लुधियाना की सेंट्रल जेल में भिड़े हवालाती:दोस्त को नशा करवा रहा था बंदी, मना करने पर सिर पर मारा कटर

लुधियाना की सेंट्रल जेल में भिड़े हवालाती:दोस्त को नशा करवा रहा था बंदी, मना करने पर सिर पर मारा कटर

लुधियाना में सेंट्रल जेल में हवालाती भिड़ गए। मामला इतना बढ़ गया कि एक हवालाती के सिर पर दूसरे बंदी ने प्याज छिलने वाला कटर मार दिया। इस झड़प में दोनों युवकों के चोट आई है। जेल की बैरक में शोर-शराबा सुन मौके पर सुरक्षा कर्मी पहुंचे जिन्होंने तुरंत घायलों को जेल में स्थित अस्पताल पहुंचाया, लेकिन हालत गंभीर देख उन्हें सिविल अस्पताल भेज दिया गया। एक हवालाती के सिर पर टांकें लगे है तो दूसरे की उंगलियों पर चोट आई। घायल हवालाती पर 2021 में हुआ था चोरी का पर्चा जानकारी देते हुए हवालाती तरुण ने कहा कि 2021 में उसके ऊपर पर चोरी का केस था। किसी तरह मैं जमानत पर बाहर आया और एक फैक्ट्री में काम करने लगा। मैं खुद की गलती के कारण भगोड़ा हो गया था। पिछले 1 साल से जेल में बंद हूं। मेरे मोहल्ले का ही एक लड़का जेल में बंद है। उसे एक अन्य बंदी नशा करवा रहा था। वह उसे नशा छुड़ाओ केंद्र में मिलने वाली नशे की गोली दे रहा था। मैंने अपने दोस्त से कहा कि तुम ये गोली मत खाओ, नशा मत करो। मैं उसे समझा रहा था कि जेल से बाहर जाकर अपना कारोबार कोई करेंगे। इतने में उस युवक ने मुझे गालियां दी और सिर पर प्याज काटने वाला कटर मारा। उस बंदी ने खुद के हाथ पर भी कटर मारा है। डाक्टरों ने अब सिर पर टांके लगाए है। जेल में आए दिन कुछ लोग मारपीट करते है। सरकार को चाहिए कि जेलों का समय-समय पर निरीक्षण करें ताकि बंदियों के साथ मारपीट न हो। लुधियाना में सेंट्रल जेल में हवालाती भिड़ गए। मामला इतना बढ़ गया कि एक हवालाती के सिर पर दूसरे बंदी ने प्याज छिलने वाला कटर मार दिया। इस झड़प में दोनों युवकों के चोट आई है। जेल की बैरक में शोर-शराबा सुन मौके पर सुरक्षा कर्मी पहुंचे जिन्होंने तुरंत घायलों को जेल में स्थित अस्पताल पहुंचाया, लेकिन हालत गंभीर देख उन्हें सिविल अस्पताल भेज दिया गया। एक हवालाती के सिर पर टांकें लगे है तो दूसरे की उंगलियों पर चोट आई। घायल हवालाती पर 2021 में हुआ था चोरी का पर्चा जानकारी देते हुए हवालाती तरुण ने कहा कि 2021 में उसके ऊपर पर चोरी का केस था। किसी तरह मैं जमानत पर बाहर आया और एक फैक्ट्री में काम करने लगा। मैं खुद की गलती के कारण भगोड़ा हो गया था। पिछले 1 साल से जेल में बंद हूं। मेरे मोहल्ले का ही एक लड़का जेल में बंद है। उसे एक अन्य बंदी नशा करवा रहा था। वह उसे नशा छुड़ाओ केंद्र में मिलने वाली नशे की गोली दे रहा था। मैंने अपने दोस्त से कहा कि तुम ये गोली मत खाओ, नशा मत करो। मैं उसे समझा रहा था कि जेल से बाहर जाकर अपना कारोबार कोई करेंगे। इतने में उस युवक ने मुझे गालियां दी और सिर पर प्याज काटने वाला कटर मारा। उस बंदी ने खुद के हाथ पर भी कटर मारा है। डाक्टरों ने अब सिर पर टांके लगाए है। जेल में आए दिन कुछ लोग मारपीट करते है। सरकार को चाहिए कि जेलों का समय-समय पर निरीक्षण करें ताकि बंदियों के साथ मारपीट न हो।   पंजाब | दैनिक भास्कर