भास्कर न्यूज | फरीदकोट नबारड प्रोजेक्ट के अधीन जिला के सरकारी प्राइमरी स्कूलों में कमरों के निर्माण के लिए 1 करोड़ 20 लाख रुपए की राशि खर्च की जाएगी। यह बात फरीदकोट के विधायक गुरदित्त सिंह सेखों ने बताई। इसमें जिले के गांव घुग्याना, अराइयावाला कलां, चाहल, पक्का, किला नौ, सादिक, चंदभान, ढिल्लवां कलां, मत्ता, रोड़ीकपूरा, संधवां और वांदर जटाना के सरकारी प्राइमरी स्कूल शामिल हैं। जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा जल्द यह राशि संबंधित स्कूलों को भेज दी जाएगी। विधायक ने बताया कि सरकार द्वारा स्कूलों के विकास के लिए लगातार प्रबंध किए जा रहे हैं। शिक्षा विभाग सरकारी स्कूलों में इस तरह का वातावरण बना रहा है, जहां हर बच्चों का स्वप्न साकार हो सके। भास्कर न्यूज | फरीदकोट नबारड प्रोजेक्ट के अधीन जिला के सरकारी प्राइमरी स्कूलों में कमरों के निर्माण के लिए 1 करोड़ 20 लाख रुपए की राशि खर्च की जाएगी। यह बात फरीदकोट के विधायक गुरदित्त सिंह सेखों ने बताई। इसमें जिले के गांव घुग्याना, अराइयावाला कलां, चाहल, पक्का, किला नौ, सादिक, चंदभान, ढिल्लवां कलां, मत्ता, रोड़ीकपूरा, संधवां और वांदर जटाना के सरकारी प्राइमरी स्कूल शामिल हैं। जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा जल्द यह राशि संबंधित स्कूलों को भेज दी जाएगी। विधायक ने बताया कि सरकार द्वारा स्कूलों के विकास के लिए लगातार प्रबंध किए जा रहे हैं। शिक्षा विभाग सरकारी स्कूलों में इस तरह का वातावरण बना रहा है, जहां हर बच्चों का स्वप्न साकार हो सके। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts

पटियाला में देवर ने किया भाभी से रेप:पति ने 10 बेटी के सामने बनाए संबंध, विधवा ने की थी दूसरी शादी, छोड़ा घर
पटियाला में देवर ने किया भाभी से रेप:पति ने 10 बेटी के सामने बनाए संबंध, विधवा ने की थी दूसरी शादी, छोड़ा घर पटियाला के घग्गा इलाके में रिश्तों को तार-तार करने वाली शर्मनाक घटना सामने आई है। यहां एक व्यक्ति ने तलाकशुदा महिला से शादी करने के बाद उसकी दस साल की बच्ची को अपनाया। आरोपी ने शादी के बाद दस साल की बच्ची के सामने ही महिला के साथ संबंध बनाने शुरू कर दिए। विरोध करने पर आरोपी ने कई बार उसके साथ जबरदस्ती की। इसके बाद आरोपी के छोटे भाई ने भी अपनी भाभी को हवस का शिकार बनाया और देवर ने भी बेटी के सामने ही मां के साथ रेप करना शुरू कर दिया। कई महीनों तक आरोपियों की दरिंदगी सहने के बाद महिला खरड़ वापस लौट गई, जहां पर पुलिस को कप्लेंट कर दी। खरड़ पुलिस स्टेशन में जीरो एफआईआर रजिस्टर करने के बाद पटियाला के घग्गा थाना को भेजी तो पुलिस ने दोनों भाईयों पर एफआईआर दर्ज की है। आरोपी बलजीत सिंह व इसके भाई गुरविंदर सिंह घग्गा पर आईपीसी की धारा 376, व सेक्शन 10 पोक्सो एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज की है। साल 2021 में हुई थी मैरिज शिकायत करने वाली महिला के अनुसार उसने बलजीत सिंह के साथ दूसरी मैरिज की थी। यह मैरिज साल 2021 में हुई थी और मैरिज के बाद अपनी बेटी के साथ बलजीत सिंह के घर रहने वाली लगी। शुरूआत में सब ठीक था लेकिन बाद में आरोपी ने बेटी के सामने ही संबंध बनाने शुरू कर दिए। इसके बाद देवर ने भी धमकियां देते हुए संबंध बनाए, जिस कारण उसने घर छोड़ दिया। जून महीने में पुलिस को कंप्लेंट दी थी, लेकिन अब केस दर्ज हुआ है।

अबोहर में हादसे में घायल युवक ने तोड़ा दम:भतीजे के जन्म की पार्टी मनाकर निकला था घर से, अज्ञात वाहन ने मारी टक्कर
अबोहर में हादसे में घायल युवक ने तोड़ा दम:भतीजे के जन्म की पार्टी मनाकर निकला था घर से, अज्ञात वाहन ने मारी टक्कर अबोहर के गांव खेमा खेड़ा निवासी एक युवक की बीती रात इलाज के दौरान मौत हो गई। मृत युवक करीब एक सप्ताह पहले अपने दोस्त के साथ बाइक पर जाते समय सड़क हादसे में घायल हो गया था। वह अपने भतीजे के जन्म की पार्टी मनाकर गया था, कि हादसे का शिकार हो गया। आज पुलिस ने मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए रखवाया है। जानकारी के अनुसार, 30 वर्षीय सोनू के बड़े भाई राज कुमार ने बताया कि एक सप्ताह पूर्व उसके घर बेटे का जन्म हुआ था। 6 अगस्त को पार्टी थी। सोनू अपने भतीजे की पार्टी में खूब इंज्वाय कर रहा था। रात करीब 1 बजे तक चली पार्टी के बाद में सभी मेहमान चले गए और परिजन भी सो गए। इसी दौरान सोनू का एक दोस्त बग्गड उसे किसी काम के बहाने अपने साथ बाइक पर ले गया। जब वे गांव खुब्बन व मोडीखेड़ा के निकट पहुंचे तो रास्ते में उन्हें किसी वाहन ने टक्कर मार दी। जिससे वह दोनों घायल होकर सड़क पर पडे़ रहे। सुबह किसी राहगीर ने उन्हें परिजनों को घटना की सूचना दी थी। जिसके बाद वह मौके पर पहुंचे सोनू तथा उसके दोस्त को अस्पताल पहुंचाया, जहां पर दोनों की हालत को गंभीर देखते हुए हायर सेंटर रेफर कर दिया गया। जहां कल रात सोनू की मौत हो गई। मृतक सोनू तीन बच्चों का पिता था। मामले की जांच एएसआई भगवान सिंह कर रहे हैं।

पंजाब में फिर हड़ताल पर जाएंगे डॉक्टर:PCMS पदाधिकारी बोले- सुरक्षा-प्रोमोशन पर सरकार के वादे अधूरे; 3 हफ्ते का समय मांगा था
पंजाब में फिर हड़ताल पर जाएंगे डॉक्टर:PCMS पदाधिकारी बोले- सुरक्षा-प्रोमोशन पर सरकार के वादे अधूरे; 3 हफ्ते का समय मांगा था पंजाब के सरकारी अस्पतालों की सेवाएं फिर प्रभावित हो सकती हैं। पीसीएमएस डॉक्टर्स एसोसिएशन ने एक बार फिर हड़ताल पर जाने की बात कही है। आरोप लगाया है कि पिछले साल हड़ताल खत्म करते समय राज्य सरकार ने जो वादे किए थे, वे पूरे नहीं हुए हैं। डॉक्टरों का कहना है कि अंत में उनके पास हड़ताल पर जाने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। पिछले साल सितंबर में पंजाब के सभी सरकारी अस्पतालों में मेडिकल अफसरों ने सुरक्षा और पदोन्नति से जुड़ी अपनी मांगों को लेकर धरना दिया था। उस समय ओपीडी सेवाएं बंद होने से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा था। 14 सितंबर को स्वास्थ्य मंत्री पंजाब भवन में बैठक के बाद मीडिया के सामने आए और वादा किया कि तीन सप्ताह के भीतर उनकी मांगें पूरी कर दी जाएंगी। डॉक्टरों की एसोसिएशन ने आश्वासन के तहत धरना खत्म कर सेवाएं बहाल कर दी थीं। लेकिन तय समय सीमा बीत जाने के बाद भी सरकार ने उनकी दोनों मांगों पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया। इससे मेडिकल अफसरों में गहरा रोष है। कई विशेषज्ञ डॉक्टर सरकारी सेवाओं से इस्तीफा देकर अस्पताल छोड़ रहे हैं। 20 जनवरी 2025 से फिर धरने की चेतावनी एसोसिएशन ने चेतावनी दी है कि अगर सरकार सुरक्षा और करियर प्रोग्रेस से जुड़े मुद्दों पर समझौते के मुताबिक समय रहते कदम नहीं उठाती है तो वे 20 जनवरी 2025 से ओपीडी सेवाएं बंद कर धरने पर बैठेंगे। डॉक्टर्स एसोसिएशन ने 12 जनवरी को जिला इकाइयों की बैठक बुलाई है, जिसमें आगे की रणनीति पर विचार किया जाएगा। एसोसिएशन ने कहा कि वे जनता के हित में काम करने वाला संगठन हैं। अस्पतालों में सुरक्षा न सिर्फ डॉक्टरों के लिए बल्कि स्टाफ और मरीजों के लिए भी जरूरी है। सरकारी नीतियों पर सवाल डॉक्टरों का कहना है कि प्रमोशन न होने और पुरानी योजनाओं के बंद होने से अच्छे डॉक्टर सरकारी अस्पताल छोड़कर निजी अस्पतालों में जा रहे हैं। हाल ही में मुख्यमंत्री ने 304 मेडिकल अफसरों को नियुक्ति पत्र दिए, लेकिन उनमें से एक तिहाई डॉक्टर नौकरी पर नहीं आए। इसका मुख्य कारण स्वास्थ्य विभाग में सुधार न होना और प्रमोशन के अवसर न मिलना है। डॉक्टरों की सरकार को चेतावनी डॉक्टरों ने उम्मीद जताई है कि स्वास्थ्य मंत्री और सचिव वित्त विभाग से समय पर मंजूरी लेकर इस मुद्दे का समाधान करेंगे। अगर 20 जनवरी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई तो पंजाब के सभी सरकारी अस्पतालों में सामूहिक हड़ताल होगी।