जींद में भाखड़ा पेयजल प्रोजेक्ट पर तेजी से काम शुरू हो गया है। 378 करोड़ के इस प्रोजेक्ट पर 3 साल में काम पूरा होगा। नरवाना के पास से गुजर रही भाखड़ा ब्रांच नहर से पाइप लाइन के जरिए बड़ौदी के पास 36 एकड़ में पानी स्टोर किया जाएगा। यहां बड़े-बड़े जलघरों का निर्माण शुरू हो चुका है। यहां से शहर में बनने वाले 19 बूस्टिंग स्टेशन तक पानी पहुंचाया जाएगा और इसके बाद घर-घर पेयजल की सप्लाई होगी। दो लाख की आबादी वाले जींद शहर को नहरी पानी मिलने लगेगा। 2016 में पूर्व सीएम मनोहर लाल ने भाखड़ा नहर पेयजल परियोजना की घोषणा की थी। 2019 में इस परियोजना के लिए जमीन की तलाश शुरू हुई। 4 बार लगाए टेंडर, लेकिन कैंसिल होते रहे एक साथ जमीन मिलने में 3 साल का समय लग गया। इसके बाद जींद से 12 किलोमीटर दूर बड़ौदी में जलघर की 36 एकड़ जमीन मिली। इसके बाद 4 बार टेंडर लगाए गए, लेकिन कभी टेक्निकल तो कभी दूसरे कारणों से टेंडर कैंसिल होते रहे। 2024 में लोकसभा और विधानसभा चुनावों के चलते 8 माह तक काम प्रभावित रहा। परियोजना के तहत दो एजेंसियों को अलग-अलग काम दिया गया है। जैन कंस्ट्रक्शन एजेंसी द्वारा 90.44 करोड़ रुपए से नरवाना में भाखड़ा नहर के पास रिटेंशन टैंक, पंप हाउस बनाया जाएगा। 28 किलोमीटर तक 48 इंच पाइप लाइन नरवाना भाखड़ा नहर से बड़ौदी तक बिछाई जाएगी। शहर में बनेंगे बूस्टर, यहां से घरों में सप्लाई होगा पानी 71.98 करोड़ रुपए से होने वाले काम का टेंडर योगी कंस्ट्रक्शन कंपनी को दिया गया है। एजेंसी की ओर से पेयजल सप्लाई के लिए शहर में बूस्टर बनाए जाएंगे। 330 किलोमीटर लंबी पाइप लाइन बिछाई जाएगी। लोगों के घरों में निर्बाध पेयजल पहुंचाने के लिए लोको कॉलोनी, सुंदर नगर, राजकीय आईटीआई, नहर कॉलोनी, कृषि विभाग कार्यालय के पास, वीटा प्लांट के पास, पुरानी अनाज मंडी, काठ मंडी में, रानी तालाब के पास, पुराना बस स्टैंड, राजकीय कालेज के पास बूस्टर बनाया जाएगा। इसके अलावा नागरिक अस्पताल, पुलिस लाइन, जेल के पास, जनस्वास्थ्य विभाग कार्यालय के पास, रोहतक रोड, भिवानी रोड पर बूस्टिंग स्टेशन बनाए जाएंगे। इसके जरिए अलग-अलग कॉलोनियों में पेयजल की सप्लाई की जाएगी। जींद में भाखड़ा पेयजल प्रोजेक्ट पर तेजी से काम शुरू हो गया है। 378 करोड़ के इस प्रोजेक्ट पर 3 साल में काम पूरा होगा। नरवाना के पास से गुजर रही भाखड़ा ब्रांच नहर से पाइप लाइन के जरिए बड़ौदी के पास 36 एकड़ में पानी स्टोर किया जाएगा। यहां बड़े-बड़े जलघरों का निर्माण शुरू हो चुका है। यहां से शहर में बनने वाले 19 बूस्टिंग स्टेशन तक पानी पहुंचाया जाएगा और इसके बाद घर-घर पेयजल की सप्लाई होगी। दो लाख की आबादी वाले जींद शहर को नहरी पानी मिलने लगेगा। 2016 में पूर्व सीएम मनोहर लाल ने भाखड़ा नहर पेयजल परियोजना की घोषणा की थी। 2019 में इस परियोजना के लिए जमीन की तलाश शुरू हुई। 4 बार लगाए टेंडर, लेकिन कैंसिल होते रहे एक साथ जमीन मिलने में 3 साल का समय लग गया। इसके बाद जींद से 12 किलोमीटर दूर बड़ौदी में जलघर की 36 एकड़ जमीन मिली। इसके बाद 4 बार टेंडर लगाए गए, लेकिन कभी टेक्निकल तो कभी दूसरे कारणों से टेंडर कैंसिल होते रहे। 2024 में लोकसभा और विधानसभा चुनावों के चलते 8 माह तक काम प्रभावित रहा। परियोजना के तहत दो एजेंसियों को अलग-अलग काम दिया गया है। जैन कंस्ट्रक्शन एजेंसी द्वारा 90.44 करोड़ रुपए से नरवाना में भाखड़ा नहर के पास रिटेंशन टैंक, पंप हाउस बनाया जाएगा। 28 किलोमीटर तक 48 इंच पाइप लाइन नरवाना भाखड़ा नहर से बड़ौदी तक बिछाई जाएगी। शहर में बनेंगे बूस्टर, यहां से घरों में सप्लाई होगा पानी 71.98 करोड़ रुपए से होने वाले काम का टेंडर योगी कंस्ट्रक्शन कंपनी को दिया गया है। एजेंसी की ओर से पेयजल सप्लाई के लिए शहर में बूस्टर बनाए जाएंगे। 330 किलोमीटर लंबी पाइप लाइन बिछाई जाएगी। लोगों के घरों में निर्बाध पेयजल पहुंचाने के लिए लोको कॉलोनी, सुंदर नगर, राजकीय आईटीआई, नहर कॉलोनी, कृषि विभाग कार्यालय के पास, वीटा प्लांट के पास, पुरानी अनाज मंडी, काठ मंडी में, रानी तालाब के पास, पुराना बस स्टैंड, राजकीय कालेज के पास बूस्टर बनाया जाएगा। इसके अलावा नागरिक अस्पताल, पुलिस लाइन, जेल के पास, जनस्वास्थ्य विभाग कार्यालय के पास, रोहतक रोड, भिवानी रोड पर बूस्टिंग स्टेशन बनाए जाएंगे। इसके जरिए अलग-अलग कॉलोनियों में पेयजल की सप्लाई की जाएगी। हरियाणा | दैनिक भास्कर
