<p style=”text-align: justify;”><strong>UP News:</strong> पूर्वांचल के किसानों के लिए एक बड़ी खुशखबरी सामने आई है. मुख्यमंत्री <a title=”योगी आदित्यनाथ” href=”https://www.abplive.com/topic/yogi-adityanath” data-type=”interlinkingkeywords”>योगी आदित्यनाथ</a> ने शनिवार को महराजगंज जिले में रोहिन नदी पर बने बहुप्रतीक्षित बैराज का लोकार्पण किया. यह बैराज हजारों किसानों के लिए वरदान साबित होगा, जिससे अब उन्हें सिंचाई के लिए बारिश या पुराने अस्थायी बांधों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”>करीब 86 मीटर लंबा यह बैराज आधुनिक तकनीकों से लैस है. इसमें मैनुअल, इलेक्ट्रिक सिस्टम और कंप्यूटर से चलने वाला स्काडा सिस्टम लगाया गया है, जिससे कंट्रोल रूम में बैठे-बैठे बैराज का संचालन संभव हो सकेगा. अधिकारियों के मुताबिक, बैराज से करीब 7000 हेक्टेयर से ज्यादा खेती योग्य भूमि को सीधे सिंचाई का लाभ मिलेगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”>बैराज के दोनों ओर खेतों तक पानी पहुंचाने के लिए खास नहरें बनाई गई हैं. बायीं ओर 4,046 हेक्टेयर और दायीं ओर 3,372 हेक्टेयर खेतों को पानी मिलेगा. इसके अलावा, बैराज से पांच माइनर नहरें, रामनगर, नकटोजी, वटजगर, सिसवा और बौलिया निकाली गई हैं, जो नौतनवां और लक्ष्मीपुर ब्लॉकों के किसानों के लिए सिंचाई का स्थायी समाधान बनेंगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong> बरसात कम होने पर सूखे की मार से फसलें हो जाती थीं बर्बाद</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>पिछले कई दशकों से यहां के किसान हर साल बारिश पर निर्भर रहते थे. बरसात कम होने पर सूखे की मार से फसलें बर्बाद हो जाती थीं. 65 साल से यहां अस्थायी बैरिकेड बनाकर सीमित सिंचाई होती थी, जो मानसून से पहले हटा दी जाती थी. अब यह समस्या खत्म हो जाएगी. बैराज पर लगाए गए 7 स्टील स्लूइस गेट, जिनमें से कुछ 11 से 13 टन वजनी हैं, रोहिन नदी का पानी इकट्ठा करके खेतों तक पहुंचाएंगे. आकस्मिक हालात से निपटने के लिए स्टाप लाग गेट भी लगाए गए हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>किसानों और ग्रामीणों ने CM योगी का जताया आभार</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>यह परियोजना सिंचाई विभाग के ISO सर्टिफाइड वर्कशॉप, बरेली में बनी है. इससे न सिर्फ सिंचाई की व्यवस्था सुधरेगी, बल्कि किसानों की आय और फसल उत्पादन दोनों बढ़ेगा. योगी सरकार की यह योजना उनके ‘समृद्ध किसान, सशक्त उत्तर प्रदेश’ के विजन की दिशा में एक मजबूत कदम मानी जा रही है. किसानों और ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री का आभार जताते हुए कहा कि यह बैराज अब उनकी जिंदगी बदल देगा. खेतों में हरियाली और समृद्धि लौटेगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/ayodhya-ram-navami-huge-crowd-gathered-ram-lalla-darshan-kewra-water-showered-on-the-devotees-from-drones-ann-2919671″>अयोध्या में रामनवमी पर रामलला के दर्शन को उमड़ा जनसैलाब, भक्तों पर की गई ड्रोन से केवड़ा जल की वर्षा</a></strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>UP News:</strong> पूर्वांचल के किसानों के लिए एक बड़ी खुशखबरी सामने आई है. मुख्यमंत्री <a title=”योगी आदित्यनाथ” href=”https://www.abplive.com/topic/yogi-adityanath” data-type=”interlinkingkeywords”>योगी आदित्यनाथ</a> ने शनिवार को महराजगंज जिले में रोहिन नदी पर बने बहुप्रतीक्षित बैराज का लोकार्पण किया. यह बैराज हजारों किसानों के लिए वरदान साबित होगा, जिससे अब उन्हें सिंचाई के लिए बारिश या पुराने अस्थायी बांधों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”>करीब 86 मीटर लंबा यह बैराज आधुनिक तकनीकों से लैस है. इसमें मैनुअल, इलेक्ट्रिक सिस्टम और कंप्यूटर से चलने वाला स्काडा सिस्टम लगाया गया है, जिससे कंट्रोल रूम में बैठे-बैठे बैराज का संचालन संभव हो सकेगा. अधिकारियों के मुताबिक, बैराज से करीब 7000 हेक्टेयर से ज्यादा खेती योग्य भूमि को सीधे सिंचाई का लाभ मिलेगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”>बैराज के दोनों ओर खेतों तक पानी पहुंचाने के लिए खास नहरें बनाई गई हैं. बायीं ओर 4,046 हेक्टेयर और दायीं ओर 3,372 हेक्टेयर खेतों को पानी मिलेगा. इसके अलावा, बैराज से पांच माइनर नहरें, रामनगर, नकटोजी, वटजगर, सिसवा और बौलिया निकाली गई हैं, जो नौतनवां और लक्ष्मीपुर ब्लॉकों के किसानों के लिए सिंचाई का स्थायी समाधान बनेंगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong> बरसात कम होने पर सूखे की मार से फसलें हो जाती थीं बर्बाद</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>पिछले कई दशकों से यहां के किसान हर साल बारिश पर निर्भर रहते थे. बरसात कम होने पर सूखे की मार से फसलें बर्बाद हो जाती थीं. 65 साल से यहां अस्थायी बैरिकेड बनाकर सीमित सिंचाई होती थी, जो मानसून से पहले हटा दी जाती थी. अब यह समस्या खत्म हो जाएगी. बैराज पर लगाए गए 7 स्टील स्लूइस गेट, जिनमें से कुछ 11 से 13 टन वजनी हैं, रोहिन नदी का पानी इकट्ठा करके खेतों तक पहुंचाएंगे. आकस्मिक हालात से निपटने के लिए स्टाप लाग गेट भी लगाए गए हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>किसानों और ग्रामीणों ने CM योगी का जताया आभार</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>यह परियोजना सिंचाई विभाग के ISO सर्टिफाइड वर्कशॉप, बरेली में बनी है. इससे न सिर्फ सिंचाई की व्यवस्था सुधरेगी, बल्कि किसानों की आय और फसल उत्पादन दोनों बढ़ेगा. योगी सरकार की यह योजना उनके ‘समृद्ध किसान, सशक्त उत्तर प्रदेश’ के विजन की दिशा में एक मजबूत कदम मानी जा रही है. किसानों और ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री का आभार जताते हुए कहा कि यह बैराज अब उनकी जिंदगी बदल देगा. खेतों में हरियाली और समृद्धि लौटेगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/ayodhya-ram-navami-huge-crowd-gathered-ram-lalla-darshan-kewra-water-showered-on-the-devotees-from-drones-ann-2919671″>अयोध्या में रामनवमी पर रामलला के दर्शन को उमड़ा जनसैलाब, भक्तों पर की गई ड्रोन से केवड़ा जल की वर्षा</a></strong></p> उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड ‘गारंटियां भुलाकर जनता को निचोड़ने का कार्य कर रही सुक्खू सरकार’, किस बात पर बिफरे जयराम ठाकुर?
CM योगी ने पूर्वांचल के किसानों को दी बड़ी सौगात, मुख्यमंत्री ने रोहिन बैराज का हुआ उद्घाटन
