाईं। 2. जातिगत टिप्पणी : टिकट वितरण के अंतिम दिन नारनौंद में कांग्रेस उम्मीदवार जस्सी पेटवाड़ के नामांकन कार्यक्रम में एक समर्थक ने कुमारी सैलजा पर जातिगत टिप्पणी की थी। इस मामले ने तूल पकड़ा और जगह-जगह विरोध भी हुआ। दलित समाज सैलजा पर की गई टिप्पणी से आहत है। नारनौंद थाने में जस्सी पेटवाड़ समर्थक कांग्रेस कार्यकर्ता पर केस भी दर्ज हुआ है। 3. हुड्डा खेमे से तनातनी : हरियाणा कांग्रेस में दो गुट बने हुए हैं। एक गुट हुड्डा पिता-पुत्र का है, तो दूसरा गुट SRK से SRB हो गया है। किरण चौधरी भी हुड्डा की मनमानी से नाराज होकर भाजपा में चली गई हैं। इसके बाद बीरेंद्र सिंह सैलजा गुट के साथ नजर आने लगे हैं। चुनाव कैंपेन में पोस्टर से लेकर बयानबाजी तक में दोनों खेमे में साफ तौर पर तनातनी देखने मिली है। भूपेंद्र हुड्डा अब डैमेज कंट्रोल कर रहे
सांसद कुमारी सैलजा पर अभद्र टिप्पणी के बाद पूर्व CM भूपेंद्र हुड्डा उनके सपोर्ट में भी आए। उन्होंने कहा, “सैलजा पर की गई टिप्पणी मैनिपुलेटेड है। वह हमारी बहन भी हैं, और कांग्रेस की सम्मानित नेता हैं। कांग्रेस का कोई भी नेता या कार्यकर्ता उनके बारे में गलत टिप्पणी नहीं कर सकता। उनके बारे में यदि कोई भी, किसी प्रकार की गलत टिप्पणी करता है तो उसका कांग्रेस में कोई स्थान नहीं है। आज हर किसी के पास मोबाइल है और किसी को भी मैनिपुलेट कर कुछ भी बुलवाया जा सकता है, लेकिन ऐसी मानसिकता का समाज या राजनीति में कोई स्थान नहीं है। विरोधी दल जानबूझकर समाज को बांटने वाली साजिश रच रहे हैं।” हुड्डा-सैलजा में कांग्रेस संदेश यात्रा के दौरान दिखी तनातनी
हरियाणा विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी में CM कुर्सी की लड़ाई शुरू हो गई थी। पूर्व CM भूपेंद्र हुड्डा गुट के ‘हरियाणा मांगे हिसाब’ कैंपेन के बराबर सांसद कुमारी सैलजा ने ‘कांग्रेस संदेश यात्रा’ का ऐलान कर दिया था। सैलजा ने सोशल मीडिया पर 27 जुलाई से अपना कैंपेन शुरू करने को लेकर एक पोस्टर शेयर किया था। इससे बवाल मच गया था। क्योंकि इस पर पूर्व CM भूपेंद्र हुड्डा और प्रदेश अध्यक्ष उदयभान का फोटो नहीं था। हुड्डा गुट ने इसकी शिकायत कांग्रेस हाईकमान से की थी। इसके बाद सैलजा ने एक और पोस्टर रिलीज किया था, जिसमें हुड्डा और उदयभान के फोटो शामिल किए गए। सैलजा ने अपने पोस्टर में रणदीप सुरजेवाला और पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह को जगह दी थी।
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हिसार में विवाहिता को दिया जहर:इलाज के दौरान हुई मौत, पति समेत 5 पर केस, आज होगा पोस्टमॉर्टम हरियाणा के हिसार जिले के नारनौंद के उप मंडल के गांव पुट्टी में एक विवाहिता को जहर देने के मामले में पति सहित ससुराल पक्ष के पांच लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। विवाहिता की शुक्रवार को हिसार के निजी अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई थी। शनिवार को शव का हिसार के नागरिक अस्पताल में पोस्टमॉर्टम करवा कर शव परिजनों को सौंप दिया जाएगा। 2 लाख व गाड़ी की डिमांड भिवानी जिले के गांव बागन वाला निवासी उमेद सिंह ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि वह खेती बाड़ी का काम करता है। मेरे तीन बच्चे हैं, जिनमें सबसे बड़ा बेटा अमित, उससे छोटी बेटी 26 वर्षीय मंजू और उससे छोटा पवन कुमार है। मेरी बेटी मंजू की शादी 27 नवंबर 2023 को गांव पुठी निवासी मंदीप के साथ हुई थी। शादी के कुछ दिन बाद मेरी बेटी मंजू को दहेज के लिए तंग करने लगे और 2 लाख व गाड़ी की डिमांड करने लगे। पंचायत के बाद भी तंग करना नहीं छोड़ा उन्होंने मेरी बेटी को मेरे पास भेज दिया और फिर कुछ दिन बाद पंचायत हुई। पंचायत में उसके ससुराल वालों ने माफी मांगी और फिर मैने मेरी बेटी को मंदीप के साथ पुठी भेज दिया। लेकिन आरोपी उसको दोबारा तंग करने लगे और दहेज में 2 लाख व की नगदी में कार की मांग करने लगे, लेकिन मंजू की ससुराल पक्ष के लोग उसको तंग करने से बाज नहीं आ रहे थे। मेरी बेटी मंजू ने मेरे को बताया कि मेरे साथ मंदीप बातचीत नही करता। निजी अस्पताल में आईसीयू में थी भर्ती मेरी बेटी मंजू के पास एक मोबाइल फोन था, जिसकी सिम निकालकर तोड़ दी, ताकि मेरी बेटी मंजू मुझसे बात ना कर सके। 6 सितंबर को सुबह करीब 8 बजे उनके पास पुठी गांव से फोन आया कि मंजू की जान खतरे में है। यह पता चलते ही वे पुठी के लिए निकल गए। रास्ते में उनको पता लगा कि मंजू को हिसार के एक निजी अस्पताल में दाखिल करवाया गया है। वो हिसार के निजी अस्पताल में पहुंचे, जहां मंजू आईसीयू में भर्ती थी। छाती में हो रहा था ज्यादा दर्द मंजू ने उनको बताया था कि उसको जहर दिया गया है और उसकी छाती में बहुत ज्यादा दर्द हो रहा है। उसके बाद मंजू बेहोश हो गई। इसके करीब आधा घंटे बाद मंजू की मौत हो गई। बास थाना पुलिस ने मंजू के पिता उमेद सिंह की शिकायत पर मंजू के पति मंदीप, ससुर बलवान, सास कांता, ननद मनीषा व मीनू के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 80(2), 123, 3(5) के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
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