‘मेरे पति को हनी ट्रैप में फंसाया गया है। वो बहुत की सिंपल व्यक्ति हैं। उन पर कोई प्रेशर डाला गया होगा। मुझे अपने पति पर कभी कोई शक नहीं हुआ। उनके साथ कोई बड़ी साजिश हुई है। मेरे पति तो बस नौकरी और घर, इससे ज्यादा उनका कहीं आना जाना तक नहीं था।’ यह कहना है, ISI के लिए जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किए गए रविंद्र की पत्नी आरती का। ATS जब से रविंद्र को उठाया है, आरती सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगा रही हैं। रविंद्र की गिरफ्तारी के बाद दैनिक भास्कर डिजिटल की टीम उनके घर आगरा के बिंदु कटरा मोहल्ले पहुंची। पति की गिरफ्तारी पर पत्नी का क्या कहना है? मोहल्ले में किस तरह की बातचीत हो रही है? रवींद्र को लोग कितना जानते थे? यह जानने की कोशिश की? पढ़िए पूरी रिपोर्ट… पहले पढ़िए पत्नी ने जो कहा… मेरे पति कभी गलत काम नहीं कर सकते
मोहल्ले में पहुंचने के बाद हम सीधे रवींद्र के घर गए। पत्नी आरती ने दरवाजा खोला, लेकिन बातचीत करने से मना कर दिया। वह सीधे एक ही बात बोलीं- मेरे पति को फंसाया जा रहा है, मैं कुछ नहीं कहना चाहती। आप लोग जाइए, हम पहले ही बहुत परेशान हैं। फिर काफी देर तक हमने उन्हें समझाया और बताया कि हम उनकी बात सभी के सामने लाना चाहते हैं। इसके बाद वह बाहर आईं और हमसे बात की। हमारी बातचीत सीधे उनके पति पर ही शुरू हुई। आरती कहती हैं- हमें समझ ही नहीं आ रहा कि रात को अचानक पुलिस हमारे घर आती है और पति का मोबाइल मांगती है। थोड़ी देर में वह मेरे पति को लेकर चले जाते हैं। हम लोग सिर्फ इस बात से परेशान हैं कि आखिर ऐसा क्या हुआ कि मेरे पति को गिरफ्तार कर लिया गया? मीडिया से मालूम हुआ, मेरे पति जासूसी कर रहे
सुबह मीडिया और आप लोगों से पता चला कि मेरे पति जासूसी कर रहे थे। आज तक मेरे पति ने कभी कोई गलत काम नहीं किया। हमें उन पर पूरा भरोसा है। उन्हें जरूर हनी ट्रैप में फंसाया गया है। लेकिन, मुझे नहीं पता कि उन्हें फंसाने वाली महिला पाकिस्तान की है। हम लोग तो मिडिल क्लास के लोग हैं। कभी इन चक्करों में नहीं पड़ते। हमारे पति ने भी कभी हमसे इस तरह की कोई चर्चा नहीं की। जब रात को पुलिस वाले पति को लेकर जा रहे थे, तो हमें उनसे बात तक नहीं करने दी। अब पता चल रहा है कि वो ATS थी। हमें तो पता भी नहीं चला कि ATS क्यों आई थी? उन लोगों ने कहा था कि केवल आपके पति का फोन चेक करना है, इसलिए ले जा रहे हैं। अब जानिए रवींद्र हनी ट्रैप में कैसे फंसा? यूपी ATS ने आगरा से ISI एजेंट रवींद्र कुमार को 14 मार्च को गिरफ्तार किया था। वह पाकिस्तान के लिए जासूसी कर रहा था। रवींद्र फिरोजाबाद के हजरतपुर की आर्डिनेंस फैक्ट्री में चार्जमैन के पद पर तैनात है। वह पाकिस्तान से ऑपरेट होने वाले सोशल मीडिया अकाउंट पर जानकारी दे रहा था। रवींद्र ISI के बिछाए हनी ट्रैप में फंस गया। वह काफी समय से खुफिया सूचनाएं लीक कर रहा था। उसके खिलाफ ATS को कई पुख्ता सबूत मिले हैं। मूलरूप से मध्य प्रदेश के शिवपुरी का रहने वाले रवींद्र का परिवार लंबे समय से आगरा के बुंदु कटरा में रह रहा है। फेसबुक पर नेहा शर्मा ने फंसाया
रवींद्र फेसबुक के जरिए नेहा शर्मा नाम की महिला के संपर्क में आया। वह ऑर्डिनेंस फैक्ट्री के गोपनीय दस्तावेज ISI के लिए काम करने वाली महिला को भेज रहा था। ATS को उसके मोबाइल से ऑर्डिनेंस फैक्ट्री की अहम डेली रिपोर्ट मिली है। इसमें ड्रोन, गगनयान प्रोजेक्ट और अन्य गोपनीय जानकारी/स्क्रीनिंग कमेटी का कॉन्फिडेंशियल दस्तावेज हैं। एडीजी ATS नीलाब्जा चौधरी ने बताया कि नेहा शर्मा नाम की आईडी पाकिस्तान से ऑपरेट हो रही थी। अब जानिए पाकिस्तानी लड़की ने कैसे रविंद्र को फंसाया
नेहा शर्मा नाम की फेसबुक आईडी से पहले रवींद्र को रिक्वेस्ट भेजी गई। इसके बाद मैसेंजर के जरिए बातचीत शुरू हुई। शुरू में नेहा ने खुद को ISRO (इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन) से जुड़ा हुआ बताया। दोनों के बीच बातचीत बढ़ती गई। फेसबुक मैसेंजर से ही वॉट्सऐप नंबर की अदला-बदली हुई। फिर बात प्यार-मोहब्बत तक पहुंच गई। ATS का कहना है- रवींद्र और नेहा देर रात तक बातचीत करते थे। दोनों के बीच वीडियो कॉल भी होती थी। इसके रिकॉर्ड्स मिले हैं। जब रवींद्र पूरी तरह से नेहा के पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के जाल में फंस गया, तब नेहा ने उसे अपना असली रूप दिखाया। वह पैसों का लालच देकर गगनयान से जुड़ी जानकारियां इकट्ठा करने लगी। पत्नी के डर से स्टोर कीपर के नाम से सेव किया नंबर
रवींद्र की जिस नंबर पर बात हो रही थी, उसे उसने अपने मोबाइल में चंदन स्टोर कीपर-2 के नाम से फीड कर रखा था। ATS अधिकारियों के पूछे जाने पर उसने बताया, घर वालों को खासकर, उसकी पत्नी को कोई शक न हो, इसलिए उसने स्टोर कीपर नाम से नंबर को फीड किया हुआ है। उसने यह भी बताया कि वह नेहा से हुई बातचीत को डिलीट कर देता था, फिर भी कुछ चैट रह गई थी। अब पढ़िए पड़ोसियों ने जो कुछ कहा… सच्चाई कुछ और भी हो सकती है…
रवींद्र की पत्नी से बात करने के बाद भास्कर टीम मोहल्ले वालों से बात करने निकली। यहां रवींद्र के घर से कुछ दूरी पर लोग खड़े दिखाई दिए। ज्यादातर लोग छत से ही रवींद्र के घर की तरफ देख रहे हैं। हमने कुछ लोगों से बात करने की कोशिश की, तो सब हिचकते नजर आए। ज्यादातर ने कह दिया कि हमें कुछ नहीं पता। लेकिन हमारा प्रयास जारी रहा। कुछ देर बाद एक पड़ोसी से बातचीत शुरू हुई। उन्होंने बताया- रवींद्र का जन्म इसी घर में हुआ था। वो शुरू से लोगों से कम ही मिलते-जुलते थे। इनके परिवार के लोग बहुत अच्छे हैं
पड़ोस में रहने वाले सुधांशु गुप्ता ने बताया- हम लोग करीब 70 साल से यहां रह रहे हैं। इनके बाप-दादा भी बहुत अच्छे थे। जब जासूसी की खबर सुनी, तो हम लोग दंग रह गए। वह सुबह 8 बजे निकल जाते थे और रात में 10 बजे तक वापस आते थे। इस वजह से उनका बहुत ज्यादा किसी से मेल-जोल नहीं था। लेकिन, इस तरह से गतिविधि में शामिल होंगे, इसके बारे में कोई जानकारी नहीं। इनके परिवार में दो बेटे, पत्नी और मां हैं। सभी परिवार के लोग बहुत सीधे हैं। इस तरह के काम में नाम आ जाएगा, इसका किसी को अंदाजा ही नहीं था। अब ये कैसे हुआ और कितनी सच्चाई है, ये तो जांच के बाद ही पता चलेगा। रवींद्र को रील बनाने का शौक था
जांच में पता चला है कि रविंद्र को रील बनाने का शौक है। अक्सर दर्द भरे गानों पर रील बनाकर अपनी इंस्टा और फेसबुक आईडी पर अपलोड करते थे। फेसबुक से ही नेहा नाम की आईडी से उसका कनेक्शन हुआ। हालांकि, इंस्टा की आईडी प्राइवेट है, जिसे हर कोई नहीं खोल सकता। अब जानिए गगनयान क्या है, जिसकी जानकारी पाकिस्तान ले रहा था?
गगनयान भारत का पहला मानव अंतरिक्ष उड़ान मिशन है। इसके तहत 4 एस्ट्रोनॉट्स अंतरिक्ष में जाएंगे। गगनयान में 3 दिनों का मिशन होगा, जिसके तहत एस्ट्रोनॉट्स के दल को 400 KM ऊपर पृथ्वी की कक्षा में भेजा जाएगा। इसके बाद क्रू मॉड्यूल को सुरक्षित रूप से समुद्र में लैंड कराया जाएगा। अगर भारत अपने मिशन में कामयाब रहा तो वो ऐसा करने वाला चौथा देश बन जाएगा। इससे पहले अमेरिका, चीन और रूस ऐसा कर चुके हैं। यह मिशन 30 दिसंबर, 2024 को लॉन्च किया गया था। ——————— ये खबर भी पढ़ें… ‘वो मरते समय पापा-पापा कहता रहा’:पिता बोले- कहता था आपके लिए खुशियां खरीदूंगा; आगरा में मैच देखते समय हुई थी हत्या ‘सिद्धांत मेरा बेटा नहीं बल्कि दोस्त था। वो मुझसे हर बात शेयर करता था। जब भी वो लेट होता तो मैं उसे डांटता था। डांट से बचने के लिए अपनी बहन को आगे कर देता था। उस दिन वो मेरे साथ बैठकर ही मैच देख रहा था। दोस्त का फोन आया तो आधे घंटे में आने की बात कहकर घर से निकला था। उस दिन उसकी पहली सैलरी आना वाली थी। कहता था कि पापा आपके के लिए खुशियां खरीदूंगा।’ ये कहना है कि आगरा के रहने वाले राजेश गोविंदम का। पढ़िए पूरी खबर ‘मेरे पति को हनी ट्रैप में फंसाया गया है। वो बहुत की सिंपल व्यक्ति हैं। उन पर कोई प्रेशर डाला गया होगा। मुझे अपने पति पर कभी कोई शक नहीं हुआ। उनके साथ कोई बड़ी साजिश हुई है। मेरे पति तो बस नौकरी और घर, इससे ज्यादा उनका कहीं आना जाना तक नहीं था।’ यह कहना है, ISI के लिए जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किए गए रविंद्र की पत्नी आरती का। ATS जब से रविंद्र को उठाया है, आरती सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगा रही हैं। रविंद्र की गिरफ्तारी के बाद दैनिक भास्कर डिजिटल की टीम उनके घर आगरा के बिंदु कटरा मोहल्ले पहुंची। पति की गिरफ्तारी पर पत्नी का क्या कहना है? मोहल्ले में किस तरह की बातचीत हो रही है? रवींद्र को लोग कितना जानते थे? यह जानने की कोशिश की? पढ़िए पूरी रिपोर्ट… पहले पढ़िए पत्नी ने जो कहा… मेरे पति कभी गलत काम नहीं कर सकते
मोहल्ले में पहुंचने के बाद हम सीधे रवींद्र के घर गए। पत्नी आरती ने दरवाजा खोला, लेकिन बातचीत करने से मना कर दिया। वह सीधे एक ही बात बोलीं- मेरे पति को फंसाया जा रहा है, मैं कुछ नहीं कहना चाहती। आप लोग जाइए, हम पहले ही बहुत परेशान हैं। फिर काफी देर तक हमने उन्हें समझाया और बताया कि हम उनकी बात सभी के सामने लाना चाहते हैं। इसके बाद वह बाहर आईं और हमसे बात की। हमारी बातचीत सीधे उनके पति पर ही शुरू हुई। आरती कहती हैं- हमें समझ ही नहीं आ रहा कि रात को अचानक पुलिस हमारे घर आती है और पति का मोबाइल मांगती है। थोड़ी देर में वह मेरे पति को लेकर चले जाते हैं। हम लोग सिर्फ इस बात से परेशान हैं कि आखिर ऐसा क्या हुआ कि मेरे पति को गिरफ्तार कर लिया गया? मीडिया से मालूम हुआ, मेरे पति जासूसी कर रहे
सुबह मीडिया और आप लोगों से पता चला कि मेरे पति जासूसी कर रहे थे। आज तक मेरे पति ने कभी कोई गलत काम नहीं किया। हमें उन पर पूरा भरोसा है। उन्हें जरूर हनी ट्रैप में फंसाया गया है। लेकिन, मुझे नहीं पता कि उन्हें फंसाने वाली महिला पाकिस्तान की है। हम लोग तो मिडिल क्लास के लोग हैं। कभी इन चक्करों में नहीं पड़ते। हमारे पति ने भी कभी हमसे इस तरह की कोई चर्चा नहीं की। जब रात को पुलिस वाले पति को लेकर जा रहे थे, तो हमें उनसे बात तक नहीं करने दी। अब पता चल रहा है कि वो ATS थी। हमें तो पता भी नहीं चला कि ATS क्यों आई थी? उन लोगों ने कहा था कि केवल आपके पति का फोन चेक करना है, इसलिए ले जा रहे हैं। अब जानिए रवींद्र हनी ट्रैप में कैसे फंसा? यूपी ATS ने आगरा से ISI एजेंट रवींद्र कुमार को 14 मार्च को गिरफ्तार किया था। वह पाकिस्तान के लिए जासूसी कर रहा था। रवींद्र फिरोजाबाद के हजरतपुर की आर्डिनेंस फैक्ट्री में चार्जमैन के पद पर तैनात है। वह पाकिस्तान से ऑपरेट होने वाले सोशल मीडिया अकाउंट पर जानकारी दे रहा था। रवींद्र ISI के बिछाए हनी ट्रैप में फंस गया। वह काफी समय से खुफिया सूचनाएं लीक कर रहा था। उसके खिलाफ ATS को कई पुख्ता सबूत मिले हैं। मूलरूप से मध्य प्रदेश के शिवपुरी का रहने वाले रवींद्र का परिवार लंबे समय से आगरा के बुंदु कटरा में रह रहा है। फेसबुक पर नेहा शर्मा ने फंसाया
रवींद्र फेसबुक के जरिए नेहा शर्मा नाम की महिला के संपर्क में आया। वह ऑर्डिनेंस फैक्ट्री के गोपनीय दस्तावेज ISI के लिए काम करने वाली महिला को भेज रहा था। ATS को उसके मोबाइल से ऑर्डिनेंस फैक्ट्री की अहम डेली रिपोर्ट मिली है। इसमें ड्रोन, गगनयान प्रोजेक्ट और अन्य गोपनीय जानकारी/स्क्रीनिंग कमेटी का कॉन्फिडेंशियल दस्तावेज हैं। एडीजी ATS नीलाब्जा चौधरी ने बताया कि नेहा शर्मा नाम की आईडी पाकिस्तान से ऑपरेट हो रही थी। अब जानिए पाकिस्तानी लड़की ने कैसे रविंद्र को फंसाया
नेहा शर्मा नाम की फेसबुक आईडी से पहले रवींद्र को रिक्वेस्ट भेजी गई। इसके बाद मैसेंजर के जरिए बातचीत शुरू हुई। शुरू में नेहा ने खुद को ISRO (इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन) से जुड़ा हुआ बताया। दोनों के बीच बातचीत बढ़ती गई। फेसबुक मैसेंजर से ही वॉट्सऐप नंबर की अदला-बदली हुई। फिर बात प्यार-मोहब्बत तक पहुंच गई। ATS का कहना है- रवींद्र और नेहा देर रात तक बातचीत करते थे। दोनों के बीच वीडियो कॉल भी होती थी। इसके रिकॉर्ड्स मिले हैं। जब रवींद्र पूरी तरह से नेहा के पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के जाल में फंस गया, तब नेहा ने उसे अपना असली रूप दिखाया। वह पैसों का लालच देकर गगनयान से जुड़ी जानकारियां इकट्ठा करने लगी। पत्नी के डर से स्टोर कीपर के नाम से सेव किया नंबर
रवींद्र की जिस नंबर पर बात हो रही थी, उसे उसने अपने मोबाइल में चंदन स्टोर कीपर-2 के नाम से फीड कर रखा था। ATS अधिकारियों के पूछे जाने पर उसने बताया, घर वालों को खासकर, उसकी पत्नी को कोई शक न हो, इसलिए उसने स्टोर कीपर नाम से नंबर को फीड किया हुआ है। उसने यह भी बताया कि वह नेहा से हुई बातचीत को डिलीट कर देता था, फिर भी कुछ चैट रह गई थी। अब पढ़िए पड़ोसियों ने जो कुछ कहा… सच्चाई कुछ और भी हो सकती है…
रवींद्र की पत्नी से बात करने के बाद भास्कर टीम मोहल्ले वालों से बात करने निकली। यहां रवींद्र के घर से कुछ दूरी पर लोग खड़े दिखाई दिए। ज्यादातर लोग छत से ही रवींद्र के घर की तरफ देख रहे हैं। हमने कुछ लोगों से बात करने की कोशिश की, तो सब हिचकते नजर आए। ज्यादातर ने कह दिया कि हमें कुछ नहीं पता। लेकिन हमारा प्रयास जारी रहा। कुछ देर बाद एक पड़ोसी से बातचीत शुरू हुई। उन्होंने बताया- रवींद्र का जन्म इसी घर में हुआ था। वो शुरू से लोगों से कम ही मिलते-जुलते थे। इनके परिवार के लोग बहुत अच्छे हैं
पड़ोस में रहने वाले सुधांशु गुप्ता ने बताया- हम लोग करीब 70 साल से यहां रह रहे हैं। इनके बाप-दादा भी बहुत अच्छे थे। जब जासूसी की खबर सुनी, तो हम लोग दंग रह गए। वह सुबह 8 बजे निकल जाते थे और रात में 10 बजे तक वापस आते थे। इस वजह से उनका बहुत ज्यादा किसी से मेल-जोल नहीं था। लेकिन, इस तरह से गतिविधि में शामिल होंगे, इसके बारे में कोई जानकारी नहीं। इनके परिवार में दो बेटे, पत्नी और मां हैं। सभी परिवार के लोग बहुत सीधे हैं। इस तरह के काम में नाम आ जाएगा, इसका किसी को अंदाजा ही नहीं था। अब ये कैसे हुआ और कितनी सच्चाई है, ये तो जांच के बाद ही पता चलेगा। रवींद्र को रील बनाने का शौक था
जांच में पता चला है कि रविंद्र को रील बनाने का शौक है। अक्सर दर्द भरे गानों पर रील बनाकर अपनी इंस्टा और फेसबुक आईडी पर अपलोड करते थे। फेसबुक से ही नेहा नाम की आईडी से उसका कनेक्शन हुआ। हालांकि, इंस्टा की आईडी प्राइवेट है, जिसे हर कोई नहीं खोल सकता। अब जानिए गगनयान क्या है, जिसकी जानकारी पाकिस्तान ले रहा था?
गगनयान भारत का पहला मानव अंतरिक्ष उड़ान मिशन है। इसके तहत 4 एस्ट्रोनॉट्स अंतरिक्ष में जाएंगे। गगनयान में 3 दिनों का मिशन होगा, जिसके तहत एस्ट्रोनॉट्स के दल को 400 KM ऊपर पृथ्वी की कक्षा में भेजा जाएगा। इसके बाद क्रू मॉड्यूल को सुरक्षित रूप से समुद्र में लैंड कराया जाएगा। अगर भारत अपने मिशन में कामयाब रहा तो वो ऐसा करने वाला चौथा देश बन जाएगा। इससे पहले अमेरिका, चीन और रूस ऐसा कर चुके हैं। यह मिशन 30 दिसंबर, 2024 को लॉन्च किया गया था। ——————— ये खबर भी पढ़ें… ‘वो मरते समय पापा-पापा कहता रहा’:पिता बोले- कहता था आपके लिए खुशियां खरीदूंगा; आगरा में मैच देखते समय हुई थी हत्या ‘सिद्धांत मेरा बेटा नहीं बल्कि दोस्त था। वो मुझसे हर बात शेयर करता था। जब भी वो लेट होता तो मैं उसे डांटता था। डांट से बचने के लिए अपनी बहन को आगे कर देता था। उस दिन वो मेरे साथ बैठकर ही मैच देख रहा था। दोस्त का फोन आया तो आधे घंटे में आने की बात कहकर घर से निकला था। उस दिन उसकी पहली सैलरी आना वाली थी। कहता था कि पापा आपके के लिए खुशियां खरीदूंगा।’ ये कहना है कि आगरा के रहने वाले राजेश गोविंदम का। पढ़िए पूरी खबर उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
मेरे पति को हनी ट्रैप में फंसाया गया:जासूसी में फंसे रवींद्र की पत्नी पहली बार कैमरे पर; कहा- ATS बिना कुछ बताए उठा ले गई
