<p style=”text-align: justify;”>पंजाब में <a title=”लोकसभा चुनाव” href=”https://www.abplive.com/topic/lok-sabha-election-2024″ data-type=”interlinkingkeywords”>लोकसभा चुनाव</a> से पहले शिरोमणी अकाली दल ने शनिवार (25 मई) को पार्टी नेता और पूर्व मंत्री आदेश प्रताप सिंह कैरों को पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते पार्टी से निष्कासित कर दिया है. आदेश प्रताप कैरों शिरोमणी अकाली दल अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल के जीजा हैं. सुखबीर बादल की बहन प्रणीत कौर की शादी आदेश प्रताप कैरों से हुई है. अकाली दल के खडूर साहिब लोकसभा से प्रत्याशी विरसा सिंह वल्टोहा की शिकायत पर ये कार्रवाई हुई है.</p> <p style=”text-align: justify;”>पंजाब में <a title=”लोकसभा चुनाव” href=”https://www.abplive.com/topic/lok-sabha-election-2024″ data-type=”interlinkingkeywords”>लोकसभा चुनाव</a> से पहले शिरोमणी अकाली दल ने शनिवार (25 मई) को पार्टी नेता और पूर्व मंत्री आदेश प्रताप सिंह कैरों को पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते पार्टी से निष्कासित कर दिया है. आदेश प्रताप कैरों शिरोमणी अकाली दल अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल के जीजा हैं. सुखबीर बादल की बहन प्रणीत कौर की शादी आदेश प्रताप कैरों से हुई है. अकाली दल के खडूर साहिब लोकसभा से प्रत्याशी विरसा सिंह वल्टोहा की शिकायत पर ये कार्रवाई हुई है.</p> पंजाब Delhi Lok Sabha Elections: खत्म हुआ ‘दिल्ली का दंगल’, इस सीट पर सबसे ज्यादा और यहां सबसे कम वोटिंग
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ग्रेटर नोएडा: 5 प्रोजेक्ट्स में बायर्स के लिए बड़ी खबर, अथॉरिटी ने लिया अहम फैसला, कंपनियों को होगा ये नुकसान
ग्रेटर नोएडा: 5 प्रोजेक्ट्स में बायर्स के लिए बड़ी खबर, अथॉरिटी ने लिया अहम फैसला, कंपनियों को होगा ये नुकसान <p style=”text-align: justify;”><strong>Greater Noida News:</strong> ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने बायर्स के हितों को ध्यान में रखते हुए आज पेंडिंग पड़े फ्लैट की रजिस्ट्री को लेकर बिल्डरों को कड़ी फटकार लगाई कहा खरीददारों की 31 दिसंबर तक रजिस्ट्री करो नहीं तो प्राधिकरण से मिलने वाली राहत वापस ले ली जाएगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”> ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के एसीईओ सौम्य श्रीवास्तव ने बिल्डर्स मीटिंग में आज सबसे पहले पेंडिंग फ्लैटों की रजिस्ट्री का मुद्दा उठाया और कहा 31 दिसंबर तक रजिस्ट्री संपन्न कराए अन्यथा अमिताभ कांत समिति की सिफारिशों से बिल्डरों को दी गई राहत को प्राधिकरण वापस ले लेगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”>आप को बता दे रजिस्ट्री न कराने वाले पांच बड़े प्रोजेक्ट ये है जिन्हे प्राधिकरण ने चिन्हित किया है जिसमें यमुना बिल्डटेक (मिग्सन विलासा) -ईटा टू -763, देविका गोल्डहोम -सेक्टर-1 -714 ,एसडीएस इंफ्राटेक -ओमेगा टू -396, अजय इंटरप्राइज -सेक्टर-2 -240 और महालक्ष्मी बिल्डटेक (मिग्सन अल्टिमो)- ओमीक्रॉन-3 -145 शामिल है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इसके अलाव एसीईओ सौम्य श्रीवास्तव ने एनओसी के नाम पर फ्लैट बायरो से मोटी रकम ऐंठने वाले बिल्डरों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी और एसीईओ ने साफ कहा है कि लीज डीड पर विलंब शुल्क से राहत सिर्फ 21 जनवरी 2025 तक ही है इसके आगे कोई राहत नहीं मिलेगी .</p>
<p style=”text-align: justify;”>ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की माने तो इन परियोजनाओं में कुल फ्लैट हैं, जिनमें से 38,661 के लिए कार्यपूर्ति प्रमाणपत्र जारी किया जा चुका. अब तक लगभग 31,600 फ्लैटों की रजिस्ट्री भी की जा चुकी है. लेकिन अभी भी करीब 34 बिल्डर परियोजनाओं में लगभग 7000 फ्लैटों की रजिस्ट्री होना बाकी है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण इन 31,600 फ्लैटों की रजिस्ट्री कराने के बिल्डर पर लगातार दबाव बना रहा है . प्राधिकरण का कहना है कि 21 जनवरी 2025 को विलंब शुल्क से छूट खत्म होने से पहले बायर्स के नाम इन फ्लैटों की रजिस्ट्री हो जानी चाहिए ताकि बायर्स पर विलंब शुल्क बच सके .</p>
बठिंडा में संदिग्ध परिस्थिति में युवक की मौत:चार बहनों का इकलौता भाई था मृतक, परिजन बोले- नशे चलते तोड़ा दम
बठिंडा में संदिग्ध परिस्थिति में युवक की मौत:चार बहनों का इकलौता भाई था मृतक, परिजन बोले- नशे चलते तोड़ा दम पंजाब के बठिंडा जनपद के तलवंडी साबो में एक युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। परिजनों का दावा है कि नशे की ओवरडोज लिए जाने के कारण युवक की मौत हुई, जबकि पुलिस ने इसकी पुष्टि नहीं की है। तलवंडी साबो के गांव फतेहगढ़ नौआबाद में चार बहनों के इकलौते भाई की लखविंदर सिंह मौत हो गई। इस संबंध में पीड़ित परिवार ने रोते हुए बताया कि हमने अपने इकलौते बेटे लखविंदर सिंह को बड़ी मुश्किल से पढ़ाया-लिखवाया था। जो नशे की दलदल में फंस गया और इस कारण उसकी मौत हो गई। उन्होंने कहा कि गांव में नशा बिकता है लेकिन पुलिस प्रशासन कुछ नहीं कर रहा है। मृतक लखविंदर सिंह के पिता गुरमेल सिंह ने कहा कि वह मजदूरी करके अपने परिवार का भरण पोषण करता है। उधर, पुलिस इस मामले में कुछ भी बताने तैयार नहीं है।
पंजाब के चुनावी मैदान से सिद्धू रहे गायब:83 दिनों तक चली कैंपेन, किसी भी मंच पर नहीं दिखे, न कोई पोस्ट डाली
पंजाब के चुनावी मैदान से सिद्धू रहे गायब:83 दिनों तक चली कैंपेन, किसी भी मंच पर नहीं दिखे, न कोई पोस्ट डाली पंजाब में 1 जून को होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए प्रचार थम गया है। लेकिन करीब 83 दिनों तक चली लंबी कैंपेन में पूर्व क्रिकेटर व कांग्रेस के पूर्व प्रधान व दिग्गज नेता नवजोत सिंद्धू गायब रहे। वह न तो किसी चुनावी मंच पर दिखे और न ही उन्होंने किसी उम्मीदवार के लिए वोट मांगे। हालांकि चुनावी कैंपेन के आखिरी चरण में इंडियन प्रीमियम लीग (IPL) भी संपन्न हो गया था। ऐसे में उम्मीद थी कि किसी अन्य हलके में न सही पटियाला में जब दिग्गज नेता आएंगे तो उनके साथ मंच पर जरूर दिखेंगे। लेकिन ऐसा भी नहीं हुआ। वहीं, जानकारों की मानें तो उनकी पत्नी कैंसर की जंग से जूझ रही है। ऐसे में उनका फोकस इन दिनों उनकी सेहत पर लगा हुआ है। IPL की एंट्री के साथ राजनीति से हुए दूर जैसे ही लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लगी थी, उसके बाद 22 मार्च को IPL का आगाज हो गया था। इससे पहले ही उनकी स्टार स्पोर्ट्स में कमेंट्री के लिए सलेक्शन हो गई थी। ऐसे में राजनीति के मैदान से उनकी दूरी बढ़ती चली गई। इसके अलावा वह अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर क्रिकेट या IPL को लेकर पोस्ट जरूर शेयर करते रहे। उन्होंने चुनाव को लेकर एक भी पोस्ट नहीं डाली। पत्नी के इलाज की जानकारी जरूर समय-समय पर शेयर करते थे। लोकसभा चुनाव न लड़ने का किया था ऐलान नवजोत सिंह सिद्धू लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लगने से ठीक पहले 15 मार्च को चंडीगढ़ में अपने गुट के नेताओं के साथ गर्वनर से मिलने चंडीगढ़ पहुंचे थे। इस दौरान जब मीडिया ने लोकसभा चुनाव को लेकर उनसे सवाल किया था तो उन्होंने साफ कहा था कि वह लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे। वह पंजाब में रहकर ही पंजाब की सेवा करना चाहते हैं। उन्होंने कहा था कि जब देश में मोदी लहर चल रही थी, उस समय उन्हें पार्टी कुरुक्षेत्र से ही चुनाव लड़ा रही थी। वह उस समय चुनाव लड़ लेते तो आज सरकार में केंद्रीय मंत्री होते । जनवरी से ही पार्टी से बना ली थी दूरी नवजोत सिंह सिद्धू ने इस साल जनवरी से ही पार्टी से दूरी बना ली थी। नौ जनवरी को जब पंजाब कांग्रेस के नए प्रभारी देवेंद्र यादव चंडीगढ़ आए तो वह उनकी मीटिंगों में शामिल नहीं हुए। हालांकि सिद्धू ने चंडीगढ़ के होटल में जाकर पार्टी प्रभारी से मुलाकात जरूर की थी। इसके बाद उन्होंने होशियारपुर और मोगा में रैलियां की।हालांकि उनकी मोगा रैली करवाने वाले वाले आयोजकों पर पार्टी ने कार्रवाई की, उन्हें पार्टी से निष्कासित किया। उनके खिलाफ भी पार्टी हाईकमान को पत्र लिखा गया, फिर भी वह अपने कार्यकर्ताओं के साथ डटे, और उन पर हुई इस कार्रवाई का विरोध किया। वह कांग्रेस के पूर्व प्रधानों के साथ अलग मीटिंग व रणनीति बनाते रहे। वहीं, उनके IPL में जाने के बाद उनके एक साथी व कांग्रेस के पूर्व प्रधान मोहिंदर केपी ने पार्टी छोड़ दी। उन्होंने शिरोमणि अकाली दल की टिकट पर जालंधर से चुनाव लड़ा। जबकि शमशेर दूलो चुनाव में पार्टी के खिलाफ मुखर रहे।