दिल्ली में सीवर की सफाई के दौरान नहीं जाएगी किसी की जान, मशीन से होगा सारा काम, ट्रायल शुरू

दिल्ली में सीवर की सफाई के दौरान नहीं जाएगी किसी की जान, मशीन से होगा सारा काम, ट्रायल शुरू

<p style=”text-align: justify;”><strong>Delhi News:</strong> दिल्ली में मानसून के दौरान आम तौर पर हर बार जलभराव की समस्या देखने को मिलती है. दिल्ली सरकार ने इस समस्या को हल करने और सीवर सफाई प्रणाली को आधुनिक बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है. लोक निर्माण विभाग (PWD) और जल मंत्री प्रवेश वर्मा (Parvesh Verma) आज (6 अप्रैल) दक्षिणी दिल्ली के ग्रेटर कैलाश इलाके में अत्याधुनिक &ldquo;रिसायकलर मशीन&rdquo; का सफल ट्रायल किया. यह मशीन मुंबई से मंगाई गई है और यह बिना किसी इंसान को सीवर में उतारे गहराई से और पूरी तरह सफाई करने में सक्षम है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>मंत्री प्रवेश साहिब सिंह ने ट्रायल और मशीन की जांच स्वयं की. उन्होंने कहा कि दिल्ली के ज़्यादातर नाले, नालियां और सीवर लाइनें पिछले 10 से 20 सालों में पूरी तरह से साफ नहीं की गईं, जिसकी वजह से हर बारिश के समय सड़कों और घरों में जलभराव हो जाता है. अब सरकार का प्रयास है कि ऐसी अत्याधुनिक मशीनें हर विधानसभा क्षेत्र में लगाई जाएं ताकि सफाई पूरी और प्रभावी हो सके. सफाई के बाद CCTV कैमरों की मदद से 100% सफाई की जांच की जाएगी. उन्होंने कहा कि यह पहल प्रधानमंत्री <a title=”नरेंद्र मोदी” href=”https://www.abplive.com/topic/narendra-modi” data-type=”interlinkingkeywords”>नरेंद्र मोदी</a> के &lsquo;स्वच्छ भारत&rsquo; और आधुनिक शहरी ढांचे के विज़न की दिशा में एक ठोस कदम है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>इस तकनीक से होती है सफाई</strong><br />रिसायकलर मशीन पारंपरिक सफाई मशीनों से कई मायनों में बेहतर है. यह मशीन सीवर से एक साथ कीचड़ और गंदा पानी निकालती है. इसके बाद उसी पानी को मशीन के अंदर ही ट्रीट किया जाता है और उसे दोबारा जेटिंग (दबाव से सफाई) के लिए इस्तेमाल किया जाता है. इससे पानी की खपत काफी कम हो जाती है और अतिरिक्त पानी टैंकर की जरूरत नहीं पड़ती, जैसा कि पारंपरिक सुपर सकर मशीनों में होता है. यह मशीन एक सिंगल यूनिट (Single Unit) के रूप में काम करती है, जिससे इसे ऑपरेट करने के लिए बहुत कम जगह की आवश्यकता होती है. इसके कारण सफाई की पूरी प्रक्रिया तेज, सटीक और पर्यावरण के अनुकूल हो जाती है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>यह हाईटेक मशीन पहले से ही मुंबई और गुजरात जैसे स्थानों पर सफलतापूर्वक इस्तेमाल की जा चुकी है. अब दिल्ली सरकार की योजना है कि इसे चरणबद्ध तरीके से राजधानी के सभी प्रमुख इलाकों में लागू किया जाए. इसका उद्देश्य है कि मानसून से पहले हर विधानसभा क्षेत्र में पूरी तरह से तकनीकी और आधुनिक तरीके से सीवर सफाई सुनिश्चित की जा सके, जिससे दिल्लीवासियों को सालों से चली आ रही जलभराव की समस्या से राहत मिल सके.</p>
<p style=”text-align: justify;”><iframe title=”YouTube video player” src=”https://www.youtube.com/embed/HebDWDMs7ug?si=6fB4DOpD_W10DAbA” width=”560″ height=”315″ frameborder=”0″ allowfullscreen=”allowfullscreen”></iframe></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Delhi News:</strong> दिल्ली में मानसून के दौरान आम तौर पर हर बार जलभराव की समस्या देखने को मिलती है. दिल्ली सरकार ने इस समस्या को हल करने और सीवर सफाई प्रणाली को आधुनिक बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है. लोक निर्माण विभाग (PWD) और जल मंत्री प्रवेश वर्मा (Parvesh Verma) आज (6 अप्रैल) दक्षिणी दिल्ली के ग्रेटर कैलाश इलाके में अत्याधुनिक &ldquo;रिसायकलर मशीन&rdquo; का सफल ट्रायल किया. यह मशीन मुंबई से मंगाई गई है और यह बिना किसी इंसान को सीवर में उतारे गहराई से और पूरी तरह सफाई करने में सक्षम है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>मंत्री प्रवेश साहिब सिंह ने ट्रायल और मशीन की जांच स्वयं की. उन्होंने कहा कि दिल्ली के ज़्यादातर नाले, नालियां और सीवर लाइनें पिछले 10 से 20 सालों में पूरी तरह से साफ नहीं की गईं, जिसकी वजह से हर बारिश के समय सड़कों और घरों में जलभराव हो जाता है. अब सरकार का प्रयास है कि ऐसी अत्याधुनिक मशीनें हर विधानसभा क्षेत्र में लगाई जाएं ताकि सफाई पूरी और प्रभावी हो सके. सफाई के बाद CCTV कैमरों की मदद से 100% सफाई की जांच की जाएगी. उन्होंने कहा कि यह पहल प्रधानमंत्री <a title=”नरेंद्र मोदी” href=”https://www.abplive.com/topic/narendra-modi” data-type=”interlinkingkeywords”>नरेंद्र मोदी</a> के &lsquo;स्वच्छ भारत&rsquo; और आधुनिक शहरी ढांचे के विज़न की दिशा में एक ठोस कदम है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>इस तकनीक से होती है सफाई</strong><br />रिसायकलर मशीन पारंपरिक सफाई मशीनों से कई मायनों में बेहतर है. यह मशीन सीवर से एक साथ कीचड़ और गंदा पानी निकालती है. इसके बाद उसी पानी को मशीन के अंदर ही ट्रीट किया जाता है और उसे दोबारा जेटिंग (दबाव से सफाई) के लिए इस्तेमाल किया जाता है. इससे पानी की खपत काफी कम हो जाती है और अतिरिक्त पानी टैंकर की जरूरत नहीं पड़ती, जैसा कि पारंपरिक सुपर सकर मशीनों में होता है. यह मशीन एक सिंगल यूनिट (Single Unit) के रूप में काम करती है, जिससे इसे ऑपरेट करने के लिए बहुत कम जगह की आवश्यकता होती है. इसके कारण सफाई की पूरी प्रक्रिया तेज, सटीक और पर्यावरण के अनुकूल हो जाती है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>यह हाईटेक मशीन पहले से ही मुंबई और गुजरात जैसे स्थानों पर सफलतापूर्वक इस्तेमाल की जा चुकी है. अब दिल्ली सरकार की योजना है कि इसे चरणबद्ध तरीके से राजधानी के सभी प्रमुख इलाकों में लागू किया जाए. इसका उद्देश्य है कि मानसून से पहले हर विधानसभा क्षेत्र में पूरी तरह से तकनीकी और आधुनिक तरीके से सीवर सफाई सुनिश्चित की जा सके, जिससे दिल्लीवासियों को सालों से चली आ रही जलभराव की समस्या से राहत मिल सके.</p>
<p style=”text-align: justify;”><iframe title=”YouTube video player” src=”https://www.youtube.com/embed/HebDWDMs7ug?si=6fB4DOpD_W10DAbA” width=”560″ height=”315″ frameborder=”0″ allowfullscreen=”allowfullscreen”></iframe></p>  दिल्ली NCR बीजेपी स्थापना दिवस पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने फहराया झंडा, कार्यकर्ताओं में दिखा जोश