DRI ने वाराणसी के बनारस रेलवे स्टेशन पर न्यू दिल्ली सुपरफास्ट एक्सप्रेस ट्रेन से दो गोल्ड तस्करों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए तस्कर पश्चिम बंगाल के पश्चिम मेदिनीपुर के आशीष राणा और दिल्ली करोल बाग का तपस मिद्या है। इनके पास से दो किलो सोना बरामद हुआ है। जिसकी कुल कीमत एक करोड़ रुपए से अधिक बताई गई है। ये दोनों ट्रेन से दिल्ली जा रहे थे। पढ़ें पूरी खबर गोरखपुर में शादी का झांसा देकर युवती से रेप गोरखपुर में एक युवती संग उसकी बहन के देवर ने रेप किया। वह उसे शादी का झांसा देकर चार सालों तक शारीरिक शोषण करता रहा। आरोप है कि बहन के देवर ने युवती को मिलने के लिए जबलपुर बुलाया और वहां भी उसके साथ दुष्कर्म करता रहा। जब युवती ने शादी का दबाव बनाया तो उसने युवती को विश्वास दिलाने के लिए स्टेशन ले जाकर उसकी मांग में सिंदूर डाल दिया। लेकिन फिर शादी करने से इनकार करने लगा। पढ़ें पूरी खबर DRI ने वाराणसी के बनारस रेलवे स्टेशन पर न्यू दिल्ली सुपरफास्ट एक्सप्रेस ट्रेन से दो गोल्ड तस्करों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए तस्कर पश्चिम बंगाल के पश्चिम मेदिनीपुर के आशीष राणा और दिल्ली करोल बाग का तपस मिद्या है। इनके पास से दो किलो सोना बरामद हुआ है। जिसकी कुल कीमत एक करोड़ रुपए से अधिक बताई गई है। ये दोनों ट्रेन से दिल्ली जा रहे थे। पढ़ें पूरी खबर गोरखपुर में शादी का झांसा देकर युवती से रेप गोरखपुर में एक युवती संग उसकी बहन के देवर ने रेप किया। वह उसे शादी का झांसा देकर चार सालों तक शारीरिक शोषण करता रहा। आरोप है कि बहन के देवर ने युवती को मिलने के लिए जबलपुर बुलाया और वहां भी उसके साथ दुष्कर्म करता रहा। जब युवती ने शादी का दबाव बनाया तो उसने युवती को विश्वास दिलाने के लिए स्टेशन ले जाकर उसकी मांग में सिंदूर डाल दिया। लेकिन फिर शादी करने से इनकार करने लगा। पढ़ें पूरी खबर उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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अलीगढ़: 17 लाख की टप्पेबाजी के आरोप में दो सगे भाई गिरफ्तार, नोएडा के व्यापारी को बनाया था शिकार
अलीगढ़: 17 लाख की टप्पेबाजी के आरोप में दो सगे भाई गिरफ्तार, नोएडा के व्यापारी को बनाया था शिकार <p style=”text-align: justify;”><strong>Aligarh News:</strong> उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है, जहां 17 लाख रुपये की टप्पेबाजी के आरोप में पुलिस ने दो सगे भाईयों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों के पास से 11 लाख रुपये का सामान बरामद हुआ है. दोनों बदमाश टप्पेबाजी में माहिर थे, उन्होंने नोएडा के एक व्यापारी को अपनी शिकार बनाया और लाखों का सामान हड़प लिया. </p>
<p style=”text-align: justify;”>पूरा मामला अलीगढ़ के थाना मडराक क्षेत्र का है जहां दस दिन पहले विकास स्वीट्स के नाम पर लाखों रुपये के केसर और चांदी के वर्क की ठगी की गई. सीओ डॉ. केजी सिंह के मुताबिक 15 जुलाई को विकास स्वीट्स फर्म का फर्जी नाम लेकर सगे भाई शिव शंकर गौतम व शिवम निवासी गुन्नौर जिला संभल ने नोएडा की जगन्नाथ जी स्टर्लिंग प्रोडक्ट के यहां फोन किया और विकास स्वीट्स के नाम पर 4.850 किलो केसर और चांदी के वर्क की 1000 पैकेट का ऑर्डर दिया. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/pallavi-patel-shows-soft-stance-on-cm-yogi-adityanath-keshav-prasad-maurya-and-anupriya-patel-tension-increased-ann-2746909″>पल्लवी पटेल का सीएम योगी के खिलाफ दिखा नरम रुख, केशव प्रसाद मौर्य और अनुप्रिया की बढ़ी टेंशन</a><br /></strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>नोएडा की फर्म से लाखों रुपये की ठगी</strong><br />इस सामान की कीमत करीब 17 लाख रुपये बताई गई. दोनों ने कहा कि पैसे माल की डिलीवर होने पर दे दिए जाएंगे. जिसके बाद नोएडा की कंपनी ने अलीगढ़ में माल भेज दिया. इसी बीच अभियुक्तों ने डिलीवरी देने वाले को फोन किया कि विकास स्वीट्स की दुकान के बाहर पानी भरा हुआ है. इसलिए माल को समृद्धि टाउनशिप के पास भेज दो. इसके बाद दोनों आरोपी डिलीवरी वाले से सारा सामान लेकर फरार हो गए. </p>
<p style=”text-align: justify;”>इस मामले में कंपनी के मालिक अमित कुमार सिंघल ने मडराक थाने में मुकदमा दर्ज करा दिया. पुलिस ने जब जांच शुरू की तो पता चला कि दोनों भाई टप्पेबाजी करने में महारत हासिल कर चुके हैं. उनकी क्राइम हिस्ट्री की भी जांच की जा रही है. इससे पहले भी उनके खिलाफ ठगी का मामला दर्ज किया जा चुका है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>क्षेत्राधिकारी डॉ. केजी सिंह ने बताया कि पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर दोनों अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया है. इनके पास से चार किलो केसर और 600 पैकेट चांदी का वर्क बरामद हुआ है. आरोपी सारे सामान को बेचने की फिराक में थे. बरामद माल की कीमत 11 लाख रुपये बताई जा रही है. इनके पास से एक महिंद्रा एसयूवी कार भी बरामद हुई है. पुलिस ने इस मामले में आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है.</p>
पानीपत की दुल्हन ने ससुराल वालों को लूटा:यमुनानगर में शादी, पगफेरे के लिए आई, बीच सड़क पर नकदी-फोन छीनकर परिवार समेत फरार
पानीपत की दुल्हन ने ससुराल वालों को लूटा:यमुनानगर में शादी, पगफेरे के लिए आई, बीच सड़क पर नकदी-फोन छीनकर परिवार समेत फरार हरियाणा के पानीपत शहर की एक कॉलोनी की 23 वर्षीय लुटेरी दुल्हन ने यमुनानगर से अपने ससुराल वालों को ठग लिया। शादी के एक दिन बाद उसे पग फेरे की रस्म के लिए पानीपत बुलाया गया। जब वह वहां पहुंची तो सड़क पर उसका सामना हुआ। जहां दुल्हन और उसके परिजनों ने उसके साथ झगड़ा किया। इसके बाद उन्होंने उसका एक लाख रुपए से भरा बैग और मोबाइल फोन छीन लिया और वहां से फरार हो गए। शादी के नाम पर ठगी का अहसास होने पर उसने मामले की सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने शिकायत के आधार पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है। शादी के दो दिन तक ससुराल में ठीक रही महिला
पुराना औद्योगिक थाना पुलिस को दी शिकायत में साहिल(23) ने बताया कि वह खानपुर, यमुनानगर का रहने वाला है। उसने हरबीरी नाम की एक महिला से संपर्क किया। जिसने उसे कहा था कि वह उसकी शादी करवा देगी। जिसकी बातों में आकर उसने अपने परिवार से बात की और हरबीरी से फोन पर बात हुई। इसके बाद वह उन्हें पानीपत की सैनी कॉलोनी में ले आई। यहां उसके साथ नीटू, उसकी पत्नी और मीना नाम की महिला भी थी। यहां पर उन्होंने सीता(23) नाम की लड़की दिखाई। जहां बात पक्की हो गई। 27 जून की रात को यमुनानगर के मंदिर में शादी हुई। दो दिन सीता ससुराल में बिल्कुल ठीक रही। रिश्ते की शुरुआत में भी लिए थे 55 हजार
29 जून को लड़की वालों ने फेरे की रस्म के लिए पानीपत बुलाया। यहां उन्होंने कोर्ट के सामने आने को कहा था। यहां पहुंचने के बाद साहिल, सीता, सीता की बहन उषा और उसकी भाभी ई-रिक्शा में बैठकर असंध रोड पर हनुमान मंदिर के पास ले आए। जहां उनके साथ झगड़ा किया। इसके बाद वे उनका बैग, मोबाइल फोन छीनकर फरार हो गए। बैग में 1 लाख रुपए कैश था। साहिल ने बताया कि उन्होंने लड़की वालों को रिश्ते की शुरुआत में 55 हजार रुपए कैश भी दिए थे। उसकी झूठी शादी करवाई गई है।
हरियाणा में अफसरों की भर्ती में बनेगी वेटिंग लिस्ट:ग्रुप B की भर्ती में पड़ेगा असर; पहले ग्रुप C-D में ही बनती थी वेटिंग लिस्ट
हरियाणा में अफसरों की भर्ती में बनेगी वेटिंग लिस्ट:ग्रुप B की भर्ती में पड़ेगा असर; पहले ग्रुप C-D में ही बनती थी वेटिंग लिस्ट हरियाणा सरकार ने अफसरों की भर्ती से संबंधित एक बड़ा फैसला किया है। हालांकि यह फैसला लगभग 2 महीने पहले कर लिया गया था। दो महीने पहले हरियाणा लोक सेवा आयोग (HPSC) को इसकी पालना करने के लिए भेज दिया था। मगर इस फैसले का असर अब आने वाली भर्तियों में दिखाई देगा। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी सरकार ने ग्रुप बी अफसरों की सीधी भर्ती में वेटिंग लिस्ट तैयार करने के लिए कहा है। हालांकि आयोग ने 2021 में वेटिंग लिस्ट तैयार करने का आग्रह पत्र हरियाणा सरकार को भेजा था, मगर तब सरकार HPSC के इस आग्रह को ठुकरा दिया था। 3 साल पुराने फैसले को सैनी ने दी मंजूरी मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी सरकार ने 3 साल पुराने फैसले पर पुनर्विचार किया और जून 2024 में फैसला किया कि ग्रुप बी पदों के लिए भी HPSC वेटिंग लिस्ट तैयार करेगा। वैसे तो हरियाणा सरकार में HPSC को यह सूचना गत जून में भेज दी थी और यह भी बता दिया था कि 2019 के निर्देशानुसार वेटिंग लिस्ट तैयार होगी। मगर सरकार स्पष्टता के साथ दोबारा ये निर्देश जारी करेगी। अभी इसका मसौदा तैयार हो रहा है। ग्रुप A की नौकरी में लागू नहीं होगा फैसला मुख्य सचिव कार्यालय ने HPSC सचिव को 7 जून को भेजे पत्र में लिखा है, ‘सरकार ने पुनर्विचार कर फैसला किया है कि ग्रुप बी पदों के लिए भी वेटिंग लिस्ट तैयार की जाए। जैसे 25 जून 2019 के निर्देशों में लिखा हुआ है। यह भी स्पष्ट किया जाता है कि ग्रुप ए पदों के लिए कोई भी वेटिंग लिस्ट तैयार नहीं की जाएगी, चाहे चयन एक ही परीक्षा से हो या न हो। यह निर्णय तुरंत लागू होगा।’ अब ग्रुप बी, सी और डी पदों की सीधी भर्ती में वेटिंग लिस्ट तैयार होगी। पहले ग्रुप सी और डी पदों की भर्ती में वेटिंग लिस्ट तैयार होती थी। HPSC ने सरकार से ये की थी रिक्वेस्ट हरियाणा लोक सेवा आयोग ने 2021 में प्रदेश सरकार को आग्रह पत्र भेजा था। इसमें लिखा था, ‘मुख्य सचिव के 28 अगस्त 1993 और 27 फरवरी1998 निर्देशानुसार, एचपीएससी द्वारा 25 रिक्तियों की संख्या के 25% के बराबर 25 से 50 तक की रिक्तियों के लिए 15 और 50 से अधिक की रिक्तियों के लिए 10 के बराबर, न्यूनतम दो अभ्यर्थियों की प्रतीक्षा सूची तैयार की जानी है। मूल सूची 6 माह तक वैध रहेगी, इस दौरान विभाग रिक्तियों को भरने की प्रक्रिया पूरी करेगा। इसके बाद मूल सूची वैध नहीं रहेगी। 6 महीने रहेगी मूल सूची की वैधता मूल सूची को वैधता समाप्त होने के बाद प्रतीक्षा सूची 6 माह तक वैध रहेगी प्रतीक्षा सूची तभी संचालित की जाएगी, जब मूल सूची में अनुशासित अभ्यार्थी कार्यभार ग्रहण नहीं करता है या अन्य कारणों से पद रिक्त रह जाता है। ये निर्देश उन मामलों में लागू नहीं होंगे। जहां विभिन्न सेवाओं के लिए एक सामान्य परीक्षा के आधार पर भर्ती की जाती है। ऐसे मामलों में कोई प्रतीक्षा सूची तैयार नहीं की जाएगी। ये निर्देश उन मामलों में भी लागू नहीं होंगे जहां नियमों में कोई विशिष्ट प्रावधान है।