Delhi: कुश्ती के अखाड़े से निकल अपराध की दुनिया में रखा कदम, नीरज बवाना गैंग का शूटर मंजीत मंगल गिरफ्तार

Delhi: कुश्ती के अखाड़े से निकल अपराध की दुनिया में रखा कदम, नीरज बवाना गैंग का शूटर मंजीत मंगल गिरफ्तार

<p style=”text-align: justify;”><strong>Delhi News:&nbsp;</strong> कुश्ती के दंगल से अपराध की दुनिया तक, यह कहानी है हरियाणा के मंडोठी गांव के मंजीत दलाल उर्फ मंगल की. कभी अखाड़े में दांव-पेच से दुश्मन को पछाड़ने वाला यह पहलवान&nbsp; दिल्ली-एनसीआर में गोलियों की बौछार से दहशत फैलाता था. लेकिन आखिरकार दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की दक्षिणी रेंज ने उसके आपराधिक सफर का &lsquo;पटाक्षेप&rsquo; कर दिया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>सिंघु बॉर्डर पर बिछाए गए पुलिस के जाल में मंजीत मंगल को गिरफ़्तार कर लिया गया.&nbsp; मंजीत की ताकत का लोहा कभी कुश्ती के अखाड़ों में माना जाता था. 2007 में उसने 86 किलो वर्ग में नेशनल लेवल पर सिल्वर मेडल जीता था. लेकिन किस्मत ने ऐसी करवट ली कि मां के निधन और पिता के घर छोड़ने के बाद उसकी ज़िंदगी वीरान हो गई. इसी अकेलेपन का फायदा दिल्ली के कुख्यात गैंगस्टर नीरज बवाना ने उठाया. उसने मंजीत को अपने गैंग में शामिल किया और अपराध की पाठशाला में उतार दिया. देखते ही देखते पहलवान मंगल, गैंगस्टर मंजीत बन गया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>दिल्ली-एनसीआर में &lsquo;खौफ&rsquo; का दूसरा नाम</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>मंजीत मंगल का नाम सुनते ही व्यापारियों में दहशत दौड़ जाती थी. वह फिरौती वसूली के लिए गोली चलाने से नहीं चूकता था. लाजपत नगर के मशहूर पिशोरी रेस्टोरेंट पर उसने अपने साथियों के साथ ताबड़तोड़ फायरिंग की थी, जिसमें दो लोग घायल हुए. उसकी बंदूक से निकली गोलियां पुलिस पार्टी पर भी बरस चुकी हैं. 2018 में स्पेशल सेल की टीम पर उसने लाडो सराय में जानलेवा हमला किया. उसकी गिरफ्तारी पर 50,000 रुपये का इनाम भी घोषित हुआ था. फिर भी वह पुलिस की पकड़ से बचता रहा.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सिंघु बॉर्डर पर &lsquo;ऑपरेशन मंगल&rsquo;</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>क्राइम ब्रांच की टीम ने एक महीने तक उसके हर मूवमेंट पर नजर रखी. एसीपी नरेश सोलंकी की अगुवाई और इंस्पेक्टर सतीश मलिक की टीम ने आख़िरकार सिंघु बॉर्डर के पास अपना जाल बिछाया. जैसे ही मंजीत अपनी सफेद कार में हाईवे से गुजर रहा था, पुलिस ने बिजली की रफ्तार से उसे घेर लिया. हथियारों से लैस मंजीत को घेराबंदी के बीच कोई रास्ता नहीं दिखा और उसे सरेंडर करना पड़ा.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>गैंगवॉर से ग्लोबल कनेक्शन तक</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>पुलिस पूछताछ में खुलासा हुआ कि मंजीत न केवल नीरज बवाना और अमित भूरा गैंग से जुड़ा था, बल्कि वह अंतरराष्ट्रीय अपराधियों से भी सम्पर्क में था. साहिल रिठौली और हिमांशु भाऊ जैसे कुख्यात गैंगस्टरों से उसकी सीधी बातचीत होती थी. दोनों भाई फिलहाल विदेश में छिपे हैं और भारत में कई संगीन वारदातों के मास्टरमाइंड बताए जाते हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>10 बड़े अपराधों में शामिल</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>मंजीत अब तक कम से कम 10 बड़े मामलों में शामिल पाया गया है. पुलिस पर फायरिंग, कैब ड्राइवर की कार लूट, कारोबारियों से करोड़ों की फिरौती की मांग, हथियारों की तस्करी, मर्डर की प्लानिं, उसकी फाइल में ऐसे संगीन आरोप दर्ज हैं. 2017 में उसने यूपी के एक बड़े डॉक्टर से अमित भूरा के इशारे पर 1 करोड़ रुपये की फिरौती मांगी थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्राइम ब्रांच का बड़ा दावा – और खुलासे बाकी !</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>पुलिस का दावा है कि मंजीत से पूछताछ में कई बड़े खुलासे हो सकते हैं. दिल्ली-एनसीआर में सक्रिय गैंगवार के पीछे कौन-कौन हैं? अवैध हथियार कहां से आते हैं? विदेश में बैठे गैंगस्टर भारत में कैसे ऑपरेट कर रहे हैं ? सभी सवालों के जवाब मिल सकते हैं. क्राइम ब्रांच का ऑपरेशन अभी जारी है. मंजीत मंगल की गिरफ्तारी ने गैंगस्टरों के नेटवर्क को करारा झटका दिया है. लेकिन कहानी अभी खत्म नहीं हुई. पुलिस की नजर अब उसके पूरे नेटवर्क पर है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>&nbsp;</p>
<p><iframe title=”YouTube video player” src=”https://www.youtube.com/embed/YRETY-jWZag?si=MbHD19fhAXmJecVK” width=”560″ height=”315″ frameborder=”0″ allowfullscreen=”allowfullscreen”></iframe></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Delhi News:&nbsp;</strong> कुश्ती के दंगल से अपराध की दुनिया तक, यह कहानी है हरियाणा के मंडोठी गांव के मंजीत दलाल उर्फ मंगल की. कभी अखाड़े में दांव-पेच से दुश्मन को पछाड़ने वाला यह पहलवान&nbsp; दिल्ली-एनसीआर में गोलियों की बौछार से दहशत फैलाता था. लेकिन आखिरकार दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की दक्षिणी रेंज ने उसके आपराधिक सफर का &lsquo;पटाक्षेप&rsquo; कर दिया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>सिंघु बॉर्डर पर बिछाए गए पुलिस के जाल में मंजीत मंगल को गिरफ़्तार कर लिया गया.&nbsp; मंजीत की ताकत का लोहा कभी कुश्ती के अखाड़ों में माना जाता था. 2007 में उसने 86 किलो वर्ग में नेशनल लेवल पर सिल्वर मेडल जीता था. लेकिन किस्मत ने ऐसी करवट ली कि मां के निधन और पिता के घर छोड़ने के बाद उसकी ज़िंदगी वीरान हो गई. इसी अकेलेपन का फायदा दिल्ली के कुख्यात गैंगस्टर नीरज बवाना ने उठाया. उसने मंजीत को अपने गैंग में शामिल किया और अपराध की पाठशाला में उतार दिया. देखते ही देखते पहलवान मंगल, गैंगस्टर मंजीत बन गया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>दिल्ली-एनसीआर में &lsquo;खौफ&rsquo; का दूसरा नाम</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>मंजीत मंगल का नाम सुनते ही व्यापारियों में दहशत दौड़ जाती थी. वह फिरौती वसूली के लिए गोली चलाने से नहीं चूकता था. लाजपत नगर के मशहूर पिशोरी रेस्टोरेंट पर उसने अपने साथियों के साथ ताबड़तोड़ फायरिंग की थी, जिसमें दो लोग घायल हुए. उसकी बंदूक से निकली गोलियां पुलिस पार्टी पर भी बरस चुकी हैं. 2018 में स्पेशल सेल की टीम पर उसने लाडो सराय में जानलेवा हमला किया. उसकी गिरफ्तारी पर 50,000 रुपये का इनाम भी घोषित हुआ था. फिर भी वह पुलिस की पकड़ से बचता रहा.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सिंघु बॉर्डर पर &lsquo;ऑपरेशन मंगल&rsquo;</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>क्राइम ब्रांच की टीम ने एक महीने तक उसके हर मूवमेंट पर नजर रखी. एसीपी नरेश सोलंकी की अगुवाई और इंस्पेक्टर सतीश मलिक की टीम ने आख़िरकार सिंघु बॉर्डर के पास अपना जाल बिछाया. जैसे ही मंजीत अपनी सफेद कार में हाईवे से गुजर रहा था, पुलिस ने बिजली की रफ्तार से उसे घेर लिया. हथियारों से लैस मंजीत को घेराबंदी के बीच कोई रास्ता नहीं दिखा और उसे सरेंडर करना पड़ा.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>गैंगवॉर से ग्लोबल कनेक्शन तक</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>पुलिस पूछताछ में खुलासा हुआ कि मंजीत न केवल नीरज बवाना और अमित भूरा गैंग से जुड़ा था, बल्कि वह अंतरराष्ट्रीय अपराधियों से भी सम्पर्क में था. साहिल रिठौली और हिमांशु भाऊ जैसे कुख्यात गैंगस्टरों से उसकी सीधी बातचीत होती थी. दोनों भाई फिलहाल विदेश में छिपे हैं और भारत में कई संगीन वारदातों के मास्टरमाइंड बताए जाते हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>10 बड़े अपराधों में शामिल</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>मंजीत अब तक कम से कम 10 बड़े मामलों में शामिल पाया गया है. पुलिस पर फायरिंग, कैब ड्राइवर की कार लूट, कारोबारियों से करोड़ों की फिरौती की मांग, हथियारों की तस्करी, मर्डर की प्लानिं, उसकी फाइल में ऐसे संगीन आरोप दर्ज हैं. 2017 में उसने यूपी के एक बड़े डॉक्टर से अमित भूरा के इशारे पर 1 करोड़ रुपये की फिरौती मांगी थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्राइम ब्रांच का बड़ा दावा – और खुलासे बाकी !</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>पुलिस का दावा है कि मंजीत से पूछताछ में कई बड़े खुलासे हो सकते हैं. दिल्ली-एनसीआर में सक्रिय गैंगवार के पीछे कौन-कौन हैं? अवैध हथियार कहां से आते हैं? विदेश में बैठे गैंगस्टर भारत में कैसे ऑपरेट कर रहे हैं ? सभी सवालों के जवाब मिल सकते हैं. क्राइम ब्रांच का ऑपरेशन अभी जारी है. मंजीत मंगल की गिरफ्तारी ने गैंगस्टरों के नेटवर्क को करारा झटका दिया है. लेकिन कहानी अभी खत्म नहीं हुई. पुलिस की नजर अब उसके पूरे नेटवर्क पर है.</p>
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