हरिद्वार में गरजा सीएम धामी का बुलडोजर, कुंभ भूमि पर अवैध अतिक्रमण को किया गया जमींदोज

हरिद्वार में गरजा सीएम धामी का बुलडोजर, कुंभ भूमि पर अवैध अतिक्रमण को किया गया जमींदोज

<p style=”text-align: justify;”><strong>Haridwar Bulldozer Action:</strong> उत्तराखंड के हरिद्वार में देर रात कुंभ भूमि क्षेत्र पर किए गए अवैध कब्जे पर प्रशासन का पीला पंजा क़हर बनकर टूटा. जिला प्रशासन की ओर से इस ज़मीन पर किए गए अवैध अतिक्रमण को बुलडोजर से हटाया गया. इस दौरान भारी संख्या में सुरक्षा कर्मियों की टीम मौके पर तैनात रही. जिसके बाद जिला प्रशासन की टीम ने पूरी कार्रवाई को अंजाम दिया. प्रशासन ने कहा कि हरिद्वार में अवैध कब्जे पर कार्रवाई आगे भी की जाएगी. &nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>खबर के मुताबिक देर रात उत्तरी हरिद्वार के दूधाधारी तिराहे पर धामी सरकार का बुलडोजर चला. इस दौरान कुंभ मेला की पवित्र भूमि पर किए गए अवैध &nbsp;अतिक्रमण को हटाने के लिए जिला प्रशासन की ओर से सख्त कार्रवाई करते हुए इसे बुलडोज़र से ज़मींदोज कर दिया गया है. कुंभ क्षेत्र पर अवैध अतिक्रमण का मुद्दा लगातार सुर्खियों में बना हुआ था, जिसके बाद प्रशासन की ओर से ये कार्रवाई की गई है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>एसडीएम के नेतृत्व में गरजा बुलडोजर</strong><br />एसडीएम अजयवीर सिंह के नेतृत्व में जिला प्रशासन की टीम ने पूरी कार्रवाई को अंजाम दिया. प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि सरकारी जमीन पर की गई अवैध चाहरदीवारी को हटाने के लिए दो दिन का अल्टीमेटम दिया गया है. अगर इसे नहीं हटाया गया तो इसे भी बुलडोजर से हटा दिया जाएगा. उन्होंने दो टूक शब्दों में कहा हरिद्वार में अवैध कब्जा बर्दाश्त नहीं होगा. &nbsp;अतिक्रमण हटाओ अभियान लगातार जारी रहेगा और जो भी सरकारी या धार्मिक भूमि पर कब्जा करेगा, उस पर बुलडोजर चलेगा.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>बता दें कि ये मामला काफी समय से सुर्खियों में बना हुआ था. हरिद्वार में साल 2027 में अर्धकुंभ होने जा रहा है. धामी सरकार इस अर्धकुंभ को भव्य बनाने की तैयारी में जुटी हुई है. लेकिन कुंभ मेला क्षेत्र की ज़मीन पर अवैध कब्जा होने की वजह से इन तैयारियों को लेकर कई तरह के सवाल उठाए जा रहे थे. जिसके बाद प्रशासन की ओर से ये बड़ी कार्रवाई की गई है. वहीं मेला क्षेत्र में बनी चार दीवारी को भी दो दिन में हटाने का अल्टीमेटम दिया गया है.&nbsp;</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Haridwar Bulldozer Action:</strong> उत्तराखंड के हरिद्वार में देर रात कुंभ भूमि क्षेत्र पर किए गए अवैध कब्जे पर प्रशासन का पीला पंजा क़हर बनकर टूटा. जिला प्रशासन की ओर से इस ज़मीन पर किए गए अवैध अतिक्रमण को बुलडोजर से हटाया गया. इस दौरान भारी संख्या में सुरक्षा कर्मियों की टीम मौके पर तैनात रही. जिसके बाद जिला प्रशासन की टीम ने पूरी कार्रवाई को अंजाम दिया. प्रशासन ने कहा कि हरिद्वार में अवैध कब्जे पर कार्रवाई आगे भी की जाएगी. &nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>खबर के मुताबिक देर रात उत्तरी हरिद्वार के दूधाधारी तिराहे पर धामी सरकार का बुलडोजर चला. इस दौरान कुंभ मेला की पवित्र भूमि पर किए गए अवैध &nbsp;अतिक्रमण को हटाने के लिए जिला प्रशासन की ओर से सख्त कार्रवाई करते हुए इसे बुलडोज़र से ज़मींदोज कर दिया गया है. कुंभ क्षेत्र पर अवैध अतिक्रमण का मुद्दा लगातार सुर्खियों में बना हुआ था, जिसके बाद प्रशासन की ओर से ये कार्रवाई की गई है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>एसडीएम के नेतृत्व में गरजा बुलडोजर</strong><br />एसडीएम अजयवीर सिंह के नेतृत्व में जिला प्रशासन की टीम ने पूरी कार्रवाई को अंजाम दिया. प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि सरकारी जमीन पर की गई अवैध चाहरदीवारी को हटाने के लिए दो दिन का अल्टीमेटम दिया गया है. अगर इसे नहीं हटाया गया तो इसे भी बुलडोजर से हटा दिया जाएगा. उन्होंने दो टूक शब्दों में कहा हरिद्वार में अवैध कब्जा बर्दाश्त नहीं होगा. &nbsp;अतिक्रमण हटाओ अभियान लगातार जारी रहेगा और जो भी सरकारी या धार्मिक भूमि पर कब्जा करेगा, उस पर बुलडोजर चलेगा.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>बता दें कि ये मामला काफी समय से सुर्खियों में बना हुआ था. हरिद्वार में साल 2027 में अर्धकुंभ होने जा रहा है. धामी सरकार इस अर्धकुंभ को भव्य बनाने की तैयारी में जुटी हुई है. लेकिन कुंभ मेला क्षेत्र की ज़मीन पर अवैध कब्जा होने की वजह से इन तैयारियों को लेकर कई तरह के सवाल उठाए जा रहे थे. जिसके बाद प्रशासन की ओर से ये बड़ी कार्रवाई की गई है. वहीं मेला क्षेत्र में बनी चार दीवारी को भी दो दिन में हटाने का अल्टीमेटम दिया गया है.&nbsp;</p>  उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड यूपी में ‘ऑपरेशन कायाकल्प’ से बदल रही स्कूलों की तस्वीर, देखें क्या कहते हैं आंकड़े