<p style=”text-align: justify;”><strong>UP News:</strong> सोशल मीडिया के इस दौर में मशहूर होने की होड़ में नौजवान किस हद तक जा रहे हैं, यह किसी से छुपा नहीं है. कोई चलती ट्रेन के सामने स्टंट करता है, तो कोई रेल की पटरी पर लेटकर वीडियो बनाता है. इन सबका मकसद होता है सिर्फ चंद लाइक्स और फॉलोअर्स हासिल करना.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस खतरनाक और गैर-जिम्मेदार ट्रेंड पर प्रसिद्ध इस्लामी विद्वान और देवबंद के उलेमा मौलाना कारी इसहाक गोरा ने गहरी चिंता जताई है. उन्होंने साफ कहा कि आज के नौजवानों को यह समझने की सख्त जरूरत है कि “मशहूर होना और मकबूल होना” दोनों में बड़ा फर्क होता है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>कारी इसहाक गोरा ने कहा कि कुछ लोग बेहूदगी, मज़ाक उड़ाने और खतरनाक हरकतों से सोशल मीडिया पर मशहूर हो जाते हैं, लेकिन यह शोहरत न फायदेमंद होती है और न ही लम्बी चलती है. वहीं मकबूलियत वह होती है जो इंसान के अच्छे किरदार, नेक इरादों और इल्म की वजह से हासिल होती है और वह दिलों में जगह बनाती है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सोशल मीडिया का इस्तेमाल सोच-समझकर करें</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने नौजवानों को सलाह दी कि सोशल मीडिया का इस्तेमाल सोच-समझकर करें. यह एक ताकतवर माध्यम है, जिससे आप अपनी बात लाखों लोगों तक पहुंचा सकते हैं. लेकिन अगर इसका गलत इस्तेमाल किया गया, तो यह आपकी बदनामी और नुकसान का कारण भी बन सकता है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>देवबंद जैसे शहर, जो दारुल उलूम जैसे प्रतिष्ठित इस्लामी शिक्षण संस्थान के लिए दुनियाभर में जाना जाता है, वहां से उठी ये आवाज समाज के हर तबके तक पहुंचनी चाहिए. गौरतलब है कि हाल ही में देशभर में कई घटनाएं ऐसी हुई हैं, जहां युवा रील्स और स्टंट के चक्कर में जान गंवा चुके हैं. रेलवे और पुलिस भी समय-समय पर इस तरह की गतिविधियों से बचने की अपील कर चुकी है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>किरदार और सोच को बेहतर बनाना होगा- इसहाक गोरा</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>कारी इसहाक गोरा का यह बयान सिर्फ धार्मिक दृष्टिकोण से नहीं, बल्कि सामाजिक चेतावनी के रूप में भी देखा जा रहा है. उन्होंने साफ कहा कि अगर नौजवान चाहते हैं कि समाज में उन्हें सम्मान और अपनापन मिले, तो उन्हें अपने किरदार और सोच को बेहतर बनाना होगा. उनका यह पैगाम आज के दौर में बेहद जरूरी है, जब सोशल मीडिया पर सब कुछ जल्दी पाने की होड़ ने कई जिंदगियों को गलत राह पर डाल दिया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/saurabh-murder-case-accused-muskan-will-become-a-mother-ann-2923089″>सौरभ हत्याकांड की आरोपी मुस्कान निकली गर्भवती, अल्ट्रासाउंड में खुला राज, बड़ा सवाल- कौन है बच्चे का पिता?</a></strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>UP News:</strong> सोशल मीडिया के इस दौर में मशहूर होने की होड़ में नौजवान किस हद तक जा रहे हैं, यह किसी से छुपा नहीं है. कोई चलती ट्रेन के सामने स्टंट करता है, तो कोई रेल की पटरी पर लेटकर वीडियो बनाता है. इन सबका मकसद होता है सिर्फ चंद लाइक्स और फॉलोअर्स हासिल करना.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस खतरनाक और गैर-जिम्मेदार ट्रेंड पर प्रसिद्ध इस्लामी विद्वान और देवबंद के उलेमा मौलाना कारी इसहाक गोरा ने गहरी चिंता जताई है. उन्होंने साफ कहा कि आज के नौजवानों को यह समझने की सख्त जरूरत है कि “मशहूर होना और मकबूल होना” दोनों में बड़ा फर्क होता है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>कारी इसहाक गोरा ने कहा कि कुछ लोग बेहूदगी, मज़ाक उड़ाने और खतरनाक हरकतों से सोशल मीडिया पर मशहूर हो जाते हैं, लेकिन यह शोहरत न फायदेमंद होती है और न ही लम्बी चलती है. वहीं मकबूलियत वह होती है जो इंसान के अच्छे किरदार, नेक इरादों और इल्म की वजह से हासिल होती है और वह दिलों में जगह बनाती है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सोशल मीडिया का इस्तेमाल सोच-समझकर करें</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने नौजवानों को सलाह दी कि सोशल मीडिया का इस्तेमाल सोच-समझकर करें. यह एक ताकतवर माध्यम है, जिससे आप अपनी बात लाखों लोगों तक पहुंचा सकते हैं. लेकिन अगर इसका गलत इस्तेमाल किया गया, तो यह आपकी बदनामी और नुकसान का कारण भी बन सकता है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>देवबंद जैसे शहर, जो दारुल उलूम जैसे प्रतिष्ठित इस्लामी शिक्षण संस्थान के लिए दुनियाभर में जाना जाता है, वहां से उठी ये आवाज समाज के हर तबके तक पहुंचनी चाहिए. गौरतलब है कि हाल ही में देशभर में कई घटनाएं ऐसी हुई हैं, जहां युवा रील्स और स्टंट के चक्कर में जान गंवा चुके हैं. रेलवे और पुलिस भी समय-समय पर इस तरह की गतिविधियों से बचने की अपील कर चुकी है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>किरदार और सोच को बेहतर बनाना होगा- इसहाक गोरा</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>कारी इसहाक गोरा का यह बयान सिर्फ धार्मिक दृष्टिकोण से नहीं, बल्कि सामाजिक चेतावनी के रूप में भी देखा जा रहा है. उन्होंने साफ कहा कि अगर नौजवान चाहते हैं कि समाज में उन्हें सम्मान और अपनापन मिले, तो उन्हें अपने किरदार और सोच को बेहतर बनाना होगा. उनका यह पैगाम आज के दौर में बेहद जरूरी है, जब सोशल मीडिया पर सब कुछ जल्दी पाने की होड़ ने कई जिंदगियों को गलत राह पर डाल दिया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/saurabh-murder-case-accused-muskan-will-become-a-mother-ann-2923089″>सौरभ हत्याकांड की आरोपी मुस्कान निकली गर्भवती, अल्ट्रासाउंड में खुला राज, बड़ा सवाल- कौन है बच्चे का पिता?</a></strong></p> उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड वक्फ कानून के खिलाफ SC पहुंचे MP कांग्रेस के विधायक आरिफ मसूद, रद्द करने की मांग
‘सोशल मीडिया पर मशहूर होना काफी नहीं, मकबूल होना जरूरी’, कारी इसहाक गोरा का नौजवानों को पैगाम
