अखिलेश यादव ने जिलों के थानों में ठाकुर जाति के थानाध्यक्षों और थाना प्रभारियों की तैनाती पर सवाल उठाया, तो डीजीपी प्रशांत कुमार खुद मोर्चा लेने सामने आ गए। उन्होंने आरोपों का खंडन करते हुए कहा- जिम्मेदार लोगों को ऐसी टिप्पणी से बचना चाहिए। डीजीपी ने कहा- सोशल मीडिया पर अभी जो जानकारी प्रसारित हो रही है, वह बिल्कुल गलत है। यह सब संबंधित जिलों ने पहले ही बता दिया है। अगर भविष्य में ऐसी कोई गलत सूचना फैलाई जाती है, तो हम उसे स्पष्ट करेंगे। सपा प्रमुख ने जिन जिलों को लेकर सवाल उठाए थे, वहां के सोशल मीडिया अकाउंट पर आरोपों का खंडन किया जा रहा है। पहले पढ़िए अखिलेश के आरोप… प्रयागराज में अखिलेश यादव ने कहा था- आगरा में 48 एसएचओ और एसओ पोस्टेड हैं। इसमें पीडीए 15 और बाकी सब सिंह भाई लोग हैं। मैनपुरी में 15 में से 3 पीडीए और 10 सिंह भाई लोग हैं। चित्रकूट में 10 में से 2 पीडीए और 5 सिंह भाई हैं। महोबा में 11 में से 3 पीडीए और 6 सिंह भाई हैं। हमें दो चीजें पता हैं। एक तो DGP कार्यवाहक होगा और दूसरा सिंह होगा। बीच में क्या होगा पता नहीं? इस पर जिलों में पुलिस विभाग के सोशल मीडिया अकाउंट पर इसका खंडन किया गया। अखिलेश यादव का निशाना ठाकुर जाति पर था। हालांकि पुलिस महकमे ने यह बताने से परहेज किया कि ठाकुर जाति के कितने एसएचओ और एसओ की तैनाती उनके जिले में है। अब पढ़िए अखिलेश के आरोपों पर जिलों की पुलिस के जवाब आगरा पुलिस की सोशल मीडिया पोस्ट: आगरा में कुछ सोशल मीडिया साइट्स/हैंडलर्स/माइक्रो ब्लॉगिंग साइट्स पर एसएचओ की नियुक्ति के बारे में गलत तथ्य दिए जा रहे हैं। शासन के निर्देशों के अनुसार एसएचओ की नियुक्ति के नियमों का अक्षरशः पालन किया जा रहा है। कमिश्नरेट आगरा में 39% ओबीसी, 19% एससी तथा सामान्य के 42% थाना प्रभारी नियुक्त हैं। जबकि शासनादेश के अनुसार ओबीसी वर्ग के 27% नियुक्त होने चाहिए। समाज के जिम्मेदार लोगों/सोशल मीडिया साइट्स/माइक्रो ब्लॉगिंग साइट्स से अपेक्षा की जाती है कि वे गलत तथ्यों से लोगों को भ्रमित नहीं करें। सही तथ्यों से जानकारी उपलब्ध कराएं। मैनपुरी पुलिस की सोशल मीडिया पोस्ट : मैनपुरी पुलिस ने कहा कि मैनपुरी में लगभग 50 प्रतिशत सामान्य वर्ग, 31 प्रतिशत ओबीसी और 19 प्रतिशत एससी वर्ग के थाना प्रभारी और थानाध्यक्ष हैं। चित्रकूट पुलिस की सोशल मीडिया पोस्ट : चित्रकूट पुलिस ने लिखा कि सोशल मीडिया पर चल रही खबर भ्रामक है। जिले में 12 थानों में से 7 सामान्य वर्ग, 3 पिछड़ा और 2 एससी/एसटी वर्ग के थानाध्यक्ष नियुक्त हैं। महोबा पुलिस की सोशल मीडिया पोस्ट : महोबा पुलिस ने लिखा कि थानों में 53% सामान्य, 31% पिछड़ा और 16% एससी/एसटी वर्ग के थानाध्यक्ष तैनात हैं। प्रयागराज पुलिस की सोशल मीडिया पोस्ट: प्रयागराज पुलिस ने लिखा- प्रयागराज में तैनात 40 प्रतिशत थाना प्रभारी ओबीसी, एससी/एसटी वर्ग से हैं। थाना प्रभारी की नियुक्ति एक निष्पक्ष प्रक्रिया के द्वारा की जाती है। ——————————- ये भी पढ़ें: अखिलेश बोले- पूरे यूपी में SO-SHO सिंह भाई ज्यादा:डीजीपी भी कार्यवाहक होगा और सिंह होगा; इंडी गठबंधन हमेशा रहेगा ‘आगरा में 48 एसएचओ और एसओ पोस्टेड हैं। इसमें पीडीए 15 और बाकी सब सिंह भाई लोग हैं। मैनपुरी में 15 में से 3 पीडीए और 10 सिंह भाई लोग हैं। चित्रकूट में 10 में से 2 पीडीए और 5 सिंह भाई हैं। महोबा में 11 में से 3 पीडीए और 6 सिंह भाई हैं। हमें दो चीजें पता हैं। एक तो DGP कार्यवाहक होगा और दूसरा सिंह होगा। बीच में क्या होगा पता नहीं?’ यह बात समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने रविवार को प्रयागराज में कही। पढ़िए पूरी खबर अखिलेश यादव ने जिलों के थानों में ठाकुर जाति के थानाध्यक्षों और थाना प्रभारियों की तैनाती पर सवाल उठाया, तो डीजीपी प्रशांत कुमार खुद मोर्चा लेने सामने आ गए। उन्होंने आरोपों का खंडन करते हुए कहा- जिम्मेदार लोगों को ऐसी टिप्पणी से बचना चाहिए। डीजीपी ने कहा- सोशल मीडिया पर अभी जो जानकारी प्रसारित हो रही है, वह बिल्कुल गलत है। यह सब संबंधित जिलों ने पहले ही बता दिया है। अगर भविष्य में ऐसी कोई गलत सूचना फैलाई जाती है, तो हम उसे स्पष्ट करेंगे। सपा प्रमुख ने जिन जिलों को लेकर सवाल उठाए थे, वहां के सोशल मीडिया अकाउंट पर आरोपों का खंडन किया जा रहा है। पहले पढ़िए अखिलेश के आरोप… प्रयागराज में अखिलेश यादव ने कहा था- आगरा में 48 एसएचओ और एसओ पोस्टेड हैं। इसमें पीडीए 15 और बाकी सब सिंह भाई लोग हैं। मैनपुरी में 15 में से 3 पीडीए और 10 सिंह भाई लोग हैं। चित्रकूट में 10 में से 2 पीडीए और 5 सिंह भाई हैं। महोबा में 11 में से 3 पीडीए और 6 सिंह भाई हैं। हमें दो चीजें पता हैं। एक तो DGP कार्यवाहक होगा और दूसरा सिंह होगा। बीच में क्या होगा पता नहीं? इस पर जिलों में पुलिस विभाग के सोशल मीडिया अकाउंट पर इसका खंडन किया गया। अखिलेश यादव का निशाना ठाकुर जाति पर था। हालांकि पुलिस महकमे ने यह बताने से परहेज किया कि ठाकुर जाति के कितने एसएचओ और एसओ की तैनाती उनके जिले में है। अब पढ़िए अखिलेश के आरोपों पर जिलों की पुलिस के जवाब आगरा पुलिस की सोशल मीडिया पोस्ट: आगरा में कुछ सोशल मीडिया साइट्स/हैंडलर्स/माइक्रो ब्लॉगिंग साइट्स पर एसएचओ की नियुक्ति के बारे में गलत तथ्य दिए जा रहे हैं। शासन के निर्देशों के अनुसार एसएचओ की नियुक्ति के नियमों का अक्षरशः पालन किया जा रहा है। कमिश्नरेट आगरा में 39% ओबीसी, 19% एससी तथा सामान्य के 42% थाना प्रभारी नियुक्त हैं। जबकि शासनादेश के अनुसार ओबीसी वर्ग के 27% नियुक्त होने चाहिए। समाज के जिम्मेदार लोगों/सोशल मीडिया साइट्स/माइक्रो ब्लॉगिंग साइट्स से अपेक्षा की जाती है कि वे गलत तथ्यों से लोगों को भ्रमित नहीं करें। सही तथ्यों से जानकारी उपलब्ध कराएं। मैनपुरी पुलिस की सोशल मीडिया पोस्ट : मैनपुरी पुलिस ने कहा कि मैनपुरी में लगभग 50 प्रतिशत सामान्य वर्ग, 31 प्रतिशत ओबीसी और 19 प्रतिशत एससी वर्ग के थाना प्रभारी और थानाध्यक्ष हैं। चित्रकूट पुलिस की सोशल मीडिया पोस्ट : चित्रकूट पुलिस ने लिखा कि सोशल मीडिया पर चल रही खबर भ्रामक है। जिले में 12 थानों में से 7 सामान्य वर्ग, 3 पिछड़ा और 2 एससी/एसटी वर्ग के थानाध्यक्ष नियुक्त हैं। महोबा पुलिस की सोशल मीडिया पोस्ट : महोबा पुलिस ने लिखा कि थानों में 53% सामान्य, 31% पिछड़ा और 16% एससी/एसटी वर्ग के थानाध्यक्ष तैनात हैं। प्रयागराज पुलिस की सोशल मीडिया पोस्ट: प्रयागराज पुलिस ने लिखा- प्रयागराज में तैनात 40 प्रतिशत थाना प्रभारी ओबीसी, एससी/एसटी वर्ग से हैं। थाना प्रभारी की नियुक्ति एक निष्पक्ष प्रक्रिया के द्वारा की जाती है। ——————————- ये भी पढ़ें: अखिलेश बोले- पूरे यूपी में SO-SHO सिंह भाई ज्यादा:डीजीपी भी कार्यवाहक होगा और सिंह होगा; इंडी गठबंधन हमेशा रहेगा ‘आगरा में 48 एसएचओ और एसओ पोस्टेड हैं। इसमें पीडीए 15 और बाकी सब सिंह भाई लोग हैं। मैनपुरी में 15 में से 3 पीडीए और 10 सिंह भाई लोग हैं। चित्रकूट में 10 में से 2 पीडीए और 5 सिंह भाई हैं। महोबा में 11 में से 3 पीडीए और 6 सिंह भाई हैं। हमें दो चीजें पता हैं। एक तो DGP कार्यवाहक होगा और दूसरा सिंह होगा। बीच में क्या होगा पता नहीं?’ यह बात समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने रविवार को प्रयागराज में कही। पढ़िए पूरी खबर उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
अखिलेश के ‘सिंह साहब’ पर डीजीपी का जवाब-ऐसे न बोलें:आपको गलत जानकारी दी गई; 5 जिलों की पुलिस ने बताया, कितने OBC थानेदार
