<p style=”text-align: justify;”><strong>Waqf Law 2025:</strong> वक्फ संपत्तियों से जुड़े कानूनों में संशोधन के खिलाफ लगातार मुखर रहे AIMIM के नेता डॉ. शोएब जमई ने अब आंदोलन का एलान कर दिया है. उन्होंने गुरुवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट कर ‘जेल भरो आंदोलन’ शुरू करने की चेतावनी दी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>ऑल इंडिया मुस्लिम काउंसिल के अध्यक्ष डॉ. जमई ने लिखा, “वक्फ संशोधन के काले कानून के खिलाफ उठने वाली आवाज को कोई रोक नहीं सकता. जेल भरो आंदोलन ही एकमात्र रास्ता है, हम गिरफ्तारी देने से बिल्कुल नहीं डरते.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’…तो हम भी भगत सिंह बनेंगे’- शोएब जमई</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने कहा, ”सरकार तक अपनी बात पहुंचाने के लिए आंदोलन के अलावा कोई विकल्प नहीं. अगर तुम अंग्रेज की तरह जुल्म करोगे तो हम भी भगत सिंह बनेंगे.”</p>
<p style=”text-align: justify;”>डॉ. जमई का यह बयान केंद्र सरकार द्वारा वक्फ अधिनियम 1995 में प्रस्तावित संशोधनों के विरोध में आया है. हाल के महीनों में वक्फ बोर्ड की संपत्तियों पर नियंत्रण, उनके पंजीकरण और प्रबंधन को लेकर सरकार की नीतियों पर कई मुस्लिम संगठनों ने आपत्ति जताई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्या है वक्फ कानून?</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>वक्फ संपत्तियों का प्रबंधन देशभर में वक्फ बोर्ड करते हैं. ये संपत्तियां मुख्य रूप से धार्मिक, शैक्षिक और सामाजिक कार्यों के लिए उपयोग की जाती हैं. लेकिन बीते समय में वक्फ संपत्तियों की खरीद-बिक्री, लीज और सरकारी अधिग्रहण को लेकर विवाद बढ़ा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>वक्फ अधिनियम 1995 में बदलाव कर सरकार केंद्र और राज्य वक्फ बोर्डों की शक्तियों में बदलाव, उनकी पारदर्शिता और जवाबदेही बढ़ाने की दिशा में प्रयास कर रही है. हालांकि, मुस्लिम संगठनों का आरोप है कि ये बदलाव वक्फ की स्वायत्तता खत्म करने और समुदाय की धार्मिक संपत्तियों को नियंत्रित करने की कोशिश है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>डॉ. शोएब जमई लंबे समय से वक्फ संपत्तियों की रक्षा और मुस्लिम मुद्दों पर मुखर रहे हैं. उन्होंने इससे पहले भी विभिन्न मौकों पर सरकार की नीतियों का विरोध किया है. अब जबकि उन्होंने ‘जेल भरो आंदोलन’ का आह्वान किया है, ऐसे में आने वाले दिनों में देशभर में मुस्लिम संगठनों की ओर से प्रदर्शन और विरोध की संभावना बढ़ गई है.</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Waqf Law 2025:</strong> वक्फ संपत्तियों से जुड़े कानूनों में संशोधन के खिलाफ लगातार मुखर रहे AIMIM के नेता डॉ. शोएब जमई ने अब आंदोलन का एलान कर दिया है. उन्होंने गुरुवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट कर ‘जेल भरो आंदोलन’ शुरू करने की चेतावनी दी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>ऑल इंडिया मुस्लिम काउंसिल के अध्यक्ष डॉ. जमई ने लिखा, “वक्फ संशोधन के काले कानून के खिलाफ उठने वाली आवाज को कोई रोक नहीं सकता. जेल भरो आंदोलन ही एकमात्र रास्ता है, हम गिरफ्तारी देने से बिल्कुल नहीं डरते.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’…तो हम भी भगत सिंह बनेंगे’- शोएब जमई</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने कहा, ”सरकार तक अपनी बात पहुंचाने के लिए आंदोलन के अलावा कोई विकल्प नहीं. अगर तुम अंग्रेज की तरह जुल्म करोगे तो हम भी भगत सिंह बनेंगे.”</p>
<p style=”text-align: justify;”>डॉ. जमई का यह बयान केंद्र सरकार द्वारा वक्फ अधिनियम 1995 में प्रस्तावित संशोधनों के विरोध में आया है. हाल के महीनों में वक्फ बोर्ड की संपत्तियों पर नियंत्रण, उनके पंजीकरण और प्रबंधन को लेकर सरकार की नीतियों पर कई मुस्लिम संगठनों ने आपत्ति जताई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्या है वक्फ कानून?</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>वक्फ संपत्तियों का प्रबंधन देशभर में वक्फ बोर्ड करते हैं. ये संपत्तियां मुख्य रूप से धार्मिक, शैक्षिक और सामाजिक कार्यों के लिए उपयोग की जाती हैं. लेकिन बीते समय में वक्फ संपत्तियों की खरीद-बिक्री, लीज और सरकारी अधिग्रहण को लेकर विवाद बढ़ा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>वक्फ अधिनियम 1995 में बदलाव कर सरकार केंद्र और राज्य वक्फ बोर्डों की शक्तियों में बदलाव, उनकी पारदर्शिता और जवाबदेही बढ़ाने की दिशा में प्रयास कर रही है. हालांकि, मुस्लिम संगठनों का आरोप है कि ये बदलाव वक्फ की स्वायत्तता खत्म करने और समुदाय की धार्मिक संपत्तियों को नियंत्रित करने की कोशिश है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>डॉ. शोएब जमई लंबे समय से वक्फ संपत्तियों की रक्षा और मुस्लिम मुद्दों पर मुखर रहे हैं. उन्होंने इससे पहले भी विभिन्न मौकों पर सरकार की नीतियों का विरोध किया है. अब जबकि उन्होंने ‘जेल भरो आंदोलन’ का आह्वान किया है, ऐसे में आने वाले दिनों में देशभर में मुस्लिम संगठनों की ओर से प्रदर्शन और विरोध की संभावना बढ़ गई है.</p> दिल्ली NCR VIDEO: बारिश ने छीन ली कमाई, तोड़ दी कमर, पटना में किसानों की करोड़ों के प्याज और गेहूं फसल नष्ट
वक्फ कानून के खिलाफ AIMIM नेता शोएब जमई का ऐलान, ‘…एकमात्र रास्ता है’
