संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) के नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद फरीदकोट में अपने पैतृक गांव पहुंचे। जहां उन्होंने कहा कि 4 मई को केंद्र सरकार के साथ प्रस्तावित बैठक के लिए यदि उन्हें निमंत्रण आया तो वह बैठक में जरूर शामिल होंगे। बैठक में किसानों की मांगों को जोरदार ढंग से रखा जाएगा। पत्रकारों से बातचीत करते हुए किसान नेता जगजीत सिंह ने कहा कि किसानों के एक साल चले आंदोलन की बदौलत ही केंद्र सरकार के साथ किसान संगठनों के साथ बातचीत का दौर शुरू किया था और अगली बैठक 4 मई को प्रस्तावित है। हालांकि इस वार्तालाप के दौरान ही किसानों के मोर्चे जबरन खत्म करवाए गए, लेकिन इसके बावजूद वह बातचीत से पीछे नहीं हटेंगे। उन्होंने कहा कि यह धब्बा नहीं लगने देंगे कि किसान बातचीत से भाग गए। डल्लेवाला ने कहा कि यदि उनके पास 4 मई की बैठक के लिए निमंत्रण पत्र आया तो वह 200 प्रतिशत बैठक में भाग लेंगे और किसानों की मांगों को लेकर पक्ष रखा जाएगा। सभी मांगें पूरी होने तक जारी रहेगा किसान आंदोलन- डल्लेवाल किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा कि एमएसपी की गारंटी कानून बनाने, स्वामीनाथन की रिपोर्ट लागू करवाने और किसानों का सारा कर्ज माफ करने समेत अन्य मांगों को लेकर उनका संघर्ष जारी रहेगा। यह सभी मांगे पूरी होने पर आंदोलन की समाप्ति की जाएगी। उन्होंने कहा कि पंजाब के साथ अन्य राज्यों में भी किसान महापंचायतों का आयोजन किया जाएगा। ताकि केंद्र सरकार पर दबाव बरकरार रखा जा सके। अंतिम सांस तक जारी रहेगा आंदोलन- डल्लेवाल उन्होंने यह भी बताया कि वह अपने मरण व्रत को जारी रखना चाहते थे, लेकिन किसानों की तरफ से महापंचायत के दौरान किसानों ने बार बार उनसे आग्रह किया गया और फतेहगढ़ साहिब में किसानों द्वारा मरण व्रत खत्म न करने पर खुद भी मरण शुरू किए जाने की घोषणा के चलते उन्हें मरण व्रत तोड़ना पड़ा। उन्होंने कहा कि मरण व्रत खत्म करने का मतलब आंदोलन खत्म करना नहीं है, वह तो अंतिम सांस तक जारी रहेगा। संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) के नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद फरीदकोट में अपने पैतृक गांव पहुंचे। जहां उन्होंने कहा कि 4 मई को केंद्र सरकार के साथ प्रस्तावित बैठक के लिए यदि उन्हें निमंत्रण आया तो वह बैठक में जरूर शामिल होंगे। बैठक में किसानों की मांगों को जोरदार ढंग से रखा जाएगा। पत्रकारों से बातचीत करते हुए किसान नेता जगजीत सिंह ने कहा कि किसानों के एक साल चले आंदोलन की बदौलत ही केंद्र सरकार के साथ किसान संगठनों के साथ बातचीत का दौर शुरू किया था और अगली बैठक 4 मई को प्रस्तावित है। हालांकि इस वार्तालाप के दौरान ही किसानों के मोर्चे जबरन खत्म करवाए गए, लेकिन इसके बावजूद वह बातचीत से पीछे नहीं हटेंगे। उन्होंने कहा कि यह धब्बा नहीं लगने देंगे कि किसान बातचीत से भाग गए। डल्लेवाला ने कहा कि यदि उनके पास 4 मई की बैठक के लिए निमंत्रण पत्र आया तो वह 200 प्रतिशत बैठक में भाग लेंगे और किसानों की मांगों को लेकर पक्ष रखा जाएगा। सभी मांगें पूरी होने तक जारी रहेगा किसान आंदोलन- डल्लेवाल किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा कि एमएसपी की गारंटी कानून बनाने, स्वामीनाथन की रिपोर्ट लागू करवाने और किसानों का सारा कर्ज माफ करने समेत अन्य मांगों को लेकर उनका संघर्ष जारी रहेगा। यह सभी मांगे पूरी होने पर आंदोलन की समाप्ति की जाएगी। उन्होंने कहा कि पंजाब के साथ अन्य राज्यों में भी किसान महापंचायतों का आयोजन किया जाएगा। ताकि केंद्र सरकार पर दबाव बरकरार रखा जा सके। अंतिम सांस तक जारी रहेगा आंदोलन- डल्लेवाल उन्होंने यह भी बताया कि वह अपने मरण व्रत को जारी रखना चाहते थे, लेकिन किसानों की तरफ से महापंचायत के दौरान किसानों ने बार बार उनसे आग्रह किया गया और फतेहगढ़ साहिब में किसानों द्वारा मरण व्रत खत्म न करने पर खुद भी मरण शुरू किए जाने की घोषणा के चलते उन्हें मरण व्रत तोड़ना पड़ा। उन्होंने कहा कि मरण व्रत खत्म करने का मतलब आंदोलन खत्म करना नहीं है, वह तो अंतिम सांस तक जारी रहेगा। पंजाब | दैनिक भास्कर
