हिमाचल प्रदेश के सोलंगनाला स्थित अंजनी महादेव मंदिर में रविवार को एक बड़ी दुर्घटना होते-होते बच गई। दोपहर साढ़े चार बजे के करीब मंदिर में हिमस्खलन की घटना हुई, जिसमें वहां स्थित प्राकृतिक रूप से बना 35 फुट ऊंचा शिवलिंग पूरी तरह से बर्फ में दब गया। स्थानीय निवासी और पर्यटन व्यवसायी अनोख राम ठाकुर, जो घटना के समय मौके पर मौजूद थे, ने बताया कि वे मंदिर से करीब 150 मीटर की दूरी पर खड़े थे। अचानक एक तेज आवाज के साथ शिवलिंग के ऊपर से ग्लेशियर टूटकर गिरने लगा। देखते ही देखते बर्फ का एक विशाल ढेर शिवलिंग को पूरी तरह से ढक गया। घटना के समय मंदिर में कोई श्रद्धालु नहीं था, जिससे कोई जनहानि नहीं हुई। मंदिर के पुजारी बाबा प्रकाश पुरी ने घटना की पुष्टि की है। स्थानीय प्रशासन ने पर्यटकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए आवश्यक कदम उठाए हैं। मंदिर कमेटी की सिफारिश पर बर्फबारी के समय और हिमस्खलन प्रभावित क्षेत्र होने के चलते मंदिर के पास बने शिवलिंग तक पर्यटकों को आवाजाही प्रतिबंधित थी, जिसके चलते वहां पहुंचे पर्यटकों को किसी भी प्रकार की कोई नुकसान नहीं हुई और सभी पर्यटक सुरक्षित हैं। हिमाचल प्रदेश के सोलंगनाला स्थित अंजनी महादेव मंदिर में रविवार को एक बड़ी दुर्घटना होते-होते बच गई। दोपहर साढ़े चार बजे के करीब मंदिर में हिमस्खलन की घटना हुई, जिसमें वहां स्थित प्राकृतिक रूप से बना 35 फुट ऊंचा शिवलिंग पूरी तरह से बर्फ में दब गया। स्थानीय निवासी और पर्यटन व्यवसायी अनोख राम ठाकुर, जो घटना के समय मौके पर मौजूद थे, ने बताया कि वे मंदिर से करीब 150 मीटर की दूरी पर खड़े थे। अचानक एक तेज आवाज के साथ शिवलिंग के ऊपर से ग्लेशियर टूटकर गिरने लगा। देखते ही देखते बर्फ का एक विशाल ढेर शिवलिंग को पूरी तरह से ढक गया। घटना के समय मंदिर में कोई श्रद्धालु नहीं था, जिससे कोई जनहानि नहीं हुई। मंदिर के पुजारी बाबा प्रकाश पुरी ने घटना की पुष्टि की है। स्थानीय प्रशासन ने पर्यटकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए आवश्यक कदम उठाए हैं। मंदिर कमेटी की सिफारिश पर बर्फबारी के समय और हिमस्खलन प्रभावित क्षेत्र होने के चलते मंदिर के पास बने शिवलिंग तक पर्यटकों को आवाजाही प्रतिबंधित थी, जिसके चलते वहां पहुंचे पर्यटकों को किसी भी प्रकार की कोई नुकसान नहीं हुई और सभी पर्यटक सुरक्षित हैं। हिमाचल | दैनिक भास्कर
