हरियाणा की जेल में हुई बत्ती गुल:कर्मचारियों ने कैदी को फॉल्ट ठीक करने भेजा, वह सीढ़ी लगाकर दीवार फांद भाग निकला

हरियाणा की जेल में हुई बत्ती गुल:कर्मचारियों ने कैदी को फॉल्ट ठीक करने भेजा, वह सीढ़ी लगाकर दीवार फांद भाग निकला

हरियाणा के जींद में जेल से मर्डर के प्रयास और आर्म्स एक्ट के मामले में बंद कैदी फरार हो गया। कैदी बिजली का काम जानता था। रात में हाई मास्टलाइट खराब हो गई। इस पर उसे वार्डर ने फॉल्ट ठीक करने के लिए भेजा। यहां से वह सीढ़ी लगाकर जेल की करीब 25 फीट की दीवार से कूदकर भाग निकला। पुलिस उसे ढूंढने में लगी हुई है। कैदी राकेश पंजाब के संगरूर जिला में स्थित गांव बनारसी का रहने वाला है। वह 3 साल से जींद की जिला जेल में बंद था। पुलिस ने उसे मुठभेड़ के दौरान पकड़ा था। पुलिस के अनुसार राकेश पर हत्या का प्रयास, लूट, धमकी, आर्म्स एक्ट के 14 केस चल रहे हैं। हाई मास्टलाइट खराब हुई, ठीक करने भेजा कैदी
मंगलवार की रात को जिला कारागार की हाई मास्टलाइट खराब होने के कारण बिजली ड्यूटी पर तैनात वार्डर ईश्वर सिंह को बुलाया गया। जेल के पिछले हिस्से में मरम्मत और निर्माण का कार्य चल रहा था। कैदी राकेश बिजली संबंधी काम का जानकार था, इसलिए उसे हाई मास्टलाइट में आए फॉल्ट को ठीक करने के लिए बैरक से बाहर रखा हुआ था। सीढ़ी के जरिए जेल की दीवार कूदकर भागा
वह फॉल्ट को ढूंढ रहा था। कुछ देर बाद वार्डर ईश्वर सिंह ने आकर देखा तो वहां राकेश नहीं मिला। इसके बाद उसे बैरक में देखा तो वह वहां भी नहीं था। इसके बाद बैरक नंबर दो के पीछे की तरफ देखा तो वहां जेल की मुख्य दीवार के साथ सीढ़ी लगी हुई थी। इसके बाद सीसीटीवी कैमरों को खंगाला गया तो पता चला कि 7 बजकर 43 मिनट पर कैदी राकेश अंधेरे का फायदा उठाते हुए सीढ़ी के जरिए जेल की दीवार कूदकर फरार हो गया। रातभर तलाशी अभियान चलाया, नहीं मिला
जींद जिला कारागार के उपाधीक्षक सुरेंद्र ने इसकी सूचना पुलिस को दी और रातभर तलाशी अभियान चलाया, लेकिन कैदी का कहीं कुछ पता नहीं चल पाया। सिविल लाइन एसएचओ इंस्पेक्टर विनोद कुमार ने बताया कि मामला दर्ज कर लिया गया है। इसकी जांच की जा रही है। अब आरोपी को पकड़ने की पूरी कहानी पढ़िए… उचाना में मुठभेड़ हुई, वहां से भागने में कामयाब रहा
रोहतक में 16 अप्रैल 2020 को कैश वैन से 2 करोड़ 62 लाख रुपए की लूट हुई थी। पुलिस इसमें आरोपियों की तलाश कर रही थी। इस बीच पुलिस ने शक के आधार राकेश का पीछा किया। पुलिस को उसके उचाना में होने की लोकेशन मिली। यहां पुलिस की टीम उसे पकड़ने पहुंची, लेकिन उसने पुलिस पर गोलियां चला दी। जवाब में पुलिस ने भी गोलियां चलाई, लेकिन वह भागने में कामयाब हो गया। इस मुठभेड़ में पुलिस कर्मी संदीप को गोली भी लगी थी। खटकड़ में हुई मुठभेड़ में पकड़ा गया
इस मुठभेड़ के बाद से पुलिस उसकी तलाश कर रही थी। इस बीच 2 जून 2022 को दिल्ली-पटियाला नेशनल हाईवे पर खटकड़ टोल प्लाजा के पास जींद CIA और राकेश व उसके साथ सोनू के बीच मुठभेड़ हो गई। इस मुठभेड़ में राकेश के घुटने में और सोनू के पैर में गोली लगी। इसके बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने दोनों के खिलाफ पुलिस पार्टी पर हमला करने, आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज कर जेल भेज दिया। खनौरी में छीना झपटी की वारदात की थी
संगरूर के खनौरी थाना में राकेश पर 1 जनवरी 2015 को राकेश के खिलाफ चोरी, छीना झपटी, आर्म्स एक्ट का मामला दर्ज किया गया था। इस मामले में राकेश पंजाब पुलिस की गिरफ्त से बाहर था। ऐसे में जींद पुलिस ने राकेश को मुठभेड़ में पकड़ने के बाद इसकी सूचना खनौरी थाना पुलिस को दी। पूछताछ में आरोपी राकेश ने कबूल किया था कि उसने हथियार के बल पर छीना झपटी की वारदात को अंजाम दिया था। संगरूर की कोर्ट ने सुनाई थी सजा
जींद में दर्ज मामले का ट्रायल चल रहा था तो उसी दौरान संगरूर के मूनक की सब डिविजनल ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट इंदूबाला की अदालत ने राकेश को 3 साल और 2 हजार रुपए जुर्माना की सजा सुनाई। इस मामले में भी राकेश जींद जेल में ही सजा काट रहा था। राकेश की तीन साल की सजा पूरी हो चुकी थी। दो हजार रुपए जुर्माना नहीं भरने की सूरत में पांच माह की अतिरिक्त कारावास राकेश काट रहा था। हरियाणा के जींद में जेल से मर्डर के प्रयास और आर्म्स एक्ट के मामले में बंद कैदी फरार हो गया। कैदी बिजली का काम जानता था। रात में हाई मास्टलाइट खराब हो गई। इस पर उसे वार्डर ने फॉल्ट ठीक करने के लिए भेजा। यहां से वह सीढ़ी लगाकर जेल की करीब 25 फीट की दीवार से कूदकर भाग निकला। पुलिस उसे ढूंढने में लगी हुई है। कैदी राकेश पंजाब के संगरूर जिला में स्थित गांव बनारसी का रहने वाला है। वह 3 साल से जींद की जिला जेल में बंद था। पुलिस ने उसे मुठभेड़ के दौरान पकड़ा था। पुलिस के अनुसार राकेश पर हत्या का प्रयास, लूट, धमकी, आर्म्स एक्ट के 14 केस चल रहे हैं। हाई मास्टलाइट खराब हुई, ठीक करने भेजा कैदी
मंगलवार की रात को जिला कारागार की हाई मास्टलाइट खराब होने के कारण बिजली ड्यूटी पर तैनात वार्डर ईश्वर सिंह को बुलाया गया। जेल के पिछले हिस्से में मरम्मत और निर्माण का कार्य चल रहा था। कैदी राकेश बिजली संबंधी काम का जानकार था, इसलिए उसे हाई मास्टलाइट में आए फॉल्ट को ठीक करने के लिए बैरक से बाहर रखा हुआ था। सीढ़ी के जरिए जेल की दीवार कूदकर भागा
वह फॉल्ट को ढूंढ रहा था। कुछ देर बाद वार्डर ईश्वर सिंह ने आकर देखा तो वहां राकेश नहीं मिला। इसके बाद उसे बैरक में देखा तो वह वहां भी नहीं था। इसके बाद बैरक नंबर दो के पीछे की तरफ देखा तो वहां जेल की मुख्य दीवार के साथ सीढ़ी लगी हुई थी। इसके बाद सीसीटीवी कैमरों को खंगाला गया तो पता चला कि 7 बजकर 43 मिनट पर कैदी राकेश अंधेरे का फायदा उठाते हुए सीढ़ी के जरिए जेल की दीवार कूदकर फरार हो गया। रातभर तलाशी अभियान चलाया, नहीं मिला
जींद जिला कारागार के उपाधीक्षक सुरेंद्र ने इसकी सूचना पुलिस को दी और रातभर तलाशी अभियान चलाया, लेकिन कैदी का कहीं कुछ पता नहीं चल पाया। सिविल लाइन एसएचओ इंस्पेक्टर विनोद कुमार ने बताया कि मामला दर्ज कर लिया गया है। इसकी जांच की जा रही है। अब आरोपी को पकड़ने की पूरी कहानी पढ़िए… उचाना में मुठभेड़ हुई, वहां से भागने में कामयाब रहा
रोहतक में 16 अप्रैल 2020 को कैश वैन से 2 करोड़ 62 लाख रुपए की लूट हुई थी। पुलिस इसमें आरोपियों की तलाश कर रही थी। इस बीच पुलिस ने शक के आधार राकेश का पीछा किया। पुलिस को उसके उचाना में होने की लोकेशन मिली। यहां पुलिस की टीम उसे पकड़ने पहुंची, लेकिन उसने पुलिस पर गोलियां चला दी। जवाब में पुलिस ने भी गोलियां चलाई, लेकिन वह भागने में कामयाब हो गया। इस मुठभेड़ में पुलिस कर्मी संदीप को गोली भी लगी थी। खटकड़ में हुई मुठभेड़ में पकड़ा गया
इस मुठभेड़ के बाद से पुलिस उसकी तलाश कर रही थी। इस बीच 2 जून 2022 को दिल्ली-पटियाला नेशनल हाईवे पर खटकड़ टोल प्लाजा के पास जींद CIA और राकेश व उसके साथ सोनू के बीच मुठभेड़ हो गई। इस मुठभेड़ में राकेश के घुटने में और सोनू के पैर में गोली लगी। इसके बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने दोनों के खिलाफ पुलिस पार्टी पर हमला करने, आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज कर जेल भेज दिया। खनौरी में छीना झपटी की वारदात की थी
संगरूर के खनौरी थाना में राकेश पर 1 जनवरी 2015 को राकेश के खिलाफ चोरी, छीना झपटी, आर्म्स एक्ट का मामला दर्ज किया गया था। इस मामले में राकेश पंजाब पुलिस की गिरफ्त से बाहर था। ऐसे में जींद पुलिस ने राकेश को मुठभेड़ में पकड़ने के बाद इसकी सूचना खनौरी थाना पुलिस को दी। पूछताछ में आरोपी राकेश ने कबूल किया था कि उसने हथियार के बल पर छीना झपटी की वारदात को अंजाम दिया था। संगरूर की कोर्ट ने सुनाई थी सजा
जींद में दर्ज मामले का ट्रायल चल रहा था तो उसी दौरान संगरूर के मूनक की सब डिविजनल ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट इंदूबाला की अदालत ने राकेश को 3 साल और 2 हजार रुपए जुर्माना की सजा सुनाई। इस मामले में भी राकेश जींद जेल में ही सजा काट रहा था। राकेश की तीन साल की सजा पूरी हो चुकी थी। दो हजार रुपए जुर्माना नहीं भरने की सूरत में पांच माह की अतिरिक्त कारावास राकेश काट रहा था।   पंजाब | दैनिक भास्कर