सिरसा में 500 एकड़ गेहूं की फसल में लगी आग:तेज हवा चलने से फैली, सौर ऊर्जा ट्यूबवेल और मकान भी प्रभावित

सिरसा में 500 एकड़ गेहूं की फसल में लगी आग:तेज हवा चलने से फैली, सौर ऊर्जा ट्यूबवेल और मकान भी प्रभावित

सिरसा जिले के नाथूसरी चौपटा क्षेत्र की गेहूं की फसल में भीषण आग लग गई। आग रुपाणा खुर्द और लुदेसर गांवों के बीच के खेतों में फैल गई। शाम को तेज हवाओं के चलते अचानक रुपाणा खुर्द के खेतों में आग लगी। देखते ही देखते आग ने रूपावास और निरबाण के खेतों को भी अपनी चपेट में ले लिया। 500 एकड़ से अधिक गेहूं की फसल जलकर राख हो गई। आसपास के गांवों में मदद के लिए पहुंचे लोग इस दौरान खड़ी और कटी हुई दोनों तरह की फसलें आग की भेंट चढ़ गई हैं। खेतों में स्थापित सौर ऊर्जा आधारित ट्यूबवेल और मकान भी आग से प्रभावित हुए हैं। रूलीचंद, पृथ्वी सिंह, सतवीर सिंह, भाग सिंह और राय साहब समेत कई किसानों की फसल पूरी तरह नष्ट हो गई है। आग की सूचना मिलते ही आसपास के गांवों के लोग पानी के टैंकर लेकर मदद के लिए पहुंचे। सैकड़ों लोग आग बुझाने में जुटे राष्ट्रीय सरपंच संगठन की उपाध्यक्ष संतोष बैनीवाल और ब्लॉक समिति अध्यक्ष सूरजभान बूमरा भी मौके पर पहुंचे। सैकड़ों लोग आग बुझाने में जुटे हैं। तेज हवाओं के कारण आग पर काबू पाना मुश्किल हो रहा है। किसान खेतों में गेहूं की फसल की कटाई में लगे हुए थे, लेकिन अचानक आग ने 6 महीने की मेहनत को पूरी तरह से बर्बाद कर दिया है। आसपास के गांव में करवाई मुनादी करीब डेढ़ घंटे तक के बाद बावजूद भी आग पर काबू नहीं पाया जा सकता है। आसपास के गांव रूपावास और निरबाण के गांव में मुनादी करवा दी गई है कि आज कभी भी विकराल रूप धारण कर सकती है। अभी तक सबसे ज्यादा नुकसान लुदेसर और रुपाणा खुर्द के खेतों में हुआ। यहां पर करीब 500 एकड़ फसल पूरी तरह से जलकर नष्ट हो गई है। सिरसा जिले के नाथूसरी चौपटा क्षेत्र की गेहूं की फसल में भीषण आग लग गई। आग रुपाणा खुर्द और लुदेसर गांवों के बीच के खेतों में फैल गई। शाम को तेज हवाओं के चलते अचानक रुपाणा खुर्द के खेतों में आग लगी। देखते ही देखते आग ने रूपावास और निरबाण के खेतों को भी अपनी चपेट में ले लिया। 500 एकड़ से अधिक गेहूं की फसल जलकर राख हो गई। आसपास के गांवों में मदद के लिए पहुंचे लोग इस दौरान खड़ी और कटी हुई दोनों तरह की फसलें आग की भेंट चढ़ गई हैं। खेतों में स्थापित सौर ऊर्जा आधारित ट्यूबवेल और मकान भी आग से प्रभावित हुए हैं। रूलीचंद, पृथ्वी सिंह, सतवीर सिंह, भाग सिंह और राय साहब समेत कई किसानों की फसल पूरी तरह नष्ट हो गई है। आग की सूचना मिलते ही आसपास के गांवों के लोग पानी के टैंकर लेकर मदद के लिए पहुंचे। सैकड़ों लोग आग बुझाने में जुटे राष्ट्रीय सरपंच संगठन की उपाध्यक्ष संतोष बैनीवाल और ब्लॉक समिति अध्यक्ष सूरजभान बूमरा भी मौके पर पहुंचे। सैकड़ों लोग आग बुझाने में जुटे हैं। तेज हवाओं के कारण आग पर काबू पाना मुश्किल हो रहा है। किसान खेतों में गेहूं की फसल की कटाई में लगे हुए थे, लेकिन अचानक आग ने 6 महीने की मेहनत को पूरी तरह से बर्बाद कर दिया है। आसपास के गांव में करवाई मुनादी करीब डेढ़ घंटे तक के बाद बावजूद भी आग पर काबू नहीं पाया जा सकता है। आसपास के गांव रूपावास और निरबाण के गांव में मुनादी करवा दी गई है कि आज कभी भी विकराल रूप धारण कर सकती है। अभी तक सबसे ज्यादा नुकसान लुदेसर और रुपाणा खुर्द के खेतों में हुआ। यहां पर करीब 500 एकड़ फसल पूरी तरह से जलकर नष्ट हो गई है।   हरियाणा | दैनिक भास्कर