राम मंदिर परिसर का निर्माण कार्य अब अपने अंतिम चरण में है। मंदिर के गर्भगृह का 161 फीट ऊंचा शिखर निर्माण बस पूरा होने वाला है। ये काम केवल भीड़ के कारण प्रभावित है। माना जा रहा है, अप्रैल के अंत तक पूरा कर लिया जाएगा। इसी के साथ मुख्य राम मंदिर पूरी तरह से बनकर तैयार हो जाएगा। ट्रस्ट का दावा है राम मंदिर का 96 फीसदी निर्माण पूरा हो चुका है। राम मंदिर पूरी तरह कब तक बनकर तैयार होगा? कितना काम पूरा हो चुका है?, क्या-क्या बाकी है? भास्कर एक्सप्लेनर में जानिए- सवाल- 1: कितने चरणों में राम मंदिर बनकर तैयार होना था? जवाब: राम मंदिर का भूमि पूजन 5 अगस्त, 2020 को हुआ था। मंदिर का निर्माण कार्य 3 चरणों में पूरा किया जाना है। पहला चरण दिसंबर, 2023 तक पूरा होना था। दूसरा दिसंबर, 2024 तक और 2025 में तीसरा चरण यानी पूरा मंदिर बनकर तैयार होना है। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी, 2024 को हुई थी। सवाल- 2: राम मंदिर परिसर में क्या-क्या निर्माण बाकी है? जवाब- श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र की न्यास मंडल की मार्च में हुई बैठक में इसकी जानकारी दी गई। बताया गया कि मंदिर का 96 फीसदी काम पूरा हो गया है। संत तुलसी दास की प्रतिमा अपने स्थान पर स्थापित हो गई है। रामनवमी के दिन प्रतिमा से पर्दा हटा दिया जाएगा। बैठक में बताया गया… राम मंदिर परिसर के इन सभी निर्माण कार्यों को देखते हुए कहा जा सकता है कि मुख्य मंदिर सहित पूरा परिसर अक्टूबर-नवंबर 2025 तक बनकर तैयार होने की संभावना है। सवाल- 3: राम मंदिर का निर्माण कब तक पूरा हो जाएगा? जवाब- श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के न्यास मंडल के मुताबिक, मुख्य राम मंदिर का पूरा निर्माण जून, 2025 तक पूरा हो जाएगा। 2 अप्रैल को इसके शिखर का निर्माण पूरा हुआ और इसकी प्रतिष्ठा की गई। यहां राम मंदिर के निर्माण से मतलब सिर्फ राम मंदिर से ही है। राम मंदिर परिसर में अन्य मंदिरों के निर्माण और उनमें मूर्ति प्रतिष्ठा का समय अलग-अलग बताया गया है। सवाल- 4: राम मंदिर निर्माण में अब तक कितना खर्च हो चुका है? जवाब- राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के मुताबिक, राम मंदिर निर्माण में अब तक 2 हजार 150 करोड़ रुपए खर्च हो चुके हैं। इसमें से 396 करोड़ रुपए ट्रस्ट के अकाउंट से सरकारी एजेंसियों को भुगतान किया गया है। वहीं, 272 करोड़ रुपए जीएसटी के रूप में भुगतान किया गया है। हालांकि, साल 2024 में मंदिर निर्माण समिति ने कुल 1800 करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान लगाया था। समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्र ने तब मजदूरों की संख्या दोगुनी कर जल्द से जल्द निर्माण पूरा होने की बात कही थी। सवाल 5- पूरा राम मंदिर परिसर कितने क्षेत्र में फैला है? जवाब- पूरा राम मंदिर परिसर कुल 107 एकड़ क्षेत्र में बन रहा है। इसमें… सवाल 6- राम मंदिर का डिजाइन बनाने वाले आर्किटेक्ट चंद्रकांत सोमपुरा कौन हैं? जवाब- अयोध्या के राम मंदिर का डिजाइन तैयार करने वाले आर्किटेक्ट चंद्रकांत सोमपुरा हैं। इन्हें इस साल भारत सरकार ने जनवरी में पद्मश्री सम्मान से सम्मानित किया। चंद्रकांत अपने परिवार में 15वीं पीढ़ी हैं, जो मंदिरों की डिजाइन तैयार करने के पेशे में है। खास बात यह है कि इससे पहले इनके दादा प्रभाशंकर सोमपुरा को भी पद्मश्री सम्मान मिल चुका है। यह सम्मान उन्हें आजादी के बाद 1949 में गुजरात के सोमनाथ मंदिर के पुनर्रुत्थान का डिजाइन तैयार करने के लिए दिया गया था। इसके अलावा इनके परिवार ने ही मुंबई में स्वामीनारायण मंदिर और कोलकाता में बिड़ला मंदिर का डिजाइन तैयार किया था। चंद्रकांत सोनपुर ने 1990 में तब विश्व हिंदू परिषद प्रमुख अशोक सिंघल के कहने पर पहली बार अयोध्या के राम मंदिर का डिजाइन तैयार किया था। इसी साल इस डिजाइन को कुंभ मेले में साधु-संतों के सामने पेश किया गया। उस पर कई चरणों की चर्चा के बाद संतों ने मंजूरी दी। इसके बाद साल 2020 में कोर्ट का फैसला आने के बाद इसी डिजाइन में कुछ बदलाव के साथ राम मंदिर परिसर क्षेत्र का निर्माण चल रहा है। चंद्रकांत सोमपुरा ने सिर्फ भारत ही नहीं, दुनिया के बाकी हिस्सों में भी मंदिरों का डिजाइन तैयार किया है। इसकी संख्या 200 से अधिक बताई जाती है। राम मंदिर को लेकर चंद्रकांत सोमपुरा का दावा है कि यह बंसी पहाड़पुर के गुलाबी और बलुआ पत्थरों से बना है, जो समय बीतने के साथ और मजबूत होते जाते हैं। सवाल- 7: राम मंदिर निर्माण के लिए पैसों का स्त्रोत क्या है? जवाब- राम मंदिर का निर्माण मुख्य रूप से श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को मिलने वाले दान से हो रहा है। इस ट्रस्ट को फरवरी, 2020 में सरकार ने राम मंदिर से जुड़े रखरखाव के लिए बनाया था। ट्रस्ट के माध्यम से देश सहित विदेशों में रह रहे लोग अपनी क्षमता के मुताबिक दान कर सकते हैं। ट्रस्ट को अब तक 3 हजार 500 करोड़ रुपए से अधिक का दान मिल चुका है। राम मंदिर को बनाने का एल एंड टी कंस्ट्रक्शन कंपनी के पास है। इसके अलावा टीसीएस से लेकर हैवेल्स और दूसरी कंपनियां इसके मैनेजमेंट बाकी कामों को संभाल रही हैं। हाल के सालों में राम मंदिर सार्वजनिक स्मारकों में स्टैच्यू ऑफ इंडिया के बाद दूसरा सबसे ज्यादा लागत से बनने वाला स्मारक है। स्टैच्यू ऑफ यूनिटी करीब 2 हजार 989 करोड़ रुपए में बना था। तीसरे नंबर पर नई पार्लियामेंट बिल्डिंग है, जिसकी लागत करीब 836 करोड़ थी। ——————– ये खबर भी पढ़ें… विजिलेंस अफसर 44 दिन डिजिटल अरेस्ट रहे, कानपुर में 86 लाख की ठगी, बीमा पॉलिसी तुड़वाई; घर पर भी लोन कराने वाले थे कानपुर में EPFO के रिटायर अधिकारी से 86 लाख की ठगी कर ली गई। इनकम टैक्स और CBI अफसर बनकर ठगों ने उन्हें 44 दिन डिजिटल अरेस्ट रखा। पहले 50 लाख रुपए ट्रांसफर कराए। फिर 30 लाख की एलआईसी तुड़वा दी। ठगों ने घर में रखी ज्वैलरी पर गोल्ड लोन करवाया और इससे भी 6 लाख हड़प लिए। पढ़ें पूरी खबर राम मंदिर परिसर का निर्माण कार्य अब अपने अंतिम चरण में है। मंदिर के गर्भगृह का 161 फीट ऊंचा शिखर निर्माण बस पूरा होने वाला है। ये काम केवल भीड़ के कारण प्रभावित है। माना जा रहा है, अप्रैल के अंत तक पूरा कर लिया जाएगा। इसी के साथ मुख्य राम मंदिर पूरी तरह से बनकर तैयार हो जाएगा। ट्रस्ट का दावा है राम मंदिर का 96 फीसदी निर्माण पूरा हो चुका है। राम मंदिर पूरी तरह कब तक बनकर तैयार होगा? कितना काम पूरा हो चुका है?, क्या-क्या बाकी है? भास्कर एक्सप्लेनर में जानिए- सवाल- 1: कितने चरणों में राम मंदिर बनकर तैयार होना था? जवाब: राम मंदिर का भूमि पूजन 5 अगस्त, 2020 को हुआ था। मंदिर का निर्माण कार्य 3 चरणों में पूरा किया जाना है। पहला चरण दिसंबर, 2023 तक पूरा होना था। दूसरा दिसंबर, 2024 तक और 2025 में तीसरा चरण यानी पूरा मंदिर बनकर तैयार होना है। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी, 2024 को हुई थी। सवाल- 2: राम मंदिर परिसर में क्या-क्या निर्माण बाकी है? जवाब- श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र की न्यास मंडल की मार्च में हुई बैठक में इसकी जानकारी दी गई। बताया गया कि मंदिर का 96 फीसदी काम पूरा हो गया है। संत तुलसी दास की प्रतिमा अपने स्थान पर स्थापित हो गई है। रामनवमी के दिन प्रतिमा से पर्दा हटा दिया जाएगा। बैठक में बताया गया… राम मंदिर परिसर के इन सभी निर्माण कार्यों को देखते हुए कहा जा सकता है कि मुख्य मंदिर सहित पूरा परिसर अक्टूबर-नवंबर 2025 तक बनकर तैयार होने की संभावना है। सवाल- 3: राम मंदिर का निर्माण कब तक पूरा हो जाएगा? जवाब- श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के न्यास मंडल के मुताबिक, मुख्य राम मंदिर का पूरा निर्माण जून, 2025 तक पूरा हो जाएगा। 2 अप्रैल को इसके शिखर का निर्माण पूरा हुआ और इसकी प्रतिष्ठा की गई। यहां राम मंदिर के निर्माण से मतलब सिर्फ राम मंदिर से ही है। राम मंदिर परिसर में अन्य मंदिरों के निर्माण और उनमें मूर्ति प्रतिष्ठा का समय अलग-अलग बताया गया है। सवाल- 4: राम मंदिर निर्माण में अब तक कितना खर्च हो चुका है? जवाब- राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के मुताबिक, राम मंदिर निर्माण में अब तक 2 हजार 150 करोड़ रुपए खर्च हो चुके हैं। इसमें से 396 करोड़ रुपए ट्रस्ट के अकाउंट से सरकारी एजेंसियों को भुगतान किया गया है। वहीं, 272 करोड़ रुपए जीएसटी के रूप में भुगतान किया गया है। हालांकि, साल 2024 में मंदिर निर्माण समिति ने कुल 1800 करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान लगाया था। समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्र ने तब मजदूरों की संख्या दोगुनी कर जल्द से जल्द निर्माण पूरा होने की बात कही थी। सवाल 5- पूरा राम मंदिर परिसर कितने क्षेत्र में फैला है? जवाब- पूरा राम मंदिर परिसर कुल 107 एकड़ क्षेत्र में बन रहा है। इसमें… सवाल 6- राम मंदिर का डिजाइन बनाने वाले आर्किटेक्ट चंद्रकांत सोमपुरा कौन हैं? जवाब- अयोध्या के राम मंदिर का डिजाइन तैयार करने वाले आर्किटेक्ट चंद्रकांत सोमपुरा हैं। इन्हें इस साल भारत सरकार ने जनवरी में पद्मश्री सम्मान से सम्मानित किया। चंद्रकांत अपने परिवार में 15वीं पीढ़ी हैं, जो मंदिरों की डिजाइन तैयार करने के पेशे में है। खास बात यह है कि इससे पहले इनके दादा प्रभाशंकर सोमपुरा को भी पद्मश्री सम्मान मिल चुका है। यह सम्मान उन्हें आजादी के बाद 1949 में गुजरात के सोमनाथ मंदिर के पुनर्रुत्थान का डिजाइन तैयार करने के लिए दिया गया था। इसके अलावा इनके परिवार ने ही मुंबई में स्वामीनारायण मंदिर और कोलकाता में बिड़ला मंदिर का डिजाइन तैयार किया था। चंद्रकांत सोनपुर ने 1990 में तब विश्व हिंदू परिषद प्रमुख अशोक सिंघल के कहने पर पहली बार अयोध्या के राम मंदिर का डिजाइन तैयार किया था। इसी साल इस डिजाइन को कुंभ मेले में साधु-संतों के सामने पेश किया गया। उस पर कई चरणों की चर्चा के बाद संतों ने मंजूरी दी। इसके बाद साल 2020 में कोर्ट का फैसला आने के बाद इसी डिजाइन में कुछ बदलाव के साथ राम मंदिर परिसर क्षेत्र का निर्माण चल रहा है। चंद्रकांत सोमपुरा ने सिर्फ भारत ही नहीं, दुनिया के बाकी हिस्सों में भी मंदिरों का डिजाइन तैयार किया है। इसकी संख्या 200 से अधिक बताई जाती है। राम मंदिर को लेकर चंद्रकांत सोमपुरा का दावा है कि यह बंसी पहाड़पुर के गुलाबी और बलुआ पत्थरों से बना है, जो समय बीतने के साथ और मजबूत होते जाते हैं। सवाल- 7: राम मंदिर निर्माण के लिए पैसों का स्त्रोत क्या है? जवाब- राम मंदिर का निर्माण मुख्य रूप से श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को मिलने वाले दान से हो रहा है। इस ट्रस्ट को फरवरी, 2020 में सरकार ने राम मंदिर से जुड़े रखरखाव के लिए बनाया था। ट्रस्ट के माध्यम से देश सहित विदेशों में रह रहे लोग अपनी क्षमता के मुताबिक दान कर सकते हैं। ट्रस्ट को अब तक 3 हजार 500 करोड़ रुपए से अधिक का दान मिल चुका है। राम मंदिर को बनाने का एल एंड टी कंस्ट्रक्शन कंपनी के पास है। इसके अलावा टीसीएस से लेकर हैवेल्स और दूसरी कंपनियां इसके मैनेजमेंट बाकी कामों को संभाल रही हैं। हाल के सालों में राम मंदिर सार्वजनिक स्मारकों में स्टैच्यू ऑफ इंडिया के बाद दूसरा सबसे ज्यादा लागत से बनने वाला स्मारक है। स्टैच्यू ऑफ यूनिटी करीब 2 हजार 989 करोड़ रुपए में बना था। तीसरे नंबर पर नई पार्लियामेंट बिल्डिंग है, जिसकी लागत करीब 836 करोड़ थी। ——————– ये खबर भी पढ़ें… विजिलेंस अफसर 44 दिन डिजिटल अरेस्ट रहे, कानपुर में 86 लाख की ठगी, बीमा पॉलिसी तुड़वाई; घर पर भी लोन कराने वाले थे कानपुर में EPFO के रिटायर अधिकारी से 86 लाख की ठगी कर ली गई। इनकम टैक्स और CBI अफसर बनकर ठगों ने उन्हें 44 दिन डिजिटल अरेस्ट रखा। पहले 50 लाख रुपए ट्रांसफर कराए। फिर 30 लाख की एलआईसी तुड़वा दी। ठगों ने घर में रखी ज्वैलरी पर गोल्ड लोन करवाया और इससे भी 6 लाख हड़प लिए। पढ़ें पूरी खबर उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
कब तक पूरा होगा राम मंदिर परिसर का निर्माण?:शिखर अंतिम चरण में, सप्त ऋषि मंदिर मई में तैयार होगा
