14 दिन तक अंतरिक्ष में रहेंगे लखनऊ के IAF कैप्टन शुभांशु शुक्ला, करेंगे ये खास काम

14 दिन तक अंतरिक्ष में रहेंगे लखनऊ के IAF कैप्टन शुभांशु शुक्ला, करेंगे ये खास काम

<p><strong>Lucknow News:</strong> अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (आईएसएस) की यात्रा के लिए चुने गए भारतीय वायु सेना (आईएएफ) के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला ने मंगलवार को कहा कि स्पेस सेक्टर में घरेलू स्टार्टअप की संख्या काफी तेजी से बढ़ रही है. लखनऊ के रहने वाले शुक्ला निजी मिशन के तहत आईएसएस पर ऑर्बिटिंग लैब की यात्रा करने वाले पहले भारतीय अंतरिक्ष यात्री बनेंगे.</p>
<p>39 वर्षीय शुक्ला को अमेरिकी कंपनी एक्सिओम स्पेस के मिशन 4 (एक्स-4) के लिए पायलट के रूप में चुना गया है. यह नासा और इसरो के बीच एक सहयोगी मिशन है. शुक्ला ने भारतीय अंतरिक्ष नीति-2023 की सराहना की और कहा कि इससे देश में अंतरिक्ष क्षमताओं को बढ़ाने में मदद मिली है.</p>
<p>एक्सिओम स्पेस मई में फ्लोरिडा के कैनेडी स्पेस सेंटर से स्पेसएक्स ड्रैगन अंतरिक्ष यान का उपयोग करके मिशन को लॉन्च करेगा. शुक्ला ने कहा, ‘भारत में स्टार्टअप जिस गति से बढ़ रहे हैं, वह अभूतपूर्व है.'</p>
<p>उन्होंने कहा कि ‘आने वाले वर्षों में इसमें और भी वृद्धि होगी, क्योंकि हमारे पास देश में असाधारण प्रतिभाएं हैं.’ उन्होंने बताया कि पहले के समय के मुकाबले आज देश के पास स्पेस सेक्टर के लिए एक क्लियर विजन और नीति है.</p>
<p>शुक्ला ने कहा, ‘ भारतीय अंतरिक्ष नीति 2023 में इस बात की स्पष्ट रूपरेखा प्रस्तुत की गई है कि भारत को भविष्य में कहां जाना है और इसमें कार्यक्रमों, उनके विस्तार और फिर संभवतः 2040 तक चंद्रमा पर उतरने की रूपरेखा भी शामिल है.'</p>
<p><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/ghaziabad-hindu-leaders-black-paint-painted-bahadur-shah-zafar-photo-by-mistook-aurangzeb-ann-2927758″><strong>Ghaziabad News: औरंगजेब समझकर बहादुर शाह जफर की तस्वीर पर पोती कालिख, हिंदू नेताओं पर कार्रवाई शुरू</strong></a></p>
<p><strong>अंतरिक्ष में 14 दिन क्या करेंगे शुभांशु?</strong><br />उन्होंने आगे कहा, ‘स्पेस सेक्टर में टेक्नोलॉजी और विशेषज्ञता की भारी मांग है, जो इस सेक्टर में स्टार्टअप्स के लिए एक जगह बनाता है.’ शुक्ला ने कहा, ‘मुझे लगता है हम भविष्य में इस सेक्टर में काफी तेजी से आगे बढ़ने वाले हैं.'</p>
<p>शुक्ला ने आगे कहा कि भारत हमेशा से ही अंतरिक्ष यात्रा करने वाला देश रहा है और देश को इस स्थिति तक पहुंचने में समय लगा. आज देश अंतरिक्ष मिशन के लिए जरूरी सभी पहलुओं जैसे अपनी स्वयं की टेक्नोलॉजी, लॉन्च व्हीकल, सैटेलाइट और ग्राउंड स्टेशन बना सकता है.</p>
<p>उन्होंने आगे कहा कि कठिन मिशनों को बेहद कम लागत में पूरा करने के लिए पूरी दुनिया इसरो का सम्मान करती है.</p>
<p>14 दिनों तक चलने वाले एक्सिओम अंतरिक्ष मिशन के दौरान, चालक दल माइक्रोग्रेविटी में वैज्ञानिक प्रयोग, आउटरीच कार्यक्रम और कमर्शियल गतिविधियां करेगा.</p> <p><strong>Lucknow News:</strong> अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (आईएसएस) की यात्रा के लिए चुने गए भारतीय वायु सेना (आईएएफ) के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला ने मंगलवार को कहा कि स्पेस सेक्टर में घरेलू स्टार्टअप की संख्या काफी तेजी से बढ़ रही है. लखनऊ के रहने वाले शुक्ला निजी मिशन के तहत आईएसएस पर ऑर्बिटिंग लैब की यात्रा करने वाले पहले भारतीय अंतरिक्ष यात्री बनेंगे.</p>
<p>39 वर्षीय शुक्ला को अमेरिकी कंपनी एक्सिओम स्पेस के मिशन 4 (एक्स-4) के लिए पायलट के रूप में चुना गया है. यह नासा और इसरो के बीच एक सहयोगी मिशन है. शुक्ला ने भारतीय अंतरिक्ष नीति-2023 की सराहना की और कहा कि इससे देश में अंतरिक्ष क्षमताओं को बढ़ाने में मदद मिली है.</p>
<p>एक्सिओम स्पेस मई में फ्लोरिडा के कैनेडी स्पेस सेंटर से स्पेसएक्स ड्रैगन अंतरिक्ष यान का उपयोग करके मिशन को लॉन्च करेगा. शुक्ला ने कहा, ‘भारत में स्टार्टअप जिस गति से बढ़ रहे हैं, वह अभूतपूर्व है.'</p>
<p>उन्होंने कहा कि ‘आने वाले वर्षों में इसमें और भी वृद्धि होगी, क्योंकि हमारे पास देश में असाधारण प्रतिभाएं हैं.’ उन्होंने बताया कि पहले के समय के मुकाबले आज देश के पास स्पेस सेक्टर के लिए एक क्लियर विजन और नीति है.</p>
<p>शुक्ला ने कहा, ‘ भारतीय अंतरिक्ष नीति 2023 में इस बात की स्पष्ट रूपरेखा प्रस्तुत की गई है कि भारत को भविष्य में कहां जाना है और इसमें कार्यक्रमों, उनके विस्तार और फिर संभवतः 2040 तक चंद्रमा पर उतरने की रूपरेखा भी शामिल है.'</p>
<p><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/ghaziabad-hindu-leaders-black-paint-painted-bahadur-shah-zafar-photo-by-mistook-aurangzeb-ann-2927758″><strong>Ghaziabad News: औरंगजेब समझकर बहादुर शाह जफर की तस्वीर पर पोती कालिख, हिंदू नेताओं पर कार्रवाई शुरू</strong></a></p>
<p><strong>अंतरिक्ष में 14 दिन क्या करेंगे शुभांशु?</strong><br />उन्होंने आगे कहा, ‘स्पेस सेक्टर में टेक्नोलॉजी और विशेषज्ञता की भारी मांग है, जो इस सेक्टर में स्टार्टअप्स के लिए एक जगह बनाता है.’ शुक्ला ने कहा, ‘मुझे लगता है हम भविष्य में इस सेक्टर में काफी तेजी से आगे बढ़ने वाले हैं.'</p>
<p>शुक्ला ने आगे कहा कि भारत हमेशा से ही अंतरिक्ष यात्रा करने वाला देश रहा है और देश को इस स्थिति तक पहुंचने में समय लगा. आज देश अंतरिक्ष मिशन के लिए जरूरी सभी पहलुओं जैसे अपनी स्वयं की टेक्नोलॉजी, लॉन्च व्हीकल, सैटेलाइट और ग्राउंड स्टेशन बना सकता है.</p>
<p>उन्होंने आगे कहा कि कठिन मिशनों को बेहद कम लागत में पूरा करने के लिए पूरी दुनिया इसरो का सम्मान करती है.</p>
<p>14 दिनों तक चलने वाले एक्सिओम अंतरिक्ष मिशन के दौरान, चालक दल माइक्रोग्रेविटी में वैज्ञानिक प्रयोग, आउटरीच कार्यक्रम और कमर्शियल गतिविधियां करेगा.</p>  उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड दिल्ली BJP में 256 मंडल अध्यक्षों की नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू, जानें कब तक तय होंगे नाम?