<p style=”text-align: justify;”><strong>Himachal Politics:</strong> हिमाचल के बीजेपी नेता बिक्रम सिंह ठाकुर ने मौजूदा सुक्खू सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि HPPCL में बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार और राजनीतिक मिलीभगत से अनियमितताएं हो रही हैं. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार ने मेरी सुनी होती तो विमल नेगी जिंदा होते. सीबीआई जांच होगी तो बड़ा खुलासा होगा. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा, ”सीएम सुक्खू का मानसिक संतुलन ठीक नहीं है.”</p>
<p style=”text-align: justify;”>हिमाचल प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड में पिछले कुछ समय से बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार और अनियमिताएं हो रही हैं, जिसमें राजनीतिक लोगों की मिलीभगत भी है. पेखूवेला और शॉन्गटोंग पॉवर प्रोजेक्ट में बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार हुआ है, जिसको लेकर सितंबर 2024 में सरकार को आगाह किया गया था, अगर सरकार ने मेरी बात सुन ली होती तो विमल नेगी आज जिंदा होते. यह बात शिमला में बीजेपी विधायक और पूर्व मंत्री विक्रम सिंह ठाकुर ने कहीं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>बिक्रम सिंह ठाकुर ने कहा कि ऊना के पेखूवेला प्रोजेक्ट में 220 करोड़ लागत आई है जबकि उसके समान गुजरात में बने प्रोजेक्ट में 144 करोड़ लगा है. प्रति मेगावाट कॉस्ट भी 6.84 करोड़ प्रति आई है जबकि 4.90 करोड़ मेगा वाट लागत पूरे देश में निर्धारित है. इसी तरह 1724 करोड़ की लागत से शॉन्गटोंग प्रोजेक्ट बनना था लेकिन उसमें 2230 करोड़ खर्च हो चुके हैं लेकिन काम भी आधा ही हुआ है. दोनों प्रोजेक्ट्स में राजनीतिक मिलीभगत से भ्रष्टाचार हुआ है इसलिए सरकार हरिकेश मीणा और देश राज को बचाने में लगी है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने कहा कि सरकार सीबीआई जांच से भाग रही है क्योंकि जांच में बड़ी परतें खुलेगी. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से जब भी सीबीआई जांच की मांग करते हैं तो वह हल्की मानसिकता के साथ बात करते हैं जिससे लगता है कि उनका मानसिक संतुलन ठीक नहीं है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>बिक्रम सिंह ठाकुर ने कहा कि दो साल से HPPCL के अध्यक्ष भी वर्तमान मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना रहे हैं शायद इसलिए मुख्य सचिव को छह महीने का सेवा विस्तार भी मिला है. HPPCL के अलावा अन्य विभागों में भी ऐसे ही हालात हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>इसे भी पढ़ें:<a href=”https://www.abplive.com/states/himachal-pradesh/kanagana-ranaut-claims-1-lakh-rupees-electricity-bill-in-himachal-pradesh-hpsebl-responds-2922006″> कंगना रनौत के ‘खाली’ पड़े घर में आया एक लाख रुपये बिजली बिल? बिजली बोर्ड ने सामने रख दिया सच</a><br /></strong></p>
<p style=”text-align: justify;”> </p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Himachal Politics:</strong> हिमाचल के बीजेपी नेता बिक्रम सिंह ठाकुर ने मौजूदा सुक्खू सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि HPPCL में बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार और राजनीतिक मिलीभगत से अनियमितताएं हो रही हैं. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार ने मेरी सुनी होती तो विमल नेगी जिंदा होते. सीबीआई जांच होगी तो बड़ा खुलासा होगा. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा, ”सीएम सुक्खू का मानसिक संतुलन ठीक नहीं है.”</p>
<p style=”text-align: justify;”>हिमाचल प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड में पिछले कुछ समय से बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार और अनियमिताएं हो रही हैं, जिसमें राजनीतिक लोगों की मिलीभगत भी है. पेखूवेला और शॉन्गटोंग पॉवर प्रोजेक्ट में बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार हुआ है, जिसको लेकर सितंबर 2024 में सरकार को आगाह किया गया था, अगर सरकार ने मेरी बात सुन ली होती तो विमल नेगी आज जिंदा होते. यह बात शिमला में बीजेपी विधायक और पूर्व मंत्री विक्रम सिंह ठाकुर ने कहीं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>बिक्रम सिंह ठाकुर ने कहा कि ऊना के पेखूवेला प्रोजेक्ट में 220 करोड़ लागत आई है जबकि उसके समान गुजरात में बने प्रोजेक्ट में 144 करोड़ लगा है. प्रति मेगावाट कॉस्ट भी 6.84 करोड़ प्रति आई है जबकि 4.90 करोड़ मेगा वाट लागत पूरे देश में निर्धारित है. इसी तरह 1724 करोड़ की लागत से शॉन्गटोंग प्रोजेक्ट बनना था लेकिन उसमें 2230 करोड़ खर्च हो चुके हैं लेकिन काम भी आधा ही हुआ है. दोनों प्रोजेक्ट्स में राजनीतिक मिलीभगत से भ्रष्टाचार हुआ है इसलिए सरकार हरिकेश मीणा और देश राज को बचाने में लगी है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने कहा कि सरकार सीबीआई जांच से भाग रही है क्योंकि जांच में बड़ी परतें खुलेगी. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से जब भी सीबीआई जांच की मांग करते हैं तो वह हल्की मानसिकता के साथ बात करते हैं जिससे लगता है कि उनका मानसिक संतुलन ठीक नहीं है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>बिक्रम सिंह ठाकुर ने कहा कि दो साल से HPPCL के अध्यक्ष भी वर्तमान मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना रहे हैं शायद इसलिए मुख्य सचिव को छह महीने का सेवा विस्तार भी मिला है. HPPCL के अलावा अन्य विभागों में भी ऐसे ही हालात हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>इसे भी पढ़ें:<a href=”https://www.abplive.com/states/himachal-pradesh/kanagana-ranaut-claims-1-lakh-rupees-electricity-bill-in-himachal-pradesh-hpsebl-responds-2922006″> कंगना रनौत के ‘खाली’ पड़े घर में आया एक लाख रुपये बिजली बिल? बिजली बोर्ड ने सामने रख दिया सच</a><br /></strong></p>
<p style=”text-align: justify;”> </p> हिमाचल प्रदेश किसी को दांत से काटा तो क्या दर्ज होगी FIR? बॉम्बे हाई कोर्ट ने इस केस से कर दिया साफ