सोनीपत खेड़ी तगा सरपंच को किया सस्पेंड:पंचायत मंत्री ने दिए आदेश; महिला ने शिकायत दी थी, चुनावी रंजिश के कारण नहीं मिली सहायता

सोनीपत खेड़ी तगा सरपंच को किया सस्पेंड:पंचायत मंत्री ने दिए आदेश; महिला ने शिकायत दी थी, चुनावी रंजिश के कारण नहीं मिली सहायता

हरियाणा के सोनीपत जिले के गन्नौर खंड के खेड़ी तगा गांव के सरपंच वेदप्रकाश पर एक महिला ने सरकारी योजना में भेदभाव करने का आरोप लगाया है। महिला का कहना है कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत उसे स्वीकृत आर्थिक सहायता से वंचित कर दिया गया। इस मामले में विकास एवं पंचायत मंत्री कृष्ण लाल पंवार को शिकायत दी गई, जिसके बाद उन्होंने सरपंच को सस्पेंड करने के आदेश जारी किए। हालांकि, जिला उपायुक्त (डीसी) ने इस मामले में जांच के लिए गन्नौर के खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी (बीडीपीओ) को निर्देश दिए हैं। शिकायतकर्ता महिला का कहना है कि वह गरीबी रेखा से नीचे (बीपीएल) आती है। सरकार ने उसके मकान के निर्माण के लिए एक साल पहले आर्थिक सहायता स्वीकृत की थी। ब्लॉक स्तर से अधिकारी आए, घर की फोटो खींची, दस्तावेजों की जांच की और कहा कि जल्द ही खाते में पैसे आ जाएंगे। अधिकारियों ने उसे मकान बनाने की प्रक्रिया शुरू करने को कहा। महिला का आरोप है कि सरपंच वेदप्रकाश ने राजनीतिक रंजिश के चलते उसकी सहायता राशि रुकवा दी। उसने दावा किया कि सरपंच ने उससे कहा, तुमने मेरे कहने पर वोट नहीं डाली, इसलिए तुम्हारा मकान कैंसिल करवा दिया। गांव में वही होगा जो मैं चाहूंगा, जहां चाहे शिकायत कर लो। महिला ने यह भी आरोप लगाया कि सरपंच ने मिलीभगत कर कई पात्र लोगों के राशन कार्ड भी कटवा दिए, जिससे वे सरकारी योजनाओं के लाभ से वंचित हो गए। सरपंच सस्पेंड , जांच के निर्देश महिला की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए हरियाणा के विकास एवं पंचायत मंत्री कृष्ण लाल पंवार ने सरपंच वेदप्रकाश को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड करने का आदेश दिया। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि मामले की निष्पक्ष जांच कर यह सुनिश्चित किया जाए कि किसी गरीब को उसके हक से वंचित न किया जाए। मंत्री ने जिला प्रशासन को निर्देश दिया कि पात्र लाभार्थियों को उनकी स्वीकृत सहायता तत्काल उपलब्ध कराई जाए। जिला उपायुक्त ने मांगी विस्तृत जांच रिपोर्ट पंचायत मंत्री के आदेशों के बाद जिला उपायुक्त (डीसी) ने इस मामले की जांच के लिए बीडीपीओ गन्नौर को पत्र जारी किया। उन्होंने खेड़ी तगा गांव में प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभार्थियों की सूची की समीक्षा करने और इस योजना के तहत अब तक किए गए कार्यों की विस्तृत रिपोर्ट तैयार करने को कहा है। डीसी ने सरपंच पर पंचायत विकास कार्यों में अनियमितता बरतने की अन्य शिकायतों की भी जांच के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि गांव में अगर किसी पात्र व्यक्ति को सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिला है या उसके राशन कार्ड में गड़बड़ी हुई है, तो उसकी भी समीक्षा की जाएगी। सरपंच बोले,आरोप बेबुनियाद सरपंच वेदप्रकाश ने महिला के आरोपों को सिरे से खारिज किया है। उन्होंने कहा कि महिला पात्रता के मापदंडों पर खरी नहीं उतरती, क्योंकि उसका बेटा पहले सेना में था और अब पुलिस में है। उसके घर में गाड़ी है और वह आर्थिक रूप से सक्षम है। सरपंच ने कहा कि राशन कार्ड की प्रक्रिया पूरी तरह से ऑनलाइन होती है और इसमें उसका कोई हस्तक्षेप नहीं है।सरपंच ने कहा, यह शिकायत महज राजनीतिक साजिश और मेरे खिलाफ दुष्प्रचार करने की कोशिश है। बीडीपीओ करेगी जांच, रिपोर्ट होगी पेश बीडीपीओ पूनम चंदा ने बताया कि जिला उपायुक्त के निर्देशानुसार पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की जाएगी। उन्होंने कहा कि सभी पक्षों से बातचीत कर रिपोर्ट तैयार कर जल्द ही उच्च अधिकारियों को सौंपी जाएगी। हरियाणा के सोनीपत जिले के गन्नौर खंड के खेड़ी तगा गांव के सरपंच वेदप्रकाश पर एक महिला ने सरकारी योजना में भेदभाव करने का आरोप लगाया है। महिला का कहना है कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत उसे स्वीकृत आर्थिक सहायता से वंचित कर दिया गया। इस मामले में विकास एवं पंचायत मंत्री कृष्ण लाल पंवार को शिकायत दी गई, जिसके बाद उन्होंने सरपंच को सस्पेंड करने के आदेश जारी किए। हालांकि, जिला उपायुक्त (डीसी) ने इस मामले में जांच के लिए गन्नौर के खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी (बीडीपीओ) को निर्देश दिए हैं। शिकायतकर्ता महिला का कहना है कि वह गरीबी रेखा से नीचे (बीपीएल) आती है। सरकार ने उसके मकान के निर्माण के लिए एक साल पहले आर्थिक सहायता स्वीकृत की थी। ब्लॉक स्तर से अधिकारी आए, घर की फोटो खींची, दस्तावेजों की जांच की और कहा कि जल्द ही खाते में पैसे आ जाएंगे। अधिकारियों ने उसे मकान बनाने की प्रक्रिया शुरू करने को कहा। महिला का आरोप है कि सरपंच वेदप्रकाश ने राजनीतिक रंजिश के चलते उसकी सहायता राशि रुकवा दी। उसने दावा किया कि सरपंच ने उससे कहा, तुमने मेरे कहने पर वोट नहीं डाली, इसलिए तुम्हारा मकान कैंसिल करवा दिया। गांव में वही होगा जो मैं चाहूंगा, जहां चाहे शिकायत कर लो। महिला ने यह भी आरोप लगाया कि सरपंच ने मिलीभगत कर कई पात्र लोगों के राशन कार्ड भी कटवा दिए, जिससे वे सरकारी योजनाओं के लाभ से वंचित हो गए। सरपंच सस्पेंड , जांच के निर्देश महिला की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए हरियाणा के विकास एवं पंचायत मंत्री कृष्ण लाल पंवार ने सरपंच वेदप्रकाश को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड करने का आदेश दिया। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि मामले की निष्पक्ष जांच कर यह सुनिश्चित किया जाए कि किसी गरीब को उसके हक से वंचित न किया जाए। मंत्री ने जिला प्रशासन को निर्देश दिया कि पात्र लाभार्थियों को उनकी स्वीकृत सहायता तत्काल उपलब्ध कराई जाए। जिला उपायुक्त ने मांगी विस्तृत जांच रिपोर्ट पंचायत मंत्री के आदेशों के बाद जिला उपायुक्त (डीसी) ने इस मामले की जांच के लिए बीडीपीओ गन्नौर को पत्र जारी किया। उन्होंने खेड़ी तगा गांव में प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभार्थियों की सूची की समीक्षा करने और इस योजना के तहत अब तक किए गए कार्यों की विस्तृत रिपोर्ट तैयार करने को कहा है। डीसी ने सरपंच पर पंचायत विकास कार्यों में अनियमितता बरतने की अन्य शिकायतों की भी जांच के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि गांव में अगर किसी पात्र व्यक्ति को सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिला है या उसके राशन कार्ड में गड़बड़ी हुई है, तो उसकी भी समीक्षा की जाएगी। सरपंच बोले,आरोप बेबुनियाद सरपंच वेदप्रकाश ने महिला के आरोपों को सिरे से खारिज किया है। उन्होंने कहा कि महिला पात्रता के मापदंडों पर खरी नहीं उतरती, क्योंकि उसका बेटा पहले सेना में था और अब पुलिस में है। उसके घर में गाड़ी है और वह आर्थिक रूप से सक्षम है। सरपंच ने कहा कि राशन कार्ड की प्रक्रिया पूरी तरह से ऑनलाइन होती है और इसमें उसका कोई हस्तक्षेप नहीं है।सरपंच ने कहा, यह शिकायत महज राजनीतिक साजिश और मेरे खिलाफ दुष्प्रचार करने की कोशिश है। बीडीपीओ करेगी जांच, रिपोर्ट होगी पेश बीडीपीओ पूनम चंदा ने बताया कि जिला उपायुक्त के निर्देशानुसार पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की जाएगी। उन्होंने कहा कि सभी पक्षों से बातचीत कर रिपोर्ट तैयार कर जल्द ही उच्च अधिकारियों को सौंपी जाएगी।   हरियाणा | दैनिक भास्कर