<p style=”text-align: justify;”><strong>Bihar News:</strong> बांका के रजौन प्रखंड अंतर्गत राजावर एवं खैरा पंचायत के जनवितरण प्रणाली के दुकानदार पर बड़ी कार्रवाई हुई है. बांका डीएम अंशुल कुमार के निर्देश पर मंगलवार (18 मार्च, 2025) को एसडीओ अविनाश कुमार रजौन प्रखंड अंतर्गत राजावर पंचायत के जनवितरण प्रणाली के विक्रेता सच्चिदानंद सिंह की दुकान का औचक निरीक्षण करने पहुंचे. इस निरीक्षण के दौरान जन वितरण प्रणाली के विक्रेता की दुकान निर्धारित स्थल पर नहीं पाई गई. </p>
<p style=”text-align: justify;”>इसके साथ ही नए वर्ष के आंकड़ों की प्रविष्टि पुराने पंजी में की जा रही थी. अप्रैल माह का खाद्यान्न उनके द्वारा प्राप्त किया गया था, लेकिन पॉस (POS) मशीन में दर्ज नहीं किया गया था. स्टॉक रजिस्टर में भी खाद्यान्न की प्रविष्टि नहीं की गई थी. वहीं दुकान पर उपस्थित लाभुकों से पूछताछ करने पर पता चला कि जनवितरण प्रणाली के विक्रेता द्वारा प्रत्येक यूनिट पर आधा किलो कम खाद्यान्न दिया जाता है और विक्रेता द्वारा कोई पर्ची भी नहीं दी जाती है. दुकान पर विभागीय फ्लेक्स भी नहीं पाया गया. ई-केवाईसी पंजी में भी लापरवाही दिखी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>दुकान में गेहूं कम और चावल मिले ज्यादा</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>इसी क्रम में एसडीओ अविनाश कुमार खैरा पंचायत के जनवितरण प्रणाली के विक्रेता योगेश ठाकुर की भदवा गांव स्थित दुकान की जांच करने पहुंचे तो दोपहर एक बजे के करीब दुकान बंद पाई गई. बुलाने के बाद उनकी दुकान की जांच की गई. जांच में विभागीय फ्लेक्स प्रदर्शित नहीं की गई थी. सूचना पट्ट भी अपडेट नहीं पाया गया. दुकान में 2 बोरा गेहूं भी कम पाया गया जबकि चावल का एक बोरा ज्यादा पाया गया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>लाभुकों को समय पर नहीं दिया जाता था राशन</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>लाभुकों ने बताया कि जनवितरण प्रणाली दुकान लगभग बंद रहती है. लाभुकों को समय पर राशन भी नहीं दिया जाता है. विक्रेता अपनी जनवितरण प्रणाली दुकान नहीं चलाकर मिर्जापुर में लोगों का इलाज करते हैं. विक्रेता को अविलंब बुलाकर मिर्जापुर स्थित उनकी डिस्पेंसरी में ले जाया गया. जब खोला गया तो उसमें मनिहारी की दुकान का साइन बोर्ड लगा हुआ था. दुकान के अंदर कई चूड़ियों एवं बिंदियों के पैकेट के साथ काफी मात्रा में दवा मिली. ये गैर-कानूनी तरीके से बगैर लाइसेंस प्राप्त किए चिकित्सा का कार्य भी कर रहे थे. एसडीओ ने बांका सिविल सर्जन को आगे की कार्रवाई के लिए सूचित किया. प्राइवेट क्लिनिक को भी सील कर दिया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>यह भी पढ़ें: <a title=”कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष बदले जाने पर नीतीश कुमार की पार्टी का रिएक्शन आया, तेजस्वी यादव के लिए टेंशन?” href=”https://www.abplive.com/states/bihar/cm-nitish-kumar-party-jdu-attacks-tejashwi-yadav-on-change-of-bihar-congress-state-president-rajesh-kumar-2906952″ target=”_blank” rel=”noopener”>कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष बदले जाने पर नीतीश कुमार की पार्टी का रिएक्शन आया, तेजस्वी यादव के लिए टेंशन?</a></strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Bihar News:</strong> बांका के रजौन प्रखंड अंतर्गत राजावर एवं खैरा पंचायत के जनवितरण प्रणाली के दुकानदार पर बड़ी कार्रवाई हुई है. बांका डीएम अंशुल कुमार के निर्देश पर मंगलवार (18 मार्च, 2025) को एसडीओ अविनाश कुमार रजौन प्रखंड अंतर्गत राजावर पंचायत के जनवितरण प्रणाली के विक्रेता सच्चिदानंद सिंह की दुकान का औचक निरीक्षण करने पहुंचे. इस निरीक्षण के दौरान जन वितरण प्रणाली के विक्रेता की दुकान निर्धारित स्थल पर नहीं पाई गई. </p>
<p style=”text-align: justify;”>इसके साथ ही नए वर्ष के आंकड़ों की प्रविष्टि पुराने पंजी में की जा रही थी. अप्रैल माह का खाद्यान्न उनके द्वारा प्राप्त किया गया था, लेकिन पॉस (POS) मशीन में दर्ज नहीं किया गया था. स्टॉक रजिस्टर में भी खाद्यान्न की प्रविष्टि नहीं की गई थी. वहीं दुकान पर उपस्थित लाभुकों से पूछताछ करने पर पता चला कि जनवितरण प्रणाली के विक्रेता द्वारा प्रत्येक यूनिट पर आधा किलो कम खाद्यान्न दिया जाता है और विक्रेता द्वारा कोई पर्ची भी नहीं दी जाती है. दुकान पर विभागीय फ्लेक्स भी नहीं पाया गया. ई-केवाईसी पंजी में भी लापरवाही दिखी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>दुकान में गेहूं कम और चावल मिले ज्यादा</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>इसी क्रम में एसडीओ अविनाश कुमार खैरा पंचायत के जनवितरण प्रणाली के विक्रेता योगेश ठाकुर की भदवा गांव स्थित दुकान की जांच करने पहुंचे तो दोपहर एक बजे के करीब दुकान बंद पाई गई. बुलाने के बाद उनकी दुकान की जांच की गई. जांच में विभागीय फ्लेक्स प्रदर्शित नहीं की गई थी. सूचना पट्ट भी अपडेट नहीं पाया गया. दुकान में 2 बोरा गेहूं भी कम पाया गया जबकि चावल का एक बोरा ज्यादा पाया गया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>लाभुकों को समय पर नहीं दिया जाता था राशन</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>लाभुकों ने बताया कि जनवितरण प्रणाली दुकान लगभग बंद रहती है. लाभुकों को समय पर राशन भी नहीं दिया जाता है. विक्रेता अपनी जनवितरण प्रणाली दुकान नहीं चलाकर मिर्जापुर में लोगों का इलाज करते हैं. विक्रेता को अविलंब बुलाकर मिर्जापुर स्थित उनकी डिस्पेंसरी में ले जाया गया. जब खोला गया तो उसमें मनिहारी की दुकान का साइन बोर्ड लगा हुआ था. दुकान के अंदर कई चूड़ियों एवं बिंदियों के पैकेट के साथ काफी मात्रा में दवा मिली. ये गैर-कानूनी तरीके से बगैर लाइसेंस प्राप्त किए चिकित्सा का कार्य भी कर रहे थे. एसडीओ ने बांका सिविल सर्जन को आगे की कार्रवाई के लिए सूचित किया. प्राइवेट क्लिनिक को भी सील कर दिया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>यह भी पढ़ें: <a title=”कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष बदले जाने पर नीतीश कुमार की पार्टी का रिएक्शन आया, तेजस्वी यादव के लिए टेंशन?” href=”https://www.abplive.com/states/bihar/cm-nitish-kumar-party-jdu-attacks-tejashwi-yadav-on-change-of-bihar-congress-state-president-rajesh-kumar-2906952″ target=”_blank” rel=”noopener”>कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष बदले जाने पर नीतीश कुमार की पार्टी का रिएक्शन आया, तेजस्वी यादव के लिए टेंशन?</a></strong></p> बिहार प्रशांत किशोर ने बताया क्यों बिगड़ता जा रहा बिहार का लॉ एंड ऑर्डर, नीतीश सरकार पर फिर भड़के
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