नैमिष ने मौत से पहले गर्लफ्रेंड को किया वीडियो कॉल:कहा- 1.20 लाख का है कर्ज; भाई बोला- 5-6 दोस्त गायब होने के बाद घर आए थे

नैमिष ने मौत से पहले गर्लफ्रेंड को किया वीडियो कॉल:कहा- 1.20 लाख का है कर्ज; भाई बोला- 5-6 दोस्त गायब होने के बाद घर आए थे

लखनऊ के लैब टेक्नीशियन नैमिष जोशी की मौत से पहले कानपुर की गर्लफ्रेंड से वीडियो काल पर बात हुई थी। उसने 1.20 लाख रुपये कर्ज होने की बात कही थी। गर्लफ्रेंड ने उसे बिना घबराए घर पर बताने को कहा था, लेकिन उसकी समझ में नहीं आई थी। रात में उसने दोस्त हीरा के साथ बालागंज में चाय भी पी थी। पुलिस ने कर्ज के अलावा ब्लैकमेलिंग और सट्‌टेबाजी के एंगल पर जांच शुरू कर दी है। परिजन नैमिष के लापता होने के बाद उसे ढूंढ़ते हुए दूसरे दिन घर पहुंचने वाले दोस्तों को उसकी मौत का जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। रात में जिस दोस्त के साथ पी चाय, सुबह साथियों संग पहुंचा तो गहराया शक ताऊ सुरेश ब्रह्मचारी ने कहा- एक अप्रैल की देर रात नैमिष ने अपने दोस्तों के साथ बाहर निकला था। उसने देर रात में बालागंज में दोस्त हीरा के चाय पी थी। दूसरे दिन हीरा व अन्य दोस्तों के साथ घर पहुंचकर कर्ज की बात की थी। बाद में उन्हीं लोगों ने फोन करके नैमिष की स्कूटी आलमबाग में खड़ी होने की जानकारी दी थी। इस बीच उनके पास पुलिस का फोन आ गया। पुलिस के कहने पर वह परिजनों के साथ खाटू श्याम मंदिर के पास गोमती नदी के किनारे पहुंच गए। वहां नदी में नैमिष का शव मिला। उसका सारा सामान गायब था। आईटी चौराहा पर बुलाकर नहीं मिली गर्लफ्रेंड पिता महेश जोशी ने कहा- वह लोग नैमिष की तलाश कर रहे थे। इस बीच कानपुर से उसकी गर्लफ्रेंड का फोन आया। उसने कहा- नैमिष कर्ज की वजह से काफी परेशान था। उसे समझाने की बहुत कोशिश की। घर पर बताने को कहा, लेकिन वह नहीं माना। उसने एक वीडियो भी भेजा। कानपुर से आकर आईटी चौराहे पर मिलेगी। उन्होंने बताया- गर्लफ्रेंड कानपुर से आकर पुलिस स्टेशन गई। मेरे परिवार के लोगों से मिले बिना वापस चली गई। कई बार फोन किया, लेकिन नहीं उठाया। बाद में कहा- अचानक लखनऊ आने पर पापा डांट रहे हैं। बस में बैठकर कानपुर के लिए निकल गई हूं। परिजनों ने दोस्तों को ठहराया मौत का जिम्मेदार परिजन कर्ज की बात से इंकार कर रहे हैं। उनका कहना है कि यदि इतना कर्ज होता तो कर्ज देने वाले पहले ही घर आते। जब नैमिष अचानक गायब हो गया तो उसके दोस्त दूसरे दिन घर पहुंचे और कर्ज की बात की। उसकी मौत का वही लोग जिम्मेदार हैं। पुलिस के मुताबिक, नैमिष पर 8 दोस्तों का लाखों रुपए कर्ज था। उसकी मौत का मुख्य कारण वही है। सट्‌टा के हार-जीत ने तो नहीं बना दिया था कर्जदार इंस्पेक्टर हसनगंज दिलेश सिंह के मुताबिक, एक अप्रैल की शाम नैमिष घर से स्कूटी से काम पर निकला था। देर शाम को भाई उमेश को फोन करने पर कहा कि काम निपटाने के बाद लौट आएगा। रात में नैमिष का फोन बंद होने के बाद परिजनों ने तलाश शुरू की थी। तीन अप्रैल का उसका शव मिला था। घटना से जुड़े नैमिष के साथियों के बयान लिए गए हैं। सभी लोग उस पर बड़ा कर्ज होने की बात कह रहे हैं। यह कर्ज ब्लैकमेलिंग का है या सट्टा में हार-जीत का। इन सभी बिंदुओं पर जांच की जा रही है। साक्ष्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। लखनऊ के लैब टेक्नीशियन नैमिष जोशी की मौत से पहले कानपुर की गर्लफ्रेंड से वीडियो काल पर बात हुई थी। उसने 1.20 लाख रुपये कर्ज होने की बात कही थी। गर्लफ्रेंड ने उसे बिना घबराए घर पर बताने को कहा था, लेकिन उसकी समझ में नहीं आई थी। रात में उसने दोस्त हीरा के साथ बालागंज में चाय भी पी थी। पुलिस ने कर्ज के अलावा ब्लैकमेलिंग और सट्‌टेबाजी के एंगल पर जांच शुरू कर दी है। परिजन नैमिष के लापता होने के बाद उसे ढूंढ़ते हुए दूसरे दिन घर पहुंचने वाले दोस्तों को उसकी मौत का जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। रात में जिस दोस्त के साथ पी चाय, सुबह साथियों संग पहुंचा तो गहराया शक ताऊ सुरेश ब्रह्मचारी ने कहा- एक अप्रैल की देर रात नैमिष ने अपने दोस्तों के साथ बाहर निकला था। उसने देर रात में बालागंज में दोस्त हीरा के चाय पी थी। दूसरे दिन हीरा व अन्य दोस्तों के साथ घर पहुंचकर कर्ज की बात की थी। बाद में उन्हीं लोगों ने फोन करके नैमिष की स्कूटी आलमबाग में खड़ी होने की जानकारी दी थी। इस बीच उनके पास पुलिस का फोन आ गया। पुलिस के कहने पर वह परिजनों के साथ खाटू श्याम मंदिर के पास गोमती नदी के किनारे पहुंच गए। वहां नदी में नैमिष का शव मिला। उसका सारा सामान गायब था। आईटी चौराहा पर बुलाकर नहीं मिली गर्लफ्रेंड पिता महेश जोशी ने कहा- वह लोग नैमिष की तलाश कर रहे थे। इस बीच कानपुर से उसकी गर्लफ्रेंड का फोन आया। उसने कहा- नैमिष कर्ज की वजह से काफी परेशान था। उसे समझाने की बहुत कोशिश की। घर पर बताने को कहा, लेकिन वह नहीं माना। उसने एक वीडियो भी भेजा। कानपुर से आकर आईटी चौराहे पर मिलेगी। उन्होंने बताया- गर्लफ्रेंड कानपुर से आकर पुलिस स्टेशन गई। मेरे परिवार के लोगों से मिले बिना वापस चली गई। कई बार फोन किया, लेकिन नहीं उठाया। बाद में कहा- अचानक लखनऊ आने पर पापा डांट रहे हैं। बस में बैठकर कानपुर के लिए निकल गई हूं। परिजनों ने दोस्तों को ठहराया मौत का जिम्मेदार परिजन कर्ज की बात से इंकार कर रहे हैं। उनका कहना है कि यदि इतना कर्ज होता तो कर्ज देने वाले पहले ही घर आते। जब नैमिष अचानक गायब हो गया तो उसके दोस्त दूसरे दिन घर पहुंचे और कर्ज की बात की। उसकी मौत का वही लोग जिम्मेदार हैं। पुलिस के मुताबिक, नैमिष पर 8 दोस्तों का लाखों रुपए कर्ज था। उसकी मौत का मुख्य कारण वही है। सट्‌टा के हार-जीत ने तो नहीं बना दिया था कर्जदार इंस्पेक्टर हसनगंज दिलेश सिंह के मुताबिक, एक अप्रैल की शाम नैमिष घर से स्कूटी से काम पर निकला था। देर शाम को भाई उमेश को फोन करने पर कहा कि काम निपटाने के बाद लौट आएगा। रात में नैमिष का फोन बंद होने के बाद परिजनों ने तलाश शुरू की थी। तीन अप्रैल का उसका शव मिला था। घटना से जुड़े नैमिष के साथियों के बयान लिए गए हैं। सभी लोग उस पर बड़ा कर्ज होने की बात कह रहे हैं। यह कर्ज ब्लैकमेलिंग का है या सट्टा में हार-जीत का। इन सभी बिंदुओं पर जांच की जा रही है। साक्ष्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर